सेक्सी पत्नी को जवान नौकर से चुदवाया- 6
(Xxxxx Sex With Hot Wife)
Xxxxx सेक्स विद हॉट वाइफ का मजा मेरे घरेलू नौकर ने लिया मेरे सामने मेरी परी जैसी बीवी की चूत चुदाई करके. मेरी पत्नी ने मुझे भी चूत देना बन्द कर दिया था.
दोस्तो, मैं राकेश अन्तर्वासना के स्थापित लेखक भोगीराज जी के जरिए अपनी बीवी की नौकर से चुदाई की कहानी का अंतिम भाग लेकर हाजिर हूँ.
कहानी के पांचवें भाग
मेरी बीवी खुल कर चुदने लगी
में आपने पढ़ लिया था कि मेरी बीवी ने नौकर से रात को एक बार चुदवा लेने के बाद सोने का कह दिया और वह अधनंगी ही मेरे नौकर के साथ चिपक कर सो गई. मैं अपने लंड को पकड़ कर मन मसोस कर सो गया. रात को एक बजे मैंने देखा कि मेरी बीवी मेरे नौकर चंदू के लंड पर उछल रही थी, तो मैं उन दोनों की मस्त चुदाई को देखने लगा.
अब आगे Xxxxx सेक्स विद हॉट वाइफ का मजा:
चंदू उर्मी के बूब्स को उसकी ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा.
मैंने मुस्कुराते हुए उर्मी से पूछा- तुमने तो कहा था कि चंदू से चुदवा कर तुम्हें मजा नहीं आया, तो फिर अब ये क्या कर रही हो?
इस पर उर्मी मुस्कुराती हुई बोली- मैंने तो ऐसे ही कह दिया था!
मैं- इसका मतलब तुम्हें चंदू से चुदवा कर मजा आया था न!
उर्मी पूरे जोश में बोली- जी हां, बहुत मजा आया. इतना मजा आया कि आज से पहले कभी नहीं आया!
मैं- यस! यह हुई ना कोई बात मेरी जान!
तभी चंदू उर्मी के बूब्स को दबाते – दबाते अपने हाथ को पीछे ले गया और उसने पीछे से उर्मी की ब्रा को खोल दिया.
ब्रा खुलते ही उर्मी के दोनों आम जैसे मम्मे नंगे हो गए और इस तरह से अब उर्मी पूरी तरह से नंगी हो चुकी थी.
अब चंदू उर्मी के नंगे मम्मों को हाथों से मसलने लगा और अपने मुँह से चूसने चाटने लगा.
उर्मी भी झुक झुक कर अपने मम्मे चंदू से चुसवा रही थी.
चंदू भी बड़े मजे से उर्मी के मम्मे चूस रहा था.
तभी उन दोनों के मुँह से एक साथ ‘आह’ आवाज निकली और दोनों ही एक बार फिर से झड़ गए.
उर्मी चंदू के ऊपर गिरी और चंदू ने उसे अपनी बांहों में भर लिया.
इसका मतलब यह हुआ कि दोनों की चुदाई बहुत देर से चल रही थी.
पता नहीं, कब जाग कर दोनों चुदाई में लग गए थे.
मुझे तो यह पता ही नहीं चला कि आधी रात को दोनों में से पहले कौन चुदाई के लिए तैयार हुआ था.
अब यह राज राज ही रह गया.
इन दोनों की दूसरी चुदाई के बाद मैं फिर सो गया.
उसके बाद सुबह 4:00 बजे मेरी नींद खुली.
तो देखा कि कमरे में उर्मी और चंदू दोनों ही नहीं हैं.
मुझे थोड़ा अजीब लगा कि इतनी रात को भला दोनों कहां चले गए.
तभी मुझे हॉल से आह उह की आवाज सुनाई दी. जैसे ही मैं हॉल में गया, तो हॉल का नजारा देखकर एक बार फिर दंग रह गया.
चंदू सोफे पर बैठा हुआ था और उर्मी पूरी नंगी चंदू के लंड पर बैठकर खूब मस्ती से अपनी चूत की चुदाई करवा रही थी.
मैं तो उर्मी को इस अवतार में देखकर हैरान था.
