जवान कुंवारे लड़के को पटाकर लिया सम्भोग सुख

(Young Boy Sex Kahani)

डेज़ी जैन 2021-08-27 Comments

मैंने यंग बॉय सेक्स का मजा लिया. मेरा पर्स गम हो गया. पड़ोस का एक लड़का मुझे पर्स लौटाने आया तो उससे मेरी दोस्ती हो गयी। मैंने दोस्ती में उसके लंड का मजा कैसे लिया?

यहाँ कहानी सुनें.

हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम दिया है और मेरी उम्र 33 साल है। मेरी हाइट 5 फुट 4 इंच, रंग गोरा, फिगर 33D-30-36 है।
मैं शादीशुदा महिला हूं।

अब मैं अपनी यंग बॉय सेक्स कहानी पर आती हूं जो लॉकडाउन से पहले की बात है।

मेरे पति समुद्री जहाज पर काम करते हैं इसलिए वह 6 महीने या 1 साल में एक बार आते हैं।

मैं घर पर अकेली रहती थी इसी वजह से मैंने खुद को दूसरी चीज़ों में व्यस्त कर दिया।
जैसे कि रोज़ सुबह 7 बजे उठकर और नहाकर 8 बजे जिम जाना, वहां से करीब 10 बजे वापस आना।

उसके बाद नहाकर अपने लिए नाश्ता बनाना, 12 बजे डाइट लेना, 2 बजे डाइट लेना, 4 बजे कॉफी पीना, दोस्तों को, परिवार के सदस्यों को फ़ोन करके बात करना और रात को 8 बजे लास्ट डाइट लेकर करीब 10 बजे सो जाना।

अब मैं मेरा रोज का समय ऐसे ही गुजार लेती थी।

एक दिन मुझे जिम के बाद घर के लिए ख़रीदारी करने मार्केट जाना था।

जैसे ही मैं मार्किट पहुंची तो मैंने देखा कि मेरी पर्स कार में नहीं था और न मेरे जिम बैग में था।
मैंने पुलिस में पर्स खो जाने की कम्पलेंट करवा दी और फिर मैं निराश मन से घर वापस आ गयी।

1 घंटे बाद डोर बेल बजी।
मैंने देखा तो मेरी कॉलोनी का एक लड़का था और उसके हाथ में मेरा पर्स था।

उस यंग बॉय का नाम मोहक था और वो करीब 22 साल का था जो कि हमारे अकाउंटेंट का बेटा था।
मैंने उससे पूछा- मेरा पर्स तुम्हारे पास कैसे पहुंचा मोहक?

वो बताने लगा- जब आप सुबह जिम जा रही थीं तो आपके बैग से निकल गया था। मैंने आपको आवाज भी लगायी मगर आपने हेडफोन लगा रखे थे।

मैंने उसे अंदर बुलाया और पर्स चेक किया।
पर्स में पैसों समेत मेरा सारा सामान वैसा का वैसा था।

मैंने मोहक को थैंक-यू कहा और चाय ऑफर की।
फिर हमने चाय पीते पीते बातें कीं।

मैंने उससे पूछ लिया कि तुम रोज सुबह मेरे जिम के टाइम पर अकेले बैठे रहते हो बाहर … तुम्हारे दोस्त वगैरह नहीं हैं क्या?

वो बताने लगा कि गली के लड़कों से उसकी नहीं बनती।
फिर मैंने उससे कहा- अगर तुम्हें बोरियत हो तो मेरे यहां आ जाया करो। यहां मैं भी बोर होती रहती हूं।

उस दिन वो चला गया।
अगले दिन मोहक खुद मेरे घर आ गया।

फिर मैंने चाय बनायी और पीने लगे।
मुझे याद आया कि मैंने जो पर्स के लिए पुलिस में रिपोर्ट की थी वो मुझे रद्द भी करवानी थी।

मैं मोहक को अपने साथ कार में ले गयी और हमने पुलिस स्टेशन जाकर कम्प्लेंट वापस ले ली।
हम वापस आने लगे तो मैंने मोहक से पूछ लिया- क्या तुम्हें भूख लगी है?

