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मैं तीन गोरों से चुद गई

मेरे पति अमित को गोरी चमड़ी वाली औरत को चोदना अच्छा लगता है। यह कहानी ऐसे विदेशी जोड़े के साथ स्वैपिंग की है.. जिसमें मैं तीन गोरों से चुद गई और उन्होंने जी भरकर मुझे अपनी हवस का शिकार बनाया।

सगे भाई को पटाया अपनी चूत चुदवाने के लिए

मेरी चुदाई बहुत दिनों से नहीं हुई थी.. मैं चुदास से तड़प रही थी। ऐसे में भाई की याद आई.. मैंने सोचा कि यह मेरी प्यास बुझा सकता है, मुझे उसे किसी तरह पटाना ही होगा।

चचेरे भाई की बीवी को ग्रुप सेक्स में शामिल किया -6

मधु बोली- राहुल, दूसरे आदमी का लंड लेने में तो बड़ा मज़ा आता है। नीलेश भैया मेरी अच्छी चुदाई कर रहे हैं। आप भी मेरी बहन नीता की अच्छे से चुदाई करो।

पंजाबन भाभी को जन्म दिन पर चूत चुदाई का तोहफा -4

प्रीत चिल्लाई- ऊह्ह.. क्या रहे हो.. मेरी गांड तो मेरे पति ने भी नहीं मारी.. मैं बोला- तो तुम्हारे पति को कुछ पता नहीं, गांड मारने में क्या मस्त मजा आता है..

गर्लफ्रेंड के बिना उसकी सहेलियों संग थ्री-सम –7

प्रियंका ने अपनी एक उंगली से सुरभि की चूत को पेलना शुरू कर दिया था और उसके मम्मों को भी इतनी जोर से मसल रही थी कि मेरा मन कर रहा था.. कि मैं खुद उन दोनों के चूचों को पी जाऊँ..

लौड़े की दौड़ भोंसड़ी तक -2

बहुत ही छोटे छोटे से उसके चूचे, मैंने उसे अपने और पास किया और उसका चूचे अपने मुँह में लेकर चूसे। छोटे छोटे निप्पल, दाल के दाने जैसे, मैंने उन पर काटा

अमीरजादी की चूत की प्यास

मैंने सड़क पर कार वाली एक अमीरजादी की मदद की, हमारी दोस्ती हो गई. अगले दिन वो मुझे अपने फ़ार्महाउस में ले गई। मदद के बदले मुझे क्या मिला, कहानी पढ़ कर मज़ा लें!

मेरा गुप्त जीवन- 167

बाकी जोड़े मेरी नक़ल करते हुए अपनी साथियों को पूरा आनन्द प्रदान कर रहे थे और रितु और रानी भाभी पूर्ण विस्मय से हमारे कार्यकलाप को देख कर गहरी सोच में पड़ गई।

पंजाबन भाभी को जन्म दिन पर चूत चुदाई का तोहफा -3

On 2016-05-17 Category: पड़ोसी Tags: गैर मर्द, चुदास

मैंने एक उंगली जैसे ही उसकी चूत में डाली.. प्रीत की आवाज निकल गई- ओहह्ह्ह… अब मैंने उंगली को अन्दर-बाहर करना शुरू किया.. फिर जल्दी ही मैंने दो उंगली डालीं.. फिर से प्रीत 'ओओहह्ह्ह..' करने लगी।

पहली बार चुदाई कॉलेज गर्ल के साथ

रितु भी अब गर्म हो रही थी.. उसने मुझे कस कर बाँहों में भर रखा था। मैंने उसकी जीन्स व पैन्टी भी उतार दी। अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी, उसकी चूत पर छोटे-छोटे बाल थे।

मोहल्ले का माल मेरे लन्ड के नीचे

मेरी गली में ही एक लडकी रहती थी… क्या माल थी वो… जब भी मैं उसको देखता.. तो उसको चोदने का मन करता.. पर मौक़ा कब मिलेगा.. कहानी में पढ़ें कि कैसे आई वो मेरे लंड के नीचे!

चचेरे भाई की बीवी को ग्रुप सेक्स में शामिल किया -5

नीता शरारती मुस्कान के साथ बोली- तो आपकी बीवी अब तक कितने लंड ले चुकी है आपके सामने? और आप कितनी चूत चोद चुके है अपनी बीवी के अलावा?

गर्लफ्रेंड के बिना उसकी सहेलियों संग थ्री-सम –6

आह जीजू.. कैसी लगी आपकी साली की गुदगुदी गाण्ड.. आह.. जीजू.. आप देखते जाओ.. मैं आपके लौड़े के लिए.. चूतों की लाइन लगा दूँगी। इतनी लड़की औरतों को पटाऊंगी आपके लिए कि आप हर रोज नई चूत मारोगे.. नई गाण्ड मारोगे..

लौड़े की दौड़ भोंसड़ी तक -1

मैंने उसको पुरुष और स्त्री के बीच के सेक्सुयल संबंध के बारे में डीटेल से बताया। वो बड़े ध्यान से मेरी हर बात को सुन रही थी और कॉपी में नोट भी कर रही थी।

पंजाबन भाभी को जन्म दिन पर चूत चुदाई का तोहफा -2

On 2016-05-16 Category: पड़ोसी Tags: Oral Sex, गैर मर्द

प्रीत ने मेरी जींस निकाल दी। अब उसने मेरे अंडरवियर में हाथ डाल कर मेरे लंड को निकाला और फिर मेरे लंड को आगे-पीछे करने लगी। मैंने प्रीत की पजामी निकाल दी!

प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -5

हम इतने पास थे कि हमारी साँसें आपस में टकरा रही थी और फिर से मुझे खुमारी चढ़ने लगी। मैंने तुरंत ही उसको बालों से पकड़ कर खींच और उसके होठों से होठों को सटा दिया एक जोरदार चुम्बन किया।

फ़ौजी आंटी का पाँच बार पानी निकाला

मेरे होंठ उसकी गाण्ड की तरफ गए और दोनों मटकों को मैं चाटने लगा। उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था.. लगता था जैसे उसके पति ने कभी वहाँ हाथ भी नहीं लगाया था।

चचेरे भाई की बीवी को ग्रुप सेक्स में शामिल किया -4

इतना मज़ा तो हम दोनों होटल में भी नहीं करते जितना आज यहाँ कर रहे हैं। भैया और भाभी दोनों इतने कमाल के होंगे, मैंने कभी सोचा भी नहीं था। इनके खेल में मैं दो बार गीली हो चुकी हूँ।

गर्लफ्रेंड के बिना उसकी सहेलियों संग थ्री-सम –5

प्रियंका- आओ जीजू.. आपने कल पूरी रात हम दोनों की खूब गान्ड मारी, अब मैं आपको रगड़ कर नहलाती हूँ.. उसने मेरे ढीले लण्ड को पकड़ते हुए मुझे शावर में घसीट लिया।

गरीबी ने चूत और नौकरी दोनों दिलाई -2

मैं जूही की कम्पनी में नौकरी करने लगा। एक शाम को मैं ऑफिस से निकला कि जूही की कार मेरे पास रुकी, मुझे बैठने के लिए कहा। उस दिन उसकी शादी की साल गिरह थी लेकिन उसका पति उसके साथ नहीं था।

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