ब्रिटेन में गोरी अप्सराओं की मस्त चुदाई-2
(Gori Apsraon Ki Mast Chuai- Part 2)
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keyboard_arrow_left ब्रिटेन में गोरी अप्सराओं की मस्त चुदाई-1
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मेरी सेक्स स्टोरी के पहले भाग में आपने जाना कि मैंने कैसे ब्रिटेन में एक गोरी फ़िरंगी नैंसी की चुदाई की।
अब आगे..
सुबह उठकर मैं और नैंसी ऑफिस गए, ऑफिस में नैंसी के चेहरे पर साफ ख़ुशी दिख रही थी।
मैंने कहा- इतनी ख़ुशी मत जताओ कि लोगों को शक हो जाए।
उसके बाद हमने कभी चुदाई नहीं की सिर्फ रोमांस ही करते रहे.. जिससे हम दोनों को ख़ुशी मिलती और दोस्तों असली मज़ा रोमांस में ही है.. चुदाई में नहीं।
चुदाई तो बस बच्चे पैदा करने का तरीका है पर पता नहीं क्यों.. जब से सब उसे इतना ज्यादा महत्व देने लगे तब से ही सेक्स समस्याएं बढ़ने लगी है।
ऐसे ही काम करते करते एक महीना चला गया।
फिर एक दिन मेरे देश भारत से कॉल आया।
वर्मा- हैलो जयदीप.. वहाँ पर एक काम है.. जो तुम ही कर सकते हो। तुम्हें मैनेजर के साथ लन्दन जाना होगा और वहाँ एक डील करनी पड़ेगी.. यह अर्जेन्ट है।
मैं- डोंट वरी सर.. काम हो जाएगा।
तभी क्रिस्टिना ने मुझे ऑफिस में बुलाया और लन्दन जाने को कहा और कहा- मैं भी साथ आ रही हूँ।
यह सुनकर तो मेरी खुशी का ठिकाना ना रहा.. मेरे मन में ही लड्डू फूटने लगे।
मैं तो क्रिस की चुदाई के सपने देखने लगा और क्यों न देखूँ.. हर आदमी उस पर मरता जो था।
क्रिस- हमें आज ही जाना पड़ेगा.. तुम फ्लाइट की टिकट बुक करो। तब तक मैं सभी डाक्यूमेंट्स रेडी करती हूँ।
मैं- जी मेम!
थोड़ी देर बाद:
मैं- प्लेन में तो टिकट नहीं मिल रहा है.. पर ट्रेन में बुकिंग हो सकती है। क्या करूँ मेम?
क्रिस- ओह माय गॉड.. ऐसा करो, ट्रेन में ही ले लो।
मैं- ठीक है मेम!
हम निकलने ही वाले थे कि नैंसी ने मुझसे कहा- कहीं कोई उल्टी सीधी हरकत मत करना… ओके?
यह कहकर उसने मुझे किस किया और मैंने भी उसे चूमा।
मैं और क्रिस्टिना ट्रेन में बैठ गए। हमें स्लीपर में तो टिकट नहीं मिली इसी लिए 2×2 की सिटिंग में बैठ गए। रास्ता लम्बा था और वैसे भी शाम के 6 बज गए थे।
सफर वैसे तो कटने वाला नहीं था.. तो मैंने बात करना ही मुनासिब समझा।
मैं- मेम आप कहाँ से हो?
क्रिस- मैं लिवरपूल से हूँ.. और आप?
मैं- मैं अहमदाबाद का हूँ। आपको तो हॉलीवुड में ट्राई करना चाहिए।
क्रिस- क्यों? मैं अपने काम से खुश हूँ तो हॉलीवुड क्यों?
मैं- आप जितनी ब्यूटीफुल लड़की मैंने अपने इस प्रोफेशन में कभी नहीं देखी इसलिए।
क्रिस- ओह धन्यवाद आपका.. लेकिन मेरी वजह से कई अपना जॉब छोड़ चुके हैं.. तुम्हें जॉब नहीं करनी है क्या?
मैं- नहीं.. मेम जो भी सच होता है.. मैं वही कहता हूँ.. आप सुन्दर हैं इसमें गलत क्या है और हर सुन्दर चीज़ की तारीफ करनी चाहिए। मैं आपसे नहीं डरता.. क्योंकि मैं सच कह रहा हूँ।
क्रिस- गुड.. अच्छा सोच है।
मैं- थैंक्स.. वैसे आप मैरिड हो?
