पड़ोस वाली अकेली आंटी की चुत का मजा

(Pados Wali Akeli Aunty Ki Chut Ka Maja)

रवि सुरेजा 2018-04-01 Comments

दोस्तो, मेरा नाम रवि है. मेरी उम्र 23 साल है और मैं मुंबई का रहने वाला हूँ. आज मैं आपको मेरी देसी चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने अपनी पड़ोस वाली आंटी की प्यास बुझाई. पड़ोस वाली आंटी का नाम पूजा है और उनकी उम्र 40 साल है. उनका रंग दूध जैसा गोरा है. उनकी फिगर 32-34-36 की है. आंटी साड़ी पहनती हैं इसलिए आंटी की सेक्सी कमर और मम्मों के मजे सबको देखने मिलते थे. उनके परिवार में उनके पति और एक बेटा है. पर बेटा हॉस्टल में रहता था और अंकल को अक्सर काम से बाहर जाना पड़ता था.

इसलिए आंटी को कुछ भी काम होता, तो वो हमारे घर ही आती थीं. पहले मैं भी हॉस्टल में रहता था, इसलिए मेरी उनसे ज्यादा बात नहीं होती थी. पर पिछले साल मेरा कॉलेज खत्म हो गया, इसलिए मैं घर पर आ गया.

उस वक्त आंटी को कुछ भी काम होता तो वो मुझे ही बुलाती थीं. इस तरह मेरा आंटी के घर मेरा आना जाना चालू हुआ. इस तरह मैं आंटी के घर जाकर उनके बदन के भी दीदार कर लेता था और कभी किसी बहाने उनके बदन को हाथ भी लगा लेता था. इस तरह आंटी और मेरी अच्छी दोस्ती हो गई.

उस वक्त मेरे मम्मी पापा को किसी काम से गाँव जाना पड़ा, इसलिए आंटी ने मेरे मम्मी पापा ना आएं, तब तक उनके यहां खाना खाने को कहा. उन दिनों अंकल भी किसी काम से बाहर गए थे और दो हफ्ते बाद आने वाले थे.

अगले दिन आंटी का लैपटॉप हैंग हो रहा था इसलिए आंटी ने मुझे बुलाया. मैंने लैपटॉप देख कर कहा कि इसे ठीक करने में थोड़ा टाईम लगेगा, इसलिए मैं इसे घर ले जाकर ठीक करता हूँ.

उन्होंने मुझे लैपटॉप ले जाने दिया. घर आकर मैंने लैपटॉप ठीक कर लिया और उसे चैक करने लगा कि लैपटॉप में क्या क्या है. पहले मुझे उसमें कुछ ख़ास नहीं मिला, पर जब मैंने छुपे हुए एक फोल्डर को खोला तब मुझे उसमें सेक्सी वीडियो दिखाई दिए.

मैं समझ गया कि अंकल और आंटी इन वीडियोज को देख कर मजा करते हैं. फिर मैंने उस लैपटॉप में एक सेक्सी मूवी की सीडी डाल दी और उसको बंद कर दिया.

रात को मैं खाना खाने के लिए आंटी के घर गया और उनको कहा कि लैपटॉप में सीडी की वजह से हैंग हो गया था.

आंटी ने खाना खाकर देखने को कहा. खाने के बाद आंटी और मैं बेड पर आ गए. मैंने लैपटॉप चालू किया और एक सीडी प्ले की.. उसमें नंगी वीडियो दिखी, तो आंटी सेक्सी वीडियो देख कर हैरान हो गईं और मेरे सामने ही फिल्म देखने लगीं.

फिर वे बोलीं- ये सीडी किसकी है?
मैंने कहा- शायद अंकल की होगी.
तो वो मुझे आँख मारते हुए बोलीं- तुम्हारे अंकल को ऐसी मूवी देखना पसंद ही नहीं हैं.. सच बोलो क्या माजरा है?
मैंने कहा- आंटी मैंने अपके लैपटॉप में ऐसी मूवी देखी, इसलिए आपको ये सीडी गिफ्ट करने की सोची.
आंटी हंस कर बोलीं- ऐसी गिफ्ट कोई देता है क्या?
मैंने कहा- आपको ये गिफ्ट अच्छी नहीं लगी क्या?
वीडियो की तरफ देख कर आंटी ने कहा- अच्छी है.. लेकिन इस फिल्म को देखते समय मुझे कुछ और भी जरूरत पड़ती है.
इतना सुन कर मैंने अपना हाथ आंटी की कमर में डाल दिया और कहा- आप बताइए आपको क्या चाहिए?

