हमारी दो नौकरानियाँ मेरे रात की रानियां- 2
(Porn Sex With Maid)
पोर्न सेक्स विद मेड का मजा मुझे मेरी काम वाली ने दिया, वो भी मेरी पत्नी की सहमति से. वह मेरे साथ पूरी रात मेरे बेडरूम में रह कर मुझे पत्नी वाला सुख प्रदान करती.
कहानी के पहले भाग
मेरी बीवी को चुदाई पसंद नहीं
में आपने पढ़ा कि मेरी शादी बहुत सुंदर लड़की से हुई मगर वह मॉडलिंग में जाना चाहती थी तो फिगर ख़राब होने के डर से मुझे ठीक से चोदने नहीं देती थी.
पत्नी की सहमति से मैंने अपनी युवा नौकरानी के साथ सेक्स किया.
मुझे बहुत मजा आया.
अब आगे पोर्न सेक्स विद मेड:
सुबह काजल चाय लेकर आयी, मेरे होंठ चूमकर मुझे जगाया.
हमने साथ चाय पी, फ्रेश होने के बाद हम साथ नहाये।
रात की कम रोशनी में काजल का सुन्दर सेक्सी बदन देखा था।
काजल के नंगे शरीर पर साबुन लगाते समय मैंने दिन की रोशनी में जब उसका बदन का हर अंग देखा.
मुझे वह और सेक्सी लगी।
मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैंने काजल को लंड चूसने को कहा, वह बाथरूम के नीचे स्टूल पर बैठकर लंड चूसने लगी.
तब मैंने काजल का सर पकड़ा और लंड गले तक डालकर मुँह चोदने लगा.
जब उसका दम घुटता वह लंड मुँह से बाहर निकाल देती, फिर चूसने लगती।
मैं चरम सीमा पर पहुंचा मैंने लंड गले तक डालकर उसका सर पकड़ लिया, वीर्य की धार उसके गले से उतर गयी।
मैंने अपना लंड मुँह से बाहर निकालकर पूछा- स्वाद कैसा लगा?
काजल- स्वादिष्ट है!
कहकर मुस्कुरा उठी.
गर्मी के दिन थे, मैंने काजल को कपड़े नहीं पहनने दिए, मैं भी नंगा घूम रहा था।
काजल नंगी ही नाश्ता बना रही थी.
मैंने पीछे से जाकर काजल को पकड़ लिया, उसके चूचे दबाने लगा।
काजल- नाश्ता तो बनाने दीजिये मालिक!
मैंने गैस बंद की, काजल को झुककर पैर फैलाकर किचन टेबल पकड़ने को कहा।
मैं पीछे से चूत चोदने लगा, कूल्हों पर थप्पड़ मारने लगा.
काजल सिसकारी लेकर चुदाई का मजा ले रही थी।
चुदाई ख़त्म होने काजल ने नाश्ता बनाया।
नाश्ते के बाद मैंने काजल के शरीर का माप लिया.
नेट पर मैंने सीखा था कि ब्रा पैंटी का साइज कैसे तय करते हैं.
मैंने काजल को उसकी सबसे अच्छी साड़ी पहनने को कहा।
तब काजल को लेकर मैं शॉपिंग मॉल गया, उसके लिए ब्रा, पैंटी,सेक्सी स्कर्ट ब्लाउज नाइटी खरीदी।
घर पर दोपहर का खाना खाकर शोरूम गया।
रात को घर आकर मैंने काजल को नयी ब्रा पैंटी स्कर्ट ब्लाउज पहनने को कहा.
काजल उसमें सेक्सी लग रही थी, लग नहीं रहा था वह नौकरानी है.
काजल के साथ सोफे पर बैठकर चुदाई का वीडियो लगा दिया।
मैंने कोल्ड ड्रिंक में शराब मिलाई और हम दोनों पीने लगे।
पहले काजल शरमाई, फिर थोड़ा नशा होने के बाद ध्यान से वीडियो देखने लगी.
