रिश्तों में वासना का खेल- 3
(Xxx Mom Porn Kahani)
Xxx मॅाम पोर्न कहानी में मेरी मौसी के बेटे, जो अपनी माँ को चोदता है, ने मुझे मेरी की चुदाई की वीडियो दिखाई जिसमें वे हमारे पड़ोस के 3 लड़कों से एक साथ चुद रही थी.
फ्रेंड्स, मैं राज एक बार पुनः अपनी सेक्स कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.
कहानी के द्वितीय अंक
मौसी की बेटी घर आकर चुद गयी
में अब तक आपने पढ़ा था कि अरुण ने मुझे फोन पर बात करते हुए बताया था कि वह अपनी मम्मी यानि मेरी मौसी को चोद रहा है.
उसी वक्त मौसी की भी चुदासी आवाज आई और उन्होंने भी मुझसे चुदाई करने के लिए कहा.
मैंने फोन काट दिया और पार्क में बैठा हुआ ही इसी मुद्दे पर सोच विचार करने लगा.
तभी एक लड़का मेरे पास आया.
अब आगे Xxx मॅाम पोर्न कहानी:
वह लड़का मुझसे उम्र में काफी छोटा था.
लड़का बोला- भैया, हमारे पास एक खिलाड़ी कम पड़ रहा है. आप भी चलिए न खेलिए हमारे साथ!
मैं उन तीनों के साथ खेलने लगा. मैं इन तीनों से हमेशा मिलता हूँ. ये मेरे आस पड़ोस के छोटी उम्र के जवान लड़के हैं.
कुछ देर खेलने के बाद मैं अपने घर चला गया.
मेरे घर में पूरा सन्नाटा था.
घर में मुझे मम्मी कहीं दिखाई नहीं दे रही थीं.
मैं उनके कमरे की ओर गया और दरवाजा खोला.
वे कमरे में पेटीकोट पहने हुई खड़ी थीं और काली ब्रा को हाथ में पकड़े हुई अपनी चूचियों को नग्न की हुई खड़ी थीं.
अचानक से मैंने दरवाजा खोल दिया था तो मम्मी मुझे देखकर शर्मा कर घूम गईं और ब्रा को पहनने लगीं.
मैंने पहली बार मम्मी के बूब्स देखे थे.
उनके बूब्स बिल्कुल मौसी के जैसे बड़े गोल और तने हुए थे.
मेरी मम्मी थोड़ी मौसी से ज्यादा भरी हुई हैं तो उनके बूब्स भी बड़े लगते हैं.
मैं वहीं खड़ा रहा.
मम्मी फिर से घूम गईं और मुझे देख कर बोलीं- मुझे लगा तुम बाहर चले गए हो!
मैं- हां, मैं बाहर ही था. अभी लौटा हूँ.
मम्मी- तुमने तो एकदम से आकर मुझे डरा ही दिया.
मैं- आप कहीं जा रही हैं क्या? आप इस समय कपड़े क्यों बदल रही हैं?
मम्मी- मैं एक्सरसाइज कर रही थी और मुझे बहुत पसीना आ गया था. इसी लिए मैं कपड़े उतार कर थोड़ी हवा ले रही थी.
अब मम्मी ने ब्रा पहन ली थी और वे निसंकोच मेरी तरफ घूम गईं.
मम्मी ने अपने पेट को दिखाते हुए कहा- देखो, मैं थोड़ी मोटी हो गई हूँ न!
मैंने मम्मी के बदन को बहुत बार देखा है.
इन दिनों मेरे साथ जो हो रहा था और मुझे जो मेरी मम्मी के बारे में बोला जा रहा था, उससे मम्मी को इस रूप में देख कर मेरे मन में कुछ होने लगा था.
मम्मी के गोरे भरे बदन पर वह काली ब्रा और पसीने से भीगा उनका पेट, बूब्स बहुत मादक लग रहे थे.
मैंने मम्मी की बात का कोई जवाब नहीं दिया.
