प्यासी मॉम की चुदाई का मजा- 2

(Xxx Maa Chudai Kahani)

सैम 68 2025-01-21 Comments

Xxx माँ चुदाई कहानी में मेरे पापा के बाहर रहने से मेरी मम्मी की चुदाई नहीं हो पाती थी. मैंने सोचा कि मैं मम्मी को अपने लंड से चोद कर हम दोनों को मजा दे सकता हूँ.

फ्रेंड्स, मैं अमित आपको अपनी देसी मॉम सेक्स कहानी का मजा सुना रहा था.
कहानी के पहले भाग
मेरी मम्मी की अनबुझी प्यास
में अब तक आपने पढ़ लिया था कि मैं मॉम को अपना खड़ा लंड दिखाने लगा था और वे भी किसी प्यासी रांड की नजरों से बड़ी गौर से मेरे लौड़े को देख रही थीं.

अब आगे Xxx माँ चुदाई कहानी:

मैं खुश था कि आज तो मॉम अकेली हैं. मैं इन्हें कभी भी पकड़ सकता हूं.
मैंने मॉम के सामने ही अंडरवियर पहन लिया.

कुछ देर के बाद मॉम और मैंने खाना खाया.
अब मॉम अपने कपड़े लेकर नहाने गईं.
मैं उन्हें याद करता हुआ लंड सहलाने लगा.

कुछ देर बाद मॉम नहा कर बाहर आ गईं.

उन्होंने आज पिंक साड़ी पहनी थी.
उसमें वे बड़ी मस्त माल लग रही थीं.

दोपहर को हम दोनों एक ही बेड पर सो गए.

मॉम ने मेन गेट का लॉक लगा दिया था.
मैं मॉम के बाजू में लेटा था बाद में मैं उनसे चिपक भी गया.

मेरा लंड खड़ा था जो मॉम को महसूस हो रहा था.

मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी कि मैं मॉम के दूध दबा सकूँ.
काफी देर तक हम दोनों बात करते रहे.
फिर हम दोनों को नींद आ गई.

उस नींद में मैं मॉम को चोदने के सपने देख रहा था.
मेरा लंड एकदम कड़क ही था.

जब मैं जागा तो मैंने मॉम को आवाज लगाई.
कुछ देर बाद मॉम चाय ले आईं- चल चाय पी ले, बेटे आज रात तू कहां सोएगा?
मैं- क्यों?

मॉम- आज हम दोनों ऊपर ही सोने जाएंगे. मुझे अकेले नींद नहीं आती. ऊपर वाले कमरे में ठंडी हवा भी खूब आती है, मुझे रात को बाहर की ठंडी हवा अच्छी लगती है.
मैं- हां ठीक है.

मॉम भी आज काफी खुश लग रही थीं.
शायद उन्हें भी मेरा लंड चाहिए था.

हम दोनों ने थोड़ी देर बात की.

फिर शाम को मॉम नहाने चली गईं.

हम दोनों ने खाना खा लिया.

मॉम ने नाइटी पहन रखी थी और वे लॉन में झूले पर बैठी थीं.

मॉम- अमित, तेरा लैपटॉप ठीक होने में कितने पैसे लगेंगे?
मैं- यही कोई 3000-3500 रुपये, क्यों?

मॉम- मेरे पास पड़े हैं, ले लेना … और ज्यादा तो नहीं लगेंगे न?
मैं- नहीं, शायद 3000 में ही काम चल जाएगा.

मॉम- तो कल बाजार से ठीक करवा लेना. मैं सुबह पैसे दे दूंगी, तू भी घर में अकेला बोर नहीं होगा.
मैं- ओह मॉम, तुम कितनी अच्छी हो.

मैंने ऐसे कहते हुए मॉम को बांहों में भर लिया और उनके एक गाल पर किस कर दिया.
मॉम- हां सब तेरे लिए ही तो है, तुझे खुश रहना चाहिए.

मॉम को पकड़ कर मुझे मजा आ गया.
मैंने किस लेने के बाद मॉम को देखा.

