ससुराल में चुदाई की कामुक दास्ताँ- 7

(Girl Girl Sex Kahani)

गर्ल गर्ल सेक्स कहानी में मैं अपनी ननद के साथ लेस्बियन सेक्स करके उसकी अन्तर्वासना को बढ़ा रही थी और मेरे ससुर हम दोनों का समलिंगी सेक्स देख रहे थे.

कहानी के पिछले भाग
बेटी की चुदाई की तमन्ना ससुर जी की
में आपने पढ़ा कि मैं अपनी ननद की अन्तर्वासना बढ़ा रही थी ताकि मैं और मेरे ससुर घर में खुलकर अपना सेक्स का खेल खेल सकें.
मैंने अपने ससुर खिड़की से देखने को कहा और मैं अपनी ननद के साथ लेस्बियन सेक्स करने लगी.

यह कहानी सुनें.

अब आगे गर्ल गर्ल सेक्स कहानी:

मैं पायल के बगल आकर बैठ गयी और झुककर उसकी दोनों चूचियों को मुंह में भरकर बारी-बारी से चूसने लगी।
और एक हाथ से उसकी चूत को भी धीरे-धीरे सहलाती जा रही थी।

पायल के मुंह से ‘आ आआह हहह … भाभी’ की सिसकारियां निकल रही थीं।
कुछ देर इसी तरह पायल की दोनों चूचियों को चूसने के बाद मैं मुंह हटाकर सीधी हुई और उठकर पायल के सामने आ गयी।

अब मेरी पीठ खिड़की की तरफ थी।
मैंने अपने पैरों को फैलाकर पायल के पैरों के अगल-बगल कर दिया और पायल के मुंह के सामने घुटनों के बल खड़ी हो गयी जिससे मेरी चूचियों पायल के मुंह के ठीक सामने थीं।

अब पायल मेरी चूचियों को बारी-बारी से चूसने लगी।
मैं पायल के सिर को अपनी बांहों में भरकर उससे चूचियां चुसवाने लगी।

1-2 मिनट तक इसी तरह चूचियां चुसवाने के बाद मैं सीधी उसी तरह खड़ी हो गयी।
अब मेरी चूत ठीक पायल के मुंह के सामने थी।

मैंने अपने पैरों को फैलाते हुए एक हाथ को सामने दीवार पर टिका दिया और अपनी कमर को आगे कर चूत को पायल के मुंह के पास कर दिया।

पायल ने मुंह को आगे कर मेरी चूत पर किस किया और फिर दोनों हाथों को मेरे पीछे ले जाकर गांड को सहलाते हुए मेरी चूत चाटने लगी।
मेरे मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं- आह हहह … हां … पायल आआ आ आआ आहहह … प्लीज और तेज चाट … आआहह हह … पायल!

मैं थोड़ा जानबूझकर भी तेज-तेज सिसकारी ले रही थी कि ससुर जी को भी खिड़की के बाहर सुनाई दे।

पायल एक हाथ से मेरी चूत के फांकों को फैलाकर आइसक्रीम की तरह चाट रही थी, बीच-बीच में वह अपनी जीभ पूरी मेरी चूत के अंदर तक डाल दे रही थी।
मैं दीवार का टेक लिये हुए अपनी दोनों जांघों को फैलाये कमर को हिलाती हुई सिसकारियां लेती हुई चूत चटवा रही थी।

करीब 5 मिनट तक इसी तरह चूत चटवाते हुए अब मेरे बर्दाश्त के बाहर हो चुका था.
मैंने एक हाथ से पायल के सिर को पकड़ कर अपनी चूत पर सटा दिया और मेरे मुंह से तेज सिसकारी निकली- आआ आह हहह हह हहहह … पायल … आआ आ आहह हहह!
और तेजी के साथ कमर को झटके देते हुए मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया।

पायल मेरी चूत का पूरा पानी जीभ से चाट-चाट कर साफ कर गयी।

कुछ देर हांफने के बाद मैं पायल के बगल लेट गयी।

फिर मैंने पायल को अपने ऊपर आने का इशारा किया।
जिसके बाद पायल मेरे बगल से उठकर अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर मेरे मुंह के दोनों तरफ अगल-बगल फैला कर बैठ गयी और अपनी चूत को मेरे मुंह पर रख दिया।
पायल का मुंह खिड़की की तरफ था।

मैं नीचे लेटी हुई पायल की चूत को चाटने लगी और दोनों हाथों से पायल की जांघों पर सहलाती भी जा रही थी।

