सौतेली मॉम को मेरा लंड पसंद आ गया
(Sautele Maa Bete Ka Sex Kahani)
सौतेले माँ बेटे का सेक्स है इस कहानी में! मेरे पापा की दूसरी बीवी मुझसे सिर्फ नौ साल बड़ी है. वो मुझे चुदना चाहती थी और मैं भी उसे दिल ओ जान से चोदना चाहता था.
मेरी सौतेली मॉम मुझे चुदना चाहती थी और मैं भी उसे उतने ही दिल ओ जान से चोदना चाहता था.
सौतेली मां थी मेरी, मगर मेरी जान, मेरी रखैल, मेरा प्यार सब कुछ थी वो!
मेरे पापा की दूसरी बीवी है वो!
वो मुझसे सिर्फ नौ साल बड़ी है.
अब वो मेरी बीवी बन कर और खुल कर मेरा लंड लेना चाहती थी. वो अपने हर छेद में मेरे लंड का मजा लेना चाहती थी.
उसकी साड़ी के अन्दर नंगी मोटी चूचियां, गोरी कमर, सुडौल चूतड़, हूरों जैसे तीखे नैन नक्श, जो हमेशा मुझे ही देखते रहते थे और मैं उन्हें!
हमारे घर में काम करने के लिए कई नौकर हैं, गाड़ियां हैं. बड़ा घर है और बहुत पैसा है.
पर उसे बस मैं चाहिए था और मुझे वो!
घर मैं सबके होते हुए भी हम जमकर चुदाई करते, वो मुझे अपनी हसीन चूचियां दिखा दिखा कर उकसाती रहती.
एक दिन मैं उसके चूतड़ पकड़ कर उसे कुतिया की तरह चोद रहा था और वो तेज़ तेज़ चिल्ला रही थी.
मेरा बड़ा लंड उसकी चूत की ताबड़तोड़ चुदाई कर रहा था.
उसका गोरा नंगा जिस्म आलीशान बेडरूम में हीरे सा चमक रहा था.
वो लंड के मजे लेती हुई मेरी औरत की तरह चुद रही थी.
मॉम- आह आह चोद दे मेरी जान … मेरे यार … पेल दे अपना लौड़ा अपनी मॉम की चूत में!
उसकी बाईं जांघ और दाईं चूची के काले तिल का मैं दीवाना हूं.
जब मैं उसे चोदता हूँ तो हम एक दूसरे को खा जाते हैं और बहुत काटते हैं.
फिर वो मेरी उन प्यार की निशानियों वो घर में सबसे छुपाती फिरती है.
मॉम- आह चोदो मुझे … मैं तुम्हारी बीवी, तुम्हारी रखैल, तुम्हारी रांड, चोदो मुझे मेरे लाल, मेरे खसम … मेरे सरताज. आह तुमसे चुदने के लिए ही बनी हूं मैं … आह आह हचक कर चोदो मुझे … मेरी जवानी, मेरा हुस्न, ये इश्क़ बस तुम्हारे लिए ही है … आह चोदो मुझे, चोदो माय लव.
वो गांड हिला हिला कर लंड चूत में ले रही थी और मैं भी उसकी ताल में ताल मिला कर उसे ताबड़तोड़ चोद रहा था.
मॉम तेज़ तेज़ धक्के मार रही थी और मैं सटासट अपना लंड उसकी चूत में अन्दर तक पेल रहा था.
चुदाई के बाद मैंने एक सिगरेट जलाई और वो आकर नंगी मेरे सीने से लिपट गयी.
उसकी कड़क चूचियां मेरे सीने से लग रही थीं और वो हांफ रही थी.
मैंने सिगरेट उसके मुँह में लगायी और वो एक कश मार कर धुआं बाहर छोड़ने लगी.
उसकी सांस काबू में आयी.