मॉम- बस बेटे, पैसे मिलते ही मॉम को एक तरफ ही चूम कर छोड़ दिया! इस तरफ़ और कर … तू तो ड्रामेबाज़ है … झूठा ही प्यार दिखा रहा है.
मैं- नहीं मॉम, ऐसी बात नहीं है … इतने पैसे में तो मैं आपको बहुत किस कर सकता हूँ.

मैंने दूसरी तरफ के गाल पर किस किया और एक साथ दो किस कर दिए, पहले गाल पर भी दुबारा से किस कर दिया.

मुझे मॉम को किस करते हुए मजा आ रहा था.
मैंने मॉम को अभी भी अपनी बांहों में पकड़ा हुआ था.

मैं- बस एक किस और रह गया मॉम!
मॉम- वह भी कर दे, इतने पैसे फिर कब मिलेंगे तुझे!

मैंने मॉम को जोर से पकड़ लिया और उनके होंठों को चूम लिया.
वे भी होंठों पर किस करते देख कर चौंक गईं, पर कुछ कहा नहीं.

उनकी तरफ से कोई आपत्ति नहीं देखते हुए मैंने उनके नीचे वाले होंठ को अपने होंठों में दबा लिया और जोर जोर से चूसने लगा.

वे कुछ बोलतीं, उससे पहले मैं उनकी पीठ पर हाथ घुमाने लगा और उनके गर्म होंठों को चूस भी रहा था.
अब मॉम भी चुपचाप होंठ चुसवा रही थीं.

मैं- मॉम, मॉम!
मॉम- हुन, हां!

मैंने अपना एक हाथ मॉम की नाइटी में घुसेड़ दिया और उनका एक दूध पकड़ लिया.
मॉम ने गहरी आह भरी.
मैं उनके होंठों को चूस ही रहा था और अब दूध को भी मसलने लगा.

कुछ देर तक वे हिली ही नहीं.
उनको मजा आ रहा था- ओह्ह बेटा!
मैं- हिलो मत, मॉम!

मॉम- उंह बेटे … अन्दर चल, कोई देख लेगा, हम लोग ऊपर छत पर हैं!
मैं- हां चलो.

मैंने मॉम को छोड़ दिया.
अंधेरा हो गया था.
मॉम मेरे आगे चल रही थीं.

मैं मॉम का हाथ पकड़ कर उन्हें जल्दी से ऊपर ले जाना चाहता था.
हम दोनों ऊपर की छत पर पहुंच गए जहां अंधेरा ही अंधेरा था.

वहां पहले से ही एक चारपाई लगी हुई थी, मॉम वहां पहुंची तो मैंने मॉम को पकड़ लिया और उन्हें किस करने लगा.

मैंने मॉम को पकड़ा हुआ था और उन्हें लगातार किस कर रहा था.

मैं उनके होंठों को बेदर्दी से चूस रहा था जिसमें मुझे मजा आने लगा था.

छत पर घुप्प अंधेरा था तो किसी के देख लेने का खतरा भी नहीं था.

वैसे भी हमारे घर के आस-पास कोई घर नहीं था तो पकड़े जाने का एक प्रतिशत भी भी डर नहीं था.

मॉम ने अपने होंठों को किसी तरह से मुझसे छुड़ाया और लंबी लंबी सांसें लेने लगीं. उनके होंठों से मेरे होंठ छूटे तो मैं उनके गालों को चूमने लगा.
मॉम के गाल भी मस्त थे, तो अब मैं उनके गालों पर और गर्दन पर किस कर रहा था.

मॉम- ओह्ह बेटे आआह्ह्ह अपनी मॉम को ऐसे ही आआह रगड़ दे … आआह … बहुत मस्त किस करता है तू … आआह बेटे तुझे भी मज़ा आ रहा है क्या?

मैं- ओह्ह मॉम … आप पूछो मत … मुझे बहुत मजा आ रहा है … ओह्ह उन्नह्ह … आई लव यू मॉम.
मॉम- मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ बेटा … आह.

मैं मॉम की पीठ पर हाथ भी फेर रहा था.
उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी तो मेरा हाथ उनकी पूरी पीठ को सहला रहा था.