वे खुद ही बोलीं- अच्छा, मैं बाजार जाने वाली हूं. घर में खाने को कुछ नहीं है … तुम्हें कुछ चाहिए?
तभी मोबाइल में एक मैसेज आया.
मैंने मोबाइल निकाल कर देखा तो वह अरुण का मैसेज था.
उसने एक लिंक भेजा था.
उसे देख कर मैंने मम्मी से ‘कुछ नहीं चाहिए’ कहा और हॉल में चला गया.
मैंने लिंक खोला तो एक वीडियो आ गई.
मैंने अपने जेब से ईयर फोन निकाले और कान में लगा कर डाइनिंग टेबल पर बैठ गया.
तभी मम्मी हॉल में आ गईं.
वे सलवार सूट में थीं.
मम्मी- तुम्हें रात में क्या खाना है?
मैं- कुछ भी बना देना, मैं खा लूंगा.
मम्मी- अच्छा, मैं जा रही हूँ.
उनके जाते ही मैंने वीडियो को चलाया.
वीडियो में मम्मी का चेहरा दिखा.
वे बड़े कामुक रूप से कह रही थीं- अब मुझे आगे क्या करना है?
मैं सन्न होकर कर देखने लगा.
वीडियो बनाने वाले ने कैमरा पीछे किया तो मुझे मम्मी की पूरा शरीर दिखने लगा.
मम्मी बिना कपड़ों के अपने दोनों पैरों के घुटनों को आगे की ओर मोड़ कर नंगी बैठी हुई थीं.
उनकी बड़ी बड़ी चूचियां, थुलथुल पेट और मोटी जांघ को देखने से ही मेरा लंड टाइट हो गया.
मम्मी मुस्कुरा रही थीं.
उनके पीछे तीन नंगे लड़के खड़े थे जिनका केवल लंड दिख रहा था.
तभी एक आवाज आई- तुम देख रहे हो ना राज?
अरुण उसमें कहीं दिखाई नहीं दे रहा था.
लेकिन यह आवाज अरुण की ही थी.
मम्मी मुस्कुराती हुई कह रही थीं- तुम्हारे घर से जाने के बाद ये लड़के मुझे रंडी की तरह चोदते हैं. मुझे माफ कर दो राज!
अरुण की आवाज- देखो राज, तुम्हारी मम्मी अपने किए की माफी मांग रही हैं. तुम उन्हें माफ कर देना.
उसमें से एक लड़का बोला- तुम चिंता मत करो राज भैया, हम सब मौसी को अच्छे से चोदते हैं, उन्हें बहुत मजा देते हैं.
मम्मी- इन तीनों के अलावा मैं और भी मर्दों से चुदती हूँ. वे भी मुझे बहुत मजा देते है. इसके लिए भी माफ कर देना!
मुझे इस सब भरोसा नहीं हो रहा था कि मम्मी ये सब क्या कर रही हैं. वे अपने आप को रंडी बोल रही हैं.
मैंने कभी नहीं ऐसा सोचा था कि मैं अपनी मम्मी का यह रूप भी देखूंगा.
एक लड़का मम्मी की मुँह की तरफ करके खड़ा हो गया.
मम्मी घोड़ी बन कर उसके छोटे से लंड को चूसने लगीं.
लंड चुसाने वाला लड़का बोला- अरुण ने पहले इसके लिए मुझसे सबसे पहले कहा था.
दूसरा लड़का बोला- तुम तो ऐसे बोल रहे हो, जैसे तुमसे अकेले से ही पूछा था. उसने हम सभी को पूछा था.
लंड चूसते हुए मम्मी बोलीं- तुम लोग कुछ नहीं हो. बस लंड वाले खिलौने हो.
पहला लड़का- रंडियां अपने मालिक से बहस नहीं करती हैं.
मम्मी ने पहले लड़के का छोटा लंड पूरा अपने मुँह में ले लिया.
उसका लंड बिल्कुल नहीं दिख रहा था.
तीसरा लड़का- मौसी, आप तो बहुत भूखी हो!
