लेस्बियन सेक्स: मेरी चुत की कामुकता का इलाज-4
(Lesbian Sex Kahani: Meri Chut Ki Kamukta Ka Ilaz- Part 4)
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तभी हमारे कानों में आवाज आयी- डू यू नीड एनी हेल्प लेडीज?
हम दोनों एकदम से सकते में आ गयी, देखा तो पीटर अपने पैंट के ऊपर से अपना मूसल दबाते हुए हमारी तरफ देखकर मुस्कुरा रहा था.
मैंने आँखें बड़ी बड़ी करके पूछा- तुम कैसे अंदर आये?
पीटर ने कहा- तुम दोनों इश्क़ में इतना मशगूल हुई थी कि मेन गेट बंद करना ही भूल गयी. वो तो अच्छा हुआ कि मैं था, वर्ना दूसरा कोई होता तो डर के मारे भाग जाता.
उसके बात करने का अंदाज देख कर मुझे हंसी आई- दूसरा कोई क्यों भागता? मैंने पूछा.
खुद के लिए एक ड्रिंक बनाते हुए पीटर ने कहा- पानी में आग लगा चुकी थी तुम दोनों! हवस का भूचाल आ गया था तुम दोनों में… ये देखो मैंने तो तुम्हारी कुछ तस्वीरें भी खींची मोबाइल से, फिर भी तुम्हें पता नहीं चला.
मैंने और रिया ने वो तस्वीरें देखी. जब वाइब्रेटर रिया के चुत में घुसाया था तो उसके चहरे पे काफी सेक्सी हावभाव दिख रहे थे. रिया के चहरे पे शर्म की लाली चढ़ गयी. उसने फिर महसूस किया की पीटर बड़ी बड़ी आंखों से उसका नंगा बदन निहार रहा था. मैंने रिया की नजर में चुदास देखी.
तभी पीटर ने कहा- तुम दोनों चालू रखो. मैं जा रहा हूँ. आया था तुम्हारे साथ रात बिताने, मगर लगता है कि आज मेरी दाल नहीं गलेगी.
वो जाने के लिए पलटा तो मैंने उसे रोका- पीटर, रुक जाओ. अपने कपड़े उतारो और अंदर आ जाओ. 2-3 ड्रिंक लेकर थोड़ी देर बाद चले जाना.
पीटर को तो मानो मुंहमांगी मुराद मिल गयी, उसने काफी देर तक रिया की तरफ देखा और फिर कपड़े खोलकर जकूज़ी में उतर गया.
हमने अपने अपने जाम टकराकर एक दूसरे को ‘चियर्स’ किया. पीटर ने ही रिया को खुद का परिचय दिया और फिर रिया ने अपना. पीने का और बातों का दौर चल गया. पता नहीं स्प्रिंग जेट की वजह से या फिर रिया के बदन की वजहसे पीटर का लंड धीरे धीरे पूर्णस्वरूप में आने लगा. इधर उसका लंड जैसे जैसे बड़ा होता गया, उधर वैसे वैसे रिया की आँखें भी बड़ी होती गयी. उसका हाथ अपने आप खुद की चूत पे चला गया.
इधर मैंने पीटर को अपने पास खींचा और अपने होंठ उसके होंठों पे रख दिए. जैसे हमने एक दूसरे की जीभ चूसना चालू किया तो पीटर के हाथ मेरे मम्मों का कड़ापन आजमाने लगे और मेरे हाथ सीधे उसके टट्टों के मजे लेने लगे.
रिया आँखें फाड़ फाड़ के हम दोनोंका रोमांस देख रही थी.
मैंने महसूस किया कि रिया के सामने पीटर कुछ ज्यादा ही डीप किसिंग कर रहा था.
जैसे हम अलग हुए पीटर ने रिया से पूछा- ऐसे क्या देख रही थी?
मैं रिया के पास गयी, उसके होठों पे एक हल्का किस करके पीटर को बोली- जब मैंने तेरे लंड का साइज इसको बताया था तो इसको यकीन नहीं हो रहा था. थोड़ी देर पहले वो नशे में कह रही थी कि तुम्हें मुझसे भगा ले जाएगी, तेरे साथ जबरदस्ती करेगी, मगर अब लगता है कि तेरा लंड देखकर इसकी फट गयी है.