फिर मेरा हाथ उनकी गांड की तरफ गया.
उन्होंने नीचे भी कुछ नहीं पहना था.

वे मुझसे लता की भांति चिपकी हुई थीं और वे भी मेरी पीठ पर हाथ घुमा रही थीं.

मॉम- ओह अमित, कपड़े खोल कर करो न!

मैंने मॉम की नाइटी उतार दी और खुद भी नंगा हो गया.
मॉम को जब मैंने नंगी पकड़ा तो मुझे झटका सा लगा और मेरा लंड एकदम से सख्त हो गया.

मैंने उन्हें फिर से किस करने लगा.
अब मॉम की नंगी पीठ पर मेरे हाथ घूम रहे थे.

मैंने हाथ नीचे ले जाकर उनके चूतड़ों को सहलाया और एक को अपने हाथ में भर कर दबा दिया.
इससे मॉम के दूध मेरे सीने से लग गए.

वे गर्म आहें भर रही थीं.

मॉम- अब मज़ा आ रहा है न बेटे?

मैं- हां मॉम, आपके दूध मस्त हैं, पर इधर अँधेरा है. अन्दर कमरे में चलो, उधर आपको देख कर चोदूँगा तो बहुत मजा आएगा.

मॉम मान गईं और वे छत पर बने कमरे में चली गईं.
उनके साथ मैं भी अन्दर चला गया.

मॉम ने लाइट ऑन कर दी तो कमरे में रोशनी हो गई.
आह मानो दिन ही उग गया था.

मैंने मॉम की ओर देखा, मॉम को नंगी देख कर अजीब सा महसूस हुआ.

तब मैंने अपनी नजर उनके दूध और चूत पर डाली तो मेरा लंड फुफकार उठा.
मॉम मेरे लंड को देख कर खुश हो गईं और वे मुस्कुरा दीं.

मॉम- आह बेटे चल आ जा, तेरा तो बहुत बड़ा है, आज तू अपनी Xxx माँ को बहुत मज़ा देगा.
मैं- हां मॉम, आप तो बहुत मस्त माल हो चलो बिस्तर पर आ जाओ, आज आपको पूरा मजा देता हूँ.

मैंने मॉम को बिस्तर पर लिटा दिया.
अब मैं मॉम की ओर देख रहा था, वे भी कंटीली मुस्कान दे रही थीं.

मॉम ने मेरे लंड को सहलाया और कहा- ओह्ह बेटे, तेरे पापा तो बाहर रहते हैं. मैं उनके साथ सेक्स नहीं कर पाती हूँ … मैं तो बस यही ढूंढ रही थी आह्ह्ह अपने ही घर में इतना बड़ा लंड है और मैं देख ही नहीं पाई … ओह बेटे अब तू मेरी रोज सेवा करेगा न … आह हम दोनों आज से पति पत्नी की तरह रहेंगे … अगर मैं किसी और से ये सब करती तो इज्जत खराब हो जाती … घर में अब किसी को पता ही नहीं चलेगा!

मैं- मॉम जब मैंने आपको पकड़ा, तो आपको बुरा तो नहीं लगा था?
मॉम- नहीं मेरे बेटे तुमसे चुद कर मुझे बहुत अच्छा लगेगा. अब तू ही मुझे रोज मजा देगा.

मैं मॉम के मम्मों पर हाथ घुमा रहा था. वे लेटी हुई मजा ले रही थीं.
मैं- मॉम आपके दूध बहुत मस्त हैं, आपके दूध देखते ही लंड खड़ा हो जाता है.

मॉम- अब तू चुदाई कर मेरे साथ … डर मत … तेरी बहन को बाहर भेज कर मैंने अच्छा किया, अब तो दस दिन तक तेरे आगे नंगी ही रहूंगी. तुझसे चुद चुद कर मुझे बहुत मजा आएगा … इन दस दिनों में तू मुझे जी भर कर चोद दे.
मैं- आआह मॉम … बहन वापस आ जाएगी, तब?

