कुंवारी ननद के अन्दर भड़कायी लण्ड की प्यास- 1

(Innocent Girl First Oral Sex)

इनोसेंट गर्ल फर्स्ट ओरल सेक्स कहानी में मैं अपनी जवान ननद को सेक्स की तलब लगा कर उसे अपने मनसूबों को पूरा करने में सहायक बना रही थी.

प्रिय पाठको,
मेरी पिछली कहानी
कुंवारी ननद को दिखाए लण्ड के हसीन सपने
में आपने पढ़ा कि मैं अपनी कुंवारी ननद को अपने रंग में रंगना चाहती थी ताकि मेरी उन्मुक्त सेक्स जीवन में वह बढ़ा नहीं सहयोगी बन कर साथ दे. उसी के चलते मैंने उसे लेस्बियन सेक्स का पहला मजा दिया.

यह कहानी सुनें.

अब आगे इनोसेंट गर्ल फर्स्ट ओरल सेक्स कहानी:

अगले दिन चाय पीने के बाद रोज की तरह ससुर जी ऑफिस चले गये और पायल कॉलेज!

शाम को किचन में रात के खाने की तैयारी के समय पायल भी चली आयी।
हम दोनों बातें करने लगी।

मैंने काम करते हुए पायल से पूछा- तो कैसा लगा कल रात … मजा आया?
पायल थोड़ा नखरा दिखाती हुई हंसकर बोली- हम्म्म्म … कुछ खास मजा तो नहीं आया।

मैं आँख मारते हुए मुस्कुराकर बोली- अच्छा बेटा … कल तो बहुत मुंह से सिसकारियाँ निकल रही थीं … और बोल रही हो कि मजा नहीं आया था?
अभी पायल कुछ कहती तभी मैं फिर बोली- हाँ … वैसे कह तो सही रही हो तुम, खास मजा तो तभी आता है जब चूत के साथ लण्ड भी हो।

पायल बोली- क्या भाभी आप भी न.. कैसे-कैसे शब्द यूज़ करती हैं।
मैंने पायल के गाल पर चिकोटी काटते हुए कहा- पागल, जब ये सब खुलकर बोलेगी न तभी असली मजा आएगा।

फिर मैं आगे बोली- अच्छा छोड़ … सच बता कि मजा आया था या नहीं।
पायल हल्का सा मुस्कुरा कर बोली- हाँ, अच्छा लगा।
मैं बोली- देखा मैंने कहा था ना कि मुझे दोस्त बना लेगी तो खूब मजे दूंगी तुझे!

मेरी इस बात पर पायल हंसने लगी और बोली- हम्म्मम्म … यह तो मान गयी मैं!
मैंने कहा- अब तू देखती जा, कैसे और मजे देती हूँ तुझे!
पायल हंसते हुए बोली- मतलब तो आज कुछ तूफानी करने का प्लान है क्या?

इस पर हम दोनों हंस दिये।
फिर खाना बनाने, खाने और किचन का काम निपटाने में करीब 8.30 बज गये।

मैं किचन का काम कर अपने कमरे में आ गयी और बेड पर आराम करने लगी।

मैंने जानबूझकर मोबाइल में फादर-डाटर की पॉर्न मूवी लगायी और देखने लगी।

मुझे पता था कि पायल अभी आएगी तो देखेगी जरूर कि मैं क्या देख रही हूँ।

थोड़ी देर बाद पायल भी आ गयी और कमरे का दरवाजा बंद कर बेड पर मेरे बगल आकर बैठ गयी।

मैंने पूछा- पापा जी के कमरे में पानी वगैरह रख दिया है?
पायल बोली- हां सारा काम निपटा कर आयी हूँ।

फिर मोबाइल की तरफ देखते हुए पूछी- क्या देख रही हैं मुझे भी दिखाइये!
हम दोनों मोबाइल में पॉर्न मूवी देखने लगी।

मैं भी यही चाह रही थी।

बाप-बेटी की बेहद इरोटिक चुदाई वाली मूवी चल रही थी।

थोड़ी देर मूवी देखते हुए हम दोनों के अंदर भी एक्साइटमेंट बढ़ने लगी थी।

मैं मूवी देखते हुए ही धीरे से टीशर्ट के ऊपर से ही पायल की चूचियों को सहलाने लगी और बोली- वैसे लण्ड का अपना ही मजा है चाहे किसी का भी हो, बस चुदाई होनी चाहिए।

