किस्सा ए दफ्तरी चुदाई- 2
(Sexy Aurat Ki Chudai Kahani)
सेक्सी औरत की चुदाई कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरे ऑफिस की कर्मचारी मुझे खुश करने के लिए मेरी मालिश करने लगी. मैंने उसे अपना लंड दिखा दिया.
सेक्सी औरत की चुदाई कहानी के पिछले भाग
मेरे दफ़्तर का सेक्सी माहौल
में आपने पढ़ा कि मेरे दफ़्तर की पीयोन मेरी मालिश के लिए मेरे कमरे में आ गयी.
यामिना बोली- साहब, आज आपका मूड खराब था तो मैंने सोचा मैं ही मसाज कर देती हूँ.
वह आगे कहने लगी- लेकिन साहब … एक तो मैं पैसा नहीं लूँगी, दूसरा मेरी एक रिक्वेस्ट है कि यह बात हम दोनों में ही रहेगी.
मैंने कहा- यामिना मैं किसी को नहीं बताऊँगा और रही बात पेमेंट की तो वह बाद में सोचेंगे.यामिना- ठीक है, अब कपड़े उतारो.
मैं बाथरूम चला गया और सारे कपड़े निकाल कर केवल टॉवल लपेट कर बाहर आ गया.
अब आगे की सेक्सी औरत की चुदाई कहानी:
यामिना मेरे गठीले शरीर को निहारने लगी. उसकी आँखों में अजीब सी खुशी झलक रही थी.
मैंने पूछा- लेकिन तुम तो कंपनी की यूनिफॉर्म में हो, इसे पहन कर मसाज कैसे कर सकती हो?
यामिना- साहब, अभी तो मेरे पास दूसरे कपड़े भी नहीं हैं, ऐसे ही कर देती हूँ.
मैंने जोर नहीं दिया और बिस्तर पर कमर के बल लेट गया.
यामिना बाथरूम से मसाज क्रीम और तेल ले आई. मैंने यामिना से कहा- केवल ड्राई मसाज ही कर दो, तेल लगवाने की इच्छा नहीं है.
वह मेरे ऊपर झुककर अपने हाथों से मालिश करने लगी.
यामिना के हाथ छूते ही मेरा लण्ड टाइट हो गया और टॉवल में उभार आना शुरू हो गया.
वह मेरे ऊपर झुक कर मेरी छाती, कंधों और बाजुओं पर अपने नर्म हाथों को फिराने लगी.
जब वो दूसरी साइड के कंधों पर हाथ बढाती थी तो उसके भारी मम्मे मेरी छाती से टच हो जाते थे.
हम दोनों की साँसें तेज होने लगीं, मेरी छाती पर थोड़ा हाथ मसलने के बाद यामिना मेरे पाँव की मसाज करने लगी.
हालांकि मेरा लण्ड टॉवल में नीचे की ओर दबा हुआ था फिर भी लण्ड ने टॉवल को पूरा ऊपर उठाने की कोशिश कर रखी थी.
यामिना ने मेरे लण्ड के उभार को नोटिस कर लिया था.
एक बार यामिना ने मसाज करते हुए कुछ पीछे देखा तो मैंने अपने टॉवल की गांठ को तुरंत निकाल कर ढीला कर दिया.
और जैसे ही यामिना का हाथ मेरे पट पर मसाज करता हुआ मेरी जांघ की ओर बढ़ा उसी वक्त मैंने लण्ड को थोड़ा झटका दिया और लण्ड ने एकदम टॉवल को झटके से नीचे गिरा दिया और मेरा 8 इंच लम्बा-मोटा लण्ड लहरा कर बाहर निकल कर झटके खाने लगा.
यामिना ने लण्ड को देखा तो शर्म से अपनी बाजू से अपनी आंखें ढक लीं और एक हाथ से टॉवल को लण्ड पर डालते हुए बोली- सर, आपने अंडरवियर भी निकाल रखा है?
मैं कुछ नहीं बोला और लण्ड को टॉवल से ढकने की कोशिश करने लगा.
लेकिन टॉवल छोटा पड़ने लगा क्योंकि लण्ड ऊपर को तन चुका था.
मैंने यामिना से कहा- यामिना, अब जो हो रहा है होने दो और मसाज करती रहो.
ऐसा कह कर मैंने यामिना का हाथ पकड़ा और अपने तपते लण्ड पर रख दिया.
यामिना ने एक हाथ की कोहनी से अपनी आंखें बंद किये किये मेरा लण्ड पकड़े रखा और उसे ऊपर नीचे करने लगी.
मैंने अनुरोध के स्वर में कहा- यामिना, आंखे खोलकर करो न!
यामिना ने अपनी आंखें खोली और मेरी तरफ देख कर बोली- साहब, आप तो असली मर्द हो.
मैं- यामिना, तुम्हारे कपड़े खराब हो जाएंगे, इन्हें निकाल दो.
यामिना- सर, मुझे आपसे शर्म आ रही है.
मैं बैठ गया और यामिना को अपनी ओर खींच कर उसकी शर्ट के बटन खोलने लगा.
