भाई बहन की चुदाई में माँ की एन्ट्री
(Bahenchod Bro Sex Kahani)
बहेनचोद ब्रो सेक्स कहानी में मैं जवान बेवा हूँ. मेरे जवान बेटा बेटी हैं. एक रातमें जगी तो मैंने देखा कि मेरी दोनों औलादें आपस में चुदाई करने में लगी हैं.
यह कहानी सुनें.
मेरा नाम मिसेज अमानी है। मैं इस समय 45 साल की हूँ, खूबसूरत हूँ और गठीले बदन की मालकिन हूँ।
रंग मेरा गोरा है कद मेरा 5′ 3″ है और बाल मेरे लम्बे हैं।
मेरी शादी के 22 साल हो चुके हैं।
मेरा इयाद नाम का एक बेटा है और हयात नाम की एक बेटी है।
मेरे दोनों बच्चे पढ़ने में बड़े होशियार हैं और खेल कूद में भी आगे रहते हैं।
दोनों ही मेरी तरह ओपन माइंडेड हैं बोल्ड हैं और आधुनिक विचारों वाले हैं।
अभी 10 साल पहले मेरे शौहर का इंतकाल एक सड़क हादसे में हो गया था।
मुझे उनकी जगह नौकरी करने का मौका मिल गया तो मेरा परिवार ठीक से चलने लगा।
मैं आपको बताना चाहती हूँ कि मेरे शौहर के जाने के बाद मुझे लण्ड की कमी महसूस होने लगी।
मैं लण्ड के लिए तड़पने लगी; करवटें बदल बदल कर रात गुज़ारने लगी।
एक दिन मेरे सब्र का बांध टूट गया और मैं उस आदमी के संपर्क में आ गयी जिसे मैं चाहती थी।
रात को एक दिन जब मैंने उसका लण्ड देखा तो मेरे बदन में करंट लग गया; लण्ड उसका मेरे शौहर के लण्ड से बड़ा भी था और मोटा भी!
सच बताऊँ दोस्तो, मैंने उस दिन उससे चुदवाया और जी भर के चुदवाया।
3 बार उसने मुझे चोदा तब मुझे तसल्ली मिली।
मैं चुपचाप अपने घर चली आयी।
फिर एक के बाद दूसरे मर्द से सम्बन्ध हो गए और फिर तीसरे से भी।
मैं बारी बारी से तीनों लण्ड का मज़ा लेने लगी।
तीनों साले लण्ड मेरी चूत में भी पेलते थे और गांड में भी।
मस्त होकर मैं बड़ी बेशर्मी से रंडी की तरह चुदवाने लगी थी।
मैं छुट्टी के दिनों में चुदवाने चली जाती थी।
कभी दिन में कभी रात में और कभी कभी तो 2/3 दिन चुदने के लिए चली जाती थी।
मुझे यह बिल्कुल ध्यान ही नहीं रहा कि मेरे बच्चे कब बड़े हो गए, कब जवान हो गए और क्या क्या करने लगे।
एक रात मैं जब उठी तो देखा कि सुबह के 4 बजे हैं और हयात के कमरे की लाइट धीमी धीमी जल रही है।
तो मैं सीधे उसके कमरे में चली गयी।
वहां का नजारा देख कर मेरे होश उड़ गए, मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन खसक गयी।
बहेनचोद ब्रो सेक्स कहानी में मैंने देखा कि हयात एकदम नंगी नंगी अपनी टाँगें फैलाये हुए लेटी है और इयाद नंगा नंगा उसके ऊपर चढ़ा हुआ उसे चोद रहा है।
हयात की सिसकारियां निकल रही है पर वह अपनी गांड हिला हिला कर मस्ती से चुदवा रही है।
एक भाई को अपनी सगी बहन को चोदते हुए देख कर मेरी गांड फट गयी।
इतने में हयात ने मुझे देख लिया पर उसने चुदाई रोकी नहीं बल्कि और ज्यादा उछल उछल कर चुदवाने लगी।
फिर इयाद ने भी मुझे देखा लेकिन वह भी नहीं रुका।
वो भोसड़ी वाला को हयात को अपनी बीवी की तरह चोदने में जुटा रहा।
दोनों का यह व्यव्हार देख कर मैं दंग रह गई।
मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ.