उर्मी की पीठ मेरी तरफ थी और चंदू का मुँह उर्मी के शरीर से ढका हुआ था.
लेकिन मैंने साफ देखा कि उसका मुँह उर्मी की छाती पर था.
मतलब यह कि वह मेरी बीवी की चूचियों को चूस रहा है और साथ ही में मेरी बीवी के नंगे पेट को अपने हाथों से रगड़ भी रहा है.
मेरी पत्नी भी खूब उछल उछल कर चंदू से चुदवा रही थी और साथ में अपने गोरे मम्मे भी बड़े मजे से चुसवा रही थी.
इसके साथ साथ वह ‘आह आह ओह ओह’ की आवाज भी निकाल रही थी.
तभी मैंने अपना पजामा उतारा और अपने लंड को हाथ में लेकर उन दोनों के पास आ गया.
मैं अपना लंड हिलाने लगा.
मुझे अचानक देखकर दोनों थोड़ा सा घबरा गए.
मैं- घबराओ मत, मजे से चुदाई करो.
उर्मी- अरे राकेश तुम फिर से. हद है यार … और कितनी बार मुझे चुदते हुए देखोगे?
मैं- जितनी बात तुम चुदोगी मेरी रानी. पहले मुझे यह बताओ तुम दोनों यहां चुदाई क्यों कर रहे हो?
चंदू- भैया, मुझे भाभी को सोफे पर चोदने का मन था, तो मैं इन्हें यहां ले आया.
मैं- और आधी रात को किसका मन हुआ था चुदाई का?
चंदू- मेरा, मैं भाभी को पूरे कपड़े खोलकर चोदना चाहता था. इसलिए मैंने इन्हें आधी रात को जगाया और चुदाई की … और भाभी ने भी मना नहीं किया.
मैं- क्या बात है भाभी हो तो ऐसी!
इस पर उर्मी मुस्कुराती हुई बोली- हां तुम तो ऐसे ही कहोगे. तुम्हें किसी और के साथ मेरी चुदाई देखने का मौका जो मिल रहा है.
उस पर हम तीनों ठहाके मार कर हंसने लगे.
फिर उर्मी चंदू से चुदवाने में व्यस्त हो गई.
इस वक्त जिस तरह से उर्मी चंदू की गोद में बैठ चुदवा रही थी, उससे ऐसा लग रहा था कि कोई शेरनी किसी बकरे से चुदवा रही हो.
चंदू बेतहाशा उर्मी की चूत में लंड पेले जा रहा था और उसके दोनों बूब्स से खेल रहा था.
यह नजारा देखकर मुझे बर्दाश्त नहीं हुआ और मैंने सोचा कि मैं भी थोड़ा उर्मी के नंगे बदन पर मुँह मार लूं.
पर जैसे ही मैंने उर्मी के पीठ को छुआ.
उर्मी ने मुझे धक्का देते हुए कहा– नहीं, आप नहीं. आज आप मुझे दूर रहो. आज तो मैं सिर्फ चंदू की हूं. मुझे दुबारा छूने की कोशिश भी मत करना. आपको मुझे चंदू से चुदवाते हुए देखा था ना, तो सिर्फ चुदवाते हुए देखो. खुद चोदने की कोशिश मत करना.
उर्मी के इस व्यवहार से मैं आश्चर्यचकित रह गया.
मुझे ऐसा लगने लगा कि मैंने अपनी बीवी को चुदवा कर खो दिया.
अब मेरे पास वहीं खड़े होकर मुठ मारने के सिवा और कोई चारा नहीं बचा था.
मैं बहुत ही जोर जोर से अपने लंड पर मुट्ठी मार रहा था.
चंदू भी मेरी बीवी को जोर-जोर से चोद रहा था.
तभी चंदू के मुँह से आवाज आई- आह मेरी रानी … मैं फिर से झड़ने वाला हूं!
उर्मी ने भी कहा- हां, मैं भी झड़ने वाली हूं.
अब यह तीसरी बार दोनों के चूत और लंड एक साथ में झड़ने वाले थे.
तभी दूसरे कमरे से मेरे बेटे की रोने की आवाज आई.
उर्मी- अरे लगता है अमर उठ गया है. जाओ जल्दी से उसको फिर सुलाओ.