यामिना ने कोई विरोध नहीं किया.
मैंने यामिना की शर्ट के सारे बटन खोलकर उसे बाजुओं में से निकाल दिया.
शर्ट निकलते ही यामिना की बड़ी बड़ी गोरी चूचियाँ उसकी ब्रा को फाड़कर बाहर उछलने को हो रही थीं.
मैंने यामिना का हाथ पकड़ा और अपनी ओर खींच लिया.
यामिना मेरी बांहों में आ गई.
मैं यामिना की कमर के पीछे अपना हाथ ले जा कर उसकी ब्रा के हुक खोलने लगा.
यामिना- सर, ये रहने दो.
मैंने यामिना की बात नहीं सुनी और उसकी ब्रा के हुक खोलकर ब्रा को अलग कर दिया और उसे अपनी जांघों के ऊपर उल्टा लिटा लिया.
यामिना की बड़ी बड़ी सॉलिड चूचियाँ मेरी दोनों जाँघों में टिकी गई और मेरा लण्ड उसकी ठोड़ी के नीचे लग गया.
मैं यामिना के गुदाज़ शरीर पर हाथ फिराने लगा.
मैंने अपने एक हाथ को उसकी चूचियों के नीचे ले जा कर उन्हें मसल दिया.
यामिना की सीत्कार निकलने लगी.
मैंने यामिना को सीधा किया और थोड़ा नीचे झुककर अपने होंठ यामिना के होठों पर रख दिये और एक लम्बा किस किया.
यामिना के तपते होटों को मैंने चूसते हुए उसकी चूचियों को मसल दिया और अपने एक हाथ से उसकी चूत को मुट्ठी में भरकर दबा दिया.
अब यामिना थोड़ी ऊपर उठी और मेरे कान के पास अपना मुँह ला कर बोली- सर, पैंट खराब हो रही है.
मैं समझ गया और उसकी पैंट का हुक खोलकर बीच का बटन खोलने लगा.
लेकिन बटन टाइट था तो यामिना ने खुद बटन खोल दिया.
मैंने पैंट को उसके चूतड़ों से नीचे कर दिया, यामिना ने उसे खुद ही नीचे करके अपने पाँव से बेड के नीचे गिरा दिया.
यामिना अब एक बहुत ही छोटी सी सुन्दर पैंटी में रह गई. चूत की दोनों फाँकें उसकी पैंटी लाइन से बाहर निकल रहीं थी.
मैंने यामिना की चूत को पैंटी के ऊपर से ही मुठ्ठी में भींच लिया. यामिना सी … सी … करके सीत्कारने लगी.
तब मैंने यामिना के चेहरे पर झुककर उसके सुलगते होठों पर अपने होंठ दोबारा रख दिये.
यामिना भी पूरे जोश के साथ मेरे होठों को चूसने लगी.
मैंने अपना एक हाथ यामिना की पैंटी के अंदर से उसकी चूत पर रख दिया. उसकी चूत पानी छोड़कर गीली हो चुकी थी.
यामिना कसमसाने लगी.
जैसे ही मैंने यामिना की गीली चूत में अपनी बड़ी उंगली चलायी, यामिना ने अपनी दोनों जांघों को भींच कर मेरे हाथ को दबा लिया और जोर से आई … ईईई … करके चीखी.
मैंने यामिना से पूछा- यामिना, तुम्हें ये सब किये कितना वक्त हो गया है.
यामिना- पूरे चार साल, मैं तो इस सब के लिए तरस गई थी, आज आपने फिर से बदन में आग लगा दी है.
ये कहते ही यामिना मेरी जांघों में पलटी और पलटकर मेरे लौड़े को अपने मुँह में भर कर चूसने लगी.
मैंने भी अपने घुटनों को मोड़ा और यामिना के मुँह की चुदाई करने लगा.
यामिना लण्ड के सुख से पिछले चार सालों से वंचित थी अतः वह लण्ड पर टूट पड़ी. मैंने भी अपना पूरा जोर लगा कर लण्ड को उसके होठों के बीच चलाना जारी रखा.
लण्ड पूरा उसके गले तक फंस रहा था.
मैं यामिना के गोरे मम्मों और चूतड़ों को अपने हाथों से मसल रहा था.
यामिना मुँह से लण्ड बाहर निकालकर एकदम पीछे हटी, उसने तुरंत ही अपनी पैंटी उतार कर बेड से नीचे फेंक दी और मुझे बेड पर धकाते हुए 69 की पोजीशन में मेरे ऊपर आ गई.
उसने अपनी मोटी गोरी फूली हुई चूत को मेरे होठों पर रख दिया और खुद मेरा लौड़ा चूसने लगी.
उसकी यह हरकत देखकर मैं भी मस्ती से उसकी चूत को जगह जगह से चूसने लगा.
यामिना का नंगा शरीर गजब का सेक्सी था. कई हाई सोसाइटी की लेडीज़ जिनके चेहरे चमक रहे होते हैं उनके नीचे का सामान कई बार बड़ा निराश करता है, उनकी चूत काली और पिटी हुई होती है जबकि साधारण सी दिखने वाली लेडी का जिस्म इतना सेक्सी और लाजवाब होता है कि आदमी सपने में भी नहीं सोच सकता.