वो बोला- हां, मगर मैं घर जाकर खाना खा लूंगा।
मैंने कहा- होटल में चलते हैं खाने के लिये।
वो कहने लगा कि उसके पास पैसे नहीं हैं।

मैं बोली- मैं तुमसे पैसे देने के लिए नहीं कह रही हूं। बस मेरे साथ चलो। घर में मुझे अकेली को खाना पड़ता है।
वो मान गया।

उसके बाद हम घर आ गये।

अगले दिन जब मैं जिम में जाने लगी तो मैंने देखा कि दो-तीन लड़के मोहक से बातें कर रहे थे।

फिर जब वो मेरे घर आया तो खुद ही वो बताने भी लगा कि आज गली के दूसरे लड़के खुद उससे बात करने आये।

मैंने कहा- ऐसा क्यों?
वो बोला- पता नहीं, जब भी मैं आपके साथ जाता हूं तो वो देखते हैं और फिर अब खुद ही बात करने लगे हैं।

मैं बोली- हां, वो इसलिए ऐसा कर रहे हैं ताकि तुम्हारे जरिये उनको भी मुझसे बात करने का मौका मिले।
वो बोला- हां, शायद ऐसा ही है।

अब मोहक और मैंने एक दूसरे के फोन नम्बर ले लिये थे।
हमारी फोन पर भी बात हो जाती थी।

ऐसे ही दो महीने बीत गये।

28 नवम्बर को मोहक का जन्मदिन था। मैं मोहक को बधाई देने उसके घर गयी तो उसके पापा मुझे मिल गये।
वो हमारे अकाउंटेंट थे तो मुझे देखकर बोले- बेटा तुम यहां कैसे?

मैंने कहा- मैं आपके बेटे को बर्थडे विश करने आई हूं।
वो पूछने लगे कि मैं कैसे मोहक जानती हूं।

उनको मैंने सारी कहानी बताई कि कैसे मेरे पर्स वाला मामला हुआ था।
मैंने कहा कि मोहक बहुत अच्छा लड़का है वर्ना आज के समय में कौन ऐसे पैसों भरा पर्स वापस देता है।

ये सुनकर उसके पापा खुश हो गये, वो बोले- मुझे अभी काम से बाहर निकलना है। मोहक कॉलेज से आता होगा, तुम उसका इंतजार कर लो।
मैं बोली- मैं फिर आ जाऊंगी.
मगर वो जिद करने लगे और कहने लगे कि अपना ही घर समझो।

मैं वहां पर मोहक का इंतजार करने लगी। मैं उसके रूम में गयी तो मुझे वहां एक डायरी मिली जिसमें उसने सिर्फ मेरे बारे में ही लिखा हुआ था। मैं हैरान हो गयी उसे पढ़कर।

उसमें लिखा था- आज मैंने दिया को देखा … बहुत खूबसूरत लग रही थी। बात करना चाहता हूं, पर कैसे करूँ समझ नहीं आ रहा है।
इस तरह से उसने बहुत सारी बातें लिखी थीं। उसमें पर्स वाली बात का जिक्र भी था।

फिर दरवाजा खुलने की आवाज आई तो मैंने वो डायरी रख दी।
बाहर देखा तो मोहक कॉलेज से आया था।

तब मैंने जाकर मोहक को जोर से गले लगाया और बर्थडे विश किया तो उसने भी मुझे गले लगाते हुए थैंक्यू कहा।

मैंने मोहक को बाहर जाकर पार्टी करने के लिए कहा।
हम गये और पार्टी करके आये।
उस दिन हमने खूब मजा किया।

उसके अगले दिन मोहक मेरे घर आया तो उस वक्त मैंने लाल रंग की साड़ी गहरे गले के ब्लाउज के साथ पहनी थी।
उसकी कमर भी काफी खुली थी।

मोहक मुझे देखता ही रह गया।
मैंने कहा- क्या देख रहे हो?
मोहक ने कहा- आप बहुत खूबसूरत लग रही हो।

फिर हम चाय पीने लगे।

मैंने फिर जानबूझकर चम्मच नीचे गिरा दी।
जब मैं नीचे झुकी तो पल्लू गिर गया और मेरे बूब्स काफी नंगे दिखने लगे।
यंग बॉय सेक्स मोहक मेरी अधनंगी चूचियों को देखता रह गया। मैं जान गयी थी कि वो सेक्स चाहता है.

मैंने फिर शर्माते हुए साड़ी का पल्लू सही किया और उससे पूछा- कुछ और लोगे क्या?
वो बोला- नहीं।
उस दिन वो चला गया।

अगले दिन जब मैं उसके घर बहाने से गयी तो मैंने उसकी डायरी को पढ़ा।

उसमें उसने साड़ी वाली बात का जिक्र भी किया था; लिखा था- आज मैंने दिया का पल्लू नीचे गिरा हुआ देखा। मेरी पैंट में कुछ महसूस हुआ मुझे। बहुत अच्छा लगा लेकिन मैं दिया को कुछ नहीं बोल पाया कि कहीं वो बुरा न मान जाये। मैं उसकी दोस्ती खोना नहीं चाहता हूं।