तीसरे लड़के ने मेरी मम्मी के पीछे जाकर उनकी चूत में अपना छोटा लंड पेल दिया और वह मम्मी को धकाधक चोदने लगा.
पास में खड़े दूसरे लड़के का लंड मम्मी एक से हाथ से हिलाने लगीं.
चूत चोद रहा तीसरा लड़का बोला- मेरे लंड को निचोड़ रंडी … आह साली …जल्दी जल्दी चूत से चूस न!
मम्मी पूरी गर्मी से बोलीं- हां साले मैं निचोड़ूँगी तुम्हारे लंड को अपनी चूत से … आह पूरा चबा जाऊंगी.
लंड चुसाने वाला पहला लड़का बोला- राज भैया, जब आप घर नहीं होते हैं, तो आपकी मम्मी बहुत मजा करती हैं.
उनकी चूत चोद रहा तीसरा लड़का बोला- हर समय लंड से चुदने के बाद भी आप की चूत इतनी टाइट कैसे है मौसी?
दूसरा लड़का- सोनू, मौसी से अच्छे से पेश आओ.
मैं यह सब ध्यान से देख रहा था.
जब मैं हॉस्टल में रहता हूँ तो उस वक्त मम्मी यह सब करती हैं … और ये लड़के मेरे आस पड़ोस के लड़के हैं, जिनसे मैं रोज मिलता हूँ, उनके साथ खेलता हूँ.
ये भोले भाले से दिखने वाले लड़के मेरी मम्मी को कितनी बुरी तरह चोद रहे थे … इसका मुझे अंदाजा भी नहीं था … और मेरी मम्मी भी बिना किसी हिचकिचाहट के कितने मजे से चुद रही थीं जैसे सच में वे एक चालू रंडी हों.
अगले सीन में मेरी मम्मी बिस्तर पर कुतिया बनी थीं.
पहला लड़का जो उनको लंड चुसा रहा था, वह अब Xxx मम्मी की पीछे से चूत चोदने लगा.
दूसरा लड़का, जिसका लंड मम्मी हाथ से हिला रही थीं, वह उनके मुँह के सामने लेट गया और सामने से ही अपना लंड चुसाने लगा.
तीसरा कहीं दिख नहीं रहा था.
पहला लड़का मम्मी की चूत चोदते हुए बोला- क्या बात है मौसी, आप कुछ बोल नहीं रही हैं. क्या आपको राज भैया के लिए बुरा लग रहा है?
उसने मम्मी के बाल पीछे से खींचे और बोला- कोई बात नहीं मौसी, आप कैमरे में देख कर माफ़ी मांग लो.
मम्मी का चेहरा बड़ा सा दिखने लगा.
उनके चेहरे पर माल गिरा था, बाल बिखरे थे, लिपस्टिक उनके होंठों से चारों तरफ फैल गई थी.
वे कामुक सिसकारियां ले रही थीं ‘आह उम्म्म्म’
मम्मी ने जोर से कहा- मुझे माफ कर दो राज, तुम्हारी मम्मी एक चुदक्कड़ औरत है.
तीसरा लड़का आया और उसने मम्मी को पीठ के बल लेटा दिया.
फिर मम्मी के गले को दोनों हाथ से पकड़ कर मम्मी के मुँह को चोदने लगा.
पहला लड़का मम्मी की चूत चोदे जा रहा था.
तीसरा लड़का- मौसी आप मेरे लंड को बहुत जोर से चूस रही हो!
तीसरे लड़के ने मम्मी के मुँह से अपना लंड निकाला और अपने हाथ से हिलाने लगा.
मम्मी- राज, मैं यह सब रोज करती हूँ.
तभी तीसरा लड़का झड़ने लगा.
उसने सारे माल को मम्मी के चेहरे पर गिरा दिया.
मम्मी- ये लड़के मुझे रोज अपना माल पिलाते हैं.
इसके बाद कैमरा मम्मी के चेहरे से उनकी चूत की ओर चला गया और उनकी चूत दिखने लगी.