यामिना की चूत की बनावट इतनी सॉलिड थी कि दोनों फाँके, क्लिटोरियस और छेद बिल्कुल सुडौल, गोरे और सुंदर बनावट लिए थे.
अभी तक मैंने यामिना के नंगे शरीर का अच्छे से मुआयना नहीं किया था.
मैंने उसे एकबार बेड से नीचे उतरने को कहा.
यामिना और मैं रूम में लगे बड़े शीशे के सामने खड़े हो गए.
मैं यामिना के पीछे उसकी गोरी गाँड की गहरी खाई में लण्ड रखकर खड़ा हो गया.
मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी सुडौल गुलाबी निप्पलों वाली चूचियों को पकड़ा और उन्हें धीरे धीरे मसलने लगा.
चूंकि यामिना शीशे के आगे थी तो उसका गोरा पेट, उसमें धंसी हुई नाभि, सुडौल गोरी टांगें, आपस में सटे हुए गोरे पट और उनके बीच स्वस्थ भगोष्ठों वाली सुन्दर चूत दिख रही थी.
मैंने यामिना से कहा- यामिना, मैं भी कितना मूर्ख था कि तुम्हें छोड़कर उस लिली को देख रहा था.
यामिना- सर, लेकिन उस साली को चोदना जरूर, उसका हस्बैंड तो किसी काम का है नहीं, वह तो मन्द बुद्धि है, इसीलिए वह लेडी कुंठित रहती है क्योंकि उसकी चूत की खारिश तो मिट नहीं पाती.
मैंने कहा- यामिना, लिली को तो जरूर अपने नीचे लिटाना है.
फिर मैंने यामिना से पूछा- क्या तुमने कभी चूची और चूत से शरीर की मालिश की है.
यामिना- वो कैसे होती है?
मैं बेड पर लेट गया और यामिना से बोला तुम अपनी चूचियों और चूत को मेरे सारे शरीर पर रगड़ कर मसाज करो.
यामिना मेरे ऊपर झुक गई और मेरे पाँव से अपनी चूचियों को रगड़ते हुए मेरे पटों और जांघों पर अपनी चूचियाँ रगड़ने लगी.
उसकी चूचियाँ एकदम सख्त और उनके निप्पल और भी कड़े हो चुके थे.
अब यामिना अपनी चूचियों की मालिश मेरे लण्ड पर करने लगी.
उसने मेरे एक पट (जांघ) पर अपनी चूत रगड़नी चालू रखी.
उसकी चूत बार बार झर रही थी जिससे मेरा पट गीला हो रहा था.
यामिना अपनी चूत को मेरे लण्ड और मेरी जांघों में रगड़ने लगी.
मैंने बड़ी मुश्किल से अपने आप को रोक रखा था, उत्तेजना अपने चरम शिखर पर थी, जब भी चूत मेरे लण्ड या जांघों के पास रगड़ा खाती, मेरा दिल करता कि चूत में अपना लौड़ा घुसेड़ कर यामिना का काम तमाम कर दूँ.
अब यामिना अपनी चूत को मेरे पेट पर रगड़ने लगी. कुछ ही देर में यामिना इतनी उत्तेजित हो गई कि वह धड़ाम से मेरे ऊपर लेट गई और बोली- सर, अब आप मेरे ऊपर चढ़ो नहीं तो मैं ऐसे ही डिस्चार्ज हो जाऊँगी.
मैं यामिना के ऊपर आ गया.
जो यामिना लिली को मेरे नीचे लिटाने की सलाह दे रही थी वह खुद मेरे नीचे लेट गई.
मैं यामिना के पाँव की ओर आ गया और उसके घुटनों को थोड़ा चौड़ा करते हुए मोड़ दिया.
मैंने यामिना की सुन्दर चूत के पहली बार दर्शन किये.
चूत की दोनों मोटी फाँकें बहुत ही सुन्दर रंग और शेप लिए हुई थी. लग रहा था कि यामिना ने एकाध दिन पहले ही चूत की शेव की थी.
चूत के बीचों बीच ऊपर की ओर बहुत ही सुंदर क्लिटोरियस चूत के रस से चमक रहा था और नीचे सुन्दर गुलाबी पंखुड़ियों के साथ चूत का गीला छेद दिखाई दे रहा था.
मैंने अपने लौड़े को थोड़ा चूत के आस पास के हिस्सों का चुम्बन करवाया और क्लिटोरियस पर रगड़ा.
यामिना का शरीर मारे उत्तेजना के बार बार झटके खा रहा था.
जब उससे सहन नहीं हुआ तो मुझसे बोली- सर, प्लीज, अब डालो न!
आप इस सेक्सी औरत की चुदाई कहानी पर अपने विचार कमेंट्स में ही लिखें.
धन्यवाद.
सेक्सी औरत की चुदाई कहानी का अगला भाग: किस्सा ए दफ्तरी चुदाई- 3
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