पहले वो सिगरेट नहीं पीती थी पर मेरे साथ रह कर वो सिगरेट, दारू सब नशा करती है और उसे भी बहुत मज़ा आता है.
हमने कभी किसी की शादी में जाकर, कभी काम के नाम पर भारत के हर नगर में चुदाई की है.
मैंने उसे नंगी करके गोवा के बीच पर खूब चोदा है.
बैंकॉक, दिल्ली हर जगह मेरे लंड पर बैठ कर उसने सवारी की है.
मैंने उसे बहुत मॉडर्न बना दिया हैं, जब हम अकेले होते हैं, तो वो मस्त टॉप और वैस्टर्न ड्रेस पहनती है.
वैसे घर में वो सिर्फ सूट और सलवार, या कभी कभी साड़ी पहनती है.
मैंने एक कश खींच कर सिगरेट को उसके होंठों की तरफ बढ़ाया और उसके चुचों को देखने लगा.
मॉम के चूचे का काला तिल किसी नगीने सा चमक रहा था.
मैंने आगे झुक कर उस पर एक लव बाइट दे दी.
वो इस्स करके कराहने लगी.
उसने मेरे आधे खड़े लंड को पकड़ा और मेरी छाती को चूमने लगी- तुम मुझे छोड़ कर मुम्बई चले जाओगे, तो मैं अकेली कैसे रहूँगी?
मैं- तुम भी चलो मेरे साथ.
ये सुनकर उसकी पकड़ मेरे लंड पर तेज़ हो गयी, जिसे वो मस्ती से सहलाने लगी.
मॉम- तुम्हारे डैड, भाइयों और भाभियों को क्या बोलूंगी?
मैं- यही कि तुम्हें मेरे साथ रहना है.
उसकी पकड़ लंड पर थोड़ी और टाइट हो गयी और उसने लंड की मुठ मारने की स्पीड थोड़ी तेज़ कर दी.
मॉम- हाँ, मुझे तुम्हारे साथ ही रहना है.
मैंने सिगरेट का धुआं छोड़ते हुए कहा- और मुझे भी.
ये सुनकर वो मुझे थोड़ी और चिपक गयी और अपने होंठ मेरी छाती पर रख दिए.
मैं एक और कश मार कर बोला- तुम्हारे बिना मैं ज़ी नहीं पाऊंगा.
अब मॉम के हाथ मेरे लंड पर तेज़ तेज़ चलने लगे और वो आहें भरने लगी.
उसके चूचे कड़े हो गए और कमरे में उसके मदमस्त जिस्म की खुशबू छा गयी.
उसका रोम रोम पानी छोड़ रहा था.
वो फिर से चुदासी हो रही थी.
उसने मेरे हाथ से सिगरेट ली और उठ कर खड़े लंड पर बैठ गयी.
चूत में लंड फंसा कर वो मजे में गांड हिलाने लगी और आराम आराम से चुदने लगी.
मॉम- क्या बोलोगे अपने दोस्तों को … कि मैं कौन हूं?
मैं- क्या बनना चाहती हो तुम मेरी?
मॉम- बीवी.
ये बोलते ही मां लंड पर जोर जोर से ऊपर नीचे होने लगी.
उसका चेहरा लाल हो गया.
मैंने कहा- बीवी बना कर भी मॉम ही बनी रहोगी?
मॉम- हां. मॉम बोल कर चुदने में बहुत मज़ा आता है. ऐसा लगता है कि मैं अपने मर्द बेटे के लंड की सवारी कर रही हूं.
मैं- और?
मॉम- और जब तुम मुझ नंगी करके कहीं भी चोद देते हो, तो उस वक्त का मजा तो मैं बता ही नहीं सकती हूँ.
मैं- और?
मॉम- जब तुम पास से गुजरते हो, मुझे देखते हो, मैं झड़ जाती हूँ.
मैंने मॉम की तनी हुई चूचियां पकड़ीं और नीचे से धक्के देने लगा.