ये तो दोनों साले बड़े बेशरम हो गए हैं, खुले आम चुदाई कर रहे हैं।
अचानक बेटे का लण्ड पूरा का पूरा चूत के बाहर निकला तो उसे देख कर मेरी चूत साली गीली हो गयी।
मैंने अनुमान लगा लिया कि इयाद का लण्ड उसके अब्बा के लण्ड से बड़ा है।
मेरी इच्छा हुई कि मैं उसका लण्ड मुंह में भर लूँ और फिर इसे चूत में पेल लूँ।
मैं भी इन लोगों की तरह क्यों न बेशर्म हो जाऊं?
लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हुई।
इतने में हयात ने मेरा पेटीकोट पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और बोली- अम्मी, बैठ जाओ न मेरे पास!
मैं सच में बैठ गयी।
तब तक हयात ने मेरी शाल नीचे गिरा दी तो मेरी बड़ी बड़ी चूचियाँ एकदम से नंगी हो गईं.
हयात चुदवाती हुई बोली- अम्मी मैं जानती हूँ कि तुम बहुत चुदासी हो। बहुत दिनों से आपकी चूत को लण्ड नहीं मिला। तुम लण्ड के लिए तरस रही हो।
उसने मेरी दुखती रग में हाथ रख दिया।
मैंने कहा- ये सब तुमको कैसे मालूम हयात?
वह बोली- मुझे मेरी सहेली से मालूम हुआ। उसकी अम्मी तुम्हारी ही तरह हैं। उसे भी कई वर्षों से लण्ड नहीं मिला था तो एक दिन उसने अपने हाथ से लण्ड अपनी माँ की चूत में पेला था।
मैंने पूछा- तो लण्ड किसका था?
उसने बताया कि लण्ड उसके कजिन का था और वह इतना मोटा था जितना मोटा इयाद का लण्ड है।
यह सुनकर मेरी चूत में भयानक आग लग गयी।
हयात ने मेरा पेटकोट उतार कर फेंक दिया और मेरी चूत सहलाने लगी।
मैं उत्तेजित थी तो उसे रोक नहीं सकी।
मैंने पूछा- बेटी हयात, तुम मेरी चूत क्यों सहला रही हो?
वह बोली- देखो यार, चुदाई में कोई किसी को रिश्ते से नहीं बल्कि नाम से बुलाता है जैसे भोसड़ी वाली अमानी, माँ की लौड़ी हयात, मादर चोद इयाद।
मैंने कहा- हां तुम सही कह रही हो बुरचोदी हयात।
वह बोली- और सुनो, ये इयाद भोसड़ी का एक मर्द है और ये इसका हरामी लण्ड है जो अभी मुझे चोद रहा था।
मैंने कहा- वाह हयात वाह! आज एक बेटी ने अपनी माँ को सेक्स सिखा रही है।
वह बोली- सिखा ही नहीं रही मेरी हरामजादी अमानी, मैं कर के भी दिखा दूंगी।
ऐसा बोल कर उसने मुझे इयाद का लण्ड पकड़ा दिया और कहा- ले माँ की लौड़ी अमानी, पकड़ ले ये मस्ताना लण्ड जो तुझे कई वर्षों रहा है बाद मिल रहा है।
उसकी बातें मुझे बहुत अच्छी लग रहीं थीं।
मैंने बड़ी बेशर्मी से लण्ड पकड़ लिया और चाटने लगी।
लण्ड का टोपा मुझे बहुत पसंद आया।
हयात भी मेरे साथ लण्ड चाटने लगी।
लण्ड की झांटें साफ़ थीं। लण्ड एकदम चिकना था और सख़्त था।
मुझे बेटे के लण्ड पर गर्व होने लगा।
उधर हयात का एक हाथ मेरी चूत पर चल रहा था।
इस तरह भाई बहन की चुदाई में माँ की हो गई एन्ट्री।
कुछ देर बाद उसने लण्ड मेरी चूत पर सेट कर दिया और तब इयाद ने एक ही धक्के में पूरा लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया।
मैं उफ़ कह कर रह गई और फिर मजे से चुदवाने लगी।
मुझे मज़ा आने लगा तो मैं बोली- हाय दईया, बड़ा अच्छा लग रहा है तेरा लण्ड भोसड़ी के इयाद! तू बहुत अच्छी तरह चोद रहा है वैसे ही जैसे तू हयात की बुर चोद रहा था। बड़ा मजेदार लौड़ा है तेरा!