सेक्सी वीडियो देख कर आंटी गरम हो गई थीं, इसलिए आंटी ने मुझे कुछ नहीं कहा.

फिर मैंने आंटी को अपनी ओर खींचते हुए कहा- आंटी, दो साल से आपसे प्यार पाने की राह देख रहा हूँ.
आंटी ने मेरी ओर सेक्सी नजर से देख कर कहा- मैं भी एक साल से प्यार के लिए तड़प रही हूँ. तुम्हारे अंकल के पास प्यार देने का टाईम ही नहीं है.
मैंने आंटी से कहा- आज आपको प्यार देने के लिए मैं हूँ ना.

फिर मैं उनके होंठों पर अपने होंठ रख कर किस करने लगा. सेक्सी वीडियो देखने के कारण आंटी पहले से गरम हो चुकी थीं और काफी समय के बाद कोई प्यार करने वाला मिला, इसलिए वो अपने आपको रोक नहीं पाईं.

हम एक दूसरे को पागलों की तरह किस करने लगे. फिर मैं धीरे से अपना हाथ आंटी के एक दूध पर रख कर दबाने लगा. उन्होंने मस्त कराह निकाली और दूध दबाने के लिए अपना दूध आगे को कर दिया. फिर मैंने आंटी के गले पर किस करना चालू किया और जोर जोर से उनके मम्मे दबाने लगा.

तब आंटी का पूरा संयम खत्म हो गया और बोलीं- मेरे राजा, आज इस प्यार की प्यासी अपनी आंटी को खूब प्यार करो.
यह सुन कर मैं जोश में आ गया और मैंने जोर जोर से आंटी के मम्मों को दबाना चालू कर दिया.
आंटी चिल्लाने लगीं- आआह.. ऊह.. ऊईई.. मसल दे.. यस.. ययह..

अब मैंने आंटी की साड़ी और ब्लाउज निकाल कर उनके दोनों कबूतरों को खुला कर दिया. आंटी के चूचे देख कर मेरा लंड बाहर आने के लिए उतावला होने लगा.
फिर मैं दोनों मम्मों पर टूट पड़ा. आंटी बोलीं- धीरे बेटा, बहुत दर्द हो रहा है.

मैं आंटी के एक चूचे को मुँह में लेकर चूसने लगा. इससे आंटी बहुत गरम हो गई, उम्म्ह… अहह… हय… याह… करने लगी.

फिर आंटी ने मेरे पूरे कपड़े उतार कर मुझे नंगा कर दिया. आंटी मेरा 6 इंच का मोटा लंड देख कर खुश हो गईं, उन्होंने कहा- एक साल के बाद लंड के दीदार हुए.
मैं अपना लंड आंटी को दिखा दिखा कर सहलाने लगा.
आंटी ने वासना भरी निगाहों से लंड को देखते हुए कहा- मैं तेरे इस लंड को अपने मुँह में ले लूँ?

अंकल ने कभी आंटी को मुँह में लंड नहीं दिया था.. इसलिए आंटी को लंड को मुँह में लेना जम नहीं रहा था, पर थोड़ी देर बाद वो मेरे लंड को लॉलीपॉप के जैसे चूसने और चाटने लगीं. मुझे तब बहुत मजा आ रहा था.

फिर मैंने आंटी की चड्डी निकाल कर उनकी चुत के दीदार किए. आंटी की चुत भी आंटी जैसी ही गोरी थी. उनकी चुत पे थोड़े सुनहले रंग के बाल भी थे.
मैंने कहा- आंटी, आप बाल भी साफ नहीं करतीं क्या?
आंटी ने कहा- कोई प्यार करने वाला नहीं था इसलिए बाल नहीं काटती थी.
मैंने चुत पर हाथ फेर कर कहा- अब मैं आ गया हूँ ना प्यार करने के लिए.

मैं आंटी की चुत में उंगली घुमाने लगा, आंटी गर्म हो कर चिल्लाने लगीं- आआह.. आईईई ईईईईह.. यस याह.. तुम्हारे अंकल ने कभी भी मेरी चुत नहीं चाटी.. आह बड़ा मजा आ रहा है.
मैंने कहा- कोई बात नहीं आज में आप की ये इच्छा पूरी करूँगा.
फिर आंटी की चुत के छेद को खोल कर मैं अपनी जीभ से आंटी की चुत चाटने लगा. आंटी जोर जोर से चिल्लाने लगीं.

