कंपनी की डायरेक्टर ने चूत और गांड मरवाई- 1
(Corporate Sex Kahani)
कॉर्पोरेट सेक्स कहानी में एक बड़ी कम्पनी के मालिक की बीवी अपने सैंपल पास करने मेरे पास आई. बदले में उसने अपने जिस्म को मेरे हवाले करने की पेशकश कर दी.
दोस्तो, मेरा नाम साहिल (बदला हुआ) है.
मैं अन्तर्वासना मैं दो साल से स्टोरी पढ़ रहा हूँ.
काफी समय से मैं अपनी सेक्स कहानी लिखने की सोच रहा था पर काम की व्यस्तता की वजह से नहीं लिख पा रहा था.
आखिरकार आज मैं समय निकाल कर अपनी सेक्स कहानी पेश कर रहा हूँ.
वैसे तो मैं भोपाल का रहने वाला हूँ पर काफी वर्षों से हैदराबाद मैं जॉब कर रहा हूँ और एक बड़ी कंपनी में इंजीनियर हूँ.
इधर मैं क्वालिटी कण्ट्रोल मैनेजर हूँ. मेरी अपनी कंपनी में बड़ी साख और रुतबा है.
मेरी उम्र 35 साल की है. शरीर सामान्य है और रंग थोड़ा ज्यादा ही गोरा है. सेक्स के मामले में मैं अपनी पत्नी के साथ परफेक्ट हूँ. वह भी मेरे साथ हर तरह से सेक्स कर लेती है.
हम दोनों अपनी चुदाई में चुत गांड ओरल सबका मजा ले लेते हैं.
यह कॉरपोरेट सेक्स कहानी पहले लॉक डाउन के बाद से शुरू हुई थी.
हमारी कंपनी बहुत अधिक मात्रा कुछ कम्पोनेन्ट पार्ट्स एक अन्य कंपनी से खरीदती थी.
परन्तु पहले लॉक डाउन के बाद स्टील और अन्य रॉ मटेरियल के दाम अचानक से बहुत बढ़ गए थे और उस कंपनी ने भी पार्ट्स के दाम काफी ज्यादा बढ़ा दिए थे.
ये बढ़े हुए दाम हमारी कंपनी के लिए अनुकूल नहीं थे इसलिए हमारी कंपनी ने एक नए सप्लायर की तलाश की जो पुणे की थी.
ट्रायल के रूप में उसे 50 लाख का आर्डर दिया और उन्होंने पूरी क्वालिटी मेन्टेन करते हुए समय पर माल सप्लाई कर दिया.
उनका माल गुणवत्ता में पूरी तरह से खरा था.
हमारी कंपनी ने फिर उस कंपनी को 25 करोड़ का एक साल का आर्डर दिया जो उस कंपनी की क्षमता से ज्यादा था.
तीन महीने बाद उस कंपनी ने पहली सप्लाई के रूप में 25% मात्रा तैयार की और क्वालिटी चैक करने के लिए बुलाया.
निरीक्षण के लिए मैं पुणे गया.
होटल में चैक-इन करने के बाद मैं उस कंपनी की फैक्ट्री में गया और निरीक्षण के लिए कुछ सैम्पल्स निकाले.
उन सैंपलों को मैंने अपनी कंपनी के इंस्ट्रूमेंट से चैक करने के बाद पाया कि कुछ पार्ट्स रिजेक्ट करने लायक हैं.
मैंने उनके मैनेजर को इस गड़बड़ी के बारे में बताया तो उसने तुरंत अपने जनरल मैनेजर को सूचित किया.
जनरल मैनेजर ने अपने इंस्ट्रूमेंट से चैक किया तो उसे सब परफेक्ट ही मिला.
उसने मेरे निरीक्षण करने के तरीके पर सवाल उठाया.
मुझे अपने तरीके पर पूरा भरोसा था इसलिए उनके जनरल मैनेजर से मेरी कहा सुनी और बहस बाजी हो गयी.
