मां बेटी का लेस्बियन सेक्स और प्यार
(Lesbian Maza Hindi Kahani)
इस लेस्बियन मजा हिंदी कहानी में पढ़ें कि मैं अपनी मम्मी के साथ सेक्स के मामले में पूरी खुली हुई हूँ. हम दोनों एक दूसरी के बदन को छेड़ कर मजा लेती हैं.
मैं मोनिका मान उर्फ़ मोनी हिमाचल में रहती हूँ. मैं लेस्बियन मजा हिंदी कहानी लेकर आई हूँ.
मेरी पिछली कहानी
सेक्स की चाहत से चुदाई तक
पढ़ने के लिए आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद.
पिछली कहानी के लिए आप सभी के जितने भी मेल आए, मैंने उन सभी को जबाब दिया. कुछ को जवाब नहीं दे पाई, उनसे माफ़ी चाहती हूँ. मैं आपको बता दूँ कि 3 या 4 मेल ऐसे आए थे, जिन्होंने कहा था कि आप अपनी एक रात की पेमेंट बताईए.
मैं उनको बता दूं कि मैं कोई रांड नहीं हूँ, जिससे मेरा मन करता है, मैं उसी से सेक्स करूंगी. बल्कि वो लंड यदि मुझे अच्छा लगता है तो मैं खुद उसको पेमेंट करती हूँ.
कुछ लोग मुझे जानते हैं और जो मुझे नहीं जानते हैं, उनको मैं अपने फिगर के बारे में बता देती हूँ.
मेरी चूचियां एकदम गोल हैं और 32 इंच साइज़ की हैं. कमर 28 इंच की है और कूल्हों का आकार 36 इंच का है. मेरी इस गांड का दीवाना पूरा मोहल्ला है.
मैं अक्सर जींस-शर्ट पहनती हूँ. जींस में मेरे कूल्हे उभर कर बिल्कुल साफ नजर आते हैं. मेरा रंग गोरा है और मैं बॉयकट बाल रखती हूँ.
मेरे परिवार में मेरे पापा, मेरी मॉम. एक बड़ा भाई, बड़ी बहन निकिता और मैं ही हूँ. मैं घर में सबसे छोटी हूँ. मेरी बहन निकिता पापा के साथ दिल्ली में रहती है, भाई पंजाब में जॉब करते हैं. घर में मैं और मेरी मॉम रहती हैं. मेरी दीदी का जन्म हुआ था तब ममा की उम्र 20 साल थी.
मेरी कहानियां मेरे जीवन की सच्ची घटनाएं हैं. आज की यह घटना भी कोई कपोल कल्पित घटना नहीं है.
मुझसे ज्यादातर लोगों की मांग थी कि मैं अपनी ममा के साथ लेस्बियन किया था, वो लेस्बियन मजा हिंदी कहानी लिखूं.
जब सभी पाठक मुझे इतना प्यार देते हैं, तो मेरा भी फ़र्ज़ बनता है कि उनके अनुसार ही कहानी लिखूं.
तो दोस्तो, आपकी मांग के अनुसार आज की सेक्स कहानी मेरी और मेरी ममा की है.
आपसे विनती है कि आप इस लेस्बियन मजा हिंदी कहानी को अपने साथियों से शेयर जरूर करें. इससे अन्तर्वासना से नए लोग भी जुड़ेंगे और मुझे भी नए मित्र मिल जाएंगे.
जैसा कि मैंने ऊपर लिखा है कि घर पर मैं और मेरी ममा ही रहते हैं. मैं अपनी ममा से हर बात शेयर कर लेती हूँ. ममा के साथ हर प्रकार का मजाक भी कर लेती हूँ. घर में मैं अपनी मॉम के सामने सिर्फ पेंटी में भी घूम लेती हूँ. ममा के सामने अपने कपड़े बदल लेती हूँ. मतलब के मैं ममा के साथ बिल्कुल फ्रैंक हूँ.
मैं हमेशा से ही मेरी ममा जैसा फिगर चाहती रही हूँ.
