दारू से शुरू हुई दोस्ती चुदाई तक चली गई

(Xxx Office Girl Fucked Story)

हेमी साहनी 2024-12-06 Comments

Xxx ऑफिस गर्ल फक्ड स्टोरी में मेरे ऑफिस में एक लड़की से बिल्कुल नहीं बनती थी. एक बार एक पार्टी में हम दोनों ने खूब दारू पी और हम दोस्त हो गए. उसके बाद वह चुदी कैसे?

मेरा नाम राज है (बदला हुआ) मेरी आयु 45 वर्ष है.

यह Xxx ऑफिस गर्ल फक्ड स्टोरी आज से पांच साल पुरानी है.

सेक्स के प्रति शुरू से मेरी रुचि रही है और मैंने अपनी कल्पना में बहुत सी भाभियों को, पड़ोसनों को और साथ काम करने वाली लड़कियों को चोदा है.

मेरे कुछ अफेयर्स भी रहे हैं.
उन सब में चुम्मा-चाटी, दूध दबाना, उंगली करना और अपना लंड चुसवाने तक सीमित रहा पर उनके साथ चुदाई कभी नहीं हुई.
फिर अब से कुछ पांच साल पहले मेरा तबादला मेरे बैंक की एक बड़ी ब्रांच में हुआ.

वहां एक लड़की थी, जो मोटी तो थी … पर बहुत सुंदर थी.
उसका नाम आशिमा (बदला हुआ) था.
वह 25 साल की थी और सहारनपुर की रहने वाली थी.

आशिमा यहां उत्तम नगर में किराये पर अपना फ्लैट लेकर रहती थी.

एक साल तक तो बस हम दोनों में तनातनी रहती थी और मैं जो भी कहता, वह उसका उल्टा करती.

फिर एक बार हम सब ब्रांच वालों का पार्टी का प्रोग्राम बना, वहां उसने सबके साथ अच्छे से इन्जॉय किया और शराब भी पी.
वह पीने के मामले में टैंकर निकली.
साली पक्की बेवड़ी थी, शराब पीकर टुन्न हो गई.

उस रात हम दो लोग उसको उसके घर छोड़ कर आए थे.

धीरे धीरे हम सबका इस तरह के प्रोग्राम और भी बनने लगे थे.
दारू का चलन ज्यादा हो गया था तो उसमें जाने वाले लोग कम हो गए.

एक बार पार्टी में ऐसा समय भी आ गया, जब सिर्फ आशिमा और मैंने पीनी जारी रखी थी और बाकी के सब अपने गिलास छोड़ कर उठ गए.

उस दिन वह मेरे साथ मस्त बातें करने लगी थी.
अब हम दोनों के बीच अच्छी घुटने लगी थी.

उस दिन समझ आया था कि दारू की दोस्ती बड़ी गहरी होती है.

फिर एक शाम हम दोनों किसी काम का बोल कर बैंक से जल्दी निकले … और आपस में तय किया कि दारू का मजा लेते हैं.

उस दिन हम दोनों एक बार में बैठ गए और दोनों मिलकर आधी बोतल वोदका पी गए.
उसने नशे में कहा- अब मैं अकेली मेट्रो में नहीं जा पाउंगी, आप मुझे कमरे पर छोड़ आओ!

मैंने कहा- डॉन्ट वरी यार, अभी हम लोग अभी एक क्वार्टर और लेंगे, तब चलेंगे!
उसने यह सुनकर कहा- हां अब अगर आप मुझे रूम पर ड्राप करोगे, तो कोई चिंता नहीं.

मैंने कहा- चलो रास्ते में पीते हुए चलते हैं.
उसने हामी भर दी.

मेरी कार में हम दोनों चल दिए.
वह एक ही पैग से मुझे भी पिलाती जा रही थी.

इस तरह से सारे रास्ते में हम दोनों ने तीन बड़े वाले पैग वोदका और पी ली.
फिर उसके घर की तरफ चल दिए.

उसने अपना सर मेरे कंधे पर रख दिया.
आगे चलते चलते मैंने बात करते हुए उसके होंठों के करीब अपने होंठ कर दिए.

धीरे धीरे मैं उसके होंठों को अपने होंठों से छूने लगा.
शायद नशा था या उसका भी मन … पर उसने विरोध नहीं किया.

जब हम दोनों उसके घर के पास पहुंचे तो मैंने उसके होंठों अपने होंठों से भर लिया और जबरदस्त चुंबन ले लिया जिसका उसने पूरा साथ दिया.

फिर वह कार से उतर कर अपने घर चली गयी.

अगले दिन हम दोनों आंख नहीं मिला रहे थे लेकिन शाम होते होते व्हाट्सप्प पर एक बार फिर हमारा शराब पीने का प्रोग्राम बन गया.
आज भी शर्त उसको घर छोड़ने की थी.

हम दोनों ने चार बियर ले लीं और वोदका की बोतल ली.
अपनी जगह पर पहुंच कर हम दोनों पीने लगे.

