चुदास से तड़पती भाभी को जमकर चोदा
(Padosan Jawan Xxx Kahani)
पड़ोसन जवान Xxx कहानी में पड़ोस की लड़की को वीडियो बनाती देखा तो मैं उसे चोदने की चाह रखने लगा. उसने मेरा खडा लंड भांप लिया और मुस्कुरा दी. उसके बाद उसकी चुदाई कैसे हुई?
दोस्तो, मैं आपकी रिया … एक बार फिर से एक नई कहानी के साथ हाजिर है.
यह सेक्स कहानी मुझे मेरे एक सौरभ नामक युवक ने भेजी थी.
उन्होंने मुझे लिखा था कि वे अंतर्वासना के बहुत बाद फैन हैं और उनकी सुबह अंतर्वासना के साथ ही होती है.
वे काफी लंबे समय से अंतर्वासना के नियमित पाठक भी रहे हैं पर कहानी लिखना नहीं जानते हैं.
इसलिए उन्होंने अपनी कहानी मुझे भेजी और कहा कि मैं अपने हिसाब से इसको लिख कर अंतर्वासना में पब्लिश करने के लिए भेज दूं.
अब आगे की पड़ोसन जवान Xxx कहानी मुझे भेजने वाले सौरभ की जुबानी सुनिए.
यह बात उन दिनों (2020) की है जब मैं अपने मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने के लिए राजस्थान आया था.
मैं अपने चचेरे भाई के साथ फ्लैट लेकर रहने लगा.
फ्लैट में 2 कमरे और एक रसोईघर था.
हम दोनों अपने अपने कमरे में रहते थे और अपनी पढ़ाई किया करते थे.
दोपहर का समय था, मैं अपने कमरे में कुर्सी टेबल पर बैठ कर पढ़ाई कर रहा था.
अचानक से मेरे कमरे के बाहर हॉल में कुछ शोर सुनाई दिया.
मैंने जैसे ही खिड़की से झांका तो पाया कि एक 26-27 वर्ष की शादीशुदा लड़की शॉर्ट वीडियो बना रही है.
उस लड़की का बदला हुआ नाम रोमा रख लेते हैं.
रोमा का चेहरा ज्यादा आकर्षक तो नहीं था परंतु शरीर काफी गुंदाज था.
उसके दूध और गांड के उभार किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित करने में सक्षम थे.
मैं टकटकी लगाकर उसके मम्मों को देखता रहा.
चूंकि मेरी उम्र 19 वर्ष थी इसलिए इतनी कम उम्र में मुझे इस प्रकार के नजारा देखने का मौका अभी तक लगभग नहीं ही मिला था.
मैं उसके शरीर की जितनी भी तारीफ करूं, मेरे हिसाब से वह कम है.
मुझे शरीर की माप का ज्यादा ज्ञान तो अभी तक नहीं है और ना ही उस समय था.
परंतु मैं अभी के ज्ञान के आधार पर बताना चाहता हूं कि उसकी फिगर 32-28-34 की रही होगी.
वह एकदम कट्टो माल़ लग रही थी.
मैं बस उसकी उभरी हुई गांड और दूध को देखे जा रहा था क्योंकि गांड व दूध देखने में जो मजा है वह किसी और चीज में बिल्कुल भी नहीं आता है.
रोमा की बूब्स खरबूज जितने बड़े बड़े थे.
वह कुर्ती सलवार में वीडियो बना रही थी.
उसकी ब्रा की स्ट्रिप जो लाल रंग की थी, मुझे साफ साफ दिखाई पड़ रही थी.
मैं अपने लंड को बस सहलाए जा रहा था क्योंकि उस नजारे ने मेरे लंड को खड़ा कर दिया था.
कुछ देर के बाद वह वीडियो बना कर वापस ग्राउंड फ्लोर पर चली गई.
अगले दिन मैं बाजार के कामों से बाहर जाने के लिए ग्राउंड फ्लोर पर जाने के लिए सीढ़ी से उतर रहा था तभी वह नीचे अपने फ्लैट के बाहर वाले बाथरूम के गेट पर नहाने के बाद अंडर गारमेंट्स धो रही थी.
चूंकि उसके फ्लैट के दरवाजे खुले थे तो मुझे वह दिख गई थी।
उसने उस समय नीचे पजामी नहीं पहनी थी, बस ऊपर पीले रंग की कुर्ती पहन रखी थी.
सीढ़ी से उतरते हुए मेरी नजरें उसकी गोरी जांघों पर पड़ी और मेरा अगला कदम वहीं रुक गया।
मैं जितना उसे ताड़ रहा था, उतना ही मेरा लंड खड़ा हो रहा था.
अचानक से उसने अपना सर उठाया, तो मुझे ताड़ते हुए देख लिया. उसने मेरे खड़े लंड को भी भांप लिया था.
