मम्मी ने मेरा मोटा लंड चूत में लिया

(Beta Ma Sex Kahani)

बेटा मा सेक्स कहानी में मेरी विधवा मम्मी गाँव में रहती थी. एक बार वे मेरे साथ रहने आई। वे नहाने कर निकली तो सिर्फ तौलिया बाँध कर निकली बाथरूम से। फिर क्या हुआ? मेरी स्टोरी में जानें.

नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम मोहन है। मैं अभी 24 साल का हूं।
मेरा घर प्रतापगढ़ में है लेकिन मैं दिल्ली में नौकरी करता हूं।

मेरे घर में मेरी मम्मी अकेली रहती थी क्योंकि मेरे पापा की मृत्यु हो चुकी थी 2 साल पहले।
अब मैं अपनी मम्मी को अपने साथ ही रखता हूं।

बेटा मा सेक्स कहानी में आगे बढ़ने से पहले मैं मम्मी के बारे में बता देता हूं।

मेरी मॉम का नाम अंजलि है और उसकी उम्र 38 साल है।
वो देखने में अभी भी जवान ही लगती है।
देखने से कोई कहेगा ही नहीं कि उसका फिगर 38-32-36 है।

मॉम एकदम गोरी और पतली है। वो शहर से थी तो फिगर एकदम टाइट है।
दरअसल वो खुद को मेंटेन भी करके रखती है।

अब मैं अपनी असली कहानी पर आता हूँ।

मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है इसलिए मुझे जब भी टाइम मिलता है तो मैं अपनी मम्मी से ही खुल कर बातें करता हूं।

एक दिन मैं ड्यूटी से शाम को घर आया तो सोचा मॉम से बात कर लूं।
उस वक्त तक मॉम मेरे साथ नहीं रहती थी।
तो मैंने उसको अपने साथ रहने के लिए बुला लिया।

मॉम ने भी कह दिया कि वो अगले दिन आने वाली है।
अगले दिन मैं बहुत खुश था।

शाम को मम्मी आ गई और मैं स्टेशन गया उसको रिसीव करने।

हमने होटल से ही खाना पैक करवा लिया।
फिर रूम पर आ गए।

मेरे फ्लैट के अंदर दो कमरे हैं, किचन वगैरह सब अंदर ही हैं।

मम्मी बोली- मुझे नहाना है।
मैंने कहा- ठीक है मम्मी, आप नहा लो।
मैंने बाथरूम दिखाते हुए बोला।

मम्मी ने बैग से अपने कपड़े निकाले और नहाने चली गई।
नहा कर वो बाहर केवल तौलिया पहन कर आई।

मैं मम्मी को देखता ही रह गया।

ऊपर से नीचे तक मैं उसको देखता ही रह गया।

पहली बार मम्मी को मैंने ऐसे देखा था।
फिर मम्मी ने अपने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लिया।

कुछ देर बाद वो कपड़े बदल कर बाहर आई।
मम्मी ने सलवार सूट पहन रखा था।
वो बिल्कुल लग ही नहीं रही थी कि एक बेटे की मां है।

फिर वो बोली- मुझे यहां रहने के लिए कुछ कपड़े चाहिए होंगे।

मैंने कहा- ठीक है हम शाम के समय शॉपिंग करने के लिए जाएंगे, वहां से आप जैसे चाहे कपड़े ले लेना।
वो मुस्करा दी।

फिर होते-होते शाम हो गई और हम शॉपिंग करने के लिए चले गए।
मॉम ने वहां पर रात के समय में आरामदायक रहने वाली एक नाइटी ले ली।
फिर एक नई मैक्सी और ब्रा-पैंटी भी ली जो लाल रंग की थी।

शॉपिंग करने के बाद हम लोग अपने घर वापस आ गए।
हमने साथ में खाना खाया और फिर मैं अपने बेड पर लेट कर आराम करने लगा।

मॉम कपड़े चेंज करने चली गई।

कुछ देर बाद वो जब आई तो मैं देखता ही रह गया।

मॉम ने सफेद नाइटी पहनी थी जो उसके घुटनों तक ही थी।
वो बोली- कैसी लग रही हूं जान?