वीडियो में लड़का लड़की को विभिन्न आसनों में चोद रहा था.
जो आसन अच्छा लगता, मैं कहता- हम भी ऐसा करेंगे!
काजल भी जोश में कहने लगी- यह भी अच्छा है।
दूसरे वीडियो में लड़का लड़की की गांड मार रहा था.
काजल- अरे लड़की को दर्द नहीं हो रहा? मेरे पति ने एक बार कोशिश की थी, मुझे बहुत दर्द हुआ था!
मैं- गांड को मारने के लिए तैयार करना पड़ता है, मैंने antarvasn की एक कहानी
में पढ़ा है.
मैंने सोचा था कि शादी के बाद बीबी की गांड भी मारूंगा.
गांड तैयार करने के लिए मैंने छोटा, मध्यम, बड़ा आस प्लग का सेट खरीद रखा था.
मैं वह ले आया।
मैंने काजल को समझाकर उसे गांड ढीली छोड़ने को कहा.
छोटे आस प्लग में तेल लगाकर उसकी गांड में डालकर उसे चलने को कहा।
चलते समय आस प्लग के घर्षण से काजल को मजा आ रहा था.
मैं काजल को चूमने लगा.
हमने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए.
उसके चूचे चूसकर मैंने काजल को गर्म किया।
जब मैं काजल को घोड़ी बनाकर उसकी चूत मार रहा था, काजल जोश में कमर हिलाकर लंड और अंदर लेने की कोशिश कर रही थी.
उसकी गांड में डला आस प्लग उसे दुगना मजा दे रहा था।
डिनर के बाद हमने दूसरे आसनों में सम्भोग किया।
तब मैंने काजल का आस प्लग निकाल दिया और काजल को कहा- कल मध्यम … और फिर जब दर्द ना हो तो तुम बड़ा आस प्लग डालकर दिन में जितनी देर अच्छा लगे, आस प्लग डाल कर रहो.
काजल आठवीं तक पढ़ी थी, मैं उसे अंग्रेजी के शब्द सिखाने लगा.
हम रोज दो तीन बार विभिन्न मुद्राओं में सम्भोग करते।
रात को जब मैं घर आता, काजल ब्रा पैंटी स्कर्ट ब्लाउज में मेरा चुम्बन से स्वागत करती।
उसका चेहरा सम्भोग और वीर्य पीने से नवविहित स्त्री की तरह खिल उठा था।
मैं धीरे धीरे उसके कपड़े उतारता, उसमें अलग ही मजा है।
यदि वह हरदम नंगी रहती तो उतना मजा नहीं आता।
रात को काजल सिर्फ नाइटी पहनती।
तीन दिन बाद काजल ने बताया कि अब वह बड़ा आस प्लग आसानी से गांड में डाल लेती है.
उस रात मैंने काजल को चित लिटाया.
उसने अपने पैर छाती की तरफ करके पकड़ लिए.
मैंने उसकी कमर के नीचे तकिया लगाया, उसे गांड ढीली छोड़ने कहा।
मैं अपने लंड पर और उसकी गांड में तेल लगाकर धीरे से लंड गांड में डालने लगा।
काजल को थोड़ा दर्द हुआ.
मैं धीरे धीरे चोदने लगा, काजल को मजा आने लगा।
मैंने स्पीड बढ़ा दी और गांड में झड़ गया।
तब मैंने काजल को कहा कि वह रोज मल त्यागने से पहले उंगली से गांड के अंदर तेल लगा ले. इससे बवासीर नहीं होगी। बवासीर होने से गांड आनंद नहीं ले पायेगी.
चौथी रात सम्भोग के बाद मैंने गुलाम लड़की का BDSM वीडियो लगा दिया.
उसमें लड़का लड़की की आंख पर पट्टी बांधकर लंड चुसवाता, फिर लड़की के हाथ बांधकर उसे चोद रहा था।
हमने तय किया- कल रात ऐसा करेंगे!