पायल कमर को हिलाती हुई चूत चटवा रही थी।
उसके मुंह से सिसकारी निकल रही थी।

मैं बीच-बीच में अपनी जीभ पायल की चूत में अंदर तक डालकर घुमाने लगती थी जिससे पायल के मुंह से तेज सिसकारी निकल जा रही थी।

इसी तरह कुछ देर चूत चटवाने के बाद अचानक पायल ने भी अपनी कमर की स्पीड तेज कर दी और उसके मुंह से तेज सिसकारियां निकलने लगी- आआ आह हहह … भाभीई ईई ईईई … आह हहह … तेज भाभी … थोड़ा औररररर तेज आआह हहह भाभी!

तभी पायल कमर को तेजी से झटके देने लगी और मेरे मुंह को अपनी जांघ के बीच में दबा दिया।
पायल के मुंह से तेज सिसकारी निकली- आआआ आआह ह हहह … भाभीई ईईई ईईईई ईई ईईई!
और फिर उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।

पायल मेरे मुंह पर बैठे-बैठे ही हांफने लगी।
मैंने उसकी गांड पर थप्पड़ मारते हुए हंसकर कहा- अरे उठोगी मेरे मुंह से या पेशाब भी पिलाने का इरादा है?

पायल भी हंस दी और फिर उठकर मेरे बगल आकर लेट गयी।

कुछ देर इसी तरह लेटे रहने के बाद पायल उठकर मेरे ऊपर आ गयी और मुझे एक जोरदार किस किया।

किस करने के बाद पायल एक हाथ से अपनी चूची को पकड़कर उसकी निप्पल को मेरी चूची की निप्पल से रगड़ने लगी।
फिर मैंने भी अपनी चूची को पकड़कर उसकी निप्पल को पायल की चूची की निप्पल से रगड़ना शुरू कर दिया।

बीच-बीच में हम चूचियों को रगड़ते हुए एक-दूसरे को तेज किस भी कर रही थी।

कुछ देर तक इसी तरह आपस में चूचियों को रगड़ने के बाद पायल उठ कर बैठ गयी।

और फिर मेरे अपने हाथों से पकड़कर मेरी जांघों को फैला दिया और दोनों जांघों के बीच में आकर बैठ गयी।
उसके बाद वह पैर फैलाकर उल्टी तरफ लेट गयी और मेरे एक पैर को पकड़कर अपने एक पैर के बीच से निकालकर कैंची की तरह बनाकर लेट गयी और अपनी चूत को मेरी चूत से सटा दिया।

फिर धीरे-धीरे हम दोनों अपनी कमर को हिलाते हुए आपस में अपनी चूत रगड़ने लगे।

हम दोनों के मुंह से आह हहह हह … आआहह हहह हहह की सिसकारियां निकल रही थीं।
चूंकि हम दोनों की चूत का पानी एक बार निकल चुका था तो दोनों की चूत से जल्दी पानी निकलने वाला नहीं था।

करीब 10-15 मिनट तक इसी तरह गर्ल गर्ल सेक्स में चूत रगड़ने के बाद अचानक मैंने अपने कमर की स्पीड बढ़ा दी और तेजी से चूत रगड़ने लगी।

कुछ मिनट में पायल भी तेजी से कमर को हिलाने लगी।
हम दोनों के मुंह से तेज सिसकारी निकलने लगी थी।

तभी तेजी से कमर को झटके देते हुए मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया।
पायल अभी भी तेजी से चूत रगड़ रही थी करीब 15-20 सेकेण्ड के बाद पायल के मुंह से भी तेज सिसकारी निकली- आआ आ आआआ हहह हह हह!
और फिर उसने भी कमर को तीन-चार तेज झटके दिये और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।

हम दोनों निढाल होकर उसी तरह लेट गए और तेज तेज हांफ रही थी।

करीब 5 मिनट बाद जब थोड़ा नॉर्मल हुई तो पायल मेरे बगल आकर लेट गयी फिर हम दोनों उसी तरह नंगी चिपक कर सो गई।

अगले दिन सोकर उठी तो कपड़े वगैरह पहनने के बाद कुछ देर बेड पर बैठ कर ही सोचने लगी कि ससुर जी से क्या बात करनी है।
क्योंकि आज सोनू आने वाला था।

मैं ससुर जी के मन को टटोलना चाहती थी कि उनके मन में क्या चल रहा है।
क्योंकि दो दिन पहले तो उन्होंने बोला था कि सोनू के आने पर मजे करेंगे लेकिन फिर दोबारा उसे लेकर कोई बात नहीं हुई थी।

वहीं मैं अपने और सोनू के बारे में तो उस दिन उनसे झूठ बोल दिया था लेकिन मैं चाह रही थी कि सोनू के आने से पहले उन्हें अपने और सोनू के बारे में थोड़ा और बता दूँ ताकि फिर मजा लेने में ज्यादा आसानी होगी।
और इतना तो कन्फर्म था कि मेरे और सोनू के बारे में उन्हें पता चल भी गया तो और खुश ही होंगे वो!