फिर मस्ती में मेरे मुंह से गालियां निकलने लगीं- तेरी माँ की भोसड़ा साले कुत्ते इयाद … चोद ले मेरा मस्त जवान भोसड़ा!
तब तक हयात ने आकर अपनी चूत मेरे मुंह पर रख दी तो मैं उसकी चूत चाटने लगी।
मुझे डबल मज़ा मिलने लगा।
मैं अपने बेटे से चुदवाने का मज़ा लूटने लगी।
इयाद उछल उछल कर चोदने लगा, लौड़ा अंदर तक घुसेड़ने लगा और मुझे बहुत दिनों के बाद चुदाई का एक नया मज़ा मिलने लगा।
इतने में इयाद बोला- अमानी यार, तुझे चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। ऐसा ही मज़ा हयात दे रही थी जब मैं उसे चोद रहा था। तेरी चूत हयात की चूत बिल्कुल एक जैसी है। मुझे ऐसी ही चूत चोदना अच्छा लगता है।
उधर मुझे हयात की बुर चाटने में एक अलग तरह का आनंद आ रहा था।
अचानक मैं इतनी उत्तेजित हो गई कि मेरी चूत ने छोड़ दिया पानी और कुछ देर में ही लण्ड भी उगलने लगा माल … जिसे हम दोनों ने मिलकर चाटा।
पहली बार मुझे अपने बेटे का झड़ता हुआ लण्ड चाटने का मौका मिला तो मैं भाव विभोर हो गई।
अगले दिन इतवार था किसी को भी बाहर नहीं जाना था।
इसलिए हम तीनों घर में नंगे नंगे ही घूमते रहे और एक जगह बैठ कर हंसी मजाक करने लगे।
हयात बोली- भोसड़ी के इयाद, तुझे अपनी माँ चोदने में मज़ा आया न?
इयाद बोला- हां यार, खूब मज़ा आया। मुझे तो लगा कि मैंने इसे पहले क्यों नहीं चोदा?
मैंने कहा- तुझे मादरचोद अपनी बहन की बुर लेने में कोई शर्म नहीं आयी इयाद?
इयाद ने कहा- जब बुरचोदी बहन को कोई शर्म नहीं आयी मेरा लण्ड पकड़ने में तो मुझे क्यों आये उसे चोदने में शर्म? जो मेरा लण्ड पकड़ेगी मैं तो उसे चोदूंगा जरूर!
मैंने कहा- तेरी माँ का भोसड़ा साले … तू बहुत बड़ा हरामजादा है।
हयात बोली- हरामजादी तो तुम भी है बुरचोदी अमानी जो अपने बेटे से उछल उछल कर चुदवा रही थी।
मैंने कहा- हां तो क्या हुआ? बेटा मर्द हो गया तो चोदेगा ही। वैसे लण्ड तो तू भी भोसड़ी वाली मेरी चूत में पेल रही थी।
इसी बात पर हम सब खिलखिलाकर हंस पड़े।
फिर इयाद बोला- अम्मी, एक बात मैं कहना चाहता हूँ, बुरा मत मानना?
मैंने कहा- कहो, मैं बिल्कुल बुरा नहीं मानूंगी।
तब उसने बताया- अम्मी, मैं अपने दोस्त गोपी की माँ चोदता हूँ।
मैंने कहा- तो बात क्या है?
इयाद ने कहा- बात यह है कि वह मेरी माँ चोदना चाहता है। क्या मैं उसे बुला लूँ?