मैं तो ये शब्द सुनकर चौंक सा गया।
खैर, मैंने भी कुछ नहीं सोचा और कह दिया- गर्म लग रही हो बिल्कुल।
मॉम ने कुछ नहीं कहा और मुस्करा दी।

उसके बाल खुले हुए थे। फिर वो एकाएक वो करने लगी जिसकी मुझे उम्मीद भी नहीं थी।
मॉम ने अपनी नाइटी खोलना शुरू कर दिया।
मैंने चौंक कर कहा- क्या कर रही हो मॉम? इसको उतार क्यों रही हो?

वो बोली- एक बार अंदर का तो देखकर बताओ, कैसी लग रही हूं मैं?
फिर मॉम ने नाइटी खोलकर उतार ही दी।
नीचे से मॉम ने ब्रा-पैंटी पहनी हुई थी।

लाल रंग की ब्रा-पैंटी में मॉम एकदम पटाखा लग रही थी।
जैसे कोई पोर्न फिल्म की हिरोईन तैयार होकर आई है।
मॉम के गोरे बदन पर वो लाल रंग की ब्रा पैंटी बहुत ही सेक्सी लग रही थी।

मॉम को इस हालत में देखकर मेरा तो लंड खड़ा होने लगा था।

मैंने कहा- बहुत ही हॉट लग रही हो आप तो! लेकिन ये सब मुझे क्यों दिखा रही हो?

वो बोली- और किसे दिखाऊंगी पागल? अब तुम ही तो जिससे मैं सारी बातें कर सकती हूं, ये सब पूछ सकती हूं। तुम ही तो मेरे सब कुछ हो।

मैंने भी ज्यादा नहीं सोचा।
मैं बोला- ओके मॉम।
फिर वो ऐसे ही बिना नाइटी पहने मेरे बगल में आकर लेट गई।

मॉम की चूचियों के उभार साफ दिख रहे थे।

मॉम ने फिर अचानक से मेरे गाल पर किस कर दिया।
मैंने मॉम को देखा तो वो मुस्करा दी।
वैसे मुझे भी अच्छा लगा।

मेरा लंड अब और ज्यादा खड़ा हो गया।

अभी तक मेरा लंड किसी चूत में नहीं गया था।

दोस्तो, मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है।
अभी तक इसने चूत का स्वाद नहीं चखा था।
यह चूत में जाने के लिए तड़प रहा था।

फिर मॉम और मैं ऐसे ही लेटे हुए बातें करने लगे।

वो बोली- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं?
मैंने कहा- नहीं तो मॉम, आपको तो सब पता है, मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, होती तो मैं आपको जरूर बताता।

वो बोली- क्यों नहीं है तुम्हारी गर्लफ्रेंड?
मैंने कहा- पता नहीं।

फिर मॉम ने दूसरी तरफ मुंह घुमाकर लेट गई और उसकी गांड मेरी तरफ उठ गई।

मैंने कुछ देर उसकी गांड को देखा और फिर उससे लिपटकर लेट गया।
अब हल्की नींद भी आ रही थी।

इस वक्त मेरा तना हुआ लंड मॉम की गांड के ठीक बीच वाले हिस्से में सटा हुआ था।

मैंने सिर्फ अंडरवियर ही पहना हुआ था इसलिए मॉम की गांड का अहसास मुझे लंड पर अच्छे तरीके से हो रहा था।
मेरा लंड अब झटके मार रहा था मॉम की गांड पर।

जब भी मॉम की गांड पर लंड का झटका लगता तो उसको पता चल जाता था।
वो भी अपनी मोटी गांड को मेरे लंड की ओर दबा देती थी।

कुछ देर ऐसे ही चलता रहा।
अब मुझे सच में मॉम को चोदने का मन कर रहा था।
शायद मॉम को भी मजा आ रहा था।

फिर वो मेरे लंड को हाथ से सहलाने लग गई और बोली- ये मुझे अच्छा लग रहा है।

कहते हुए ही मॉम ने मेरे अंडरवियर के अंदर हाथ डाल दिया।
मॉम ने मेरे लंड को हाथ में भरा और मेरी तरफ मुंह घुमाते हुए चौंक कर बोली- इतना बड़ा हो गया है तेरा?!! ये तो बहुत ही मोटा और लंबा है!