क्रिस- हाँ.. पिछले 3 साल से हूँ।
मैं- मुझे लगा आप 22 की हो..
क्रिस- नो.. मैं 28 की हूँ.. पर लगती हूँ 22 जैसी!
मैं- आपके हस्बैंड क्या करते हैं? वो कहाँ पर रहते हैं?
क्रिस- वो भी बिज़नेस मैन है। वो फ्रांस में है। हम हर वीक में एक बार मिलते हैं।
मैं- ये तो अच्छी बात है.. आप बहुत पैसा कमा रहे हो.. पर फिर क्या?
क्रिस- क्या मतलब है आपका?
मैं- आप पैसे अपने बच्चे के लिए ही बचा रहे हो.. पर बच्चे ही लेट आएंगे तो क्या फायदा?
क्रिस- मुझे तो प्लानिंग करनी है.. पर पति फ्री नहीं होते.. बिज़नेस की वजह से!
मैं- मैं समझ सकता हूँ क्रिस्टिना।
क्रिस- मुझे कोई मेरे नाम से बुलाए तो अच्छा लगता है।
मैं- और आपको क्या-क्या अच्छा लगता है?
क्रिस- मुझे फिल्म्स.. चैटिंग.. टूर्स.. फ्रेंडशिप और फैशन ज्यादा पसंद है।
मैं- वाओ.. हमारी पसंद काफी मिलती है।
तब तक डिनर का टाइम हो गया और हम लोगों ने डिनर किया और बैठे बैठे सो गए।
रात को मेरी नींद खुली, तो मैंने देखा कि क्रिस का सर मेरे कन्धों पर था और वो सोई हुई थी। ट्रेन में भी लाइट बन्द थी। मैंने भी उसका हाथ पकड़ लिया.. तभी वो जाग गई और मुझे सोता देख वो भी सो गई।
करीब 15 मिनट बाद मैंने उसके होंठों को किस किया लेकिन कोई प्रतिभाव नहीं आया और रात यूं ही गुजर गई।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
सुबह लन्दन आ गया और हम मीटिंग में गए। हमारा काम तो हो गया.. पर उसने कहा- डॉक्यूमेंट का काम पूरा करने में 2 दिन लग जाएंगे।
तभी मैंने क्रिस को कहा- क्रिस्टिना.. हम होटल में 2 कमरे ले सकते हैं। वापिस यहाँ आने से अच्छा है कि 2 दिन यहीं गुजार दें।
क्रिस- सही बात है.. पर होटल की जरूरत नहीं है.. यहाँ मेरे पति का फ्लैट है.. जब वो यहाँ आते हैं तब यहीं ठहरते हैं।
मैं- यह तो बड़ी अच्छी बात है। आप भी मुझे दो दिन में लंदन दिखा दो। वापस कब आऊँगा पता नहीं क्रिस्टिना।
क्रिस- हाँ जरूर.. मुझे भी घूमे हुए बहुत टाइम हो गया।
हमने एक रेस्टोरेंट में खाना खाया और उसके फ्लैट में गए और तब तक शाम के 8 बज गए थे क्योंकि अलग-अलग मीटिंग्स शाम को 5 बजे तक चली थीं और लगातार मीटिंग्स की वजह से हम दोनों भी थोड़े थके हुए थे।
मैं पहले फ्रेश होने गया और नहाकर आ गया, मैंने टी-शर्ट और केप्री पहन ली।
बाद में क्रिस्टिना नहाने गई और वो भी आ गई।
वो बहुत ब्यूटीफुल और सेक्सी लग रही थी और उसने सिर्फ टॉवल पहना हुआ था, उसे देखकर मेरा लण्ड सलाम देने लगा।
मैं- वाह, क्रिस्टिना बहुत सुंदर और सेक्सी लग रही हो आप… आपके भीगे बाल और भी मस्त लग रहे हैं।
तभी वो थोड़ा शर्माई और हँस दी।
फिर मैं बाहर गया और उसने ब्लैक कलर की नाइटी पहनी.. जिसमें लगभग पूरा बदन दिख रहा था।
फिर वो मेरे पास आई और हम टीवी देखने लगे। उसमें एक एडल्ट मूवी आ रही थी। हमारे इंडिया में ऐसी मूवी अलाऊड नहीं है.. बाकी USA, Uk में सभी जगह एडल्ट चैनल को मंजूरी है।