मैंने उनसे कहा- अपने इंस्ट्रूमेंट्स का कैलिब्रेशन सर्टिफिकेट दिखाइए.
इस पर वह आना-कानी करने लगा और सर्टिफिकेट नहीं प्रस्तुत कर पाया.
फिर कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार मैंने पूरा माल रिजेक्ट कर दिया.
मैनेजर और जनरल मैनेजर के तेवर बदल गए और वे घबरा गए.
वे दोनों रिक्वेस्ट कर रहे थे पर मैंने उनकी एक ना सुनी और होटल वापिस आ गया.
मेरा वापसी का टिकट अगले दिन का था.
तो मैंने सोचा कि शाम को थोड़ा पुणे घूम लिया जाए.
मैं फ्रेश होकर तैयार हो रहा था.
तभी रिसेप्शन से एक फ़ोन आया कि एक महिला जो कंपनी की डायरेक्टर हैं … मुझसे मिलने के लिए मेरे रूम आना चाहती हैं.
मैंने उनको भेजने के लिए बोल दिया.
थोड़ी देर में दरवाजे की घंटी बजी, दरवाजा खोला, तो देखा कि एक क़यामत ढहाने वाली महिला खड़ी है.
क्या गजब की खूबसूरत दिख रही थीं.
उन्होंने नीले रंग की साड़ी, स्लीवलैस और लो-कट ब्लाउज पहना था.
उसमें से उनके दूध से सफ़ेद बूब्स आधे बाहर झांक रहे थे.
खुले बाल, हल्का सा मेकअप और उनकी सूरत किसी मॉडल की तरह थी.
उन्हें देख कर मेरा लंड टनटनाने लगा.
मुझे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था.
खैर … मैंने उनको अन्दर आने के लिए बुलाया और सोफे पर बैठने के लिए बोला.
उन्होंने अपना परिचय दिया और नाम रिया (बदला हुआ) बताते हुए कहा कि वह कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और उनके पति कंपनी के मालिक हैं.
उन्होंने अपनी कंपनी के जनरल मैनेजर के वर्ताव पर शर्मिंदगी जाहिर की और सॉरी बोला.
मैं भी बोला- कोई बात नहीं मैडम.
उन्होंने रिक्वेस्ट की कि कैसे भी पार्ट्स को ओके कर दो.
मैंने भी नम्रता पूर्वक कहा- मैडम, ऐसी क्वालिटी के पार्ट्स हमारी कंपनी के लिए बहुत नुकसान दायक है इसलिए मैं ओके नहीं कर सकता.
उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर कहा कि कैसे भी आप ओके कर दीजिए!
इसके बदले में उन्होंने अपनी कंपनी के जनरल मैनेजर की पोस्ट ऑफर की.
मैंने मैडम से कहा- मैं स्वार्थ के लिए घपले वाला काम नहीं कर सकता.
मैडम बहुत निराश हो गईं.
उन्होंने बताया कि यह आर्डर उनकी कंपनी के लिए बहुत बड़ा था.
इस ऑर्डर को पूरा करने और रॉ मटेरियल खरीदने के लिए उनकी कंपनी ने बीस करोड़ का लोन लिया है. यह लोन कंपनी का बैलेंस शीट के हिसाब से ज्यादा था. इसलिए उन्होंने अपनी कंपनी और घर को सिक्योरिटी के रूप में बैंक में गिरवी रख दिया था. अगर यह आर्डर रिजेक्ट हो गया तो हम लोग दिवालिया हो जाएंगे. उनकी कंपनी और घर सब जब्त हो जाएगा और वे सब बर्बाद हो जाएंगे.
यह सब बताते हुए उनकी आंखों से आंसू आ गए.
उन्होंने निवेदन किया- कोई तो तरीका निकालिए, जिससे हम लोग बच जाएं.
मुझसे उनका यह हाल देखा नहीं गया.
इतनी खूबसूरत महिला और मुझसे निवेदन कर रही थी इसलिए मैं भी पिघल गया.
