मेरी अय्याश मम्मी और चुदक्कड़ सहेली
(Meri Ayyash Mummi Aur Unki Chudakkad Saheli)
मेरा नाम तरुण है, मैं बनारस का रहने वाला हूं. मेरी उम्र 19 साल है और मैं बी ए की पढ़ाई कर रहा हूं.
मेरे घर में मेरी मम्मी निर्मला और पापा राकेश हैं. मेरी मम्मी की उम्र 39 साल है, वो दिखने में बड़ी ही गोरी हैं और भरे हुए जिस्म की मालकिन हैं. गोरे और बड़े बड़े दूध हैं, उन पर काले रंग के बड़े बड़े निप्पल हैं. मेरी मम्मी एक मॉडर्न महिला हैं. मेरे पापा सरकारी जॉब करते हैं. हम सब बनारस में ही रहते थे.
ये बात पिछले साल की है, पिछले साल पापा का ट्रांसफर लखनऊ हो गया था.
मेरी पढ़ाई भी चल रही थी, तो मम्मी पापा से बोलीं- आप वहां नौकरी करो, हम लोग यहीं रुकेंगे.
पापा बोले- ठीक है.
पापा लखनऊ जाकर जॉब करने लगे. इधर बनारस में घर पर मैं और मम्मी ही रह गए.
कुछ समय बाद मेरी मम्मी की रंगत बदलने लगी. वो सेक्सी कपड़े पहन कर घूमने चली जाने लगी थीं.
एक दिन रात को मम्मी देर से आईं. उनके साथ एक और औरत थी. मैंने दरवाजा खोला. मम्मी उस औरत को देख कर बोलीं- ये मेरा बेटा है.
मैंने उस औरत की ओर देखा, वो जीन्स शर्ट में थी. उसकी बड़ी चुचियां शर्ट से आधी बाहर दिख रही थीं. मैंने उनकी चूचियों को देखा और नमस्ते आंटी कहा.
वो दोनों अन्दर आ गईं और बैठ गईं. मेरी मम्मी बोलीं- बेटा, ये शिल्पा आंटी हैं मेरी सहेली हैं. आज ये मेरे साथ ही रुकेंगी.
मैं ओके बोल कर लेटने चला गया.
कुछ देर बाद मैं बाथरूम करने के लिए नीचे उतरा, तो मम्मी और उनकी सहेली की कुछ आवाजें आ रही थीं.
मैंने नीचे सोफे पर देखा, तो मम्मी और आंटी बात कर रही थीं. मैं चुपके से पास जाकर देखने लगा.
आंटी बोलीं- यार निर्मला … आज मेरा मन चुदवाने को हो रहा है.
मम्मी बोलीं- हां यार मन तो मेरा भी है … पर किससे चुदवा लिया जाए?
आंटी ने मम्मी की नाइटी में हाथ डाल दिया और उनकी चुचियों को मसलने लगीं.
मम्मी- आआह शिल्पा … क्या कर रही हो?
आंटी बोलीं- आज तुम मुझे अपने दूध पिला दो.
मम्मी ने नाइटी खोल कर अपनी एक चूची को आंटी के मुँह में दे दिया.
आंटी मेरी मम्मी के बड़े निप्पल को काटने लगीं.
मम्मी- आआह उईई शिल्पा आराम से कर न … लगती है आह..
मैं ठगा सा खड़ा ये सब देखने लगा. कुछ देर बाद मम्मी भी आंटी की शर्ट को उतारने लगीं. वो आंटी के मम्मों को मसलने लगीं.
आंटी- आआह हां निर्मला पी ले मेरे दूध को … आआह … बड़ा मजा आ रहा है.
वो दोनों वासना में एक दूसरे को चूमने में लगी थीं.
फिर आंटी ने मम्मी की नाइटी को पूरा उतार कर उनको नंगी कर दिया. मेरी मम्मी की चूत में आंटी अपनी उंगली करने लगीं.