उनकी चूत से माल निकल रहा था.
पहले लड़के ने मम्मी की चूत को अपने हाथ से फैला कर कहा- देखो अरुण भैया जैसा तुमने कहा था, हमने मौसी की चूत को अपनी रबड़ी से भर दिया.
वे तीनों फिर से मम्मी की चोदने लगे.
ये सब देख कर मुझे अपने आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था कि मेरी मम्मी ऐसी बन गई हैं.
वे मुझसे भी छोटी उम्र के लड़कों से खुशी खुशी चुदवा रही हैं.
वह भी उस अरुण के कहने पर!
तभी मैंने बाहर मम्मी की आवाज सुनी तो मैंने तुरंत मोबाइल बंद किया.
मम्मी- मैं आ गई बाजार से … अरे राज तुमको इतना पसीना क्यों आया हुआ है?
मैं- कुछ नहीं मैं ठीक हूँ.
मम्मी- अच्छा ये देखो, मैं तुम्हारे लिए मीट लाई हूँ.
यह बोल कर वे किचन में चली गईं.
मैंने जो देखा और जाना मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था.
मैं बाहर घूमने लगा और इस बारे सोच रहा था.
तभी मुझे वह वीडियो वाले तीनों लड़के दिखे.
वे सब पार्क में खेल रहे थे और मुझे भी हाथ हिला कर बुला रहे थे.
पर मैंने कुछ नहीं देखा.
उसके बाद मैं उनकी तरफ नहीं देख पा रहा था.
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा. इस समय मैं केवल सोना दीदी से ही कुछ पूछ सकता हूँ.
वही है, जो मुझे कुछ बता सकती है.
वीडियो वाली घटना के बाद हर दिन मुझे अरुण एक वीडियो भेजता था.
जिसमें मम्मी किसी ना किसी से चुद रही होती थीं और उनकी चुदाई देख कर मैं इतना गर्म हो जाता था कि मुझे मुठ मारना पड़ता था.
एक दिन मैं घर में अकेला था, मम्मी काम पर गई थीं.
तभी अचानक दरवाजे की घंटी बजी.
मुझे लगा कि ये मम्मी हैं. वे कभी कभी घर दोपहर में ही आ जाती हैं.
मैंने दरवाजा खोला तो बाहर अरुण खड़ा था.
उसे देखकर मेरा पारा गर्म हो गया.
मैं गुस्से में बोला- तुम यहां क्या करने आए हो?
अरुण अन्दर घुस गया और हॉल में जाकर सोफे पर बैठ गया.
मैं उसके पास आ गया.
अरुण- तुम इतने गुस्सा क्यों हो? और मैंने जो वीडियो भेजा था, उसे देखकर तुम्हें मजा नहीं आया क्या?
मैंने गुर्रा कर सिर्फ ना कहा.
अरुण- मैं अपने मुँह से अपने भाइयों और बहनों की बुराई नहीं करता, पर तुम्हें जान लेना चाहिए कि मेरी मम्मी और तुम्हारी मम्मी एक ही खेत की मूली हैं.
मैं- क्या … यह तुम किस तरह की भाषा बोल रहे हो?
अरुण- लगता है तुमने दीदी से बात की है. मैं बता दूँ तुम्हें कि उसकी बात का भरोसा नहीं करना चाहिए … और हां तुम्हारी मम्मी भी तुमको धोखा दे रही हैं … और देना भी गलत नहीं है. जो सुख तुम्हें देना चाहिए, वह तुम नहीं दोगे … तो वे बाहर दूसरो मर्दों के पास जाएंगी ही!
मैंने अपना हाथ टेबल पर पटक कहा– क्या बकवास कर रहे हो तुम? मुझे साफ साफ बताओ तुम क्या चाहते हो?
अरुण मुस्कुराता हुए बोला- अब ठीक है, तुम बैठो … मैं तुमको सब बताता हूँ.
अरुण ने जो सुनाना शुरू किया वह मैं उसी के शब्दों में लिख रहा हूँ.
