सोनल मैडम और उसकी सहेली रश्मि-1
(Sonal Madam Aur Uski Saheli Rashmi-1)
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मेरा नाम संजय है, मैं दिल्ली में अकेला रहता हूँ, मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, मैं दिन भर काम में व्यस्त रहता हूँ। पहले तो जब मन करता था तब रंडी की चूत मार लेते थे, पर अब व्यस्त होने की वजह से समय ही नहीं मिल पाता !
मुझे मेरे ऑफिस के काम से मुंबई भेजा गया, वहाँ मेरी मुलाकात मेरी मैनेजेर सोनल से हुई वो 32 साल की अविवाहिता औरत थी ! उसने मुझे वहाँ का सारा काम समझाने के लिए कैफे में बुलाया। सुबह 11 बजे हम कैफे में मिले, सोनल को देखते ही मेरा तो पसीना छूट गया, उसने काले रंग का ब्लाऊज़ और क्रीम रंग की साड़ी पहन रखी थी, गले में एक महंगा हार था, गोरा रंग, मोटी-मोटी काली आँखें, लम्बे बाल, कान में लम्बी लम्बी बालियाँ एवं गोल मोल से प्यारे लाल होंठ, हाथ में आई फ़ोन, एक कला पर्स और वह मेरा इंतज़ार कर रही थी !
मैंने उसे हेलो बोला और उसने मुझे !
सोनल- क्या लोगे?
मैं (मन में तेरी चूत) जुबान से- कोल्ड कॉफ़ी विद क्रीम !
सोनल (आर्डर देने के बाद)- तुम तो काफी हैण्डसम हो, इस जॉब में कैसे फंस गए?
मैं- मैडम इस जॉब में पैसे बहुत हैं, काम भी है, लेकिन फिलहाल तो पैसे की जरुरत है मुझे !
सोनल- क्यूँ?
मैं- लाइफ चलाने के लिए मैडम और किस लिए, बहुत पैसे कमाने हैं मुझे !
सोनल- ओके ओके !
मैं- आप प्रोजेक्ट डिटेल बता दें, तो मैं आज से ही काम पे लग जाता हूँ !
सोनल मेरे हाथ में फाइल देकर- कुछ नया नही है, बस हमारा वही प्रोडक्ट बेचना है ! यह कस्टमर की डिटेल है, बाकी तुम तो तेज लगते हो !
मैं उसके मम्मों को देखते हुए, कम से कम 36 सी साइज़ होगा- थैंक यू मैडम ! मैडम एक रीक्वेस्ट है !
सोनल- हाँ हाँ बोलो !
मैं- मैडम, यहाँ कहीं रहने का बन्दोबस्त हो जाता तो? वैसे कंपनी ने रूम तो लिया होगा मेरे लिए?
सोनल- अरे वहाँ रहोगे क्या? मेरे फ्लैट में रह लो, कुछ दिन की तो बात है, और वैसे भी में तो अकेली ही रहती हूँ !
मैं अनजान बनते हुए- आप अकेली रहती हैं?
सोनल- क्यूँ? मैं अकेली नहीं रह सकती क्या?
मैं- मुझे लगा आप अपने बॉयफ्रेंड या हसबैंड के साथ रहती होंगी !
सोनल- टू बी वैरी फ्रैंक संजय ! मैं लाइफ फुल एन्जॉय करती हूँ, मुझे बन्दिशें बिल्कुल पसंद नहीं !
मैं आखिरी घूँट भरते हुए- फिर तो हमारी खूब जमेगी ! मैं आपको शाम को काल करूँगा, पहले क्लाईंट और मार्केट चेक कर लेते हैं, फिर आपका घर !
सोनल शरारती मुस्कान के साथ- और मुझे?
मैं- आपको तो चेक कर लिया मैडम, अब तो बस वैरीफाई करना बाकी है !
सोनल- आई लाईक यूअर कॉन्फ़िडेंस !
मैं बाहर जाते हुए- सी यू इन द इव !
सारा दिन क्लाईंट से मिल कर मैं थक गया था ! अपना सामान मैं रेलवे स्टेशन से लेकर टैक्सी में बैठ गया और सोनल को फ़ोन लगाया !
मैं- हेल्लो सोनल !
सोनल- हाय हैंडसम ! कहाँ हो अब तक?