मम्मी- आआह … उईईए. … शिल्पा आराम से … आआह मर जाऊंगी आआह …
आंटी मम्मी को होंठों से होंठों पर किस करने लगीं. आंटी ने मम्मी के मुँह में अपने थूक को डाल दिया. मम्मी उसको पी गईं.
मम्मी शायद ‘आआह..’ करके झड़ने लगीं.
आंटी बोलीं- निर्मला अब तू मेरी चुत को चाट.
मम्मी ने आंटी की चूत में अपने मुँह को लगा दिया.
आंटी- आआह. … ऊऊऊ … चाटो … आआह … निर्मला … बड़ा मजा आ रहा है.
कुछ ही देर में आंटी हांफते हुए झड़ गईं.
फिर मम्मी बाथरूम की ओर आने लगीं, तो मैं वहां से निकल गया.
सुबह जब मैं उठा, तो आंटी जा चुकी थीं.
कुछ दिन बाद आंटी मेरे घर आई और मम्मी उनके साथ कहीं जाने लगीं. मैं मम्मी से जिद करने लगा कि मुझे भी चलना है.
तो आंटी बोलीं- वो कुछ नहीं जानता है … ले चलो.
आंटी ने टाइट जीन्स और गुलाबी शर्ट पहनी हुई थी. मम्मी ने भी जीन्स काली शर्ट पहनी थी. होंठों पर मम्मी ने गहरी लाल लिपिस्टिक लगाई थी. मेरी मम्मी आज बड़ी हॉट लग रही थीं.
हम सब चल दिए. पहले तो हम लोग सिनेमा हॉल गए, वहां पर दो जवान लड़के खड़े थे. आंटी ने उनसे हाथ मिलाया और मम्मी ने भी हाथ मिलाया.
एक लड़का बोला- चलो … फ़िल्म देखते हैं.
मैं कुछ समझ नहीं पा रहा था कि ये क्या हो रहा है. हम सब फ़िल्म देखने हॉल में पहुंच गए.
एक लड़का मेरी मम्मी के साथ बैठ गया. उसके बाद आंटी बैठ गईं. दूसरा लड़का आंटी के साथ बैठ गया. मैं इसी लड़के के किनारे सबसे आखिर में बैठा था.
फ़िल्म शुरू के कुछ देर बाद मैंने देखा कि मम्मी की शर्ट अधखुली हो गई थी. उनके मम्मों को वो लड़का दबा रहा था, किस कर रहा था. आंटी भी यही कर रही थीं. पूरी फिल्म भर यही सब चला.
फिल्म के बीच में ही आंटी ने मम्मी से कहा- अब चल, इनके रूम में चल कर चुत रगड़वाते हैं.
मम्मी ने कहा- हां यार, अब तो चुत की खुजली मिटना जरूरी है.
फिर वो दोनों लड़के अपनी कार में हम लोगों को लेकर एक रूम में आ गए.
मम्मी ने मुझे बाहर रुकने को कहा. मैं रुक गया.
आंटी मेरे साथ रुक गईं. मम्मी और दो लड़के अन्दर चले गए. कुछ देर बाद एक लड़का बाहर आया और आंटी को पकड़ कर किस करने लगा.
वो बोला- चलो ना अन्दर … तुम्हारी फ्रेंड को अरविंद चोद रहा है. तेरी चुत का भी काम तमाम कर दिया जाए.
आंटी ने कहा- मुझे तो पीछे से लेना है.
लड़का बोला- हां तो चल न … तेरी गांड मार देता हूँ.
मैं ये सुनकर हैरान हो गया.
आंटी मुझसे बोलीं- तुम इधर ही रुको, मैं अन्दर से आती हूँ.
आंटी अन्दर चली गईं. मैं भी उनके पीछे पीछे चला गया. आंटी ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया था. मैंने बाहर से उनको देखने का जुगाड़ बनाया और एक खिड़की की झिरी से अन्दर झांक कर देखा, तो मैं दंग रह गया.