इसलिए ससुर जी के कमरे में जाने से पहले मैंने सोच लिया था कि सोनू के आने की बात उनसे करुंगी ताकि उनके मन में क्या है वो खुद ही बता दें।
साथ ही अपने और सोनू के बारे में थोड़ा और बता दूंगी उन्हें।

मैं चाय बनाकर उनके कमरे में पहुंची तो ऐसा लगा जैसे ससुर जी अभी सोकर ही उठे हों।
मेरे आने के बाद वो बाथरूम में हाथ मुंह धोने गये।

जब बाथरूम से मुंह धोकर निकले तो मैंने पूछा- क्या हुआ आज देर क्यों हो गयी उठने में, कैसा लगा मेरा दूसरा सरप्राइज़?

ससुर जी मेरे पास आये और मुझे खींच एकदम चिपका लिया और होंठ पर एक जोरदार किस करने लगे।
करीब 20 सेकेण्ड तक होंठों चूसने के बाद सीधे हुए और बोले- मज़ा आ गया बेटा! पहले तो मुझे लगा जैसे मैं सपना देख रहा हूँ। मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा था। पिछले दो दिन से तो ऐसा लग रहा है जैसे मैं किसी सपनों की दुनिया में हूँ। कल रात का सीन देखने के बाद तीन बार लण्ड हिलाया हूँ तब जाकर नींद आयी है। इसीलिए उठने में देर हो गयी।

मैं हंसती हुई बोली- सोचिए, अभी तो खिड़की से देख रहे हैं जिस दिन मैं और पायल दोनों आपके कमरे में नंगी खड़ी होंगी तो क्या हालत होगी आपकी!
ससुर जी आहें भरते हुए बोले- अरे उसी दिन का तो इंतजार है बेटा!

मैं मुस्कुराती हुई बोली- हां लेकिन अब थोड़ा और इंतजा़र करना होगा क्योंकि आज तो सोनू आ रहा है मुझे लेने! शाम को मैं चली जाऊंगी। फिर जब लौटकर आऊंगी तभी कुछ कर सकती हूँ।
ससुर जी बोले- अरे आज ही क्यों चली जाओगी? सोनू को एक दिन रहने के लिए बोलो। कल चले जाना तुम लोग!

मैं तो बस यही चाह रही थी कि ससुर जी खुद सोनू को रुकने के लिए बोलें.
फिर भी थोड़ा नखरा दिखाते हुए मैंने कहा- पता नहीं सोनू रुकेगा या नहीं। वैसे भी रुक कर क्या करेगा, शाम को चले ही जाएंगे।

ससुर जी- अरे एक दिन से क्या फर्क पड़ेगा। कहो तो मैं रवि (मेरे पापा) से बात कर लूँ। रुकेगा तो थोड़ा बातचीत की जाएगी साथ में खाना खाएंगे मजा आएगा।
मैं मुस्कुराती हुई बोली- तो सोनू के साथ क्या मजा आएगा मैं समझी नहीं?
ससुर जी भी मुस्कुराते हुए बोले- अरे थोड़ा बात करुंगा उससे और पूछूंगा कि तुम्हारे साथ क्या-क्या करना चाहता है। मजा आएगा बातचीत में थोड़ा!