अब मुझे पता चल गया कि मोहक के मन में मेरे लिए कुछ भी गलत भावना नहीं है।

अगले दिन वो मेरे घर आया तो मैंने त्वचा के रंग के जैसी साड़ी पहनी हुई थी।
वो मेरे गोरे बदन पर खूब जंच रही थी।

उस दिन मोहक मुझे एकटक देखता रह गया।
मैं जानती थी कि वो मुझे बहुत पसंद करता है।

फिर मैंने उसको मेरे साथ डांस करने के लिए बोला।
हम दोनों डांस करने लगे।

मैंने उसका हाथ कमर पर रखवा लिया।
वो थोड़ा हिचक रहा था मगर मैंने बोल दिया कि मुझे अपनी दोस्त समझो! चाहो तो गर्लफ्रेंड भी बना लो।

इस बात पर वो हंसने लगा।
मगर मैंने देखा कि मेरी कमर पर हाथ रखने से उसकी पैंट में कुछ उठने लगा था।
मैं जान गयी कि वो गर्म हो रहा है।

वो ज्यादा घबराने लगा तो मैंने उसे छोड़ दिया और वो अपने घर चला गया।
अब मैं भी उस यंग बॉय से सेक्स का मजा लेना चाह रही थी। वो जवान था और मुझे बहुत दिनों से सेक्स का मजा नहीं मिला था।

अगले दिन जब उसके आने का समय हुआ तो मैं नहाकर आयी थी।
मैंने काले रंग की साड़ी पहनी थी और उसमें पैडेड ब्लाउज था।

मैं अपने रूम में तैयार हो रही थी तो मैंने मोहक को अंदर ही बुला लिया।

मैंने उससे मेरे ब्लाउज की एक खुली हुई डोरी बांधने को कहा।
वो मेरे पास आकर डोरी बांधने लगा।

फिर मैंने शीशे में देखते हुए उससे पूछा- मोहक, आज मैं तुम्हें कैसी लग रही हूं?

वो बोला- बहुत ही ज्यादा खूबसूरत … ऐसा लग रहा है कि जैसे मैं कोई सपना देख रहा हूं।
मैं बोली- तो इस सपने को तुम हकीकत बनाना नहीं चाहोगे?
वो बोला- मैं समझा नहीं?

फिर मैं उसको बेड की ओर ले गयी और उसे नीचे लिटाकर उसके होंठों पर होंठ रखकर चूमने लगी।
एक बार तो वो हैरान हुआ मगर जैसे ही मैंने उसकी शर्ट में हाथ डालकर उसकी छाती को सहलाना शुरू किया तो उसकी आंखें बंद होने लगीं।

अब वो भी मेरे होंठों को चूसने का मजा लेने लगा।
वो मुझे जोर जोर से किस करने लगा और मैं धीरे धीरे मदहोश होने लगी थी।

मोहक ने मेरी साड़ी का पल्लू नीचे हटाया और दोनों हाथों से मेरी कमर पकड़ कर मुझे किस करने लगा।

ऐसा लग रहा था कि मोहक को इस पल का इंतजार बहुत दिनों से था। वो इस तरीके से मुझे चूम रहा था जैसे उसने बरसों इंतजार किया हो।

धीरे से वो किस करते करते अपने हाथ मेरी पीठ पर ले गया और मेरे ब्लाउज के हुक खोल दिये।
फिर उसने मेरा ब्लाउज खोला तो मेरे गोरे और मोटे बूब्स देखकर वो पागल सा हो गया। वो उन पर टूट पड़ा और जोर जोर से दबाते हुए उनको चूसने लगा।

मोहक अपने दोनों हाथों से मेरे बूब्स मसल रहा था और बीच बीच में मुझे किस किये जा रहा था।

फिर हम उठे और मोहक ने अपनी शर्ट उतार दी।
उसने मेरी साड़ी खोली और पेटीकोट भी खोलकर मुझे केवल पैंटी में छोड़ दिया।

मैं आज एक जवान लड़के के सामने नंगी चूचियां लिये केवल पैंटी में खड़ी थी।
अब मैंने भी मोहक की जीन्स खोल दी और उसका अंडरवियर भी उतार दिया।

उसका लंड एकदम से तना हुआ था। मैंने मोहक को बेड पर धकेला और उसके लंड को हाथ में लेकर हिलाने लगी।
वो मजे से आह्ह आह्ह … करके सिसकारने लगा।

फिर मैंने उसका लंड मुंह में ले लिया और चूसने लगी।
वो आंखें बंद करके अब किसी और ही दुनिया की सैर करने लगा।
मैं भूखी शेरनी के जैसे उसके लंड को खा रही थी।