मेरी मम्मी पूरी नंगी पड़ी थीं और उनके ऊपर एक लड़का चढ़ा हुआ था. वो मम्मी की चुदाई कर रहा था.
मम्मी चिल्ला चिल्ला कर आवाज कर रही थीं- उम्म्ह… अहह… हय… याह… चोद दो मुझे … आआह … तेरा लंड पूरा अन्दर तक जा रहा है.
वो लड़का उनकी चुत में बड़ी तेजी से लंड को अन्दर बाहर कर रहा था. साथ ही वो मेरी मम्मी की चूचियों को मसलता हुआ भंभोड़ रहा था.
मम्मी की टांगें इस समय पूरी हवा में उठी हुई थीं और वो उस लड़के के सर को अपनी चूचियों में दबा दबाकर उसके चुदवा रही थीं. वो लड़का मम्मी की चूचियों को चूसता हुआ चोदने में लगा हुआ था.
लड़का बोल रहा था- साली तेरी चुत में बहुत गर्मी है … ले मादरचोद … पूरा अन्दर ले … साली रांड..
मम्मी- आआह चोद दे मुझे … आआह भैन के लौड़े … तेरी पूरी फीस दी है हरामी … पूरा मजा लूंगी.
वो भी मेरी मम्मी की जबरदस्त चुदाई में लगा हुआ था. मम्मी भी अपनी गांड उठा कर उसके लंड से चुदवा रही थीं.
कुछ देर बाद वो लड़का झड़ गया और अलग गिर गया. मम्मी की चूत से सफेद सफेद पदार्थ बहने लगा. मम्मी ने बिस्तर की चादर से चुत को पौंछा और आंटी की तरफ देखने लगीं.
उधर दूसरी तरफ आंटी की गांड मारी जा रही थी. आंटी ‘आआह उईई..’ कर रही थीं. आंटी घोड़ी बन कर गांड मरवा रही थीं. कुछ देर बाद वो लौंडा आंटी की गांड में ही झड़ गया और ‘आआह..’ करके गिर गया.
इसके बाद एक लड़के ने सिगरेट निकाली और फूँकने लगा. वो मेरी मम्मी की चूचियां दबाते हुए बोला- तेरी चुत शांत हुई या नहीं?
मम्मी ने उसके हाथ से सिगरेट ली और कश लेते हुए उसके लंड को पकड़ कर हिलाते हुए कहा- बड़ी राहत मिल गई तेरे लंड से … मजा आ गया.
लड़के ने पूछा- अब कब बुलाओगी?
मम्मी ने कहा- शिल्पा तुझे फोन कर देगी.
इसके बाद सब अपने अपने कपड़े पहनने लगे. मैं खिड़की से हट कर बाहर अपनी जगह पर आ गया.
मम्मी बाहर आईं, तो मुझे देख कर मुस्कुरा दीं. हम सब घर आ गए, आंटी अपने घर चली गईं.
कुछ दिन बाद पापा के दोस्त दिनेश अंकल घर आए. वे मम्मी से बात करने लगे.
दिनेश अंकल- भाभी जी कैसी हो?
मम्मी ने कहा- अच्छी हूँ. आइए बैठिए.
दिनेश अंकल सोफे पर बैठ गए.
मम्मी बोलीं- मैंने सुना है आपका अपनी बीवी से तलाक हो गया?
अंकल बोले- हां भाभी जी, उससे मेरा तलाक हो गया.
मम्मी बोलीं- क्यों?
अंकल बोले- भाभी जी वो मेरे साथ सेक्स नहीं करती थी.
मम्मी बोलीं- क्यों?
अंकल बोले- उसको दर्द होने लगता था.
मम्मी मुस्कुराने लगीं- मुझे दर्द नहीं होता.
अंकल बोले- मतलब?
मम्मी अपने पल्लू को हटाते हुए बोलीं- अगर आप का मन हो, तो आप मेरे साथ ट्राई कर लो.
अंकल मुस्कुरा कर बोले- नेकी और पूछ पूछ … प्यासे की प्यास बुझाना तो बड़ा नेक काम होता है … फिर मैं क्यों नहीं आपकी बात मानूँगा.
