सहकर्मी गर्लफ्रेंड के साथ सुहागरात की चुदाई की कहानी

(Sahkarmi Girlfriend Ke Sath Suhagrat Ki Chudai ki kahani)

दोस्तो.. यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है.. मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को पसंद आएगी।

मेरा नाम राज है (नाम बदला हुआ) और मैं झारखंड के शहर जमशेदपुर में रहता हूँ।

मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और मैं करीब 3 साल से इसकी कहानियां पढ़ रहा हूँ।

आज मैंने सोचा कि मैं अपनी भी एक कहानी लिख दूँ।

मैंने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और अभी मैं जमशेदपुर की एक निजी कंपनी में काम कर रहा हूँ। मैं अपने कॉलेज लाइफ से ही लड़कियों का दीवाना हूँ और एक खूबसूरत लड़की को चोदना चाहता था लेकिन वो मौका मुझे अभी 6 महीने पहले ही मिला है।

हुआ यह कि हमारी कंपनी के स्टाफ में एक नई लड़की आई थी, जिसका नाम सना (नाम बदला हुआ) है। वो दिखने में किसी बॉलीवुड की एक्ट्रेस से कम नहीं लगती है। उसका फिगर तो भाई पूछो ही मत.. साली जब चलती है.. तो पूरे ऑफिस को हिला देती है।

जब मैंने उसे पहली बार देखा तब ही सोच लिया था कि इससे सैटिंग हो जाए तो इसे खूब चोदूंगा और मेरी यह कामना बहुत जल्दी पूरी हो गई।

हुआ यह कि सना को एक प्रॉजेक्ट मिला था और वो उसे टाइम से पूरा नहीं कर पाई, तो हमारे बॉस ने मुझसे कहा कि मैं भी उसकी प्रॉजेक्ट में हेल्प करूँ और 2 दिन में इस काम को पूरा करूँ।

जब मैं सना से मिला तो वो बहुत डरी हुई लग रही थी क्योंकि यह उसका पहला प्रॉजेक्ट था।

मैंने उसे यकीन दिलाया और हम दोनों ने मिल कर वो प्रॉजेक्ट 2 दिन में पूरा करके सब्मिट भी कर दिया। इससे हमारे बॉस भी बहुत खुश हो गए और उन्होंने सना की और मेरी बहुत तारीफ़ की।

फिर सना ने भी सबके सामने मुझे गले से लगा लिया और ‘थैंक्स..’ भी कहा। लेकिन मैंने भी कह दिया कि सिर्फ़ ‘थैंक्स..’ से काम नहीं चलेगा.. ट्रीट देनी होगी।

तब उसने ‘ओके..’ कहा और दूसरे दिन मुझे अपने फ्लैट पर बुलाया। उसने अपने फ्लैट पर पार्टी का इंतज़ाम कर रखा था।
इस पार्टी मैं सिर्फ़ मैं, वो और उसकी 2 सहेलियाँ थीं।

मैंने भी मौका देख कर उसे प्रपोज़ कर दिया और उससे कहा- मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।
उसने कुछ देर मेरी तरफ देखा और धीरे से ‘यस’ कह दिया।

दोस्तो, उस टाइम तो ऐसा लगा मानो मेरी सब ख्वाहिशें पूरी हो गई हों।

उसके बाद से हमारी मुहब्बत की ट्रेन चल पड़ी और हम लोग देर-देर तक मोबाइल पर बात करने लगे, कभी कॉल से तो कभी मैसेज से चैट होने लगी। धीरे-धीरे हमारी बातें लव से सेक्स की तरफ जाने लगीं और अब हम लोग सेक्स की बातें करने लगे।

मुझे भी अब जब भी मौका मिलता.. मैं उसे किस करके उसके मम्मों को दबा देता.. उसे भी मजा आता था, हम दोनों ही सेक्स की आग में जलने लगे थे।

एक दिन काम के बाद सना ने मुझे अपने फ्लैट पर बुलाया और कहा- जरूर से आना.. बहुत ज़रूरी काम है।
मैं उसके फ्लैट पर गया और डोरबेल बजाई.. उसने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर बुला लिया।

उस टाइम वो बहुत सेक्सी लग रही थी.. वो सिर्फ़ लोवर और टी-शर्ट में थी।
उसने मेरे लिए चाय बनाई।

जब मैंने उससे पूछा- क्या काम है?
उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया और करीब 10 मिनट तक किस करने के बाद उसने कहा- यही काम था।

