नीलम की चूचियाँ बड़ी मीठी लगीं -1
हमारे नए किरायेदार आए तो उनकी बड़ी बेटी मुझे भा गई लेकिन वो मुझसे दूर भागती थी। एक दिन उसे कॉलेज छोड़ने जाना पड़ा तो उससे बात हुई और मेरी दोस्ती उसने स्वीकार कर ली।
हमारे नए किरायेदार आए तो उनकी बड़ी बेटी मुझे भा गई लेकिन वो मुझसे दूर भागती थी। एक दिन उसे कॉलेज छोड़ने जाना पड़ा तो उससे बात हुई और मेरी दोस्ती उसने स्वीकार कर ली।
प्रवीण ने अपने सीधे हाथ से मेरी जांघिया को नीचे खींच दिया और मेरी गांड का छेद उसकी आखों के सामने आ गया। वो मेरे नर्म मुलायम चूतड़ों को हाथों से दबाता हुआ इस्स इस्स करने लगा और अपनी उंगली मेरी गांड में डाल दी।
मेरे घर के बगल में शादी में एक लड़की आई थी। उसे देखते ही मेरा दिल व्याकुल हो उठा था.. मैं उस घर में घुस गया और उसे छूने की कोशिश की तो उसने मुझे छत पर जाने को कहा।
मधु थोड़ी सी खड़ी हुई तो मधु के पाँव भी उसके खुद के मूत से गीले होने लगे, वो भी आदमी की तरह अपनी चूत से नीता के पूरे बदन पर मूतने लगी।
मेरी बचपन की दोस्त नेहा के साथ मुझे टैस्ट के लिये आगरा जाना पड़ा। हमने होटल में एक ही कमरा लिया. बीच रात में मुझे लगा कि नेहा का हाथ मेरे लंड पर है।
मुझे चण्डीगढ़ में कुछ काम था तो मैं अपने दोस्त के घर रुका, वहाँ उसकी कमसिन भतीजी को देख मेरी लार टपकने लगी लेकिन दिल से एक आवाज आई 'राज यह तू क्या कर रहा है, वो तेरे दोस्त की भतीजी है।'
मेरा एक दोस्त एक आंटी को फँसाए हुए था और चोदने के लिए जगह खोज रहा था। एक रात वो उसे मेरे कमरे में लाया। लेकिन आन्टी की तसल्ली नहीं हुई तो आन्टी ने मुझे फ़ांस लिया अपनी हवस मिटाने के लिये !
सने जिप धीरे धीरे नीचे की तरफ खोलनी शुरु की... जैसे जैसे चेन नीचे जा रही थी, मेरे मुंह में पानी आ रहा था और मेरे ये भाव देखता हुआ प्रवीण मुस्कुरा रहा था..
ममता के अभी बच्चा नहीं हुआ था तो चूत टाइट थी, कुछ देर मैं इसी तरह रुका रहा और देखा कि अब ममता चुदने को तैयार है.. तो मैंने अपनी धक्का-पेलम स्टार्ट कर दी।
मैंने अपना लण्ड निकाल कर.. उसकी गाण्ड में घुसेड़ दिया और उसकी गाण्ड चोदने लगा। मैं उसके कूल्हे पकड़ कर उसे चोद रहा था.. उसके चूतड़ काफी बड़े थे.. उन पर एक प्यारा सा तिल भी था।
एक कॉलेज गर्ल से एक इन्स्टीट्यूट में मुलाकात के बाद फ़ोन पर बातचीत हुई कि कुछ दिन बाद उसने मुझे फ़ोन करके अपने जन्मदिन की पार्टी में बुला लिया, वहाँ क्या हुआ?
मधु की चूत और गांड में लंड डले हुए थे। मैं और नीलेश एक साथ एक लड़की के दो छेदों को भरे होने का मज़ा ले रहे थे। मधु बहुत तेज़ तेज़ साँसों के साथ मचलने लगी।
मैंने रितु और रानी भाभी को लेटने के लिए कहा, फिर ऊषा और शशि को अपन पास बुलाया और उनके मम्मों को थोड़ा छेड़ा, फिर उनको कहा- आप दोनों इन भाभियों से प्यार करें।
दोनों मेरे सामने खड़े थे और दोनों के ही लंड पैंट में तने हुए एक साइड में आकर लग गए थे। आस पास गेहूं के खेत थे चिड़िया की भी आवाज नहीं थी… बस था तो रात का सन्नाटा..
मेरे घर के पास एक लड़की रहती थी उसका नाम किरण था। वो जब भी मुझे देखती.. तो हमेशा देख कर मुस्कुराती, इशारे करती, मैं बहुत खुश हो जाता कि वो मुझे पसंद करती थी।
इतने में अचानक जोर-जोर से बारिश बारिश होने लगी तो मैंने प्रीत का हाथ पकड़ कर उसके पीछे खड़ा होकर उसकी कमर पर हाथ से सहलाते हुए बोला- बेबी, आज तो बारिश भी हमारे साथ है।
काजल ने कहा- भैया मैंने बहुत कोशिश की.. लेकिन मैं डर जाती थी.. कि कहीं किसी को पता चल गया और मैं प्रेगनेंट हो गई तो क्या होगा.. ये सब सोच कर मैं डर जाती थी।
पता नहीं कितनी देर बाद साली सुरभि नशे में मेरे पास आई और उसने मेरे लण्ड को अपने मुँह में ले लिया और मेरे लौड़े पर लगा हुआ सारा माल चाट गई..
रात को सवारी ना मिलने के कारण मैं पैदल गाँव जा रहा था कि बाइक पर दो पुलिस वालों ने मुझे लिफ़्ट दे दी। उनके बांके बलिष्ठ बदन देख मेरी गांड में कुछ कुछ होने लगा।
मेरे पति अमित को गोरी चमड़ी वाली औरत को चोदना अच्छा लगता है। यह कहानी ऐसे विदेशी जोड़े के साथ स्वैपिंग की है.. जिसमें मैं तीन गोरों से चुद गई और उन्होंने जी भरकर मुझे अपनी हवस का शिकार बनाया।