मम्मी के हाथ लगाते ही मेरा लंड और ज्यादा सख्ती में आ गया और मॉम के हाथ में ही झटके देने लगा।
लंड में और ज्यादा गर्मी आ गई और मॉम उसको पकड़ कर सहलाने लगी।

अभी मॉम का हाथ मेरे अंडरवियर में ही लंड को पकड़े हुए सहला रहा था।
वो जैसे मेरे लंड की मुठ मारने की कोशिश कर रही थी।

फिर वो मेरी तरफ घूमने लगी तो इतने में लंड अंडरवियर से बाहर निकल आया।

पहली बार मॉम ने मेरा नंगा लंड देखा, उसकी आंखों में एक चमक सी आ गई और चेहरे पर मुस्कान।
मॉम खुश होकर बोली- तुम्हारी बीवी तो तुमसे बहुत खुश रहेगी।

मैंने पूछा- क्यों मम्मी?
वो बोली- और क्या? औरतों को तो ऐसे ही लंड चाहिए होते हैं। तुम्हारे जैसा लम्बा-मोटा लंड पाकर तो वो खुशी से झूम उठेगी।

मैंने पूछा- तो क्या मोटे और लम्बे लंड से औरतों को ज्यादा मजा आता है?
वो बोली- ये तो जब तुम किसी के साथ सेक्स करोगे, तब सब जान जाओगे।

फिर मम्मी मेरे लंड को तेजी से ऊपर नीचे करने लगी।
मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।

फिर अचानक पता नहीं क्या हुआ मेरे पूरे शरीर में अजब सी अकड़न हुई और मेरे लंड से पानी निकलने लगा।
वो पानी गाढ़ा-गाढ़ा सफेद रंग का थी। वो मेरे पूरे लंड पर फैल गया। मॉम के हाथ पर भी लग गया।

मॉम ने अपना हाथ कपड़े से पौंछ लिया।
अब मैं तेजी से सांसे लेता हुआ शांत हो रहा था।

शांत होने के बाद मैंने मॉम से पूछा- ये सब क्या हो गया मॉम!
वो बोली- जब लड़के जवान हो जाते हैं तो ये रस निकलता है। इसे ही वीर्य कहते हैं। यही लंड का रस जब चूत में जाता है तो इसी से बच्चे पैदा होते हैं।

फिर वो बोली- ये सब तुम अभी भी मुझसे पूछ रहे हो? इतने बड़े हो गए हो, तुम्हें कुछ भी नहीं पता?
मैंने कहा- नहीं मॉम।

वो बोली- तो फिर तुम सेक्स कैसे करोगे बीवी के साथ? अगर उसको खुश नहीं कर पाए तो बीवी भाग जाती है।

इतने में मेरा लंड सिकुड़ गया था।
वो बोली- चलो ठीक है, मैं ही तुमको ये सब सिखाती हूं।

मॉम ने गर्दन नीचे झुकाई और मेरे लंड को मुंह में भर लिया।
मुझे एकदम से जोर की गुदगुदी होने लगी और मैं मचलने लगा।
मेरी हंसी आ रही थी जोर से।

मॉम ने डांटते हुए कहा- शांत रह कुत्ते! ऐसे ही सीखेगा।
मैं- लेकिन मुझे गुदगुदी हो रही है मॉम।

मॉम- थोड़ी देर रुक फिर खुद बोलेगा और चूसने के लिए।
मॉम मेरे लंड को मुंह में लेकर लगातार चूस रही थी।

कुछ ही देर में मुझे मजा सा आने लगा।

मेरा लंड अब दोबारा से तनाव में आ रहा था।
देखते ही देखते मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया।

अब मॉम ने मेरे हाथ पकड़े और दोनों हाथों को अपनी चूचियों पर रखवा दिया।

वो दोनों हाथों से अपनी चूचियों के दबवाने लगी।
मॉम अब गर्म होने लगी थी।

फिर मम्मी ने अपनी ब्रा खोल कर निकाल दी और अपनी चूची नंगी कर दी।

अब नंगी चूचियों पर मेरा मुंह लगाया और मुझे चूचियां पीने को कहा।
मैं बच्चे की तरह मॉम की चूचियों को पीने लगा।

