Latest Sex Stories

नारी की सेवा दिलाएगी मेवा

एक बार मेरी डार्लिंग ने मुझे घर में होते हुए भी फोन किया- अरुण बार्बर बोल रहे हैं? सुनिए मेरी झाँटें बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं.. उलझ जाती हैं.. चूत के अन्दर चली जाती हैं। अब तो पैन्टी के बाहर भी दिखने लगी हैं.. क्या आप अभी मेरी झाँटें शेव कर सकते हैं? इट्स अर्जेंट..

मोनिका और उसकी मॉम की चुदने को बेकरार चूत -4

मैंने आंटी की साड़ी.. पेटीकोट पूरी कमर से ऊपर कर दिया और नंगी चूत देखी। ओह.. क्या नज़ारा था मेरी प्यारी आंटी की पतली लकीर वाली चूत का..

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-10

कलुआ बेशर्मी पर उतर आया- मैडमजी, जल्दी से चचा को अपने नंगे चूतड़ दिखा दो, साब आ गये तो गड़बड़ हो जाएगी। जब आप को चोद रहे थे, तभी साब के आने का डर लग रहा था तो फ़टाफ़ट में चोदा आपको!

जिस्मानी रिश्तों की चाह -23

सम्पादक जूजा हम भाइयों की जिद पर आपी ने अपनी कमीज उतार कर अपनी नंगी चूचियाँ हमें दिखाई और जब आपी क़मीज़ पहनने लगी तो हम उदास हो गए। तब आपी ने एक बार अपनी क़मीज़ ऊपर की और अपने खूबसूरत दूधों को नंगा करके दायें बायें हरकत देने लगीं। आह्ह.. 4-5 झटकों के बाद […]

अमेरिकन लण्ड वांट्स देसी चूत चुदाई -1

फिर उन्होंने एक कदम और आगे बढ़ाया और अब दोनों ने एक-दूसरे के लण्ड पर मेरा नाम लिखा और फोटो भेजने लगे। फिर फोटोज से बात वीडियो तक आ गई।

सर्दी की रात में गर्लफ्रेण्ड हो साथ में

थोड़ी देर चुम्बन करने के बाद सोनी ने कहा- मैं मना नहीं कर रही हूँ.. वैसे भी मुझे बहुत ठंड लग रही है.. मैं खुद तुमसे कहने वाली थी कि इस सर्दी में मुझे गर्म कर दो और जो करना है कर लो।

मोनिका और उसकी मॉम की चुदने को बेकरार चूत -3

वो पेट के बल लेट कर पढ़ रही थी। उसके चूतड़ ऊपर थे, तब उसने वही टी-शर्ट और कैपरी पहन रखी थी। मैं उसकी गाण्ड की दरार में उंगली घुमाने लगा।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-9

पप्पू- हम आपका बेवकूफ़ नहीं बना रहे चचा... सच... अभी कुछ देर पहले यह मैडम हमारे साथ पूरी नंगी थी उस कमरे में! पप्पू ने बैडरूम की तरफ़ इशारा कर के कहा।

जिस्मानी रिश्तों की चाह -22

उनके गुलाबी मम्मों पर हरी नीली रगों का जाल था और एक-एक रग साफ देखी और गिनी जा सकती थी। आपी ने अंगड़ाई लेने के अंदाज़ में अपनी टाँगें सीधी कीं और पाँव ज़मीन पर टिकाते हुए टाँगों को थोड़ा खोल लिया..

विधवा नौकरानी संग चूत-चुदाई का खेल

जब उसकी नज़र मेरे लंड पर पड़ी.. तो दो-तीन मिनट मेरे लंड को देखने के बाद उसने मुझे आवाज़ लगाई.. जब मैं नहीं जगा.. तो उसको यकीन हो गया कि मैं सो रहा हूँ। उसने मेरे लंड को हाथ में ले कर सहलाना शुरू कर दिया।

मुम्बई से दुबई- कामुक अन्तर्वासना-4

मैं रेनू के पैरों के नाख़ूनों की सफाई भी करता जा रहा था और इतनी करीब से चूत के दर्शन के कारण मेरे तौलिये से बाहर आने को तड़पते लंड ने भी अपनी ऊँचाइयों को छू रखा था।

मोनिका और उसकी मॉम की चुदने को बेकरार चूत -2

मैंने उसकी सलवार भी उतार दी, उसकी पैन्टी उसके चूत के रस से बिल्कुल गीली हो गई थी.. तो देर ना करते हुए मैंने उसकी पैन्टी भी उतार दी… उसकी एकदम चिकनी क्लीन शेव..

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-8

अब एक साथ दो दो लन्ड सलोनी के अंदर थे। पप्पू का लन्ड सलोनी की गांड में और कलुआ का लंड उसकी चूत में! और कमरे में अनवरत असंख्य सिसकारियाँ... अह्ह आअह ओह्ह ऊई आअह्हा आअह्ह

जिस्मानी रिश्तों की चाह -21

यह मेरी ज़िंदगी का सबसे हसीन तरीन नज़ारा था… मेरी आपी.. मेरी वो सगी बहन.. जिसकी हया.. जिसके पर्दे.. जिसकी पाकीज़गी.. की पूरा खानदान मिसालें देता था.. वो मेरे सामने बगैर क़मीज़ के खड़ी थीं… उसके मम्मे मेरी नजरों के सामने थे।

साले की बीवी की गांड में रंग

मैं अपने साले के घर गया तो सलहज अकेली थी. काम करते हुए उसके ऊपर पेंट का डिब्बा पलट गया और सारे शरीर, कपड़ों पर पेंट लग गया. पेंट साफ़ करने के चक्कर में क्या हुआ?

गोवा का बीच और देसी लौंडिया का साथ

मेरी दोस्त गीत और मैं हम दोनों गोवा घूमने गए थे। रात को बीच पर पार्टी चल रही थी, टिकेट लाकर हम दोनों भी पार्टी में शामिल हो गए. उस पार्टी में और उसके बाद क्या हुआ, इस कहानी में!

मोनिका और उसकी मॉम की चुदने को बेकरार चूत -1

मोनिका के जाते ही मैं रसोई में पहुँचा और उसकी माँ को पीछे से पकड़ लिया, उन्होंने साड़ी और बैकलैस ब्लाउज पहना हुआ था। मैं उनको कंधों पर चुम्बन करने लगा और उनके नंगे पेट को सहलाने लगा।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-7

पप्पू ने सलोनी के गांड के छेद पर उंगली फिराई, सलोनी तुरन्त उठी और वो कुछ कहती, इससे पहले ही कलुआ ने उसका मुँह दबा लिया और पप्पू को इशारा किया।

जिस्मानी रिश्तों की चाह -20

आपी सोफे पर कुछ लेटी.. कुछ बैठी सी हालत में ज़मीन पर पाँव फैलाए.. थोड़ी सी टाँगें खुली हुईं और ठीक टाँगों के दरमियान वाली जगह पर सलवार के ऊपर गुलाबी खूबसूरत हाथ.. आपी बिल्कुल परी लग रही थीं।

मेरा गुप्त जीवन- 178

मैं भी धड़ल्ले से बोली- वो मैं सम्भाल लूंगी, तुम बेफिक्र रहो! लेकिन उस रात भाभी को चोदने के बाद तुम मुझको आखिरी बार ज़रूर उसी कमरे में चोदोगे, वायदा करो??

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