मैं खुश होते हुए- बस आपने अपना एड्रेस नहीं बताया !
सोनल- अरे मुझे फ़ोन कर देते, मैं तुम्हें पिक करने आ जाती !
मैं- आप बस पता बता दो, मैं पहुँच जाऊँगा !
सोनल- ओके, मैं तुम्हें मेसेज कर देती हूँ !
मैं- ओके !
फ़ोन काट दिया।
फ्लैट में पहुंच कर देखा कि वहाँ एक और गेस्ट आई हुई थी !
मैं दरवाजा खुलते ही- हेल्लो मैडम !
सोनल- आओ तुम उस कमरे में चले जाओ, फ्रेश हो जाओ, मैं खाना लगा देती हूँ, और यह मेरी फ्रेंड है रश्मि !
मैं कमरे में जाते हुए- हेल्लो रश्मि जी !
रश्मि- हाय !
मैं जब तक तैयार होकर टेबल पर पहुँचा तो नज़ारा कुछ और ही था, रश्मि सांवले रंग की खूबसूरत लड़की थी, उसने फ़्रॉक-टॉप पहन रखा था, सोनल ने स्लीपिंग पजामा और टी-शर्ट पहन रखी थी, दोनों बला की खूबसूरत लग रही थी, और खाना मेज पर लगा रही थी !
सोनल- तुम वाइन पीते हो?
मैं- मैं तो सब कुछ पी लेता हूँ मैडम !
रश्मि हंसते हुए- हाँ हाँ, ये तो सब कुछ पीएगा !
मैं- मतलब?
रश्मि- मतलब बीअर, वोदका और रात में दूध भी !!
वह खिलखिला कर हंस पड़ी।
मैं समझ गया था कि क्या होने वाला है यहाँ पर, फिर भी बात सँभालते हुए मैं बोला- रश्मि जी, मैं दारु पीने के बाद दूध नहीं पीता !
सोनल- अरे फिर क्या फायदा ! मजा नहीं आएगा ऐसे तो !
मैं- मैडम, मैं जान गया हूँ कि आप मजे करना चाहती हैं, पर मैं आज थक गया हूँ, खाना खाकर दारु पीकर सोने का मन है ! फिर कभी मौज मस्ती भी कर लेंगे !
रश्मि- यार सोनल, इसने तो पानी फेर दिया सारे प्रोग्राम पे ! तू तो ऐसे ही इसकी इतनी तारीफ कर रही थी !
सोनल खाना लगा कर टेबल पे बैठते हुए- अरे संजय ! तुम तो कह रहे थे कि वेरीफाई करोगे मुझे और अब पलट रहे हो !
मैं- मैडम सुबह सिर्फ आप थी ! अब तो आपकी सहेली भी है, मैं तो पहले से थका हुआ हूँ और आप तो मेरे कत्ल का इन्तजाम करके बैठे हो !
रश्मि खाना परोसते हुए झुकी और अपने चूचों की झलक दिखला कर बोली- आय हाय ! बड़ी प्लानिंग के साथ आये हो लगता है ! चलो मैं तुम दोनों को डिस्टर्ब नहीं करुँगी !
मैं रश्मि के चूतड़ों पर हाथ फिराते हुए- तुम भी कमाल करती हो रश्मि, इतनी खूबसूरत लड़की को कैसे छोड़ दूँ मैं !
सोनल- अरे यार, दो दिन के लिए काम पे मत जाना !
मैं- मैडम मेरी सैलारी कट के आएगी ! उसका क्या?
रश्मि हंसते हुए- हम दोनों के साथ दो दिन के मैं तुम्हें 25000 दूंगी ! पर तुम्हें सब कुछ पीना होगा !
सोनल जोर जोर से हंसते हुए- हाँ, यह तुझे 25000 देगी फिर तो करेगा ना?
मैं अपना मटन खाते हुए- ठीक है, एक शर्त है मेरी पर !
रश्मि मेरी जाँघों पर हाथ फिराते हुए बोली- अरे जो कहेगा मानूँगी ! तू बोल तो सही !
मैं- आज सिर्फ मैं सोनल को चोदूँगा !
रश्मि उदास होते हुए- फिर से पानी फेर दिया !