मैंने मुस्कराते हुए कहा- हां, बिल्कुल बुला लो।
तब तक हयात बोली- अम्मी, मैं अपने बॉयफ्रेंड से अपनी माँ चुदवाना चाहती हूँ तो मैं भी उसे बुला लूँ?
मैंने कहा- ठीक है तू भी बुला ले अपने यार को!
फिर क्या अगले दिन शाम को हमने एक सेक्स पार्टी अपने घर में रख ली।
इस पार्टी में इयाद का दोस्त गोपी आ गया और हयात का बॉयफ्रेंड गुरजीत आ गया।
मैं दोनों से मिलकर खुश हुई क्योंकि दोनों ही मादरचोद बड़े हैंडसम और गोरे चिट्टे थे।
उन्हें देखते ही मेरी चूत गीली हो गयी।
इतने में हयात ने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया और हम सब पांचों लोग दारू का मज़ा लेने लगे।
थोड़ा नशा चढ़ा तो मैंने पूछा- बेटा गोपी, सुना है तुम अपनी माँ चोदते हो?
वह बोला- हां आंटी चोदता हूँ। यह बात इयाद को पता है।
मैंने पूछा- उसे कैसे पता है?
वह बोला- क्योंकि वह भी मेरी माँ चोदता हैं। हम दोनों मिलकर चोदते हैं।
मैं बोली- तुम कब से चोद रहे हो अपनी माँ?
उसने कहा- एक साल से चोद रहा हूँ।
मैंने बड़े कड़े शब्दों में कहा- तुम्हें माँ चोदने में कोई शर्म नहीं आयी?
वह बोला- अरे आंटी, जब माँ को कोई शर्म नहीं तो मुझे क्यों आये? उसने तो खुद मेरा लण्ड पकड़ लिया था और कहा था ‘बेटा गोपी मुझे चोदो। बेटे के लण्ड पे माँ का पहला हक़ होता है। तेरा इतना बड़ा लण्ड मैंने ही बनाया है। और सुन किसी दिन तू इयाद से भी अपनी माँ चुदवा ले।
मैंने मुस्कराते हुआ कहा- तो फिर आज तुम इयाद की माँ चोदोगे?
वह बोला- हां बिल्कुल चोदूंगा। इसीलिए तो आया हूँ।
तब तक हयात बोल पड़ी- अरे यार गोपी, तुम इयाद की माँ ही नहीं, उसकी बहन को भी चोदो। गुरजीत भी मादरचोद हम दोनों को चोदेगा।
हम सब इसी बात पर हंस पड़े।
मैं पूरी तरह रोमांटिक मूड में आ गयी थी।
मैंने एक हाथ गोपी के लण्ड पर रख दिया और दूसरा हाथ गुरजीत के लण्ड पर!
मैं दोनों हाथों से उनके लण्ड पैंट के ऊपर से ही रगड़न लगी।
मुझे महसूस हो गया कि लण्ड दोनों जबरदस्त है।
तब तक हयात बुरचोदी अपने भाई इयाद का लण्ड निकाल कर सबके सामने चूसने लगी।
उसे देख कर मेरी भी जबान लपलपाने लगी लण्ड चूसने के लिए।
मैंने फ़ौरन दोनों की पैंट खोल दी, उन्हें नंगा कर दिया तो दोनों लण्ड साले मेरे आगे तन कर खड़े हो गए।
तब तक गोपी ने मेरी शाल उतार दी तो मैं भी नंगी हो गयी।
गोपी, गुरजीत दोनों मेरे सामने नंगे नंगे खड़े हो गए और मैं दोनों लण्ड अपने दोनों हाथों से पकड़ कर चाटने चूसने लगी।
लण्ड बहन चोद दोनों हलब्बी थे बिल्कुल मेरे बेटे के लण्ड की तरह!
