साथ काम करने वाली लड़की को चोदा

(Garam Desi Girl Ki Chudai)

चेतन अंतर 2025-04-17 Comments

गरम देसी गर्ल की चुदाई का मजा मैंने लिए अपने ऑफिस में काम करने वाली एक लड़की के घर जाकर. उससे मेरी दोस्ती ऑफिस में ही हुई थी.

दोस्तो, मेरा नाम चेतन है.
वैसे तो मैं अहमदाबाद, गुजरात का रहने वाला हूँ और पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूँ.
मेरी अभी शादी नहीं हुई है.

मैं काफी समय से अंतर्वासना पर कहानियां पढ़ रहा हूँ.
मुझे लगता है कि आजकल पोर्न फिल्में देखने से ज्यादा मजा कहानियां पढ़ने और उन्हें जीने में है.

इसीलिए आज मैं अपनी एक वास्तविक जिंदगी की कहानी आपके सामने लेकर आया हूँ.
उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरी हिंदी चूत का मजा वाली यह गरम देसी गर्ल की चुदाई पसंद आएगी.

मुझे यहां पाँच साल हो गए हैं और यह कहानी एक साल पहले की है.

जब मैंने नई कंपनी जॉइन की थी, तो मुझे एक प्रोजेक्ट में डाला गया.
प्रोजेक्ट में दूसरे लोगों से मेरी जान-पहचान कराई गई.

उनमें से एक लड़की थी, जो इस कहानी की नायिका है.
उसका नाम दीप्ति (काल्पनिक नाम) था.
वह उस समय वर्क फ्रॉम होम कर रही थी.

मुझे भी कुछ दिनों के लिए वर्क फ्रॉम होम मिला.
हम एक ही प्रोजेक्ट में होने के कारण जल्दी घुल-मिल गए.

दीप्ति की शादी हो चुकी थी.
उसका पति अहमदाबाद में प्राइवेट जॉब करता था.
वे लोग बड़ोदा में रहते थे और उसका पति रोज़ अप-डाउन करता था.

हम लोग काफी समय तक स्काइप कॉल पर एक-दूसरे से बातें करते थे.
इसके कारण मुझे उसके बारे में बहुत कुछ पता चला.

कॉल के दौरान मैं कभी-कभी डबल मीनिंग वाली बातें कर देता था और वह बस मुस्कुरा देती थी.

एक दिन उसने मीटिंग में बताया कि वह अहमदाबाद शिफ्ट हो रही है.
इस बात से मैं बहुत खुश हुआ.

एक महीने बाद जब वह अहमदाबाद शिफ्ट हुई, मुझे भी वर्क फ्रॉम ऑफिस के लिए बुलाया गया.
मैं अपने एक दोस्त के साथ पीजी में रहने चला गया.

अब हम रोज़ ऑफिस में साथ बैठने लगे और लंच भी साथ करने लगे.
खाना खाते समय मैं कभी-कभी उसे छू लेता था, जिससे वह चौंक जाती थी.

मैं उसके खाने की तारीफ कर देता था, इस कारण वह कभी-कभी मेरे लिए खिचड़ी लाने लगी क्योंकि उसे पता था कि मुझे खिचड़ी पसंद है.

हम लोग चाय ब्रेक भी साथ लेने लगे.

एक दिन चाय ब्रेक के दौरान उसने मुझे अपने घर पर खाने के लिए बुलाया.

मुझे आज भी वह दिन याद है, जब उसने मुझे घर बुलाया था.
उसके घर जाने से पहले मैंने उसके और उसके पति के लिए एक अच्छा गिफ्ट लिया.
लेकिन मुझे क्या पता था कि मुझे उस दिन एक अलग ही गिफ्ट मिलने वाला था.

मैं उसके घर पर शायद शाम 6 बजे पहुंचा था.
उसने उस दिन पिंक कलर की साड़ी पहनी थी. माथे पर छोटी-सी बिंदी लगाई हुई थी. उसने स्लीवलेस ब्लाउज़ पहना था और हाथों में चूड़ियां भी पहनी थीं.
मैंने पूछा- कहीं बाहर जा रही हो या कहीं से वापस आई हो?

उसने मेरी बात को टाल दिया और मुझे चाय का कप थमा दिया.
उसने अपने लिए भी चाय का कप लिया और हम चाय पीने लगे.