खैर छोड़िये.. उस मूवी में किसिंग सीन आ रहा था और मैंने देखा कि वो गौर से उस सीन को देख रही है.. तो मैं उसके पास को हो गया.. उसे पता भी नहीं चला।
मैं उसकी एक जांघ को सहलाने लगा और वो मेरी तरफ देखने लगी.. पर मैं उसके पहले ही टीवी की तरफ देखने लगा।
वो कुछ समय तक मुझे देखने के बाद फिर से टीवी देखने लगी।
उसी सीन में लड़का लड़की की गांड पर हाथ फेर रहा था और वो ही मैंने भी रिपीट किया।
वो फिर से मुझे देखने लगी.. पर कोई विरोध नहीं किया।
अब वो भी मेरी शरारत जान गई थी।
मैंने फिर मौका देख कर अपना हाथ उसकी ब्रा में डाल दिया और मम्मों को छूने लगा।
अब उससे भी कण्ट्रोल नहीं हुआ और वो आँखे बन्द करके कामुक सिसकारियां लेने लग गई।
उसका वो हाल देखकर ऐसा लगा कि जैसे कामदेव की पत्नी ‘रति’ नीचे आ गई हो… ऐसी सुन्दर और सेक्सी लग रही थी।
मैं मौका देख कर उसको किस करने लगा और उसके होंठों का रस पीने लगा.. जो मुझे मदहोश कर रहा था।
फिर उसकी साँसें तेज होती गईं.. और वो मेरा पूरा साथ देने लगी।
मैंने उसे सोफे पर गिरा दिया और लेटे लेटे-लेटे ही किस करने लगा और हम दोनों ने कुछ मिनट तक एक-दूसरे के होंठों को पिया।
मैं- तुमने मेरा विरोध क्यों नहीं किया?
क्रिस- आपने ट्रेन में किस जो की थी वही मुझे पसंद आई और आपकी हरकतें भी।
यह सुनकर में दंग रह गया कि वो तब जाग रही थी।
मैं उसे उठाकर कमरे में ले गया और जोश में आ गया, मैंने उसकी नाइटी को उतार फेंका.. फिर उसकी ब्रा को खींचकर फाड़ डाला और पैन्टी भी।
वो मादक स्वर में बोली- डार्लिंग धीरे-धीरे..
पर मैं कहाँ उसकी सुनने वाला था, मैंने उसके गले, गर्दन और गाल पर चुम्बनों की बारिश कर दी और उसमें वो भी भीगने लग गई।
मैं उसके मम्मों को दबाने और मसलने लगा और चूसने भी लगा।
कुछ समय बाद मैं उसकी चूत चाटने लगा।
वो चूत चटवाने का आनन्द लेती रही और मेरे सर को चूत में दबाने लगी।
उसी दौरान वो झड़ गई और मैं उसका पानी पी गया।
फिर वो बोली- अब डाल दो.. रहा नहीं जाता।
यह सुनते ही मैंने आपना लोअर उतारा और लण्ड को उसकी चूत पे टिका कर एक धक्का मार दिया और एक ही झटके लौड़ा अन्दर घुसता में चला गया।
शायद वो बहुत चुदवाती थी.. इसी लिए उसकी चूत थोड़ी फैली हुई थी।
अब मैं धक्के पे धक्का लगाते हुए झड़ने ही वाला था.. तो उसने बोला- मैं पीना चाहती हूँ।
मैंने लौड़ा उसके मुँह से लगा दिया और वो मेरा पूरा पानी पी गई।
मैं उसके ऊपर गिर पड़ा.. क्योंकि पूरा दिन काम में थक गया था और फिर चुदाई भी की थी।
मैं उसकी बांहों में बाँहें डाल कर लेट गया और उसके मम्मों के साथ खेलने लगा.. साथ ही हम दोनों बातें करने लगे।
मैं- तुम बहुत प्यारी हो और तुमने मुझे आज मुझे जन्नत की सैर करवा दी.. वाकयी तुम एक हुस्न परी हो।
क्रिस- थैंक्स.. इतनी भी ज्यादा तारीफ मत करो..