ममा ने अपना फिगर बहुत ही अच्छा बनाया हुआ है. ममा की चूचियां 34 इंच की एकदम तनी हुई हैं. उनकी कमर 30 की और कूल्हे 38 के हैं. ममा ज्यादातर साड़ी पहनती हैं. वे खुले गले के ब्लाउज और नाभि से नीचे साड़ी पहनती हैं. ममा की नाभि गहरी है, जो मुझे बहुत पसन्द है. ममा की चूचियां बड़ी हैं तो ब्लाउज से बाहर दिखती हैं जो किसी का भी लंड खड़ा कर सकती हैं. ममा की चूचियां एकदम टाइट भी हैं.
हमारा अलग अलग बेडरूम है, लेकिन पिछले 6 महीनों से मैं ममा के साथ ही एक ही बेड पर सोती हूँ.
सोते समय हम दोनों सिर्फ पेंटी में सोती हैं. कभी कभी मैं ममा की नाभि से खेलती रहती हूँ. कभी नाभि पर किस भी कर लेती हूँ. मेरी नाभि उतनी गहरी नहीं है, जितनी ममा की है. नाभि पर किस करते टाइम मैं ममा की चूचियों को भी सहला देती हूँ. ममा की चूचियों को मैं अपने मुँह में रख कर सो जाती हूँ. सप्ताह में 2 या 3 बार ममा से पूरे बदन पर मालिश भी करवाती हूँ. मालिश करवाते समय मैं झड़ भी जाती हूँ.
हम दोनों के शरीर को देख कर सभी बोलेंगे कि हम दोनों बहनें हैं. हम दोनों की हरकतें भी ऐसी ही हैं. अचानक से ममा मेरी चूची दबा देती हैं, तो कभी सामने आकर मेरी चूत को मुट्ठी में दबा देती हैं. कभी पीछे से चूतड़ों को सहला देती हैं.
मैं भी ममा के ऐसा ही करती हूँ. हम दोनों एक साथ बाथरूम में नहा लेती हैं. मैं ममा से अपनी चूत की वेक्सिंग करवा लेती हूँ. हम दोनों के बीच में ऐसा माहौल है कि हम दोनों मां बेटी न होकर दोस्त हैं.
मेरी ममा का रुझान बड़ी उम्र के इंसानों में ना होकर 27-28 साल से कम उम्र के लड़कों में है. अक्सर ममा लड़कों के साथ बाजार भी जाती हैं. कभी मूवी देखने भी चली जाती हैं.
ममा के पास डस्टर गाड़ी है, तो ममा ज्यादातर अपनी गाड़ी से ही जाती हैं.
एक दिन ममा नहा रही थीं, तो मैं भी बाथरूम में घुस गयी. ममा ने पूरे शरीर पर साबुन लगाया हुआ था. मैं पीछे से जाकर उनके बदन को रगड़ने लगी.
तभी मैंने अपने हाथ ममा के कूल्हों पर रख दिए और सहलाने लगी. मैं बस पेट और कूल्हों को सहला रही थी.
मैंने पहले ऐसा नहीं किया था. सेक्स की अनुभूति नहीं होने दी थी.
मैं ममा के साथ लेस्बियन सेक्स करना चाहती थी, लेकिन डर भी लग रहा था. मैंने हिम्मत करके पीछे से ममा की पीठ पर अपनी चूचियां रगड़ दीं और ममा से चिपक गयी.
तभी ममा ने शॉवर चला दिया.
मैंने अपना हाथ नीचे करके मॉम की चूत पर रख दिया और पीठ पर किस करने लगी. ममा ने कुछ नहीं कहा, तो मेरी हिम्मत बढ़ गयी. मैं अपनी उंगली ममा की चूत के बीच में फिराने लगी. मेरी मॉम भी मजा लेती रहीं, उन्होंने कुछ नहीं कहा.
मैं कुछ देर ऐसा करती रही.
तभी ममा में मेरा हाथ हटा दिया और मेरी तरफ मुड़ गयी और मुझे गले से लगा लिया. मेरे होंठों को अपने होंठों में दबा लिया. फिर पीछे हाथ ले जाकर मेरे कूल्हों को मसलने लगीं. मैंने भी ऐसा ही किया और ममा का साथ देने लगी.
अब हमारे बीच चूमाचाटी चलने लगी. ममा मेरे मुँह में अपनी जीभ डाल देतीं, तो कभी मेरी जीभ को चूसने लगतीं.