उसने बताया कि उसके पति उस दिन बड़ोदा गए थे.
यह बात सुनकर मैं थोड़ा हैरान हुआ और मन ही मन खुश हो रहा था कि आज मौका है चौका मारने का.
मैंने पूछा- तुम नहीं गईं?
उसने कहा कि उसे यहां कल कुछ काम है.

फिर वह खाना बनाने चली गई और मैं सोचता रहा कि इस मौके का फायदा कैसे उठाया जाए.
मैं किचन में उसके पीछे जाकर खड़ा हो गया और उसकी कमर पर एक चुटकी काटी.
वह चौंक गई और उसके मुँह से आवाज़ निकल गई.

मैंने तुरंत उसकी गर्दन पर एक किस कर दिया.

वह रोटियां बना रही थी.
मेरी इस पहल से वह थोड़ी स्तब्ध हो गई और मुझे पीछे धक्का देने लगी.

मुझे समझ आ गया था कि वह नाटक कर रही है.

मैंने उसके हाथ पकड़े और उसके कान, गर्दन और गले के पीछे वाले हिस्से में किस करता रहा.

वह गर्म हो चुकी थी.
उसने मुझे भी चूमना शुरू कर दिया.
वह मेरे होंठों को कसकर चूम रही थी.

मैंने गैस को बंद कर दिया और उसके ब्लाउज़ के ऊपर से ही उसके निप्पल को सहलाने लगा, बीच-बीच में उसे दबा भी रहा था.

फिर उसने मुझसे कहा- सब किचन में ही करना है या बेडरूम में जाना है?

मैंने उसकी बात पर ध्यान न देते हुए उसे जोर से गले लगाए रखा और उसके होंठों को चूमता रहा.
उसी दौरान मैंने उसका ब्लाउज पीछे से खोल दिया.
उसने अन्दर पिंक रंग की ब्रा पहनी हुई थी, जिसे मैंने तुरंत खोल दिया.

इसके बाद उसके दो बड़े आम मेरे सामने आ गए.
मैं खुद को रोक न सका और उसके होंठों का रसपान करते हुए उसके स्तनों के साथ अपने हाथों से खेलने लगा.

उसने भी मेरी टी-शर्ट उतार दी.

मैंने धीरे-धीरे उसके होंठों से लेकर उसके स्तनों तक, फिर उसकी नाभि तक चूमना जारी रखा.

फिर उसने मुझे रोका और कहा- बाकी खेल अब बेडरूम में होगा.

मैंने उसे अपनी गोद में उठाया और बेड पर पटक दिया. धीरे-धीरे मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए.

तब मैंने देखा कि उसने एक-दो दिन पहले ही अपनी सफाई कर रखी थी.

मैंने जल्दी से उसकी चूत को चूमना शुरू कर दिया और उसके साथ खेलने लगा.

मैं उसकी चूत को लगातार अपनी जीभ से चाटता रहा, जब तक उसका खारा पानी मेरे मुँह में नहीं आया.

फिर मैंने उसका सारा पानी पी लिया. उसने जोर से ‘आह’ की आवाज निकाली जिससे मैं और उत्तेजित हो गया.
इसके बाद उसने मेरा लंड अपने मुँह में लिया और उसे कुल्फी की तरह चूसने लगी.

कुछ देर चूसने के बाद मेरा पानी भी निकल गया और उसने उसे गटक लिया.
फिर हम दोनों बेड पर लेट गए.

थोड़ी देर बाद मैंने उसे फिर से गर्म करना शुरू किया.
मैंने उसे मिशनरी पोजीशन में लिया और उसके ऊपर चढ़ गया.

उसकी चूत के पास अपना लंड ले जाकर उसे तड़पाने के लिए सिर्फ चूत के मुँह पर रगड़ने लगा.

उसने मुझसे कहा- अब तो चोदो मुझे … और मत तड़पाओ.
मैंने झट से उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और धीमे-धीमे आगे-पीछे करने लगा.

मुझे कभी सपने में भी यह ख्याल नहीं आया था कि जो उस दिन मेरे साथ हकीकत में हो रहा था, वह संभव हो सकता है.
कभी-कभी मैं उसके स्तनों पर थप्पड़ मारता, तो कभी उसके गालों पर!