सोनल- नहीं आज सिर्फ रश्मि चुदेगी, क्यूँकि वो पे कर रही है ! यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं।
मैं बहुत गरम हो चुका था, मेरा लण्ड मेरे लोअर से बाहर आना चाहता था, मैंने रश्मि को कहा- चलो फिर एक राऊंड तो हो ही जाए !
रश्मि वाइन का गिलास मुझे देते हुए- ले वाइन पी ! और मैं तेरा लण्ड पीती हूँ ! मेज के नीचे जाकर उसने मेरा लौड़ा बाहर निकाल लिया।
मैं- वओह अह !!
उसने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया, जैसे कोई कुत्ता अपने मालिक को चाटता है। मैं- मैडम, यह तो मेरी जान लेगी !
सोनल- मेरी जान, यह तुझे खा जाएगी आज !
मैं रश्मि के बालों को सहला रहा था, मेरी आँखें बंद हो गई, वो बहुत अच्छे से मेरा लंड चूस रही थी, इतने में सोनल मेरे पास आई और देखने लगी !
सोनल वाइन का घूँट पीते हुए- यार इसका तो मोटा भी बहुत है !
मैंने उसे आश्चर्य से देखा।
रश्मि अपने होठों पे जीभ फेरते हुए- यार टेस्टी भी बहुत है !
सोनल हंसते हुए- मज़ा आएगा !
मैं सोनल के चूतड़ों पर हाथ फिराते हुए बोला- यार कपड़े तो उतार दो अपने !
उसकी गांड पे चिकोटी काटते हुए !
सोनल- आउच !!!
रश्मि- लगता है तेरी गांड मारनी है इसको !
सोनल- बाप रे, इससे तो गांड ना मरवाऊँगी मैं !
मैं उसके मुम्मे दबाते हुए- क्यूँ? मुझमें क्या बुराई है !
सोनल- इतना बड़ा और मोटा मेरी चूत की भी बुरी हालत कर देगा ! गांड में से तो खून ही निकलेगा !
मैं- यार गांड तो अब तुम दोनों की बजेगी !
मेरा छूटने वाला था इसलिए मैंने रश्मि को गोदी में बैठा लिया और उसे स्मूच करने लगा, उसके मम्मे बहुत कड़े थे, मेरी छाती में घुस गए, मैंने भी उसकी घुन्डियाँ मरोड़ दी !
रश्मि स्मूच तोड़ते हुए- यार, यह तो बड़ा जालिम बन्दा लगता है, सच में मज़ा आ जाएगा !
मैं रश्मि को बाहों में उठाते हुए- चलो बेडरूम में चलें !
सोनल मेरी गांड पे हाथ फिराते हुए- चलो !
बेडरूम में पहुँच कर मैंने को रश्मि को बिस्तर पर पटका और पीछे आती हुई सोनल को बाँहों में लेकर एक टाईट स्मूच दे दिया ! इतने में रश्मि ने अपनी पैंटी उतार दी और टाँगें फैलाकर अपनी साफ़ चूत में उंगली करने लगी।
जैसे ही मैंने उसकी चूत देखी, मुझसे रहा ना गया और मैं अपना लंड लेकर उस पर चढ़ने लगा।
रश्मि मुझे रोकते हुए- अरे मेरे राजा ऐसे नहीं, पहले चाटो इसे, इसका रस पीयो, फिर चूत में लंड डालना !
मैं सीधा उसकी टांगों में घुस कर चूत चाटने लगा, मैंने पहले सिर्फ एक बार चूत चाटी थी मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड की, इसलिए अनुभव कम था- अरे यह तो खट्टी है !!
मुँह वहाँ से उठाते हुए बोला।
सोनल- ज़िन्दगी का मज़ा तो खट्टे में है राजा, चाट ले !
रश्मि मेरा सर अपनी चूत पर टिका कर बोली- अब रुकना मत ! खा जा इस कुतिया को !
मैंने चूत चाटनी शुरू की, इस बार मैं रुका नहीं, लपालप चूत चाटने लगा, उसकी चूत में उंगली भी करता और उसे जीभ से चाट लेता, वो तो जैसे सातवें आसमान में थी !
रश्मि- आआह्ह्ह अह्हह्ह अह्ह्ह ह्म्म्म हम्म्म्म…. चाट कुत्ते चाट मुझे…. खा जा इसे !
उधर सोनल अपने कपड़े उतार कर रश्मि के मम्मे सहलाने लगी।
कहानी जारी रहेगी।
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