उसने सिगरेट एश ट्रे में बुझाई और आंख बंद करके लंड से चुदने का मजा लेने लगी.
जब मेरे धक्के तेज़ हुए तो वो मेरे सीने पर गिर गयी और अपनी गांड हिला हिला कर मेरा साथ देने लगी.
उसके चुचे मेरी छाती से रगड़ रहे थे और वो मस्त होकर आह आह करके चुदवा रही थी.
हर धक्के के साथ उसकी जान निकल रही थी.
कुछ देर बाद मॉम ने कहा- अब मुझे कुतिया बना कर चोदो, एकदम बाजारू रंडी की तरह चोदो.
मैं- तुझे मैं मिशनरी आसन में चोदूंगा रानी की तरह!
इतना सुनते ही वो कांप उठी और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया.
वो मुझे हर जगह काटने लगी. मैंने उसे वैसे ही उल्टा कर दिया.
वो मेरे नीचे आ गई थी औऱ मेरा लंड उसकी चूत में अन्दर था.
उसने मेरे हाथ जोर से पकड़ लिए और दे दनादन चुदने लगी.
मैं तेज़ तेज़ धक्के लगा रहा था.
वो गांड उठा उठा कर पूरा लंड ले रही थी.
हम दोनों बिल्कुल पसीना पसीना हो गए थे.
मैंने नीचे झुककर उसके एक चुचे को मुँह में भर लिया और उसे और तेज़ चोदने लगा.
मॉम- आह … मेरी जान चोद मुझे मेरे मर्द … मुझे अपने बच्चे की मां बना दे मादरचोद.
उसके ये कहते ही मैं उसके होंठ चूमने लगा और वो और तेज़ धक्के लगवा कर चुदवाने लगी.
हम अब एक दूसरे को देख कर चोद रहे थे.
हर धक्के के साथ उसके चेहरे पर हाव भाव बहुत रंगीन होते जा रहे थे. वो मेरी मॉम थी, जो नंगी होकर अपनी सौत के बेटे से चुद रही थी.
दोस्तो, मेरी सौतेली मॉम रूह से भी नंगी थी और जिस्म के नशे में सराबोर थी.
ये उन दिनों की बात है, जब मैंने मां को पहली बार चोदा था.
एक बार लंड लेने के बाद वो थोड़ा शर्मा रही थी.
शायद वो मुझे तड़पा रही थी और खुद को भी.
हमारा इश्क़ कई महीनों से चल रहा था, आंखों में देखना, एक दूसरे को छूना, वो पहली बार खुल कर प्यार की बातें, वो उसका मेरे प्यार का इक़रार हम दोनों को कम उम्र के प्यार के जोड़े जैसी फीलिंग देते थे.
जब हमने पहली बार एक दूसरे के होंठ चूसे और जब मैंने उसे पब के टॉयलेट में ले जाकर लंड चुसवाया, तब से अब तक वो मुझसे कभी दूर नहीं हुई थी.
आज जब हम दोनों एक दूसरे को एक बार ज़ी भर कर चोद चुके हैं और चूस चुके हैं और अपनी जवानी की प्यास को आंखों से अभी चोद रहे थे.
शुरुआत में हम दोनों बस एक दूसरे को प्यासी नजरों से देखते रहते थे, बस चुदाई की बात नहीं कर रहे थे.
उस दिन वो मुझे अपनी चूची भी नहीं दिखा रही थी, जो वो हमेशा मेरे लिए खुली रखती थी. उसने अपने मम्मों पर चुन्नी डाल रखी थी.
पर वो आते जाते अपना सेक्सी जिस्म दिखा रही थी.
उस रात एक बजे करीब मैं किचन में कुछ खाने के लिए ढूंढ रहा था, तभी उसकी पीछे से आवाज़ आयी.
मॉम- क्या चाहिए?
मैंने पीछे मुड़ कर उसकी तरफ देखा, वो हरे रंग के सूट में रात को लिपस्टिक लगा कर मेरे सामने खड़ी थी.