मैंने कहा कि ठीक है, कुछ रास्ता निकालते हैं. जिससे मेरी कंपनी को ओके पार्ट्स मिलें और उनकी कंपनी का भी नुकसान ना हो.
तो मैंने पूछा कि उनके अंदाज से कितने प्रतिशत पार्ट्स रिजेक्ट होने लायक बने होंगे!
उन्होंने अपने मैनेजर को फ़ोन किया और पूछा, तो उसने बताया की लगभग दस प्रतिशत पार्ट्स.
फिर मैंने कहा कि ओके आप अपने वर्कर्स को काम पर लगाएं और पूरी रात सभी पार्ट्स का शत प्रतिशत निरीक्षण करें और मेरी कंपनी वाला इंस्ट्रूमेंट इस्तेमाल करें. सभी रिजेक्ट पार्ट्स को अलग निकाल दें और उनके हिसाब से जो ओके पार्ट्स हैं, उन्हें दिखाएं. मैं कल फिर से उनकी जांच करूँगा. रिजेक्ट पार्ट्स को रिपेयर करके बाद में फिर से ऑफर करें. इससे उनका नुकसान नहीं होगा और हमारी कंपनी को भी पूरी तरह से ओके पार्ट्स की सप्लाई हो जाएंगे.
मैडम मेरा सुझाव सुन कर ख़ुशी से उछल पड़ीं और मेरा हाथ पकड़ कर बार बार थैंक्यू बोलने लगीं.
उनको बहुत राहत मिली और वे मेरी होशियारी की कायल हो गईं.
उन्होंने कहा- लेट्स सेलिब्रेट दिस.
मैंने कहा- मैडम इसकी कोई जरूरत नहीं है. खतरा अभी टला नहीं है. आप कल के काम के लिए तैयारी कराएं.
उन्होंने कहा- आप उसकी चिंता ना करें, हमारा जनरल मैनेजर अपनी नौकरी बचाने के लिए कैसे भी रात भर में काम पूरा करेगा.
फिर से उन्होंने सेलिब्रेट करने की जिद की.
इस बार तो वे लगभग मेरे गले से लग ही गई थीं.
उनकी चूचियों की गर्माहट ने मेरे लौड़े को टनटन करने पर मजबूर कर दिया.
उनको भी मेरे लंड के तनाव का अहसास हो गया था.
उन्होंने अपना हाथ बड़ी नजाकत से मेरे लंड के पास तक ले जाकर मुझे अपनी चुदने की लालसा से परिचित कराया.
वे मादक भाव से मेरी छाती को हाथ से सहलाती हुई कहने लगीं- चलो न बंगले पर कुछ एंटरटेन करते हैं.
मैं तो खुद उनके साथ समय बिताना चाहता था इसलिए मैंने भी हां कह दी- चलिए, आप की जैसी मर्जी!
उन्होंने खुश होते हुए मुझसे खुद को अलग किया और किसी को फ़ोन लगा कर सब इंतजाम करने के लिए कहा.
मैडम ने नशीली आंखों से मुझे देखते हुए कहा- मैंने अपने घर पर ही सारा इंतजाम किया है.
हम दोनों मैडम की कार से उनके बंगले पर आ गए.
उनके घर पर कोई नहीं था.
मैडम ने मुझे हॉल में बैठाया और ड्रिंक ऑफर की.
मैंने वाइन लेने का बोला.
मैडम ने वाइन के दो पैग बनाए.
हम दोनों इधर उधर की बातें करते हुए धीरे धीरे वाइन पी रहे थे.
मैडम ने एक सिगरेट सुलगाई और मेरी तरफ बढ़ा दी.
मैंने सिगरेट अपने होंठों में फंसाई और कश लेने लगा.
मुझे उनके होंठों का स्वाद इस सिगरेट से आने लगा था.
उन्होंने अपने बारे में बताना शुरू किया कि उनकी लव मैरिज हुई थी.
एमबीए कॉलेज में हम दोनों में लव हुआ और बाद में शादी कर ली.
अभी मेरे पति ने एक और कंपनी खोली है.