पायल मुस्कुराते हुए बोली- हाँ, अब तो कल भैया आ जाएंगे तो अब आप फिर तीन दिन तक पॉर्न मूवी की हिरोइन बनोगी।
मैं आंख मारते हुए बोली- अरे तुझे भी बनना है तो बता तेरे भैया से बात करूँ तू भी शामिल हो जाना थ्रीसम करेंगे।
पायल थप्पड़ मारते हुए बोली- क्या भाभी … आप भी कैसी-कैसी बात करती हो?

मैं फिर हंसते हुए बोली- सोच जब पॉर्न मूवी देखने में इतना मज़ा आता है तो लाइव देखने में कितना मज़ा आता होगा। वैसे एक बात बता … कभी लाइव चुदाई देखी है तूने?
पायल बोली- अरे भाभी आप भी ना … मैं कहाँ से देखूंगी।

मैंने मुस्कुराकर कहा कहा- देखनी हो तो बता मैं जुगाड़ करूँ तेरे लिए?
पायल हैरानी से बोली- मतलब, कैसे?

मैंने कहा- अरे मेरी और तेरे भैया की चुदाई दिखा लाइव देख सकती है तू! मैं रात में कमरे की खिड़की थोड़ी सी खोल दूंगी और पर्दा भी थोड़ा खिसका दूंगी तू बस चोरी से आकर देख लेना।
मेरी इस बात पर पायल थोड़ा शर्माते हुए बोली- क्या भाभी आप भी ना … आप ही लीजिए अपना मजा मुझे नहीं देखना कोई लाइव वाइव!
मैंने कहा- कोई बात नहीं, तेरी मर्जी। मैं तो तेरे मजे के लिए ही पूछ रही थी। फिर क्या … पॉर्न मूवी देखकर ही काम चला।

दरअसल, मैंने तो बस अपने प्लान के मुताबिक एक चिंगारी जलायी थी बस देखना था कि वो आग में बदलती है या नहीं।
लेकिन मुझे पक्का यकीन था कि प्लान ज़रूर कामयाब होगा।

हम दोनों फिर पॉर्न मूवी देखने लगी।
मूवी देखते हुए मैं धीरे-धीरे टीशर्ट के ऊपर से ही पायल की चूची सहलाने लगी।

कुछ देर बाद पायल और मैं दोनों एक्साइटेड हो गई।
चूंकि आज दूसरा ही दिन था तो पायल अभी भी थोड़ा शरमा रही थी और खुल नहीं रही थी।

मैंने धीरे-धीरे कर पहले अपने सारे कपड़े उतारे फिर उसके भी सारे कपड़े उतार दिये और अब हम दोनों पूरी तरह नंगी थी।

कुछ देर एक-दूसरे की चूची चूसने और चूत सहलाने के बाद मैंने पायल से कहा- आज तुझे कुछ नया मजा देती हूँ।

चूंकि पायल अभी कुछ भी पहल नहीं कर रही थी, बस जैसा मैं कहती थी वैसा ही वो कर रही थी।

मैं बेड पर पीठ के बल लेट गयी और पायल से बोली- अपने दोनों तरफ फैला कर मेरे मुंह पर बैठो।

पायल ने पॉर्न मूवी में देखा था ये सब … तो वो समझ गयी और धीरे से बोली- चाटेंगी ना आप?
मैंने हाँ में सिर हिलाया।

उसने मेरे मुंह के पास आकर अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ कर मेरे मुंह के अगल बगल रखा और अपनी चूत को सीधा मेरे मुंह पर रख दिया।

मैंने उसकी चूत की दोनों फांकों पहले होठों से चूमा लिया और फिर जीभ से निकाल कर धीरे-धीरे चाटना शुरू किया।

कुछ देर तक चाटने के बाद मैंने उंगलियों से चूत के दोनों फांकों फैलाया और जीभ से पायल की चूत के अंदर के गुलाबी हिस्से को चाटने लगी।
हालांकि चूत टाइट होने की वजह से जीभ पूरी तरह अंदर नहीं गयी थी।

इनोसेंट गर्ल फर्स्ट ओरल सेक्स के साथ-साथ मैं उसकी चिकनी जांघ और गांड को भी सहलाती जा रही थी और बीच-बीच में हाथ ऊपर कर उसकी चूचियों को भी सहलाती और दबाती जा रही थी।

पायल को इस पोजिशन में चूत चटवाने में बेहद मजा आ रहा था।
वह कमर को हिला-हिलाकर चूत चटवा रही थी।

करीब 2-3 मिनट तक इसी तरह चाटने के बाद मैंने उसे हटने का इशारा किया.