मॉम- फिर रात को उनके सोने के बाद सेक्स करेंगे. वैसे भी वे दोनों ऊपर सोती हैं, तू मेरे साथ नीचे सो जाया कर … अब प्लीज चोद दे न … आह.
मैं- मॉम आपको कैसे पता लगा कि मैं आपको चोद सकता हूं?

मॉम- बेटा, मैंने तेरा लंड देखा था कई बार … फिर मैंने खुद ही तुझको अपने दूध दिखाने शुरू किए. आज तू नहीं पकड़ता तो रात को मैं तुझे नींद में चोद देती. पर थैंक गॉड कि तूने मुझे पकड़ लिया.

मैंने मॉम के एक दूध को मुँह में भर लिया और चूसने लगा.
मैं उसके निप्पल को होंठों से दबा कर खींचता हुआ चूस रहा था.

उन्हें भी मेरे द्वारा दूध चूसे जाने से बड़ा मजा आ रहा था और वे मुझे अपने हाथ से पकड़ पकड़ कर अपने दोनों दूध बारी बारी से चुसवा रही थीं.

मैं उनके दोनों मम्मों को आम की तरह निचोड़ने लगा.

मॉम- ओह्ह आह्ह्ह … बहुत मस्ती से चूस रहा है तू, तेरे पापा तो बस सीधा ऊपर ही चढ़ जाते हैं, मेरे दूध को चूसते ही नहीं हैं … आआह्ह्ह तू तो ऊपर से नीचे सब करेगा … आआह … तुझे मजा आ रहा है न!
मैं- हां मॉम बहुत मजा आ रहा है!

मॉम- ओह्ह बेटा तू तो एकदम जवान लौंडा है आज मुझे खूब मजा देगा … जवान लड़के बहुत एनर्जी से चोदते हैं … तू तो अपने पापा से भी ज्यादा अच्छी तरह से मेरी सेवा कर रहा है आआह … आज तो मैं बहुत खुश हूं, ओह्ह्ह अपने ही घर में नंगी होकर बेटे से चुद रही हूँ, आआह किसी का डर भी नहीं.

मैंने मॉम हर जगह किस किया और अब मैं उनकी नंगी चूत पर हाथ फेरने लगा.
वे टांगें चौड़ी करके अपनी चूत सहलवाने का मजा ले रही थीं.

मॉम- आह तू अपनी मॉम को रंडी की तरह चोद दे … आह अब रहा नहीं जा रहा … तू मुझे अपनी रंडी बना कर चोद दे … आह तू अपना लंड चुसवा मुझे … फिर मेरे ऊपर चढ़ कर चोद दे मुझे!
मैं 69 में हो गया.

मॉम ने मेरे लंड को पकड़ लिया और वे उसे अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं.
थोड़ी ही देर में मेरा लंड खूब तन गया.
मैं गर्दन घुमा कर उन्हें देखने लगा.

वे मेरा लंड चूसती हुई मुझे देख कर मुस्कुरा रही थीं.
कुछ देर बाद उन्होंने मेरे लंड को छोड़ दिया.

मैंने सीधे होकर मॉम की टांगों को चौड़ी किया और अपना लंड उनकी चूत पर रख कर शॉट दे मारा.
मेरा लंड थोड़ा फिसल कर उनकी गांड की ओर जाने लगा.

मैंने दुबारा से लंड चूत पर लगा कर शॉट मारा, तो अन्दर घुस गया.

Xxx माँ चिल्लाई- आह मर गई … आह अपनी मॉम को चोद दे … आआहह चुदाई कर अपनी मॉम की … आआह्ह मेरे बेटे मैं तुझे बहुत प्यार करती हूँ आआह.

मैं- ओह मॉम … तू एक वेश्या है मेरी कुतिया … ओह मुझे मज़ा आ रहा है आह्ह्ह ओह मेरी रंडी बहन की लौड़ी … साली को लौड़ा चाहिए न … ले कुतिया लंड ले साली. अब रोज़ रात को तुझे नंगी करके चोदूंगा हरजाई साली चूत मरवा.