मैंने भी मुस्कुराते हुए उसकी तरफ देखा और उसे अपनी बांहों में भर लिया और पागलों की तरह चूमने लगा, साथ ही जोर-जोर से उसके दोनों मम्मों को दबाने लगा। उसे भी बहुत मजा आ रहा था और वो तरह-तरह की कामुक आवाजें निकालने लगी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’

थोड़ी ही देर में हम दोनों ही बहुत गर्म हो गए.. लेकिन जैसे ही मैंने उसकी टी-शर्ट उतारना चाही, उसने मुझे रोक लिया।
उसने कहा- आज मैं पहली बार तुम्हारे साथ पूरी सुहागरात मनाना चाहती हूँ.. और ये सब मैं एक दुल्हन की तरह करवाना चाहती हूँ।

मैं समझा गया कि आज तो पूरी सुहागरात की चुदाई की कहानी बन जाएगी, मजा आएगा.

वो मुझे वहीं छोड़ कर दूसरे कमरे में चली गई और करीब 15 मिनट के बाद वो बाहर आई।

ओए होए.. क्या बताऊँ.. वो किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी। इस रूप में अगर कोई 70 साल का बूढ़ा भी उसे देख लेता.. तो उसका भी लंड खड़ा हो जाता।

मुझसे और नहीं रहा गया और मैं उस पर टूट पड़ा और उसे बहुत जोर से किस करने लगा। एक-एक करके उसके कपड़े उतारने लगा। कुछ ही पलों में वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थी। फिर मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी.. उसके मम्मों को चूसने लगा और काटने लगा। चूस-चूस कर मैंने उसके दूध से मम्मों को लाल कर दिया।

वो भी अब बहुत गरम हो गई थी और बार-बार बोल रही थी- अब डाल दो.. रहा नहीं जाता।

मैंने भी देर नहीं की और उसे पलंग पर सीधा लेटा दिया.. उसकी पेंटी को भी खोल दिया।

फिर मैंने अपने भी सब कपड़े उतार दिए और मैंने उसकी कमर के नीचे एक तकिया रख कर जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चिकनी चुत में डालना चाहा.. मेरा लंड फिसल कर बाहर ही रह गया।

फिर मैंने उससे क्रीम माँगी और खूब सारी क्रीम अपने लंड पर और उसकी चुत पर लगा दी।

मैंने फिर अपना लंड उसकी चुत में सैट किया और जोर से धक्का मारा। इस बार करीब 3 इंच लंड अन्दर घुस गया था। जैसे ही लंड घुसा.. वो बहुत जोर से चिल्लाने लगी ‘आह.. फट गई.. आहह आआअहह.. प्लीज़ इसे बाहर निकालो.. मैं मर जाऊँगी.. उफ़फ्फ़ आहह आआहह..!’
यह सुहागरात की चुदाई की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे लेकिन मैं नहीं रुका। मैंने उसके होंठों से अपने होंठ सटा कर एक जोरदार धक्का मारा और मेरा लंबा और मोटा लंड उसकी सील को तोड़ता हुआ पूरा अन्दर चला गया था।

इस बार के झटके से उसकी चीख उसके गले में ही रह गई और उसकी आँखों से तेजी से आँसू बहने लगे। उसने चेहरे से ही लग रहा था कि उसे बहुत दर्द हो रहा है।

एक मिनट रुकने के बाद मैंने धक्का लगाना शुरू किया.. फिर कुछ देर में ही वो भी मेरा साथ देने लगी। करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों ही साथ में झड़ गए।

कुछ देर बाद जब हम लोग उठे और चादर को देखा तो उस पर खून लगा हुआ था। वो मुस्कुराने लगी और मुझसे चिपक गई।

फिर हम दोनों से साथ में बाथ लिया और थोड़ी देर में ही दूसरा राउंड भी स्टार्ट हो गया।

उस दिन मैंने उसे दो बार चोदा और उसके बाद भी हमने खूब चुदाई की.. लेकिन अभी एक महीने पहले ही वो अपने शहर लौट गई.. क्योंकि उसके मम्मी-पापा उसकी शादी करवाना चाहते हैं।

तो दोस्तो, कैसे लगी मेरी गर्लफ्रेंड के साथ सुहागरात की चुदाई की कहानी.. प्लीज़ बताना, मैं इंतज़ार करूँगा।
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top