मम्मी अंकल को अपने रूम में ले जाने लगीं. मैं खिड़की पर पहुंच गया.
अंकल मम्मी से बोले- आपका बेटा है.
मम्मी- वो तो अभी कुछ नहीं जानता है.
मम्मी कितनी गलत थीं, मैं उन्नीस साल का हो गया था और मेरा लंड भी बड़ा था.
अंकल ने कमरे में जाते ही मम्मी को उनको बांहों में भर लिया और दोनों एक दूसरे को चूमने लगे.
फिर अंकल मम्मी के ब्लाउज को खोलने लगे … कुछ ही पलों में ब्लाउज उतार दिया. इसके बाद अंकल ब्रा के ऊपर से मम्मी की चुचियों को मसलने लगे. मम्मी मीठे दर्द से कराहने लगीं- आआह … धीरे करो न.
फिर मम्मी ने अपनी ब्रा खोल कर उतार दी और अंकल के लंड को पकड़ लिया. अंकल का लंड हाथ में लेते ही मम्मी बोलीं- आह तुम्हारा इतना बड़ा है?
वो अंकल के लंड को प्यार से मसलने लगीं. अंकल ने मम्मी की साड़ी खोल दी, पेटीकोट का नाड़ा खींच कर नीचे गिरा दिया. वे दोनों किस करने लगे. अंकल मम्मी की चूत को हाथ से सहलाने लगे.
मम्मी- आआह चोदो राजा जी!
अंकल- हां भाभी … अभी चोद देता हूँ.
अंकल ने अपने लंड को मम्मी को चुदाई की पोजीशन में लिटा कर उनकी चूत पर लंड को रखा और एक जोर का धक्का मार दिया. अंकल का लंड मम्मी की चुत में घुस गया.
मम्मी- आआह. … उईईए … मर गयी रे!
मम्मी हाय हाय करने लगीं.
अंकल तेजी से मम्मी को चोदने लगे. मम्मी ‘उईई आआह..’ कर रही थीं.
मैंने देखा कि अंकल के मोटे लंड ने मम्मी की चूत की चमड़ी को एकदम से जकड़ा हुआ था.
कुछ देर बाद मम्मी ‘आआह..’ करते हुए झड़ गईं.
अंकल बोले- जल्दी बोलो … मैं अपना रस कहां निकालूँ?
मम्मी बोलीं- मेरे अन्दर ही डाल दो.
अंकल ने हांफते हुए अपने माल को मम्मी की चूत में डाल दिया.
कुछ देर बाद दोनों कुछ देर बाद बाहर निकल आए. फिर अंकल चले गए.
अगले दिन शिल्पा आंटी घर आईं, तो मम्मी ने उन्हें अंकल के बारे में बता दिया.
शिल्पा आंटी हंस कर बोलीं- साली तू तो बड़ी रंडी है … तूने अकेले अकेले चुदवा लिया.
मम्मी बोलीं- तुझे भी चुदवा दूँगी … परेशान मत हो.
फिर शिल्पा आंटी बोलीं- निर्मला यार कोई जवान मर्द मिल जाए … तो चुत को मजा आ जाए.
मम्मी हंसते हुए बोलीं- हां क्यों नहीं … तेरे लिए जवान लंड ही ढूँढ देती हूँ.
थोड़ी देर बाद आंटी चली गईं.
कुछ दिनों बाद अंकल घर आए, तो मम्मी ने उनको शिल्पा आंटी के बारे में बता दिया.
वो बोले- ठीक है, मैं मेरे दोस्त को भी ले आऊंगा.
आगे की स्टोरी अगली बार लिखूंगा. आंटी को किसका लंड मिला. मेरे लंड का क्या हुआ … ये सब लिखूंगा.
आपको ये सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करें.
नितिन
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लेखक की पिछली कहानी: मेरी चुदासी मम्मी मेरे टीचर से चुद गई
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