कुछ देर वो मेरे मुंह को चूचियों पर दबाए रही।

बीच-बीच में मॉम अपनी पैंटी के ऊपर से अपनी चूत को भी सहला रही थी।
फिर मेरा मुंह चूचियों पर से हटा दिया।

मॉम ने पैंटी निकाल दी और वो अब पूरी तरह से नंगी हो गई।

अपनी टांगें फैलाकर मम्मी ने चूत मेरे सामने खोल दी।

फिर मेरे सिर को पकड़ा और नीचे झुकाते हुए मेरे मुंह को अपनी चूत पर रखवा दिया।
वो मेरे मुंह को चूत पर रगड़वाने लगी।

कुछ देर बाद उसे पेशाब आने लगा तो उसने मेरे मुंह पर ही मूतना शुरू कर दिया।
मैं अपनी मम्मी का गर्म-गर्म पेशाब पीने लगा।

मुझे तो कुछ समझ नहीं आ रहा था कि ये सब क्या चल रहा है, क्या सही है और क्या गलत … कुछ भी सोच नहीं पा रहा था।

मॉम बस अपनी चूत की प्यास बुझाने में लगी हुई थी।
उसकी चूत से अजब सी गंध आ रही थी।
चूत पूरी गीली हो चुकी थी।

अब वो लेट गई और बोली- इसमें एक उंगली डालकर चाटो।
मैंने वैसा ही किया।

मैंने मॉम की चूत में उंगली दे दी और फिर बाहर निकाल कर उसे चाट गया।

काफी देर तक मैं ऐसे ही करता रहा।
मैं मॉम की चूत में बार-बार उंगली देता और फिर उस गीली उंगली को चाट जाता था।

मॉम की सिसकारियां निकल रही थीं- आह्ह … आह्ह … अस्स् … आआह।

इस वक्त मम्मी को बहुत मजा आ रहा था।
अब मॉम ने मेरा लंड पकड़ लिया और जोर से उसकी मुठ मारने लगी।
ऐसा लग रहा था मॉम मेरे लंड को तोड़ ही देगी।

फिर उसने लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर सेट कर दिया।

मम्मी की चूत एकदम से गीली हुई पड़ी थी।
वो बोली- धक्का दे!

मैंने मॉम की चूत में धक्का दिया तो मेरा 7 इंच का लंड चूत में एकदम से जा घुसा।
मॉम की चीख निकल गई।

फिर वो चोदने के लिए कहने लगी।
मैंने चूत में लंड के धक्के देना शुरू कर दिया।

मॉम बोली- धीरे-धीरे करो, बहुत मजा आ रहा है।
मैं धीरे-धीरे चुदाई करने लगा।

मॉम के मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं- आह्ह … आह्ह … चोदो … ओह्ह … और चोदो।

मैं भी मॉम की चूत में अंदर तक लंड घुसा रहा था।
मुझे भी अपनी मम्मी की चुदाई करने में अब मजा आने लगा था।

मैंने अब स्पीड तेज कर दी।
अब मैं तेज-तेज धक्के मॉम की चूत में लगा रहा था।

मॉम की आंखें बंद होने लगीं।
मैं बोला- क्या हुआ मॉम?
मॉम जैसे नशे में बोली- अम्म … अह्ह … करते रहो … करते रहो … बस करते रहो।

मैं भी मॉम को चोदता चला गया।
फिर बेटा मा सेक्स करते हुए मेरा माल निकलने को हो गया।

इससे पहले मैं कुछ सोच पाता मेरे लंड से मेरा माल निकल कर मॉम की चूत में गिरने लगा।
मैं पूरा मॉम की चूत में खाली हो गया और हांफने लगा।

फिर मैं रुक गया और एक तरफ लेट गया।
अब हम दोनों शांत हो गए।
दोनों थक कर लेट गए और सो गए।

इस तरह से मॉम को मैंने पहली बार चोदा था।
उसके बाद मॉम और मेरे बीच मां-बेटे की चुदाई का रिश्ता बन गया।

दोस्तो, आपको मेरी यह स्टोरी कैसी लगी मुझे जरूर बताना।
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या फिर आप मुझे ईमेल पर भी अपने मैसेज भेज सकते हैं।
मेरा ईमेल आईडी है- pandeyumadatta4@gmail.com

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