कई मिनट मैंने उसका लंड चूसा और बाहर निकाल कर मैं बोली- अब तेरी बारी है।
मैं उसके सामने लेट गयी।

उसने मेरी पैंटी खींचकर उतारी और मेरी चूत को चाटने लगा।
मैं भी मदहोश होने लगी और सिसकारते हुए कहने लगी- आह्ह मोहक … आह्ह … और जोर से चूसो … आह्ह चाटते रहो।

कई मिनट तक वो मेरी चूत में जीभ और उंगली चलाता रहा।

फिर वो मेरे निप्पलों पर टूट पड़ा। उनको उंगलियों में भींचने लगा। कभी गर्दन तो कभी होंठों को चूमने लगा।
मैं अब रुक नहीं सकती थी।
मैं बोली- कर दे मोहक अब … अब चोद दे।

उसने अपना गर्म लोहे जैसा लंड मेरी चूत पर रखा और धक्का लगाते हुए अंदर घुसा दिया।

मेरी चूत में लंड गया तो मेरी चीख निकल गयी। उसका लंड काफी मोटा और बड़ा था।
मैं किसी तरह दर्द को बर्दाश्त करने लगी।

फिर उसने दूसरा झटका दिया और आधा लंड चूत में घुसा दिया।
तीसरे झटके में उसने जैसे मेरी जान ही निकाल दी।
मैं दर्द के मारे छटपटा गयी।

उसका लंड मेरी चूत में जैसे फंस गया था। मेरे पसीने छूटने लगे।

फिर वो मेरे होंठों पर होंठ लगाकर किस करने लगा।
मैं भी उसको चूमने लगी।

कुछ देर बाद मेरा दर्द कम हो गया और मैंने उसकी कमर पर टांगें लपेट लीं।

अब उसने धीरे धीरे धक्के मारना शुरू किया और मेरे बदन से चिपक कर मुझे चोदने लगा।

कुछ ही देर में मैं सिसकारियों से भर गयी- ओह्ह बेबी … जोर जोर से ले लो मेरी … मेरी चूत ले लो … आज रुकना मत … चोदते रहो माय लव!
मोहक से चुदकर मुझे इतना मजा आ रहा था कि मैं बता नहीं सकती।

कुछ देर चोदने के बाद उसने मुझे डॉगी स्टाइल में कर लिया और पीछे से मेरी कमर को पकड़ कर मेरी चूत में अपना लंड एक जोर के धक्के के साथ पेल दिया।

उसके धक्कों की स्पीड बढ़ी तो मेरी सिसकारियां भी बढ़ गयीं- आह्ह … आह्ह … आईई … आह्ह … फक … आह्ह … फक मी … आह्ह … चोद दो।

चुदाई की स्पीड इतनी बढ़ गयी कि मेरी चूत जैसे फटने लगी।
फिर हम मिशनरी पोज में आ गये।
उसने आगे से मेरी चूत में लंड पेला और मेरे ऊपर लेटकर चोदने लगा।

अब मैंने उसको कसकर अपने बदन से चिपका लिया। मन कर रहा था कि उसके लंड को चूत से निकलने ही ना दूं।

हम दोनों चरम सीमा पर आ चुके थे।

इतने में ही मेरे बदन में जोर की अकड़न हुई और मेरी चूत से ढेर सारा पानी छूटने लगा।
वो भी अब छूटने वाला था; वो बोला- दिया … क्या करूं … जल्दी बोलो?

मैं बोली- तुम अंदर ही निकालो, तभी मुझे पूरी शांति मिलेगी।
इतना सुनकर उसने तीन चार शॉट पूरी ताकत से लगाये और वो मेरे ऊपर निढाल होकर गिर गया।

मोहक के लंड को मैंने चूत में जोर से भींच लिया और उसके लंड का सारा रस निचोड़ कर अंदर जाने दिया।
बहुत दिनों के बाद मुझे यंग बॉय सेक्स में ऐसी संतुष्टि मिली थी।

उसके बाद हम एक घंटे तक एक दूसरे चिपके हुए लेटे रहे।
मैंने उसको बहुत प्यार किया और उसने भी मुझे प्यार किया।

उस दिन के बाद हम गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड बन गये।

इतना होने के बाद फिर मोहक ने न जाने कैसे कैसे मेरी चुदाई की।
वो सब कहानियां मैं आपको आने वाले समय में बताऊंगी।

मेरी चूत चुदाई की यह यंग बॉय सेक्स कहानी आपको कैसी लगी मुझे इस बारे में जरूर लिखना। यह मेरी पहली कहानी है तो कहानी पर कमेंट में भी अपना रेस्पोन्स जरूर लिखें।
मेरा ईमेल आईडी है [email protected]

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