मैं- नहीं, मुझे तुम्हें चंदू के लंड पर झड़ते हुए देखना है.
उर्मी- पर वह तो तुम पहले भी दो बार देख चुके हो न! अभी तो तुम जल्दी से कमरे में जाओ और अमर को सुला आओ. क्योंकि जब तक मैं झडूंगी. तब तक तो अमर रोता हुआ हॉल में आ जाएगा. अगर अमर हॉल में आ गया और अपनी मां को इस अवस्था में देख लिया तो उसके दिमाग पर कितना बुरा असर होगा. इसलिए तुम जल्दी जाओ और अमर को रोको.
मैंने जल्दी से पजामा पहना दौड़ कर अमर के कमरे में गया और कमरे का दरवाजा अन्दर से बंद कर दिया.
अमर मुझे देखते ही पापा पापा करने लगा और मेरी गोद में आ गया.
उसके बाद वह मम्मी के बारे में पूछने लगा.
मैंने उसे कोई बहाना बना कर जल्दी से उसे सुला दिया.
उसे सुलाने में मुझे करीब 5 मिनट लग गए.
उसके बाद में कमरे से बाहर निकल कर हॉल में आया.
तो मैंने देखा कि उर्मी और चंदू दोनों सोफे पर बैठे हुए हैं.
मैंने पूछा- क्या हुआ, तुम दोनों का वीर्य निकल गया?
इस पर उर्मी बोली- नहीं, अब तक कहां झड़े हैं. तुम्हारे जाते ही तो चंदू ने चुदाई बंद कर दी और मुझसे कहा कि जब भैया आएंगे, तब मैं आपको चोदूंगा. भैया को हम दोनों को झड़ते हुए देखने का सुख मिलकर ही रहेगा.
इस पर मैं चंदू से बहुत खुश हुआ.
मैं- तो अब रुके किस लिए हो, चलो जम कर चुदाई शुरू करो.
इस पर उर्मी पहले की तरह चंदू से चुदवाने के लिए आगे हुई, तो चंदू ने कहा- भाभी, इस बार आप घोड़ी बनो और मैं पीछे से आपकी चूत चोदूंगा.
उर्मी ने सोफे पर अपने दोनों हाथ रखे और घोड़ी बन कर अपनी गांड मटकाने लगी.
चंदू ने अपने दोनों हाथों से उर्मी की गोरी गांड को पकड़ा पीछे से अपना लंड उसकी चूत में डाल कर बेतहाशा चोदने लगा.
उर्मी आह की आवाज निकालती और पीछे से चंदू धक्के पर धक्के मारता जा रहा था.
यह नजारा देख कर मैं फिर से मुठ मारने लगा.
उर्मी के मुँह से जब भी आपकी आवाज निकलती, मेरा मन करता कि मैं उर्मी के होंठों को चूम लूं.
पर उर्मी ने मुझे उसे छूने से मना किया था इसलिए मैं ऐसा कुछ नहीं कर रहा था.
थोड़ी देर के धक्का पेल चुदाई के बाद दोनों झड़ने वाले थे.
तो चंदू ने उर्मी के चूत से अपना लंड निकाला और वह सोफे पर बैठ गया.
उसके बाद उसने उर्मी को पकड़कर अपने लंड पर बिठा दिया.
इस बार उर्मी की पीठ चंदू के मुँह की ओर थी और चंदू उर्मी के पीठ को चूमते चाटते हुए नीचे उसे चोद भी रहा था.
उर्मी भी खूब उछल उछल कर उसके लंड पर कूद रही थी.
उसके बाद चंदू ने अपने दोनों हाथों को आगे करके उर्मी के दोनों चूचों को अपने हाथों में थाम लिया और उन्हें दबाने व मसलने लगा.
उर्मी के चेहरे को देख कर लग रहा था कि वह बहुत आनन्द में है.
होगी भी क्यों नहीं, पराए मर्द का लंड हर किसी शादीशुदा औरत को बहुत अच्छा लगता है.
पहले तो हर बीवी मना करती है लेकिन जब एक बार किसी पराए मर्द से चुद जाए, तो फिर बार-बार उसी से चुदवाती है.