मैं आगे-पीछे होता रहा और वह भी अपनी ‘आह आह’ की आवाजों से मेरी ताल से ताल मिलाती रही.
उसने मेरी पीठ पर अपने नाखून गड़ा दिए थे. करीब 5 मिनट बाद मैंने उसे दूसरे पोजीशन में चोदना शुरू किया.

मेरा लगभग होने ही वाला था. उसने मेरे सिर के बाल नोंच लिए और जोर-जोर से ‘आह आह आह’ करती हुई झड़ गई.
मैंने उसे पेलना जारी रखा और 10-12 झटकों के बाद उसकी चूत के अन्दर झड़ गया.

पसीने से चूर होकर मैं उसके ऊपर ही गिर गया. हम थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहे.

हमने घड़ी देखी तो 9:30 बज चुके थे. उसने मुझे धक्का देकर साइड किया और बिना कपड़ों के किचन में चली गई.
वहां जाकर उसने फिर से रोटी बनाना शुरू कर दिया.

थोड़ी देर सांस लेने के बाद मैं भी किचन में चला गया.
हम दोनों ने बिना कपड़ों के खाना खाया और किचन के बर्तन धोने के लिए रख दिए.

घड़ी में 10:15 का समय हो चुका था.
उसका पति वहां पर था नहीं तो मुझे उसके घर पर पूरी रात रुकने का मौका मिल गया.

हम दोनों वापस बेड पर आए और फिर से एक-दूसरे के साथ खेलना शुरू कर दिया.

इस बार मैंने दीप्ति को अलग-अलग पोजीशन में चोदा.
उस रात मैंने उसे दो बार और चोदा.

फिर हम बिना कपड़ों के ही सो गए.

सुबह 10 बजे उसने मुझे उठाया और चाय पिलाई.
मैंने उसे चिढ़ाते हुए कहा- मुझे अभी दूध की जरूरत है, चाय की नहीं.

उसने मुझे आंख मारकर कहा- तो पी लो, किसने रोका है आपको?
उसके इतना कहते ही मैंने उसे बेड पर गिरा दिया और उसके स्तनों को दबा-दबाकर चूसने लगा.

उसने भी पलट कर मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया.

हम दोनों 69 पोजीशन में एक-दूसरे का पानी निकालने लगे.
इसके बाद मैं नहाने चला गया.

मैंने उससे तौलिया माँगा और तौलिया देते वक्त मैंने उसे अन्दर खींच लिया.

उसका मुँह दीवार पर रखकर मैंने उसे बाथरूम में चोदना शुरू कर दिया.
हमारा यह गरम देसी गर्ल की चुदाई का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा.

शाम को उसका पति आ गया.
मैं उनसे मिला और करीब 30 मिनट बात करने के बाद वहां से निकलकर अपनी पीजी पर आ गया.

अगले दिन जब हम ऑफिस में मिले, वह बहुत खुश दिख रही थी.

उसने मुझे गले लगाकर ‘गुड मॉर्निंग’ विश किया.
मैं थोड़ा हैरान रह गया कि ये क्या हो रहा है.

उस दिन हम दोनों किसी न किसी बहाने से एक-दूसरे को छूते रहे.

कुछ दिनों बाद उसने मुझे बताया कि वह कंपनी छोड़कर जा रही है.
मुझे थोड़ा अजीब लगा, क्योंकि कुछ दिन पहले तक सब ठीक था.

उसने बताया कि उसने पहले ही इस्तीफा दे दिया था.
वह यहां इसलिए शिफ्ट हुई थी ताकि उसे नोटिस पीरियड पूरा करना था.

हम आज भी फोन पर और इंस्टाग्राम पर बात कर लेते हैं.
मैंने यह कहानी इसलिए लिखी क्योंकि मैं उन पलों को दोबारा जीना चाहता था.

मुझे उन हिंदी चूत के मजा वाले सेक्स की यादों को पुनः स्मरण करके बहुत मजा आया.

अभी भी इस सेक्स कहानी को लिखते वक्त मेरा लंड पानी छोड़ने लगा है.

उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरी यह देसी चूत का मजा वाली सेक्स कहानी पसंद आई होगी.
मैंने पहली बार कहानी लिखी है, तो अगर कोई गलती रह गई हो, तो उसे नजरअंदाज कर दीजिए.

हां, गरम देसी गर्ल की चुदाई पर मुझे अपना फीडबैक मेल पर जरूर दें.
मेरा मेल आईडी है
[email protected]

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