मेरी ममा की हाइट 5 फ़ीट 6 इंच है, तो उनकी चूचियां मेरी चूचियों के ऊपर रगड़ रही थीं.
मैंने अपना हाथ नीचे ले जाकर ममा की चूत में बीच वाली उंगली डाल दी. ममा के मुँह से जोर की सिसकारी निकल गयी और उन्होंने मेरी उंगली को अपनी चूत में दबा लिया. साथ ही मॉम ने मुझे जोर से अपनी बांहों में भींच लिया.
मैं भी हैरान थी कि जिस औरत को 22 साल की लड़की 21 साल का लड़का और 19 साल की छोटी लड़की हो. उस महिला में इस उम्र में भी इतना सेक्स हो सकता है क्या?
तभी ममा ने मेरी उंगली बाहर निकाल दी और साबुन उठा कर मेरे शरीर पर लगाने लगीं. हम दोनों नहाने लगीं.
पता नहीं अचानक क्या हुआ, नहाने के बाद ममा ने मेरा और अपना शरीर पौंछा. मुझे लगा कि मैंने मॉम की चुत में उंगली डाल कर गलत कर दिया.
ममा बाथरूम से बाहर जाने को हुईं और वो अपने कूल्हों को मटकाती हुई बाहर निकल गईं.
इसी बीच मेरी तरफ देख कर ममा ने आंख मार दी. मैं भी ममा के साथ कमरे में चली गयी.
ममा ने मेरी पेंटी उठाई और मुझे पहना दी. फिर ब्रा पहनाई, फिर जींस शर्ट भी पहना दी. इसके बाद उन्होंने खुद भी कपड़े पहन लिए और मुझसे कहा के चलो मार्किट चलते हैं.
मुझे भी कुछ जरूरी सामान खरीदना था और ब्रा पेंटी भी लेनी थी. मैंने हां कर दी.
ममा ने गाड़ी निकली और मार्किट के लिए चल दीं.
ममा ने बाजार में एक जगह गाड़ी पार्क की और मुझे लेकर कॉस्मेटिक की शॉप पर पहुंच गईं. वहां से कुछ सामान खरीद लिया, फिर कपड़ों की दुकान पर जाकर ममा ने अपने लिए एक साड़ी खरीदी एक रेडीमेड ब्लाउज लिया.
बाहर हौजरी के काउन्टर से मेरी साइज़ की एक ब्रा और पेंटी ले ली.
ये पेंटी ऐसी थी, जो मुश्किल से मेरी चूत को ढक पाए. मैंने वहां ट्रायलरूम में पहन कर भी देखी. ट्रायल रूम में अन्दर ममा मेरे साथ थीं.
उन्होंने मुझे बताया कि ये स्पेशल पार्टीज के लिए होती है.
मैं हंस दी कि क्या मुझे उन पार्टीज में सिर्फ यही पहन कर जाना होगा?
मेरी बात पर ममा भी हंस दीं.
तभी ममा ने मेरी एक टांग को साइड में रखे एक स्टूल पर रखवा दी और पैंटी को चूत के ऊपर से हटा कर बोलीं- ये उन पार्टीज में ऐसे यूज़ हो जाती है.
ये कहते हुए मॉम ने अपनी एक उंगली मेरी चूत में डाल दी और अन्दर बाहर करते हुए बोलीं- इसमें जब मर्जी हो, उंगली करवा लो, पैंटी उतारने की जरूरत नहीं होगी.
मैं ममा की बात पर मुस्कुरा दी.
फिर हम दोनों ट्रायलरूम से बाहर आ गईं और सारा सामान खरीद कर वापस घर आ गईं.
घर आते ही मैंने अपने सारे कपड़े उतारे और बेडरूम में जाकर बेड पर मुँह के बल लेट गयी.
थोड़ी देर में ममा भी मेरे पास आ गईं और आते ही मेरे कूल्हों को सहलाने लगीं. ममा ने कपड़े नहीं पहने थे.
तभी ममा मेरे ऊपर लेट गईं और गर्दन पर चूमने लगीं. वो अपनी बड़ी बड़ी चूचियों को मेरी पीठ पर रगड़ने लगीं. ममा ने मुझे सीधा किया और मेरे होंठों को चूमने लगीं.