पायल ने अपनी चूत मेरे मुंह से हटायी और बगल में बैठ गयी.
मैंने उसे बेड पर लेटने का कहा।

पायल समझ गयी कि अब उसकी बारी है मेरी चूत चाटने की!
तो वो बेड पर सीधा पीठ के बल लेट गयी।

मैं उठी और उसी तरह पायल के मुंह के अगल बगल अपनी जांघों के फैला कर चूत उसके मुंह पर रख दिया।
पायल ने भी पहले मेरी तरह ही चूत को चूमा और फिर जीभ निकाल कर चूत चाटने लगी।

कमर हिला-हिलाकर मैं चूत चटवा रही थी।

इसी तरह कुछ देर चूत चटवाने के बाद मैं पायल के मुंह पर से चूत हटा लिया और नीचे खिसकने लगी।
एक तरीके से मैं पायल के ऊपर लेटी हुई थी।

थोड़ा नीचे खिसकने के बाद मैं अपनी चूचियों को हाथ से पकड़ कर उसकी निप्पल को पायल की चूचियों के निप्पल से रगड़ने लगी।

पायल आंखें बंद मजे ले रही थी।
वह खुद भी एक हाथ से अपनी दूसरी चूची को मसल रही थी।
कुछ देर चूचियों की निप्पल रगड़ने के बाद मैं थोड़ा नीचे झुकी और पायल की एक चूची को मुंह में भर कर चूसने लगी और दूसरी चूची को हाथ से मसलने लगी।

इनोसेंट गर्ल पायल के मुंह से हल्की-हल्की आहह हहह … आआ आआह हहह … की सिसकारी निकलने लगी थी।

करीब 2 मिनट तक इसी तरह बारी-बारी पायल की दोनों चूचियों को मुंह में भरकर चूसने के बाद मैं पायल की कमर के पास जाकर घुटनों के बल बैठ गयी।

फिर पायल के एक पैर को पकड़ कर हवा में उपर उठाकर अपने कंधों पर रख लिया और अपनी दूसरी जांघ को घुटनों से मोड़कर उसकी कमर के अगल-बगल फैला दिया।
पायल मुझे हैरानी से देख रही थी, वह समझ नहीं पायी कि मैं क्या करने जा रही हूँ।

मैंने फिर अपनी चूत को पायल की चूत से सटा दिया और कमर को हिलाते हुए चूत रगड़ने लगी।

पायल के लिए ये पहला अनुभव था।
उसकी आंखें बंद हो गयीं और मुंह से सिसकारियां लेते हुए वह भी हल्का-हल्का अपनी कमर को हिलाते हुए चूत रगड़ने में साथ देने लगी।

पायल के मुंह से सिसकारियाँ निकल रही थीं।

कुछ देर तक इसी तरह हम दोनों अपनी कमर हिलाते हुए चूत को रगड़ती रही।

करीब 4-5 मिनट बाद अचानक पायल के मुंह से तेज सिसकारी निकली- आहह हहहह हहह … भाभीईई ईईई … आआ आआहह हहह!
और वह अपनी कमर को तेजी से ऊपर की तरफ उछालते हुए हिलाने लगी।

मैं समझ गयी कि पायल की चूत का पानी निकलने वाला है।
अब मैं भी तेजी से अपनी कमर को हिलाते हुए चूत रगड़ने लगी।

मेरी भी हालत पायल जैसी ही थी, मेरी चूत भी करीब-करीब पानी छोड़ने वाली थी।
अब मेरी भी आँखें बंद थीं और मैं तेजी से कमर हिलाते हुए चूत रगड़े जा रही थी।
मेरे माथे पर पसीने की बूंदें आ गयी थीं।