वह जल्दी से अपनी कुर्ती ठीक करती हुई मुस्कुरा दी.
मैंने जैसे तैसे खुद को संभाला और मार्केट चला गया.
रास्ते भर मैं उसकी गोरी जांघ को सोच कर खुद को बहलाता रहा था. उसकी स्माइल से मैं ये तो पक्का समझ गया था कि रोमा भाभी भी चुदने के लिए तैयार है.
मैंने किसी तरह से उसके बारे में जानकारी जुटाई, उसके मुताबिक वह किसी प्राइवेट कंपनी में काम करती थी, जिसमें उसे प्रोडक्ट बेचना होता था.
अगले दिन शायद अपने उसी प्रोडक्ट को बेचने के इरादे से वह मेरे फ्लोर पर आई और मुझे बाहर बुला कर अपनी कंपनी में जुड़ने के लिए कहने लगी।
दरअसल वह मुझे खुद को दिखाने आई थी और उसके खुले गले की टी-शर्ट से उसके आधे दूध देख कर मुझे अंदाज हो गया था कि भाभी अपनी चूत की आग शांत करवाने मेरे पास आई है।
मैंने भी उसको चोदने का मन बना लिया था, तो मैं उससे बात करने लगा।
उसी क्रम में हम दोनों ने अपने अपने मोबाइल नंबर आपस में ले दे लिए थे.
बाद में रात को उसका मैसेज आया- क्या कर रहे हो!
मैंने उसे लिखा- तुमको याद कर रहा हूँ।
वह हंस कर बोली- फिर कॉल पर बात करो!
मैं उससे बात करने लगा।
उस दिन उसने मेरे बारे में जाना और मैंने उसके बारे में जाना।
उसका पति कहीं बाहर काम करता था तो घर कम ही आ पाता था।
मैं समझ गया कि उसकी चूत को लंड की दरकार है।
अब मेरी रोज रात को उससे बातें होने लगी थीं और इन बातों का सिलसिला घंटों तक चलने लगा था.
धीरे धीरे हमारे बीच एडल्ट बातें भी होने लगी थीं.
फिर रोज फ़ोन सेक्स होने लगा.
मैं अपना लंड का फोटो भेजता, तो वह अपनी कोमल गोरी गोरी चूत का फोटो भेजती.
दोनों इसी तरह शांत हो जाया करते थे.
एक दिन वह बोली- कब तक ये फोन सेक्स करते फिरेंगे. चलो कहीं होटल बुक करो और वहीं चलकर प्यास बुझाते हैं.
पहले तो मैंने सोचा कि इसके फ्लैट में ही चुदाई का कार्यक्रम सैट कर लेता हूँ … पर फिर न जाने क्यों मन नहीं हुआ।
उसके बाद मैंने एक होटल में कमरा बुक किया और नियत समय पर अच्छे से तैयार होकर बॉडी स्प्रे आदि लगा कर सूट बूट में चला गया.
वह मुझे बता चुकी थी कि मैं तुम्हारे जाने के बाद आऊंगी.
मैंने होटल में जाकर चेक इन किया और कपड़े बदले.
फिर उसके आने का इन्तजार करने लगा.
कुछ देर बाद गेट को खटखटाने की आवाज सुनाई पड़ी तो मैंने तुरन्त गेट खोला.
वह जींस टॉप में आई थी.
मैंने झट से उसकी कमर में हाथ डाला और अन्दर खींच लिया.
उसके अन्दर आते ही मैंने जल्दी से गेट लॉक कर दिया.
अब शुभ काम में देर कैसी, सो बस मैं तुंरत किसी पागल जानवर की तरह उसके रसीले होंठों को चूसने लगा.
चूमने के बजाए मुझे चूसने में मज़ा आ रहा था.
वह भी धीरे धीरे मेरा साथ दे रही थी.
मैं लगातार उसके होंठ चूसे जा रहा था और वह मजे से चुसवा भी रही थी.
मैं एक हाथ से उसकी गर्दन को पकड़े हुए था और चुंबन से गर्मी बढ़ी तो अपने दूसरे हाथ से उसके दूध दबाने लगा.
जैसे ही मैंने उसके दूध को दबाया, वह चिहुंक उठी और अपने हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी.
हमें ऐसा करते करते दस मिनट हो चुके थे.
मैंने और देरी न करते हुए उसकी गर्दन को चूमना शुरू किया.
वह ‘आह आह ओह …’ की गर्म आवाजें निकालने लगी थी.
कुछ पल बाद मैंने उसके टॉप को उतार दिया.
अन्दर का नजारा काफ़ी शानदार था.
उसने गुलाबी रंग की ब्रा पहनी थी जिसके अन्दर से उसके बूब्स बाहर आने के लिए तड़प रहे थे.
मैंने तुंरत ब्रा खोल कर उसके मम्मों को आजाद कर दिया.
फिर उसके एक निप्पल को चूसने लगा.