झांट दोनों की साफ़ थी इसलिए लौड़े बड़े खूबसूरत लग रहे थे।
तब तक मैंने देखा कि इयाद हयात को लिटा कर उसे चोदने लगा है।
इधर गोपी ने मुझे बेड पर चित लिटा दिया, मुझे किनारे खींचा और मेरी गांड के नीचे एक तकिया लगा दी।
मेरी चूत एकदम लण्ड के सामने आ गयी तो उसने गच्च से लौड़ा पेल दिया और चोदने लगा।
गुरजीत ने लौड़ा मेरे मुंह में घुसेड़ दिया।
इस तरह मैं दोनों लण्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी।
यह मेरा पहला मौका था; मैं तो खुशी के मारे उछल उछल कर चुदवाने लगी।
गोपी बोला- यार इयाद, मुझे तेरी माँ चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। क्या मस्त भोसड़ा है इसका! देखो कितनी मस्ती से लौड़ा पेलवा रही है।
इयाद बोला- हां यार, मुझे भी तेरी माँ चोदने में ऐसा ही मज़ा आता है।
तब तक हयात बोली- यार, आजकल माँ भोसड़ी वाली सब की सब अपने बेटों से और उनके दोस्तों से दिल खोल कर चुदवातीं हैं। अब बुर चोदी अमानी को ही देखो, साली कुतिया बिल्कुल रंडी की तरह चुदवा रही है।
फिर मैंने जवाब दिया- तू माँ की लौड़ी हयात, तू रंडी की औलाद तेरी माँ का भोसड़ा, तू तो सबसे ज्यादा चुदक्कड़ है। पता नहीं कितने लण्ड के चुकी है तू!
इतने ने गुरजीत ने लण्ड मेरी चूत में पेला तो गोपी ने मुंह में!
लण्ड की अदला बदली हुई तो मज़ा आ गया।
चुदाई की रफ़्तार बढ़ी, दोनों साले घपाघप चोदने लगे।
फिर कुछ देर में ही गोपी हयात की तरफ बढ़ गया, बोला- इयाद, अब मैं तेरी बहन की बुर लूंगा।
वह हयात को चोदने चला गया तो गुरजीत ने लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया।
उधर इयाद आया तो लण्ड मेरी चूत में पेल दिया।
इयाद फिर मुझे चोदने लगा।
उधर गुरजीत हयात की तरफ लपका और उसे घोड़ी बना दिया।
गुरजीत ने लण्ड पीछे से पेला तो हयात मजे से चुदने लगी।
तभी गुरजीत उसकी गांड में उंगली करने लगा और फिर अचानक उसकी गांड में लण्ड ठोक दिया।
उसे देख कर इधर इयाद ने भी मेरी गांड मारना शुरू कर दिया।
गोपी भोसड़ी का कभी मुझे चोदता कभी हयात को चोदता।
आखिर में जब लण्ड झड़ने लगे तो हम दोनों ने झड़ते हुए तीनों लण्ड चाटे।
चुदाई के बाद मैंने कहा- बेटा गोपी, मैंने तुम्हें अपनी माँ चोदते हुए नहीं देखा और गुरजीत को भी अपनी माँ चोदते हुए नहीं देखा। इसके अलावा मैंने तुम दोनों को एक दूसरे की माँ चोदते हुए भी नहीं देखा. तो ऐसे में क्यों न एक माँ की सामूहिक चुदाई की पार्टी रख ली जाए। जिसमें सब लोग सबके सामने पहले अपनी अपनी माँ चोदें और फिर सब लोग सबकी माँ चोदें।
गोपी और गुरजीत दोनों ने कहा- यार एक बात तो है, माँ चोदने में जो मज़ा है वो दुनिया में और कहीं नहीं है। पार्टी होनी ही चाहिए।
मैंने कहा- हमारा एक फार्म हाउस है. बस उसी में अगले हफ्ते माँ चोदने की पार्टी रख लो।
इयाद बोला- हां अम्मी, मेरे दो और दोस्त हैं जो अपनी अपनी माँ चोदते हैं। मैं उन्हें भी बुला लूँगा।
अब तक की बहेनचोद ब्रो सेक्स कहानी पर आप अपने विचार मुझे मेल और कमेंट्स में बताएं.
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बहेनचोद ब्रो सेक्स कहानी का अगला भाग:
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