थोड़ी देर बाद हम 69 की पोजीशन में आ गए. आंटी मेरा लंड चूसने लगीं और मैं उनकी चुत चाटने लगा. थोड़ी देर बाद हम दोनों ने पानी छोड़ दिया और दोनों ही एक दूसरे का पूरा पानी पी गए. आंटी ने पहली बार लंड का पानी पिया था, उन्हें बड़ा मजा आया और वो बड़ी खुश हुईं.
फिर आंटी ने कहा- आह मेरी जान अब मेरी चुत की प्यास बुझा दे.

मैंने आंटी के पैर खोल कर अपना लंड टिकाया और उनकी चुत में डालने लगा. आंटी की चुत में मैंने धीरे से लंड डालना चालू किया. आंटी की चुत में एक साल से लंड नहीं गया था, इसलिए उन्हें दर्द हो रहा था. धीरे धीरे मैंने पूरा लंड आंटी की चूत में पेल दिया. आंटी मेरे लंड को लील गईं. फिर आगे पीछे करते हुए आंटी की चूत बजाना शुरू की, तो उनकी चूत ने मेरे लंड से दोस्ती कर ली. उनको मजा आना शुरू हुआ तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी..

वो कराहते हुए बोलीं- आह.. जान धीरे धीरे करो.. बहुत दर्द हो रहा है.

मैं फिर आंटी को थोड़े प्यार से चोदने लगा. धकापेल चुदाई चलती रही और इस दौरान वो दो बार झड़ चुकी थीं.

करीब दस मिनट के बाद मेरा पानी निकलने लगा. मैंने अपना सारा पानी चुत में ही डाल दिया.
ये बात मैंने आंटी से बोली, तो उन्होंने कहा- कोई बात नहीं.. मेरे पास दवा है.
फिर मैं आंटी को किस करने लगा.

थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर चुदाई के लिए खड़ा हो गया. मैं आंटी की गांड पर हाथ फेरने लगा.
मैंने कहा- अब मैं आपकी गांड में लंड डालूँगा.
आंटी ने डरते हुए कहा- अभी तक अंकल ने कभी गांड में नहीं डाला.
मैंने कहा- कोई बात नहीं आज मैं आपकी गांड की प्यास भी बुझा दूंगा.

मैंने लंड को चिकना करके थोड़ा सा ही आंटी की गांड में डाला तो आंटी चिल्लाने लगीं कि बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने कहा- आंटी, आप तेल से मेरे लंड की मालिश कर दो, फिर आसानी से चला जाएगा.
आंटी बड़े प्यार से लंड की मालिश करने लगीं.

मैं आंटी को उलटा लेटा कर उनकी गांड में लंड डालने लगा और कुछ ही दर्द के बाद मेरा पूरा लंड आंटी की गांड में हाहाकार मचाने लगा. मैं आंटी की गांड को जोर जोर से चोदने लगा. आंटी फिर चिल्लाने लगीं, पर इस बार मैं नहीं रुका.

थोड़ी देर बाद आंटी को भी मजा आने लगा और वो साथ देने लगीं. थोड़ी देर बार में झड़ गया और आंटी के ऊपर ही सो गया. आंटी भी थक गई थीं.

कुछ देर बाद हम दोनों उठे, मैंने देखा आंटी की गांड में से खून निकल रहा था. हम दोनों साफ होने के लिए बाथरूम में गए और साफ होकर बेड पर नंगे एक दूसरे की बांहों में सो गए.

सुबह उठा तो देखा आंटी नहाने चली गई थीं. मैं भी बाथरूम में जाकर उनके साथ नहाने लगा.. और सुबह सुबह ही एक राउंड फिर ले लिया.

जब तक मेरे मम्मी पापा नहीं आए, तब तक ऐसे ही सुबह और रात को आंटी के साथ मजा किया. इसके बाद भी मुझे जब जब मौका मिलता है, तब तब मैं आंटी के साथ चुदाई के मजे कर लेता हूँ.

दोस्तो, कैसी लगी मेरी और आंटी की चुदाई की कहानी.. बताना मत भूलना.

मेरा मेल आईडी है.
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