यह मुझे आज साफ साफ अपनी पत्नी में दिख रहा था.
इसी तरह से चुदते चुदते आखिरकार चंदू और उर्मी दोनों तीसरी बार भी झड़ गए.
दोनों ने एक लंबी सांस ली और फिर उठकर कमरे की ओर जाने लगे.
मैं भी उनके पीछे-पीछे जाने लगा.
जैसे ही दोनों कमरे में गए, उर्मी दरवाजा बंद करती हुई बोली- देखो राकेश अगर अमर फिर से उठ गया तो … इसलिए तुम अमर के साथ सो जाओ. मैं और चंदू इस कमरे में सो जाते हैं.
ऐसा कहते हुए उर्मी ने दरवाजा बंद कर लिया.
फिर मैं भी अमर के कमरे में जाकर सो गया और मुझे बहुत ही अच्छी नींद आई.
सुबह करीब 7:00 बजे उठा तो देखा कि अमर अभी तक सो रहा है.
मैंने उसे नहीं जगाया और मैं तुरंत अपने कमरे की ओर चला गया.
जब कमरे में गया तो कमरे का दरवाजा खुला हुआ था और वहां चंदू और उर्मी दोनों ही दिखाई नहीं दे रहे थे.
तभी मुझे बाथरूम से नहाने की आवाज आई और मैं बाथरूम की ओर गया.
बाथरूम का दरवाजा पूरा खुला हुआ था.
मैं दरवाजे के पास गया और जो भी मैं देखा, उसे देख कर मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई.
उर्मी ब्लैक ब्रा और ब्लैक पैंटी में चंदू के साथ बड़े मजे से नहा रही थी.
मुझे देखने के बाद भी उन दोनों पर कोई असर नहीं हुआ और वे दोनों लगे रहे.
झरना चालू था और दोनों एक दूसरे को चूस चाट रहे थे.
इस पर मैंने कहा- अरे कल ही तो तुम लोग दोनों में तीन बार चुदाई की है. अभी भी मन नहीं भरा है क्या?
उर्मी- हां नहीं भरा है तो क्या कर लोगे. तुम्हें तो अपनी बीवी को किसी और की बांहों में देखने का शौक था, तो अब क्या तकलीफ हो रही है तुम्हें? चंदू से चुदवाने के लिए मुझे कल रात खूब शराब पिलाई. कमरे की लाइट बुझा कर, चंदू को कमरे में बुलाया और अपने लंड की जगह चंदू का लंड मेरी चूत में डलवा दिया. मुझे सब समझ में आ रहा है कि कल रात तुमने क्या क्या किया है. अब जब तुमने चंदू से चुदवाने के लिए इतना सब कुछ किया ही है, तो अब जब तक चंदू यहां है, मैं सिर्फ चंदू से ही चुदवाऊंगी. तुम्हें अपने शरीर को छूने भी नहीं दूंगी.
तभी चंदू ने मेरे सामने ही उर्मी की ब्लैक पैंटी पकड़कर नीचे सरका दिया और तुरंत अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया.
उर्मी आह करती हुई चंदू को अपने सीने से चिपका कर चुदाई करवाने लगी.
Xxxxx सेक्स विद हॉट वाइफ का मजा लेते हुए वे दोनों एक दूसरे को लिप किस करने लगे.
तभी अमर की रोने की आवाज आई.
तो उर्मी बोली- अब जाओ और अमर को संभालो, मैं इधर चंदू से अपने यौवन का भोग लगवाती हूं.
उर्मी को चंदू पर इतना प्यार लुटाते हुए देख मैं वहां से जलन के मारे चला गया और अमर को संभालने लगा.
ठीक दस मिनट बाद उर्मी अच्छे से तैयार होकर अमर के पास आई और उसे स्कूल के लिए तैयार करने लगी.
मैंने उर्मी से कल रात के लिए बात करने की कोशिश की पर वह मेरी एक नहीं सुनना चाह रही थी.
वह बोली- अब मेरे रसीले बूब्स, गोरी कमर, गुलाबी होंठ, चिकनी चूत इन सब पर सिर्फ चंदू का अधिकार है. जब तक चंदू यहां है, मैं सिर्फ उसी से ही पेलवाऊंगी. सिर्फ वही मुझे पेलेगा. तुम तो मुझे छूने की भी कोशिश मत करना.