मॉम- ओह्ह मार मेरी चूत … अपनी मॉम को चोद ले … आह आह्ह … ये राज हम दोनों के बीच ही रहना चाहिए मेरे लाल … किसी को भी पता नहीं होना चाहिए, आआह्ह … तेरी बहन सो जाया करेगी तो तू मुझे चोद लिया कर आआह्ह … अब तो रोज तू ही चोदेगा मुझे … यह बात तेरे पापा को पता नहीं चलना चाहिए … नहीं तो वे हम दोनों को घर से निकाल देंगे आ आह्ह्ह … तेरा लौड़ा तो मस्त है … आआह्ह अब तो मेरी लॉटरी लग गई आआह.

मैं- ओह्ह्ह मॉम आआह्ह्ह साली बहन की लौड़ी आह्ह्ह … आआ … मॉम साली आज तुझको सारी रात चोदूंगा.
मॉम- हां मेरे मादरचोद बेटे, मैं तुझसे सारी रात चुदने के लिए तैयार हूँ, चोद अपनी मॉम की चूत … आआह्ह्ह … आआह्ह दस दिन तक तो तुझे खुली छूट है … बहनें आ गईं, फिर कोई रंडी भी तुझे यूं नहीं चोदने देगी!

मैं- ओह्ह तुझे तो सायली और संध्या दोनों के सामने ही चोद दूंगा, बहन की लौड़ी … उनको भी एक साथ में चोदूँगा, दोनों के दूध भी खूब बड़े बड़े हो गए हैं.
मॉम- वह तेरी बहनें हैं!

मैं- वे बहनें हैं, तू मॉम है, पर मैं तुम तीनों को नंगी करके रखूंगा, पापा के जाने के बाद रंडियों की तरह चोदूंगा, तीनों को … सायली और संध्या को तो सारे दिन नंगी ही रखूंगा, सायली तो मुझे बहुत ही अच्छी लगती है!
मॉम- ओह ये बात है, कोई देख लेगा तो?

मैं- अपने घर कौन आता है यहां, रात को तो नंगी कर मारूंगा तीनों की!
मॉम- ओह फिर तो बहुत मज़ा आएगा, मॉम और बेटियों को तू अकेला ही चोदेगा क्या … चल ठीक है यार आने दे तेरी बहनों को … आह अगर वे मना कर देंगी तो?

मैं- उनके सामने तुझे चोदूँगा तो वे अपने आप चुदने के लिए आ जाएंगी … आआह्ह रंडी की तरह तीनों की चूत में लंड डालूंगा और जब जी करेगा तीनों की चूत को डॉगी स्टाइल में चोदूंगा आह आ जा मॉम अब तू भी कुतिया बन जा … ऐसे बहुत देर से मरवा रही है आह.
मॉम- ओह्ह डॉगी में … आआह ओके तू पेल जल्दी से आआह्ह्ह!

मैंने मॉम को डॉगी स्टाइल में किया और लंड चूत पर रख कर जोर से शॉट मारा.
अब मैं उनके कंधे पकड़ कर शॉट मार रहा था और फट फचक फचक की आवाज आ रही थी.

मॉम- आह उउउइइ मर गई … ऐसे ही चोद … बहुत मज़ा आ रहा है ओह अमित आआह्ह्ह तेरा लौड़ा तो बहुत काम का है आह्ह उउइइ आआह्ह्ह अमित ओह!

मैं जोर जोर से मॉम की चूत मार रहा था, थोड़ी देर में मॉम की चूत झड़ कर पूरी ढीली पड़ गई और चूत चिकनी हो गई.
वे झड़ती हुई जोर जोर से आवाजें कर रही थीं.

मैंने उन्हें जोर जोर से चोदना जारी रखा.

दोस्तो, मैंने अपनी प्यासी मॉम को किस तरह से चोद दिया था, यह सब आपने Xxx माँ चुदाई कहानी में पढ़ा.
इसके बाद मैंने किस तरह से मॉम की चुदाई जारी रखी और उनके साथ मुझे क्या क्या मिला, यह सब मैं आपको सेक्स कहानी के अगले भाग में लिखूँगा.

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Xxx माँ चुदाई कहानी का अगला भाग:

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