वे कुछ इन्वेस्टर से मिलने के लिए दिल्ली गए हैं.
मैंने नशीली आंखों से मैडम की जवानी को निहारा.
उनकी उम्र शायद 28-30 रही होगी.
उनको कोई बच्चा नहीं था.
अब उन्होंने मेरे बारे मैं भी कुछ पूछा.
कुछ देर बाद मैडम बोलीं- कुछ मजा नहीं आ रहा … लेट्स प्ले म्यूजिक एंड डांस!
उन्होंने म्यूजिक स्टार्ट किया और मुझे डांस के लिए बुलाया.
मैं शर्माते हुए मैडम के साथ डांस करने लगा.
मैडम को लगा कि मैं कुछ ज्यादा ही नर्वस फील करने लगा हूँ तो उन्होंने खुद मेरा हाथ पकड़ कर अपनी कमर पर रख दिया और कहा- हमारी पार्टी में किसी भी पुरुष या महिला के साथ डांस आम बात है.
अब मैं भी थोड़ा खुलने लगा था और मजा भी आने लगा था.
मैडम के मखमली कोमल शरीर स्पर्श, उनके शरीर की खुशबू, उनके बालों की महक और उनका खूबसूरत चेहरा मुझे पागल कर रहा था.
मैं स्वर्ग की सैर करने लगा था.
अब मैं मैडम के शरीर से और चिपक कर डांस करने लगा और अपने हाथ को उनकी कमर के आस पास सहलाने लगा.
मैडम सिर्फ मुस्कुरा रही थीं.
मैंने मैडम से कहा- सच में आपके पति बहुत भाग्यशाली हैं, जो आप जैसी अप्सरा उनको मिली.
मैडम खिलखिला कर बोलीं- क्या फ़्लर्ट कर रहे हो?
मैंने कहा- हमारी ऐसी किस्मत कहां कि आप जैसी खूबसूरत महिला के साथ फ़्लर्ट कर सकूँ!
मैडम शायद मेरी फ्लर्टिंग का मजा ले रही थीं और डांस करते वक़्त अपना चेहरा मेरे सीने पर रख दे रही थीं.
मैं थोड़ा गर्म होने लगा था; मैं भी अपने हाथ से मैडम की कमर के आस-पास दबाने लगा था.
मैडम मेरी ओर देखने लगीं और उन्होंने एक कातिलाना मुस्कान दे दी.
थोड़ी देर बाद हम दोनों एक दूसरे की आंखों में देखने लगे और पता नहीं फिर अचानक से क्या हुआ कि अपने आप मेरे होंठ मैडम के होंठों की ओर बढ़ गए.
मैडम ने भी साथ दे दिया और हम दोनों के होंठ आपस में जुड़ गए.
मैम ने भी कुछ विरोध नहीं किया और अपनी आंखें बंद करके किस का मजा लेने लगीं.
कुछ ही पल बाद मैडम की मीठी जीभ मुझे अपने मुँह के अन्दर आती हुई महसूस हुई.
मैंने उनकी जीभ को चूसना चालू कर दिया तो मैडम ने अपने जिस्म का सारा भार मेरे ऊपर डाल दिया और मुझे उनकी मस्त चूचियों का मजा भी मिलने लगा.
उनकी इस तरह की हरकत से मुझे और जोश आ गया और मैं मैडम को वाइल्ड किस करने लगा.
मैडम भी पूरा साथ देने लगीं और किस करते समय मेरे सर में पीछे से बालों में हाथ डालती हुई जोरों से किस करने लगीं.
दोस्तो, मैं आपको रिया मैडम की चुदाई की कहानी का पूरा मजा अगले भाग में दूंगा.
मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी इस कॉरपोरेट सेक्स कहानी में मजा आ रहा होगा.
आप मुझे मेल लिख कर जरूर बताएं.
कॉरपोरेट सेक्स कहानी का अगला भाग: कंपनी की डायरेक्टर ने चूत और गांड मरवाई- 2
What did you think of this story??
Comments