तभी पायल के मुंह से तेज सिसकारी निकली- आआ आआह हह हहह … भा आआआ आभी … ईईई ईईई!
और उसने अपने हाथों से मेरी कमर को कस कर पकड़ लिया और अपनी कमर को तेजी से झटका देने लगी।

करीब 3-4 तेज झटके देते हुए पायल की चूत ने पानी छोड़ दिया।

मेरी चूत का पानी भी बस निकलने ही वाला था.
मैं अभी भी तेजी से कमर हिलाते हुए चूत रगड़ रही थी और करीब 15-20 सेकेण्ड बाद ही कमर को तेज झटके देते हुए मैं भी झड़ गयी.
और मेरी चूत और पायल की चूत का पानी मिक्स होकर हम दोनों की चूत के आसपास पास फैल गया था।

मैं पायल के बगल लुढ़क कर लेट गयी और आँख बंद कर सांसों को काबू में करने की कोशिश करने लगी।

पायल भी उसी तरह आंख बंद किये पड़ी थी और हाम्फ रही थी।

कुछ देर तक उसी तरह रहने के बाद हम दोनों ने चादर शरीर पर डाले और उसी तरह सो गई।

अगले दिन सुबह नाश्ते की तैयारी के समय पायल किचन में आ गयी।
पहले तो थोड़ी देर हम दोनों इधर-उधर की बात करने लगी।

फिर मैंने मुस्कुराते हुए पूछा- तो कल रात मजा आया या नहीं!
पायल थोड़ा नखरा दिखाते हुए मुस्कुराकर बोली- हम्म्म्म … कुछ खास नहीं!
यह कहकर वह हंस दी।

वैसे तो पायल मुझसे हमेशा हंसी मजाक करती थी लेकिन आज कुछ ज्यादा ही मजाक कर रही थी।

उसकी बातचीत और हाव-भाव से लग रहा था कि वह कुछ बात करना चाह रही है लेकिन शायद शुरू करने में हिचकिचा रही थी।
मैं समझ रही थी कि कल कि लगायी चिंगारी सुलगने लगी है।

तभी पायल ने मेरी गांड पर चिकोटी काटते हुए बोली- तो आज दोपहर में भैया आएंगे, अब तीन दिन पॉर्न मूवी की हिरोइन बनकर मजे लेंगी आप!

मैं बस मुस्कुरा कर किचन का काम करती रही और कुछ बोली नहीं।

अब मैं समझ गयी थी कि मेरा प्लान काम कर रहा है और पायल खिड़की से देखने वाली बात करना चाह रही है लेकिन हिचकिचा रही है।

मैं बोली- और कल रात मजा आया था या नहीं?
पायल हल्का सा मुस्कुराते हुए बोली- हाँ … अब तो तीन दिन इंतज़ार करना होगा इस मजे के लिए! तीन दिन तो आप भैया के साथ बिजी रहेंगी।

मैंने कहा- हाँ … वह तो है. अब तीन दिन तू पॉर्न मूवी देख कर काम चला! मैं तो तुझे लाइव देखने का मौका दे रही थी लेकिन तुम्ही ने मना कर दिया।
पायल जैसे बस इसी के इंतज़ार में थी वह तुरंत बोली- कैसे भाभी … कहीं भैया को पता चल गया तो?

मैं मुस्कुराती हुई बोली- वह सब तू मेरे ऊपर छोड़ बस तुझे चुदाई देखनी है तो बता? मैं सारा जुगाड़ कर दूंगी।
पायल अपनी खुशी थोड़ा छिपाते हुए बोली- अगर रिस्क न हो तो देख लूंगी! बस कुछ गड़बड़ ना हो।

मैं बोली- अरे कुछ नहीं होगा। बस मैं जैसा कहूँगी वैसे ही करना तू!
पायल बोली- ठीक है भाभी!

फिर नाश्ता करने के बाद ससुर जी ऑफिस और पायल कॉलेज चली गयी।

मेरी यह इनोसेंट गर्ल फर्स्ट ओरल सेक्स कहानी 2-3 भागों में चलेगी.
आप अपने विचार हर भाग पर मुझे बताएं.

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इनोसेंट गर्ल फर्स्ट ओरल सेक्स कहानी का अगला भाग: कुंवारी ननद के अन्दर भड़कायी लण्ड की प्यास- 2

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