मैंने उससे पूछा- कल वाला चुंबन की गलत लगा था?
तो उसने कुछ नहीं कहा, बस मेरा हाथ पकड़ लिया.

मैंने कार साइड में रोकी और उसे वापस स्मूच करने लगा.
वह भी मेरे होंठों को खाने लगी थी.

उसके घर के पास आने के बाद मैंने कहा- जाऊं!
उसने मेरी आंखों में झाँकते हुए कहा- जाओ!

मैंने कहा- चाय नहीं मिलेगी?
उसने कहा- हां मिलेगी … घर आ जाओ.

मैंने ओके कहा और हम दोनों जैसे ही उसके फ्लैट के अन्दर आए.
मैंने उसको हग कर लिया और अपने होंठ उसके होंठों से मिला दिए.

वह शायद इसी बात कर इंतजार कर रही थी.

उसके बाद मैं उसके पलंग पर लेट गया और उसे अपने नीचे खींच कर मैं उसके ऊपर चढ़ गया.
मैं उसके होंठों को पी रहा था, उसकी जुबान को पी रहा था और मेरा शरीर उसके शरीर पर निरंतर दबाव बना रहा था.

धीरे धीरे मैंने उसकी गर्दन और गालों को चाटना शुरू कर दिया, उसको परवान चढ़ने लगा और सांसें तेज हो गयीं.
मैंने उसकी टी-शर्ट के ऊपर से उसके कड़क हो चुके निप्पलों को काटना शुरू कर दिया.

उसकी हालत खराब हो गयी.
फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी और ब्रा भी खोल दी.

अब वह बहुत जोर जोर से आह उफ़ की आवाज़ें निकाल रही थी.
मैंने उसके कड़क निप्पलों को बारी बारी से चूसना शुरू कर दिया.
हम दोनों अपने आपे से बाहर थे.

उसने मेरी शर्ट और पैंट दोनों उतार दीं.
मैंने भी उसकी पैंट और पैंटी उतार दी.

अब उसको थोड़ा डर लगा.

मैंने सब समझते हुए अपनी बनियान और कच्छा उतार दिया और उसके ऊपर लेट गया.

वह बोली- आप अन्दर नहीं करना!
मैंने उससे कहा- अगर तेरा मन नहीं हो, तो अन्दर नहीं डालूंगा. बस मैं अपने लंड से चूत को रगड़ कर दोनों को शांत कर दूंगा.

वह हम्म करके रह गई.
इसके लिए वह राज़ी हो गयी.

मैंने धीरे धीरे उसको गर्दन पर चाटते हुए लंड से चूत को रगड़ना शुरू कर दिया.
थोड़ी देर में उसकी सांसें और तेज़ हो गईं और उसने पानी छोड़ दिया.

अब वह मुझे बहुत जोर जोर से स्मूच करने लगी थी.
मैंने भी अब अपना लंड हल्का सा उसके छेद की तरफ बढ़ाया.

वह बोली- अन्दर के लिए मना किया ना, दर्द होगा!
मैंने कहा- जहां तक दर्द ना हो, वहां तक ले लेना.
वह कुछ नहीं बोली.

मैं रगड़ने लगा.
उसकी टांगें भी खुलने लगीं और चूत लंड को खाने की कोशिश करने लगी.

ऐसा धीरे धीरे करते हुए कब पूरा लंड अन्दर चला गया, ना उसे पता चला … ना मुझे.

अब हम दोनों चुदाई का मजा लेने लगे और काफी देर तक चुदाई के बाद आनन्द की चरम सीमा पर आ गए थे.

आखिर उसके दो बार झड़ने के बाद मेरा वीर्य भी उसके अन्दर ही निकल गया.
Xxx ऑफिस गर्ल फक के बाद जब मैंने लंड बाहर निकाला तो वह उसके रस, खून व मेरे वीर्य से लथपथ था.

हम दोनों ने फिर से स्मूच किया और सफाई की.
आज मैं पहली बार किसी बाहर वाली लड़की की चुदाई कर पाया था.

इसके बाद तो मैंने अनगिनत बार उसको चोदा लेकिन इस बीच हम दोनों को प्यार भी हो गया.
हमने उसके घर, ऑफिस की पार्टी के बाद होटल में चोदा.

बाद में जब वह शहर छोड़ कर चली गयी तो बाहर दूसरे शहरों में मिल कर भी हम दोनों बहुत बार सेक्स किया.

पर अब उसकी शादी हो गयी और अब मेरा उस से कोई संपर्क नहीं है.
मैं उसको आज भी बहुत याद करता हूँ और प्यार करता हूँ.

उसने मुझसे वादा लिया है कि मैं उसको कोई मैसेज आदि ना करूँ.
उसको दिए गए वादे को मैं अभी भी निभा रहा हूँ.
दो
स्तो, आपको मेरी यह सच्ची Xxx ऑफिस गर्ल फक्ड स्टोरी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
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