मैं और पीटर जोरों से हंस पड़े. रिया की नजर अभी भी पीटर के लंड से हट नहीं रही थी. उसने अपना दारु का गिलास उठाया और एक ही सांस में वो पूरा पी गयी. गिलास ख़त्म करके उसने मुझे पूछा- क्या मैं उसे हाथ लगाकर देखूं?
उसकी मासूमियत देखकर मेरी हंसी छूट गयी. हंसते हंसते मैंने उसका हाथ थामा और लेकर पीटर के लंड पे रख दिया. उसका लंड हाथ में आते ही रिया के मुँह से सिसकारी छूट गयी. मैंने अपने होंठ उसके होंठों के पास ले जाकर पूछा- अब बोल, करेगी पीटर का चोदन?
और बदले में रिया ने झट से मेरे होंठ काट खाये.
पीटर ने हंसते हुए कहा- देख रिया, जोर आजमाइश तू कर या मैं करूं- चुदना तो तुझे ही है.
रिया अब तक उसका लंड महसूस कर रही थी.
फिर मैंने देखा कि रिया की आँखों में एक शैतानी चमक दिखाई दी. उसने पीटर का लंड छोड़ा और मेरी तरफ मुड़कर कहा- ये तो कहीं भाग नहीं रहा. चल हम अपनी अधूरी सेक्स कहानी पूरी करते है. पीटर भी क्या याद रखेगा कि उसने दो जंगली बिल्लियों को एक साथ सेक्स करते देखा? चल बदन पौंछ और बैडरूम में आ जा.
इतना कहकर जकूज़ी से बाहर निकल कर, अपना गिलास लेकर वो बैडरूम की तरफ चल पड़ी.
मैंने जकूज़ी से बाहर निकलते हुए पीटर से कहा- बच के रहना जान, आज तेरी खैर नहीं!
पीटर ने मुझे पास खींचा, अपने दोनों हाथों से मेरे निप्पल जोर से खींचे और कहा- वो तो समय ही बताएगा कि आज किसका क़त्ल होगा.
बदन पौंछ कर, बाथरोब पहनकर, हम बेडरूम में आये तो हमारी आँखें चकाचौंध हो गयी. रिया एक उम्दा सा, ट्रांसपैरंट, बेबीडॉल नाइटी और पैरों में हाय हील पहन कर, बेड पे सेक्सी मुद्रा में बैठी थी. एक हाथ में गिलास था और एक हाथ में सिगरेट, बगल में मेरा प्यारा 11 इंची वाइब्रेटर रखा था और वो बड़ी ही कातिल नजरों से मेरी तरफ देख रही थी.
उसने पीटर को सामने सोफे पे बैठने को कहा और मुझे अपनी तरफ खींचा.
सिगरेट का काश लेकर उसका धुआँ मेरे मुँह पर छोड़कर उसने पूछा- ये लम्बा मूसल कौन से छेद में लेना पसंद करोगी?
उसका इशारा मेरे वाइब्रेटर की तरफ था.
रिया के तेवर देखकर मुझे अंदाजा हुआ कि ये लड़की कुछ तो खुराफाती करने वाली है. बैठे बैठे ही उसने मेरा बाथरोब खोला और मेरे निप्पलों के साथ वो छेड़खानी करने लगी. उसका स्पर्श इतना मदहोश करने वाला था कि कुछ ही समय में मेरी चूत गीली होने लगी. उसने मेरा बाथरोब पूरा निकलकर मुझे आदमजात नंगा कर दिया. मैंने पीटर की तरफ देखा तो उसने भी बाथरोब उतार दिया था और वो अपने लंड को हिला रहा था.