ये सब तब शुरू हुआ, जब तुम्हारे पापा को गुजरे कुछ दिन हुए थे. तुम भी हॉस्टल जा चुके थे.
तुम्हारी मम्मी ने मुझे यहां कुछ दिन रुकने को कहा था, तो मैं तुम्हारे यहां रुका हुआ था.
एक रात मैं सोया था, मुझे सिसकारियों की आवाज सुनाई दे रही थी.
ये सिसकारियां मौसी के कमरे से आ रही थीं.
अन्दर क्या हो रहा है, देखने के लिए मैंने दरवाजा थोड़ा खोला और अन्दर देखने लगा.
वहां अन्दर मौसी तुम्हारे पापा के हार लगे फोटो नीचे फर्श पर खड़ा रख कर फोटो के सामने लेट कर अपनी टांगों को फैला कर अपनी चूत में उंगली कर रही थीं और अपने बूब्स दबा रही थीं.
मौसी बोल रही थीं- क्या करूं जानू … अब मैं अपनी इस जवानी का क्या करूं! तुमने मुझे चोद चोद कर लंडखोर रंडी बना दिया है. तुम कैसे मर सकते हो … आह आह देखो आज मेरी चूत बिना तुम्हारे लंड के झड़ रही है.
वे रोती हुई झड़ने लगीं.
वे इतनी जोर से झड़ीं कि उनकी चूत के पानी के छीटें तुम्हारे पापा की फोटो पर चले गए.
मैं समझ गया था कि मौसी को लंड की सख्त जरूरत है और वे अपने आप को ज्यादा नहीं रोक पाएंगी. अगर मुझे उनकी चूत चाहिए तो मुझे बस चुदाई का माहौल बनाने की जरूरत थी.
मौसी झड़ने के बाद भी चूत में उंगली कर रही थीं- आह आह जानू … आओ मुझे चोदो … मुझे गाली दो … मेरी बेइज्जती करो … प्लीज!
इतना कह कर मौसी रोने लगीं.
यह सब मैंने अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया.
उसके बाद मैं मौसी को उस वीडियो को दिखा कर पेलने लगा.
मैं इसी सोफे पर बैठ कर टीवी में पोर्न लगा देता और मौसी को नंगी होकर वीडियो देखती हुई अपनी चूत में उंगली करने को कहता … तब मैं अपना लंड बाहर निकाल देता और मौसी मेरे खड़े लंड को देख कर अपनी चूत में उंगली करती रहतीं.
मैं (अरुण)- मौसी, आप मेरे लंड को घूरे जा रही हैं. क्या ये आपको चाहिए?
दीपा मौसी- नहीं, मुझे तुमसे कुछ नहीं चाहिए … मैं ये बस इस वीडियो की वजह से कर रही हूँ.
मैं (अरुण)- मैंने मौसी के साथ कभी जबरदस्ती नहीं की. मैं बस उनके अन्दर की कामुक इच्छा को बाहर लाना चाहता था.
जब मैंने देखा कि इस तरह से काम नहीं बन रहा है, तो मैंने अपनी मम्मी से मदद मांगी और उनको बुलाया.
एक दिन हम दोनों यहीं सेक्स कर रहे थे. मैं तंग आ गया था क्योंकि मौसी अपनी काम इच्छा को बाहर नहीं निकाल रही थीं. वे बस बैठ कर अपनी चूत में उंगली करती रहती थीं.
मैं खड़ा हुआ और उनके सामने खड़ा होकर अपना खड़ा लंड उनकी नाक पर रगड़ने लगा.
मैं बोला- ये अच्छा है ना मौसी … इसकी गंध को लीजिए.
दीपा मौसी अपनी आंखें बंद करके मुस्कुराने लगीं और अपनी नाक मेरे लंड पर रगड़ने लगीं.
उन्होंने अपनी उंगली करना भी तेज कर दिया.
मुझसे भी रहा नहीं गया और मैंने अपना माल मौसी के मुँह पर गिरा दिया.
