लड़कपन का प्यार जवानी में मिल ही गया

(Love Romance Sex Kahani)

सैम यादव 2025-01-09 Comments

लव रोमांस सेक्स कहानी में मैं अपने पड़ोस की एक लड़की को चाहता था. उसे भी पता था पर उसकी शादी कहीं और हो गयी. शादी के 3 साल बाद उसने मुझे मेरा प्यार दे दिया.

नमस्कार मित्रो, कहानी की शुरुआत मैं अपने बचपन प्यार की कहानी के साथ करना चाहता हूं कोशिश करूंगा कि आप लोग लव रोमांस सेक्स कहानी पढ़कर बोर ना हो.

मेरे घर के बगल की रहने वाली एक लड़की का नाम रिंकू था.
हम लोग का स्कूल एक होने के कारण हम लोग एक ही समय पर एक ही साथ घर से निकलते थे और साथ ही स्कूल जाते थे.

धीरे-धीरे मुझे उससे प्यार होने लगा उसको भी मेरा साथ अच्छा लगने लगा.

वह मुझसे दो साल आगे थी.
मेरे घर के बगल में होने के कारण मुझे कोई भी पढ़ाई में दिक्कत होती थी तो मैं अपनी समस्या रिंकू से मिलकर सुलझा लेता था और वह मुझे प्यार से समझा भी देती थी.

वक्त गुजरता गया और जब मैं इंटर में गया तो रिंकू की शादी तय हो गई.
मुझे बहुत दुख हुआ, मैंने रिंकू से बात करना बंद कर दिया.

एक दिन मैं छत पर बैठा था तो रिंकू मेरे पास आई और पूछने लगी- बात करना क्यों बंद कर दिया?
तो मैंने कुछ नहीं बोला.

मेरी बगल में बैठ कर उसने कहा- अगर कोई समस्या है तो मुझसे बताओ?
मैंने कहा- कोई समस्या नहीं है.
सिर्फ उसके कंधे पर अपना सर रख दिया.

उसने भी बड़े प्यार से मेरे सर को सहलाया और कहा- मुझे पता है कि तुम मुझसे प्यार करते हो. और मैं भी तुमसे प्यार करती हूं. लेकिन क्या करूं … मैं तुमसे शादी नहीं कर सकती. तुम मुझसे छोटे हो तथा मेरे पड़ोस के रहने वाले हो जिस कारण मेरा और तुम्हारा मिलन संभव नहीं है.

हम दोनों के बीच में बहुत देर तक बात हुई.
फिर उठकर वह चली गई.

कुछ दिनों के बाद उसकी शादी हो गई, वह अपने पति के साथ रहने लगी.

धीरे-धीरे वक्त गुजरता गया और 3 साल बीत गए.

इस बीच वह अपने मायके यानि मेरे पड़ोस में आती रहती थी.

उसका एक छोटा सा बच्चा था जिसकी उम्र तब करीब डेढ़ वर्ष रही होगी.

एक दिन रात में अचानक उसके लड़के की तबीयत खराब हो गयी.
तो उसकी मां मेरे घर आकर मेरे घर वालों से बताने लगी कि रिंकू की लड़के की तबीयत बहुत खराब है.
उन्होंने मुझे कहा- तुम रिंकू के साथ अस्पताल चले जाओ.

मैं अपनी बाइक लेकर रिंकू को लेकर अस्पताल चला गया.

अस्पताल जाकर पता चला डॉक्टर ने रात में उसे एडमिट कर लिया.
मैं और रिंकू वहीं पर रुक गए रात ज्यादा होने के कारण!

रिंकू वहीं मेरी बगल में बैठी थी.
मैं भी उसकी बगल में बैठे बैठे उसके कंधे पर सर रखकर सो गया.

कुछ देर बाद मुझे अहसास हुआ कि मेरे सर पर कोई अपना हाथ फिरा रहा है.
मैंने आंखें खोल कर देखा तो रिंकू थी.
वह मुस्कुरा रही थी.

तो मैंने सॉरी बोला.
उसने बोला- कोई बात नहीं!
फिर हम दोनों के बीच में नॉर्मल बातें होने लगी.

फिर वह मेरे बारे में पूछने लगी- क्या कर रहे हो आजकल? कोई गर्लफ्रेंड बनाई या नहीं?
मैंने हंसते हुए जवाब दिया- नहीं!
मैं फिर उदास हो गया.