इधर रिया ने मुझे इस तरह लिटाया कि पीटर हमें पूरा देख सके और बिना कोई वार्निंग दिए उसने मेरा निप्पल मुँह में ले लिया. मेरे बदन से ठंडी लहर दौड़ गयी, सिहर गयी मैं… पूरी लगन से रिया मेरे निप्पल चूस रही थी, अपने दांतों से काट खा रही थी. उसका दूसरा हाथ मेरी चूत पे रेंग रहा था, मेरी क्लिट को छेड़ रहा था. वो कभी निप्पल छोड़ मेरे होंठ भी खा रही थी. मेरी जीभ चूस रही थी.
मुझे इतनी कसक हो रही थी कि मेरी चुत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया. जैसे ही रिया को यह महसूस हुआ तो वो झट से उठ कर मेरे मम्मों पर उलटी बैठ गयी, मतलब उसके चूतड़ मेरे मुँह की तरफ थे और उसका चेहरा मेरी चुत की तरफ.
उसी अवस्था में उसने अपने हाथ से मेरे पैर फैलाए और मेरी समझ में आने से पहले ही वो 11 इंची वाइब्रेटर मेरे चुत से सटा दिया. मेरे तो होश ही उड़ गए.
रिया के इस तरह मेरे ऊपर बैठने का मतलब अब मेरे समझ में आया. इस तरह मेरे ऊपर बैठने से मेरा पूरा शरीर उसके कंट्रोल में था. मैं तो अपनी मर्जी से भी हिल नहीं सकती थी.
अब मुझे रिया से थोड़ा थोड़ा डर लगने लगा.
इधर वाइब्रेटर का प्रेशर बढ़ रहा था, उधर पीटर आँखें फाड़ कर यह नजारा देखने में व्यस्त था. अचानक उसने वाइब्रेटर निकाल दिया और कहा- निकी, तुम्हें क्या पसंद है? व्हिस्की, रम या बियर?
मैं उलझ गयी ‘ये इस वक़्त ये क्या सवाल है?’ मगर फिर भी मैंने कहा- व्हिस्की.
वो पीटर की तरफ मुड़ी और उसने उसे व्हिस्की की बोतल देने के लिए कहा.
पीटर ने भी मन्त्र मुग्ध सी शक्ल बना कर व्हिस्की की बोतल उसे पकड़ा दी. रिया ने पीछे मुड़कर कहा- आज मैं तुम्हें जी भर के व्हिस्की पिलाऊंगी!
और ऐसा कह कर बोतल का ढक्कन खोल कर उसने व्हिस्की के साथ बोतल का मुँह मेरी चूत में पूरी ताकत के साथ घुसेड़ दिया.
मैं तड़प उठी, मुँह से चीख पड़ी- आआह हहहःहः उम्म्ह… अहह… हय… याह… ऊउफ्फ फ्फ्फ मार डाला भोसड़ी वाली ने… निकाल बोतल मेरी चूत से कमीनी!
दर्द सहने के लिए मैंने अपने नाखून उसकी पीठ में गाड़ दिए.
बोतल से धीरे धीरे व्हिस्की बह रही थी और अल्कोहल की वजह से चुत में आग सी लगी थी. मेरी चीखों से अनजान रिया पूरी ताकत से बोतल को चूत के अंदर बाहर कर रही थी. व्हिस्की की इस मोटी बोतल के हमले ने मेरी चूत की दुनिया हिला कर रख दी.
मैं ‘मम्म्ममीह.. आआह.. रिया, निकाल लो प्लीज.. तुम्हें मेरी कसम.. प्लीज.. बहुत दर्द हो रहा है… रिया… आह… ह्शश… मम्म्ममि… आह… पीटर बचा ले मुझे!’ बोल बोल कर चीखने लगी मगर रिया पर कोई असर नहीं था.
मैं लगभग बेहोश हो ही गई थी मगर उसने मेरी चुदाई जारी रखी.
काफी समय ये चला. अब मुझे थोड़ा सा मज़ा आने लगा था हालांकि चूत में दर्द अभी भी था मगर अब मैं दर्द सह पा रही थी.
रिया ने बहुत लम्बे समय तक मेरी चूत का भुर्ता बनाया. इस बीच पता नहीं मैं कितनी बार झड़ी.
मेरी लेस्बियन सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके ज़रूर बताइएगा.
आपकी अपनी सेक्सी रंडी निकी
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