फिर मैं अपना चेहरा मौसी के पास ले गया और बोला- मैं बस नहीं चाहता कि आप मेरी बहन जैसी बनो. जो अपनी अन्तर्वासना को दबा कर रखे.
तभी मेरी मम्मी (सुमन) आ गईं, वे पूरी तैयारी के साथ आई थीं.
उन्होंने बस एक पैंटी और गले में पट्टा पहना था.
मेरी मम्मी बोलती हुई मेरे पास आने लगीं- क्या हुआ दीपा, तुम मेरे बेटे के लंड ले क्यों नहीं रही हो. अरुण का लंड ले लो और अपनी चूत की आग को शांत करो. जिस तरह तुम अपने पति का लंड मुझसे से बांटती थीं. वैसे मैं भी अपने बेटे का लंड तुमसे बांट सकती हूँ. अब तुम्हारा बस एक ही काम है. राज को अच्छे से बड़ा करना और उसके साथ अपनी जवानी का मजा लूटना. मैं जानती हूँ कि तुम अपने पति से बहुत प्यार करती थीं और इसीलिए तुम किसी से नहीं चुद रही हो. बाकी तुम तो मुझसे भी बड़ी चुदक्कड़ हो. भूल जाओ अपने पति को और जिंदगी में आगे बढ़ो.
मेरी पोर्न मम्मी मेरे लंड को चाटती हुई बोलीं- देखो, यह कितना अच्छा लंड है.
मैं सोफे पर बैठ गया और मेरी मम्मी मेरा लंड चाटने लगी थीं.
दीपा मौसी बड़ी हैरानी के साथ हम दोनों यह सब करते हुए देख रही थीं- सुमन दीदी, आप अपने बेटे के साथ ऐसा कैसे कर सकती हैं?
मेरी मम्मी बोलीं- क्यों नहीं कर सकती … जब मैं अपनी आग शांत करने के लिए तुम्हारे साथ मिलकर तुम्हारे पति के लंड से चुद सकती हूँ, तो ये तो मेरा बेटा है. इसके साथ चुदने में तो मुझे और भी मजा आता है.
अब अरुण मुझसे बोला- तुम्हें बता दूँ कि जब तुम्हारे पापा जिंदा थे तो वे मेरी मम्मी और तुम्हारी मम्मी को एक साथ चोदते थे.
उधर वीडियो में मौसी मेरी मम्मी से कह रही थीं- दीपा तुम अपने बेटे कब से चुदवा रही हो?
मेरी मम्मी ने कुछ नहीं बोला.
अरुण की मम्मी ने कहा कि जबसे मेरे लंड पति ने मेरी चूत को विधवा किया तो मैं अपने बेटे के लंड से चुदने लगी तो इसने मुझे फिर से सुहागन कर दिया. पर तुमको अगर अपने बेटे के साथ ये सब करना गलत लगता है, तो तुम भी मेरे बेटे अरुण को अपना सहारा बना लो.
यह कहती हुई मम्मी अपने मेरे के लंड को चाटे जा रही थीं.
मेरी मम्मी सुमन ने कहा कि मां बेटे के बीच चुदाई कितनी कमाल की होती है. देखो दीपा, अरुण का लंड कितना स्वादिष्ट है!
मेरी मम्मी अपनी जीभ से मेरे टोपे के साथ खेलने लगीं.
दोस्तो, मेरा मौसेरा भाई अरुण अपनी मम्मी यानि मेरी मौसी सुमन के साथ चुदाई की कहानी सुना रहा था और मेरा दिमाग खराब होता जा रहा था.
हालांकि उसकी रसभरी बातों से मेरे बेदिमाग लंड में तनाव आता जा रहा था.
इस Xxx मॅाम पोर्न कहानी को मैं अगले भाग में जारी रखूँगा, आप अपने मेल मुझे जरूर भेजें.
धन्यवाद.
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Xxx मॅाम पोर्न कहानी का अगला भाग: रिश्तों में वासना का खेल- 4
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