मैं उसकी आंखों में देख रहा था और वो मेरी.
कुछ देर बाद वो बोली- एक सिगरेट पिलाओ.
मैं- कमरे में है.
‘चलो.’
वो खुद तड़प रही थी और तड़पना चाह रही थी. वो आगे आगे मेरे कमरे की तरफ चल दी.
मैंने कमरे में जाकर उसके होंठों में एक सिगरेट लगा दी और जला दी.
वो कश मारने लगी.
उसका मस्त गुदाज़ जिस्म हर सांस के साथ थिरक रहा था.
उसके चुचे सौतेले माँ बेटे का सेक्स की इच्छा में और भी भारी हो गए थे. उसके चेहरे पर एक चुदास साफ़ दिख रही थी.
उसने दो तीन कश मार कर अपनी लिपस्टिक लगी सिगरेट मुझे दी और मैं बेड पर लेट कर उसे पीने लगा.
वो मुझे देख रही थी और मैं उसे.
एक दो कश मार कर मैंने उसे सिगरेट वापिस की और उसे पीते हुए देखने लगा.
वो सिगरेट ऐसे पी रही थी, जैसे मेरे होंठों को चूम रही हो.
मेरा मन भी उसकी सारी लिपस्टिक खाने का था, पर मैं उसे खुद चुदवाने की कहने पर लाना चाहता था.
अबकी बार उसने मुझे सिगरेट दी और आंख बंद करके नशे का मज़ा लेने लगी.
मेरी सौतेली मॉम बहुत खूबसूरत थी. बिल्कुल कोई मुगलिया मलिका यार कोई शाही रांड.
जैसे ही उसने आंख खोल कर मुझे देखा, तो मैंने पाया कि उसकी आंखों में अलग ही नशा था.
मैंने उसकी आंखों में देखते हुए, अपना हाथ ले जाकर उसकी चुन्नी सीने पर से हटा दी.
उसके बड़े बड़े चुचे हरे रंग के डीप कट वाले सूट में चमकने लगे.
ऐसा होते ही मॉम ने एक गहरी आह भरी. मैंने उसे कमर से पकड़ कर अपनी तरफ कर लिया.
उसके चुचे मेरी नज़रों के सामने थे. मैंने सिगरेट का एक कश लिया और उसके चुचों पर धुआं छोड़ा.
मुझे लगा जैसे उसके चुचे हर सांस के साथ उभर रहे थे औऱ वो मेरी आंखों में देख रही थी.
फिर मैंने सिगरेट उसे दी और उसने धीरे धीरे मेरी आंखों में देखते हुए चुन्नी से अपने चुचे फिर से ढक लिए और चली गयी.
मैंने भी जाने दिया.
अगले दिन रात को वो मेरे कमरे में आ गई और मुझसे सिगरेट मांगी. आज वो एक नाइटी पहनी थी.
मैंने उस हाथ पकड़ कर अपने पहलू में खींच लिया.
वो भी कटी डाल की तरह मेरे पहलू में आ गई.
मैंने उसे सिगरेट दी और उसने खुद जलाई.
मैंने उसके मम्मों पर हाथ फेरा, तो उसने अपनी नाइटी की डोर खोल दी.
मैंने उसके मम्मे को पकड़ लिया और वो मजे से मुझसे अपने दूध मसलवाने लगी.
सिगरेट के बाद मैंने उसे अपने नीचे ले लिया. उसने टांगें फैला दीं. साली चुदने ही आई थी. अन्दर चड्डी भी नहीं पहनी थी उसने.
मैंने लंड पेला और चोदना शुरू कर दिया. उस दिन से मेरी सौतेली मॉम मेरी रांड बन गई थी.
बाद में वो रिश्तेदारों से मिलने के बहाने मुझसे हाईवे के खेतों में नंगी होकर भी चुदी.
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