पांचवी रात मैंने घर आने से पहले काजल को फ़ोन किया- मैं रस्सी लेकर आ रहा हूँ!
काजल बोली- मालिक, आप चाबी से दरवाज़ा खोलना. आपके लिए सरप्राइज है!
मैंने जब घर का दरवाज़ा खोला मैंने देखा कि काजल ब्रा पैंटी में घुटनों के बल खड़ी थी, उसकी आँखों पर पट्टी बंधी थी.
मैंने जल्दी से लंड धोया.
क्योंकि काजल को चूसते समय साफ़ लंड पसंद था पर बदबू आने से उसका जोश ख़त्म हो जाता था.
मैं काजल के होंठों पर लंड फिराने लगा.
उसने मुँह खोला, मैंने लंड मुँह में डाल दिया.
काजल जोश में चूसने लगी.
मैंने उसका मुँह चोदा और वीर्य पिला दिया.
उस रात काजल की आंख में पट्टी बांधकर उसके हाथ पलंग पर बांधकर, उसकी निप्पल पर कपड़े सुखाने का क्लिप लगा दिया।
मैं उसे धीरे धीरे बेल्ट से मारने लगा.
काजल उत्तेजित होकर मचल रही थी।
थोड़ी देर बाद काजल बोली- मालिक, अब और मत तरसाइये!
तब मैंने उसकी घमासान चुदाई की.
छठे दिन मेरी बीवी उर्वशी वापस आ गयी।
मैं उर्वशी के सामने काजल को नहीं छूता, उसे बुरा लग सकता था।
मैं काजल के साथ सिर्फ रात को बैडरूम में या जब उर्वशी घर पर नहीं होती तो दूसरे कमरों में सम्भोग करता।
मेरा और काजल का सम्भोग हफ्ते में 3-4 बार ही होता।
काजल को मेरी रात की रानी बने 3 साल हो गए।
हमने वीडियो देखकर और कल्पना से तरह तरह से सम्भोग किया।
काजल हर तरह के सम्भोग, चूत गांड मरवाने और लंड चूसकर वीर्य पीने में, पोर्न सेक्स विद मेड में उत्साह से भाग लेती।
हमने बी डी एस एम भी बहुत बार किया।
मैंने काजल की सहमति से उसकी आंख पर पट्टी बांधकर, हाथ बांधकर, हल्की पिटाई करके कई बार चोदा।
मैं काजल से प्यार करने लगा था, उसने मुझे आम पत्नी से ज्यादा सुख दिया।
इसी बीच उर्वशी को कुछ सीरियल में अभिनय का काम मिल गया था.
मेरी बीबी उर्वशी अपने मॉडलिंग / एक्टिंग में बिजी रहती, उसके पास मेरे लिए समय नहीं था.
मैं काजल की जरूरतों का पूरा ख्याल रखता.
मैंने उसे स्कूटर खरीद दिया जिससे बाजार से सब्जी किराना लाते समय उस उसे सुविधा हो।
काजल यौन सुख और भविष्य की चिंता से मुक्त होने के कारण और सुन्दर हो गयी थी.
मैंने उसे पढ़ना लिखना और मैनर्स सिखा दिए।
कोई नहीं कह सकता था कि वह घरेलू नौकरानी है।
मैं काजल को लेकर अपने शहर से काफी दूर के पर्यटक स्थलों पर गया, रिसोर्ट में ठहरा जहाँ कोई हमें नहीं जानता था.
एक दिन काजल ने मुझे बताया था रिश्तेदारों में सिर्फ उसका बड़ा भाई है. भाई टूरिस्ट टैक्सी चलाता है, हमारे शहर में ही रहता है। उसने प्रेम विवाह किया है. भाभी के माता पिता को यह विवाह मंजूर नहीं है. उन्होंने भाभी से नाता तोड़ लिया और दूसरे शहर चले गए।
तो मैं काजल के भाई से कई बार मिला था, वह भी काजल से मिलने आता.
मैं उसकी भाभी से कभी नहीं मिला।
उनके बच्चे नहीं थे.