साथ ही उसने यह भी कहा- तुम्हारे ऑफिस जाने के बाद इसी कमरे में आज दिन भर से चंदू से चुदवाऊंगी. पर तुम मत घबराओ. तुम चंदू को मुझे चोदते हुए देखकर मुट्ठ मारना चाहते हो ना … तो आज रात में भी मैं चंदू से चुदवाऊंगी और तुम हाथ से सिर्फ मुठ मारने का ही काम करना. आज से जब तक चंदू इस घर में है, तुम मुझे चंदू से चुदते हुए देखकर सिर्फ मुट्ठी ही मारना. अब बस यही काम है तुम्हारा इस घर में.
उर्मी के मुँह से यह सब सुनते ही मैं समझ गया था कि अब मैंने अपनी पत्नी को चुदवा कर खो दिया.
चंदू पूरे 2 महीने हमारे घर पर रहा और पूरे 2 महीने तक उसने उर्मी को जमकर चोदा.
उर्मी भी खूब मजे ले ले कर चंदू से चुदवाती थी.
चंदू ने जैसा कहा, वह उससे वैसे चुदवाती थी.
उर्मी ने चंदू को चुदाई के लिए कभी मना नहीं किया.
चंदू का जब भी मूड होता, उर्मी उसे चुदने को तैयार रहती.
जब भी चंदू उर्मी को चोदता, उर्मी के चेहरे पर खुशी साफ साफ दिखाई देती.
जबकि मैं उसे इससे पहले चोदने कोशिश करता था तो वह मुझसे हर दिन नहीं चुदवाती थी.
पर अब मैंने उर्मी में यह परिवर्तन देखा कि वह हर दिन, हर रात चुदाई करवाती.
चंदू उर्मी को कभी साड़ी में, कभी सलवार सूट में, कभी नाइटी में, तो कभी न्यूज एंकर की तरह कोट और पैंट में चोदता.
उर्मी भी उसके पसंद के हिसाब से तैयार होकर उससे खूब चुदवाती.
इस तरह से चंदू की हर दिन गुलजार और हर रात रंगीन होती रही.
पूरे 2 महीने तक मैं उर्मी के मुँह से ‘आह उह’ की आवाज सुनता रहा.
इन 2 महीनों में मैं अमर के साथ दूसरे कमरे में और चंदू उर्मी के साथ मेरे कमरे में सोता … और उर्मी को खूब चोदता.
ऐसा कोई दिन और रात नहीं गया, जब उसने मेरी उर्मी को चोदा नहीं होगा.
उन दोनों की दिन की चुदाई मैं नहीं देख पाता था.
रात को अक्सर में उन दोनों को चुदाई करते हुए देखता था.
इसी तरह से पूरे 2 महीने बीते और चंदू अपने गांव जाने लगा.
जाते वक्त उर्मी ने उससे कहा- यह भी तुम्हारा ही घर है, जब भी मन करे यहां आ जाना. मैं तुम्हें दिल खोल कर प्यार करूंगी. क्योंकि इन 2 महीनों में जो तुमने मुझे सुख दिया है, उसे मैं कभी भुला नहीं सकती. तुमसे चुदने का अनुभव मुझे बहुत अच्छा लगा.
चंदू ने भी कहा- आपको चोद कर मुझे बहुत मजा आया. आज तक मैंने आप जैसी औरत कहीं नहीं देखी थी. आप को चोदते चोदते ये 2 महीने कैसे बीते गए, मुझे पता ही नहीं चला. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद उर्मी भाभी.
उसके बाद चंदू अपने गांव चला गया.
उसके बाद से ही उर्मी ने मुझे उसे चोदने दिया.
यूं तो मैं अपनी पत्नी को चोद कर संतुष्ट कर देता हूं. लेकिन मेरी पत्नी आज भी चंदू का इंतजार करती है.
तो दोस्तो, यही थी मेरी की Xxxxx सेक्स विद हॉट वाइफ का मजा कहानी.
आपको यह कहानी कैसी लगी … आप मुझे अपने मेल व कमेंट्स से जरूर बताएं.
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