मुझ पर सेक्स का नशा चढ़ने लगा. मैं भी ममा का साथ देने लगी. ममा मेरी चूचियों को भी मसल रही थीं. ममा भी गर्म हो गयी थीं. ममा की सांसें तेज हो गयी थीं.
कोई 5 मिनट होंठों पर किस करने के बाद ममा मेरी चूचियों को चूसने लगीं और धीरे धीरे नीचे की तरफ किस करते हुए मेरी चूत पर पहुंच गईं. वो मेरी चूत को जीभ से चाटने लगीं. मुझे अजीब सा महसूस होने लगा.
तभी ममा ने अपनी जीभ मेरी चूत में डाल दी. मेरी टांगें खुल गईं और मैंने ममा के सर को पकड़ कर अपनी चूत पर दबा दिया. मेरे मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगीं.
तभी मैंने ममा को 69 पोजीशन में आने के लिए बोला.
अब ममा की चूत मेरे मुँह पर और ममा का मुँह मेरी चूत पर था. मैं भी ममा की चूत में उंगली डाल कर आगे पीछे करने लगी और चूत को चाटने लगी.
मुश्किल से दस मिनट ही हुए थे कि मेरा बदन अकड़ने लगा और मैं झड़ गयी. मेरी चूत का पानी ममा के मुँह में चला गया. मैंने भी उंगली तेजी से चला दी. ममा भी मेरे साथ ही झड़ गईं. हम दोनों शांत हो गईं. ममा मेरे ऊपर ही निढाल हो गईं.
इस तरह से हम माँ बेटी ने लेस्बियन मजा लिया.
थोड़ी देर बाद ममा मेरे ऊपर से उठीं और मेरे साथ लेट गईं. मैंने ममा की तरफ मुँह किया. मैं ममा की एक चूची को चूसने लगी और उनकी नाभि में उंगली घुमाने लगी.
ममा ने पूछा- कभी किसी लड़के के साथ सेक्स किया है क्या?
मुझे समझ नहीं आ रहा था कि सच बताऊं या नहीं.
मैंने ममा की तरफ देखा और हां में गर्दन हिला दी.
थोड़ी देर बाद मैं उठ कर ऐसे ही बिल्कुल नंगी रसोई में चली गयी.
मैंने चाय बना कर ममा को दी और खुद भी पीने लगी.
चाय पीने के बाद ममा ने कहा- मोनी आज दोपहर बाद मेरा बॉयफ्रेंड आने वाला है. तुम मुझे डिस्टर्ब मत करना.
मैंने ओके कह दिया.
मुझे मॉम को सेक्स करते देखना था, तो मैंने बोल दिया कि ममा मुझे आपका सेक्स देखना है.
ममा ने मना कर दिया.
मैंने भी जिद नहीं की और ममा को बोल दिया- मैं भी अपने बॉयफ्रेंड को घर बुलाऊंगी, तो आप भी मत देखना.
ममा ने कहा- ठीक है, नहीं देखूंगी.
करीब 3 बजे कोई 25-26 साल का एक लड़का घर आया. मॉम ने उनको पानी दिया, फिर चाय बना कर दी और अपने बेडरूम में ले गईं.
फिर 5 बजे के करीब वो चला गया.
मुझे नहीं पता कि अन्दर क्या हुआ क्या नहीं.
मगर ममा जब बाहर आईं तो उनके चेहरे पर चुदाई की खुशी साफ झलक रही थी.
फिर ममा ने स्नान किया और साड़ी पहन ली.
मैंने भी नेवी ब्लू जींस और टी-शर्ट डाल ली और बाहर घूमने चली गयी.
अब जब भी मेरा मन सेक्स का होता है, तो मैं ममा के साथ लेस्बियन कर लेती हूँ. और जब मन करता है अपने बॉयफ्रेंड को बुला कर चुदाई का मजा ले लेती हूँ.
धन्यवाद.
अगली सेक्स कहानी में मैं आपको मेरा अजनबी के साथ अनुभव बताऊँगी. आपको मेरी लेस्बियन मजा हिंदी कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल कर के जरूर बताना.
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