एक दिन सुबह काजल को किसी ने फ़ोन किया.
काजल रोते हुए हमें बताया कि उसके भाई की मौत अस्पताल में हो गयी है।
मैं और उर्वशी काजल को लेकर अस्पताल गए।
काजल की भाभी सदमे में थी।
डॉक्टरों को बीमारी समझ में आने से पहले की मौत हो गयी थी.
काजल ने मुझे और उर्वशी को पूछा कि क्या वह अपनी भाभी को उसके हमारे घर ले जा सकती है?
उर्वशी ने तुरंत हाँ कह दिया.
दाह संस्कार के बाद मैं काजल और उसकी भाभी को लेकर अपने घर गया.
भाभी काजल के कमरे में रहने लगी।
दो दिन भाभी कमरे से बाहर नहीं निकली।
काजल ने बताया- उसका भाई कुछ समय से बीमार था, लोकल डॉक्टर से इलाज करवा रहा था।
भाभी का नाम उज्ज्वल है।
काजल के समझाने के बाद उज्ज्वल कमरे से बाहर निकलकर, काजल के साथ घर का काम करने लगी।
तब मैंने उज्ज्वल को ठीक से देखा.
वह नेपाली थी, एकदम गोरी, भरा बदन, चिकनी त्वचा।
काजल ने बताया कि उसकी भाभी की उम्र 22 साल है.
उज्ज्वल शादी से पहले ब्यूटी पार्लर में काम करती थी और बॉडी मसाज में एक्सपर्ट है.
काजल के भाई का श्राद्ध हमारे घर हुआ।
ग्यारहवें दिन मैंने काजल को कहा- तुम्हारे बिना रात को नींद नहीं आती!
तो काजल बोली- मैं आज रात आ जाऊंगी भाभी के सोने के बाद!
रात को जब काजल सिर्फ नाइटी पहनकर बैडरूम में आयी.
हम एक दूसरे को आलिंगन में लेकर चूमने लगे जैसे बरसों बाद मिले हों।
जल्दी ही हम नंगे हो गए, काजल पैर फैलाकर चित लेट गयी और मैंने लंड चूत में पेल दिया.
उसके चूचे दबाते हुए मैंने घमासान चुदाई करने लगा.
काजल अपने पैर आसमान को तरफ उठाकर चुदाई का आनन्द लेने लगी.
कुछ देर बाद हम दोनों साथ साथ झड़ गए.
थोड़ी देर बाद काजल मेरा लंड चूसने लगी.
लंड खड़ा होते ही वह मुझे चित लिटाकर उछलकर मेरे लंड की सवारी करने लगी, जैसे मुझे चोद रही हो।
देसी चुदाई के बाद काजल अपने कमरे में जाकर सो गयी जिससे भाभी को पता न चले।
पहले काजल रात भर मेरे साथ सोती थी, सुबह हम साथ नहाते थे।
सुबह काजल चाय लेकर आयी, मेरे होंठ चूमकर मुझे जगाया.
मैं रोज की तरह पलंग से उतरते समय काजल के चूचे पकड़कर खड़ा हुआ.
तभी मैंने काजल को कहा- तुम्हारे भाई को क्या बीमारी थी? पता नहीं चला. उज्ज्वल की डॉक्टर से जाँच करानी होगी जिससे उज्ज्वल को यदि कोई बिमारी पति से आ गयी हो तो उसका इलाज हो सके।
असल में मेरे दिमाग में था कि यदि मौका मिले तो मैं उज्ज्वल के साथ भी यौन आनंद ले लूंगा!
मुझे दूसरी नौकरानी कैसे मिली और वह मेरी रात की रानी कैसे बनी.
पढ़िए अगले भाग में!
आप को यह पोर्न सेक्स विद मेड कहानी कैसी लगी?
मुझे मेल में बतायें.
मेल में कहानी का नाम भी लिखें.
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पोर्न सेक्स विद मेड कहानी का अगला भाग:
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