वो हँस दी।
मैं- तुम्हारे हुस्न का रसपान किस-किस ने किया बताओगी मुझे?
क्रिस- आप पहले हो.. जिसने ये सवाल किया, इसलिए मैं बताऊँगी, सुनिए.. जब मेरी शादी हुई तब मैं जॉब नहीं करती थी। उस वक्त मेरे पति बिज़नेस को एस्टेब्लिश करने में बिजी थे और मुझसे ज्यादा सेक्स नहीं करते थे।
मैं भूखी ही सो जाती थी।
फिर मेरे घर कई बार मेरे पति से मिलने ऑफिस के मैनेजर्स आते थे। एक दिन उसने मुझसे कहा कि एक मैनेजर को ब्रेकफास्ट के लिए बुलाया है प्लीज़ तुम उसको देखना मैं कुछ देर में आता हूँ।
उसके मैनेजर से मेरी आँख लड़ गई, मैंने सीधे डाइनिंग टेबल के नीचे जाकर उसका जीन्स खोला और उसका लण्ड चूसने लगी.. और वो मज़ा लेता रहा। उसके बाद मेरे पति आए.. उस वक्त वो मुझे मुझे ढूंढने लगे। मैनेजर बोला कि वो तो शॉपिंग का बोलकर बाहर गई है।
फिर मेरे पति ऑफिस निकल गए और मैनेजर को सीधा नाश्ता करके ऑफिस आने को कहा। जैसे मेरे पति गए उसने मुझे बाहर निकाला और डाइनिंग टेबल पर ही हम दोनों सेक्स किया।
उसने मेरी प्यास बुझाई और चला गया। फिर मुझे महसूस हुआ कि ये बहुत गलत हुआ है और मैंने उसे आगे से घर आने को मना कर दिया और वो मान गया।
उसके बाद मैंने एक बार मेरे पति को उसकी सेक्रेटरी के साथ सेक्स करते देखा.. तो मैंने सोचा कि मैंने तो गलती सुधार ली, पर मेरे पति मुझे धोखा दे रहे हैं। तो मैंने उसके बारे में सोचना बन्द कर दिया और समझ गई कि सेक्स सब के लिए जरूरी है। फिर हम दोनों अपनी मर्ज़ी के मुताबिक सेक्स करते हैं और इस बात पर कोई झगड़ा नहीं करते हैं।
मैं तो ये सुनकर अचंभित हो गया। मैंने अब तक ये देखा था कि कोई छुप के सेक्स करता है.. पर ये कपल तो अपनी मर्जी से किसी के साथ भी करते थे। वो भी एक-दूसरे के जानते हुए भी।
हम थोड़ी बात करके वैसे ही सो गए और सुबह को फ्रेश होकर लन्दन देखने निकल गए और शाम को आकर पूरी रात चुदाई की। ऐसा दो दिन चला.. अब तक हमें कागज़ात भी मिल गए थे। उस दिन सैटरडे था और सैटरडे और संडे छुट्टी होती है तो हम दोनों दो दिन और रुके और घमासान चूत चुदाई हुई।
इंडिया से कॉल आया और मुझे इंडिया वापस जाना था। ये जब क्रिस्टिना और नैंसी को पता चला तो वो मुझे मिलीं और एक बार फिर चुदाई का प्रपोजल मुझे दिया।
मैंने उन दोनों के साथ एक और बार सेक्स किया और वहाँ से चल दिया।
आज भी नैंसी और क्रिस्टिना मुझे याद हैं, हम स्काइप पर बातें भी करते हैं।
चुदाई मैंने कितनी भी की.. पर तनु जैसा अहसास किसी के साथ नहीं हुआ।
आप अपने सुझाव जरूर भेजिए.. पर एक विनती है.. आपसे प्लीज उन सब लड़कियों की डिटेल या नंबर मत मांगिये.. क्योंकि मैं अपनी कहानी शेयर करता हूँ.. इसका मतलब यह नहीं कि लड़कियां भी शेयर कर दूँ.. ओके।
जरा समझदार बनिएगा।
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