वह भी मजे से चुसवा रही थी. वह मेरा सर अपने बूब्स पर दबा दबा कर मजा ले रही थी.
अचानक से मैंने गौर किया कि वह अपने शरीर को ढीला छोड़ रही है.
मैं समझ गया कि वह झड़ चुकी है.
लेकिन मैं कहां रुकने वाला था.
निप्पल को छोड़ते हुए मैं उसके पेट को चाटते हुए धीरे धीरे नीचे आया.
अब उसकी जींस उतार फेंकने का वक्त आ गया था.
उसने कमर उठा कर जींस उतारने में मदद की.
उसकी गोरी गोरी जांघों के जोड़ पर काले रंग की पैंटी बहुत खूबसूरत लग रही थी.
मैंने लगभग झपटते हुए उसकी पैंटी को सूंघा.
अजीब सी, पर मनमोहक खुशबू आ रही थी. मैंने उसकी नम पैंटी को अपनी जीभ से चाटना शुरू किया.
चूंकि वह झड़ चुकी थी इसलिए चूत के पानी से पैंटी भीग चुकी थी.
मुझे उसकी पैंटी चाटने से नमकीन स्वाद आ रहा था.
धीरे धीरे करके मैंने उसकी पैंटी को उतार दिया और उसकी मक्खन सी मुलायम चूत को चाटना शुरू कर दिया.
पड़ोसन जवान Xxx मजे लेकर वह चूत चटवा रही थी और कमर उठा उठा कर मेरा सर अपनी चूत पर दबा रही थी.
वह आह उह आह उह किए जा रही थी- उम्म आह हह मरर गई … अब और कितना तड़पाओगे … जल्दी से अपना लंड अन्दर डालो … आह मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है.
मैं भी चूत चाट चाट कर छक चुका था; मुझे भी जल्दी लंड डालना था.
मैंने झट से अपना अंडरवियर निकाला और उसकी चूत पर लंड रगड़ने लगा.
कुछ देर रगड़ने के बाद जब मेरे से भी बर्दाश्त नहीं हुआ तो अचानक से मैंने झटका देते हुए एक बार में ही लंड अन्दर पेल दिया.
लंड लेते ही वह चिल्ला उठी- उई आह सीईई … मर गई मम्मी … उम्म फट गई मेरी … आह आह!
मैंने अपने होंठों से उसके मुँह को बंद किया और उसे चुप कराने के लिए उसके दूध सहलाने लगा.
कुछ देर बाद वह शांत हो गई और मैं हल्के हल्के से हिलता हुआ लंड को चूत की गहराई तक ले जाने की कोशिश करता रहा.
पूरा लंड चूत के अन्दर पेल देने के बाद वह शांत हो गई थी और मेरे साथ अपनी कमर हिलाने लगी थी.
कुछ मिनट तक मैं लगातार अलग अलग पोज में उसकी में लंड को अन्दर बाहर करता रहा.
अब वह भी कमर उठा उठा कर चुदवाने लगी थी.
अंततः मैं उसकी चूत में ही झड़ गया.
झड़ने के बाद मैं उसके ऊपर ही पड़ा रहा.
फिर उसने बताया कि आज तक उसे अपने पति से ऐसी संतुष्टि नहीं मिली थी क्योंकि उसके पति का लंड पतला है और वह इस तरह से चुसाई नहीं करता.
वह बस चूत में लंड डालता और खुद झड़ कर ढेर हो जाता.
मैं अपने पाठकों को यह बताना चाहता हूं कि मुझे जानवरों की तरह लंड और चूत के मेल वाले तरीके से सेक्स करना बिल्कुल भी पसंद नहीं है.
जब तक लंड चूत की चुसाई न हो, होंठों से होंठों का मिलन न हो, शरीर से शरीर की रगड़ाई न हो, एक दूसरे के मन मस्तिष्क में चुदाई को लेकर उत्तेजना न हो, तब तक चुदाई का क्या मजा!
मैं पहले लड़की को ऊपर होंठ से लेकर पैर तक चूसता हूं, चूमता हूं. एक बार सीधे सुला कर, तो दूसरी बार पीठ की तरफ से उसे चूम कर उत्तेजित करता हूँ, चूत की मस्त चुसाई के बाद ही उसमें अपना लंड पेलता हूं.
इस तरह की चुदाई से दोनों को पूरी संतुष्टि मिलती है.
सीधे लंड पेलने में बस 2 मिनट में झड़ जाने से कुछ मजा नहीं आता है.
पड़ोसन जवान Xxx कहानी लिखने में हुई गलतियों के लिए क्षमा चाहता हूं. कोशिश करूंगा कि जल्द ही फिर से एक नई और वास्तविक कहानी लेकर आऊं.
आपकी रिया
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मेरी पिछली कहानी थी: पठान अंकल ने मेरी सील तोड़ कर चूत फाड़ी
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