उसने मुझसे पूछा- क्या तुम मुझसे अभी प्यार करते हो?
मैंने बेझिझक उसकी आंखों में आंखें डाल कर बोला- हां, मैं आज भी उतना ही प्यार तुम्हें करता हूं जितना पहले करता था.

उसकी आंखें भर आई और उसने बड़े प्यार से मेरे गालों को अपने हाथों से सहलाया और कहा- बेवकूफ हो तुम! तुमको पता है कि हम दोनों एक नहीं हो सकते.
मैंने कहा- कोई बात नहीं!

फिर मैंने पूछा- तुम बताओ तुम्हारा क्या चल रहा है?
तो उसने एक लंबी सांस खींची और बताया कि शादी के बाद उसकी जिंदगी शुरू के 6 महीने बहुत अच्छे थे. उसके बाद जब वह गर्भवती हो गई तो धीरे-धीरे उसके पति उससे दूरी बनाना चालू कर दिया; बात भी कम करते थे और अपना पूरा टाइम अपने बिजनेस में लगाने लगे.

उसने आगे बताया- जब बच्चा पैदा हुआ तो उसके बाद मेरे पति हफ्ते में एक या 2 दिन घर पर रहते थे. वह भी अपने दोस्तों के साथ पार्टी करते थे और रात को दारु पी के घर पर आते थे और मुझसे झगड़ा भी करते थे. धीरे-धीरे हम दोनों का प्यार कम हो गया है!
यह कह कर उसने मेरे कंधे पर अपना सर रख दिया.

मैं भी उसे दिलासा देते हुए अपना हाथ उसके सर पर फिराने लगा.
उसने अपना बायां हाथ मेरे दाहिने हाथ की दोनों हथेलियों को चिपका कर कसकर पकड़ लिया.
मुझे बहुत अच्छा लगा.

सुबह होते ही डॉक्टर ने बोला- आप बच्चे को लेकर घर जा सकते हैं, आपका बच्चा अब काफी ठीक है.
उन्होंने कुछ दवाइयां दी.

उसके बाद हम लोग निकल पड़े.

रास्ते में रिंकू मुझसे ऐसे चिपक कर बैठी थी जैसे वह मेरी पत्नी हो.
मुझे भी उसको उसका ऐसी चिपक के बैठना बहुत ही अच्छा लग रहा था.

मैं सोच रहा था कि यह लम्हा कभी खत्म ही ना हो!
हम दोनों घर आ गए.

कुछ दिनों के बाद शाम को मैं छत पर टहल रहा था कि तभी रिंकू आई और मुझसे बात करने लगी.

मेरे बगल में होने के कारण मेरा हाथ उसके हाथ को छूने लगा.

फिर एक दूसरे की नजरों से नजर मिली. फिर एकाएक उसने अपनी आंखें बंद की और मैंने अपने होंठ उसके होंठ से चिपका दिए.

2 मिनट किस होने के बाद हम दोनों अलग हुए.

उसके बाद वह शरमा कर अपने घर चली गई.

फिर रात को करीब 11:00 बजे उसका मैसेज आया.
मैंने भी जवाब दिया.

फिर ऐसी बात होते होते रात्रि के 12:00 बज गये.
एक घंटे की बातचीत में मेरे दिल ओ दिमाग में बस शाम की किस याद आ रही थी.

मैंने उससे कहा- मुझे अभी मिलना है!
उसने तो पहले मना किया, फिर मेरे द्वारा कहने पर वह मान गई और कहने लगी- छत पर आओ.
रात होने के कारण छत पर कोई नहीं था.

मैं छत पर गया.
तो पहले मुझे डर लग रहा था.

कुछ वक्त बाद रिंकू छत पर आई और मुझसे गले मिल गई.

2 मिनट गले मिलने के बाद हम दोनों अलग हुए तथा एक दूसरे को संभाला.

मैंने गौर से देखा तो चांदनी रात में उसका चेहरा गुलाब की कली की तरह चमक रहा था.
लव रोमांस सेक्स की लालसा में मुझसे रहा नहीं गया और मैंने आगे बढ़कर अपने होंठ उसके नाजुक होठों पर रख दिये.

फिर एक दूसरे को किस करते करते मेरा हाथ उसके स्तनों पर जा पहुंचा.
उसके एक स्तन को मैं दबाने लगा और साथ में हम एक दूसरे को किस कर रहे थे.

उसके बाद जब मैंने उसके गाल को चूमा तो उसकी होठों से सिसकारियां निकलने लगी.
धीरे-धीरे मैंने उसकी पूरी साड़ी को निकाल दिया.
उसके बाद वह सिर्फ पेटीकोट और ब्लाउज में हो गई.

मैंने किस करते हुए उसकी खुली नाभि पर अपने होठों को फिराया.

रिंकू से बर्दाश्त नहीं हुआ, उसने दोनों हाथों से मेरा सर दबा लिया.

मैंने अपने दांतो से उसके पेटिकोट का नाड़ा खींचा जिससे पेटीकोट खुलकर उसके पैरों के नीचे चला गया.

तब मैंने अपने ओंठ तुरंत पैंटी के ऊपर से ही उसके चूत के ऊपर रख दिया.
उसके मुंह से सिसकारियां निकलने लगी और मेरा सर पकड़ कर अपनी चूत की तरफ दबाने लगी.

फिर मैंने अपने एक हाथ से उसकी पेंटी साइड करके अपनी जीभ को उसकी चूत के मुंह पर रखा जहां से उसकी चूत से बहता हुआ नमकीन पानी निकल रहा था.

उसके बाद उसने मुझे खींचकर खड़ा करके अपने होंठ मेरे होंठ से चिपका लिए.

किस करते हुए मैंने उसकी ब्लाउज को खोल दिया तथा उसके ब्रा को पीछे से खोल कर उसके दोनों स्तनों को आजाद कर दिया.
फिर मैं उसके पीछे से जाकर उसकी गर्दन पर पीठ पर किस करते हुए अपने दोनों हाथों से उसके दोनों स्तनों को हल्के हल्के सहलाने लगा.

इतना होते ही रिंकू की वासना काबू से बाहर हो गई.
वह अपना हाथ मेरे खड़े लंड पर रखकर उसे दबाने लगी.

फिर उसने बैठकर मेरे लोअर को नीचे खींचकर मेरे अंडरवियर से मेरे सात इंच मोटे लंबे लंड को निकालकर अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगी जैसे कोई लॉलीपॉप चूसता हो!
मैं सातवें आसमान में उड़ने लगा.

कुछ पलों के बाद मैंने उसके मुंह में ही अपना लावा गिरा दिया.
रिंकू बड़े चाव से मेरे पूरे लंड को चाटते हुए पूरा लंड का पानी गटक गई.

उसके बाद बारी मेरी थी.
मैंने उसको गोद में उठाकर छत पर पड़ी उसकी साड़ी को वहीं बिछाकर उस पर उसे लिटा दिया.
फिर उसकी गर्दन को चूमते हुए उसके स्तन को चूमता हुए अपने होंठ उसकी चूत के ऊपर रख दिये जहां से नमकीन चूत का पानी निकल रहा था.

जैसे मैंने अपने होंठ चूत पर रखे, रिंकू पागलों की तरह सिसकारी लेने लगी.
कुछ देर बाद रिंकू ने\ मुझे ऊपर खींचा और मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत के दरवाजे पर लगा दिया.
चूत गीली होने के कारण मेरा लंड अपने आप फिसल कर आधे से ज्यादा उसकी चूत में चला गया.

रिंकू ने एक लंबी आह भरते हुए अपने दोनों पैरों से मुझे जकड़ कर अपनी तरफ खींचा जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया.

उसके बाद हम दोनों ने कमर हिलाना चालू कर दिया.
उसकी चूत इतनी गर्मी थी जैसे लग रहा था मैंने अपना लंड किसी गर्म भट्टी में डाल दिया है.

लगातार चुदाई करते हुए 15 मिनट में मेरा पूरा वीर्य उसकी चूत के अंदर गिर गया और मैं हांफते हुए उसके ऊपर गिरा.

रिंकू लगातार मुझे चूमती रही.

लव रोमांस सेक्स के बाद मैंने उसकी आंखों में देखा तो अजीब सी खुशी दिखी.

उसने मुझे कहा- मैं भी तुम्हें बहुत चाहती थी लेकिन कह नहीं पाई.

यह मेरी और रिंकू की पहली सेक्स की कहानी है.
अगली कहानी में बताऊंगा कि उसके बाद कैसे कैसे क्या हुआ.

आप सभी का मुझे मेरी लव रोमांस सेक्स कहानी पर अपने विचार जरूर मेल करें.
धन्यवाद.
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