बातें करते हुए मैंने ससुर जी की लुंगी को अगल-बगल कर उनके लण्ड को हाथ से पकड़ लिया और धीरे-धीरे उसे हिलाते हुए और हल्का-हल्का मुठ मारते हुए बात करने लगी।
ससुर जी ने भी अपने एक हाथ को मेरी कमर की दूसरी तरफ ले जाकर कसकर मुझे अपने से चिपका लिया और मजा लेते हुए बात करने लगे।

मैं हंसकर बोली- तो क्या सीधा पूछेंगे क्या उससे कि तुम अपनी बहन को चोदना चाहते हो क्या? और वो पूछेगा कि आपको कैसे पता … तो क्या बताएंगे उसे कि तुम्हारी बहन ने बताया है जिसे मैं रोज चोदता हूँ।

ससुर जी सोचते हुए बोले- हाँ ये बात तो है … कहीं तुम्हारे और मेरे बारे में जानने पर गुस्सा गया और सबको बता दिया तो मामला उल्टा हो जाएगा। फिर रहने ही देते हैं नहीं तो ज्यादा मजा के चक्कर में अभी जो मजा मिल रहा है वो भी चला जाएगा।

ससुर जी की बात और उनके चेहरे से मुझे लगा कि हमारे मामले का पोल खुलने से डर से कहीं वो पूरा प्लान ही ना चौपट कर दें।
इसलिए मैं बात को संभालती हुई हंसकर बोली- अरे इतना क्यों डर रहे हैं। वो सोनू है, मुझसे ज्यादा उसे कोई नहीं जानता। जो आप सोच रहे हैं उसका उल्टा होगा। अगर वो हमारे बारे में जान गया ना तो गुस्सा होने के बजाए और खुश हो जाएगा।

ससुर जी हैरान होते हुए बोले- क्या … सच में? ये बात कैसे कह सकती हो?
मैं मुस्कुराती हुई बोली- अरे मेरा भाई है वो मुझे अच्छी तरह पता है कि उसे क्या पसंद है और किसमें मजा आता है उसे!

मेरी इस बात पर ससुर जी की टेंशन कम हो गयी और वो मुस्कुराकर बोले- तो हमें भी बताओ ना पूरी बात? मुझे लग रहा है कि कुछ छिपा रही हो तुम हमसे!

मैं इसी बात का इंतजार कर रही थी, मुझे मौका मिल गया अपने और सोनू के बारे में थोड़ा खुलकर बताने का!

तब मैं हंसती हुई बोली- अच्छा … ऐसा क्यों लग रहा आपको कि मैं आपसे कुछ छिपा रही हूँ।

ससुर जी मुस्कुराते हुए बोले- पता नहीं लेकिन तुम्हारी बात से लग रहा है मुझे कुछ? अरे बताओ ना खुलकर तभी तो ज्यादा मजा आएगा।
मैं मुस्कुराती हुई बोली- क्या जानना चाह रहे हैं बोलिए?

ससुर जी बोले- यही कि सोनू क्या-क्या करता है तुम्हारे साथ?
मैं मुस्कुराती हुई बोली- बताया तो था आपको कि मेरी चूची और गांड टच करता रात में चोरी-चोरी!

ससुर जी बोले- और क्या-क्या करता है बताओ ना?
मैं मुस्कुराती हुई बोली- सच कहूँ तो खुलकर कुछ नहीं होता लेकिन वैसे बहुत कुछ करता है वो रात में!
मेरी इस बात पर ससुर जी के आंखों में चमक आ गयी और अचानक उनके लंड भी ठुमके लेने लगा।
वो खुश होते हुए बोले- मतलब? पूरी बात बताओ।

मैं हंसती हुई उनके लंड को हिलाकर हुए बोली- मेरे और सोनू की बात पर ये महाशय ज्यादा खुश हो गये हैं अचानक से!
फिर कुछ सेकेण्ड चुप रहने के बाद मुस्कुराती हुई आगे बोली- दरअसल बाद में सोनू को जान गया था कि वो रात में जो हरकत करता है उसके बारे में मैं जानती हूँ और मेरी मौन सहमति भी है इसीलिए वो बाद में बिना डरे वो सब करने लगा था।

ससुर जी उत्सुकता से पूछे- कैसे पता चला उसे कि तुम उसकी हरकत के बारे में जानती हो।
मैं- अरे मेरी दोस्त ज्योति है ना जिसे मैं आपके घर लेकर आयी थी एक बार!

ससुर जी को याद था उसके बारे में।
वो हंसते हुए बोले- अरे बहुत अच्छी तरह याद है। उस दिन सोनू ने उसे मेरे बेड पर ही तो चोदा था। ये कैसे भूल सकता हूँ।

उस दिन ससुर जी के घर पर क्या हुआ था वो कहानी आप
पापा के दोस्त के साथ मस्ती- 2
पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं।

यह कहानी अभी और लम्बी चलेगी.
आप गर्ल गर्ल सेक्स कहानी पर अपनी राय मुझे मेल और कमेंट्स में बताते रहें.
[email protected]

गर्ल गर्ल सेक्स कहानी का अगला भाग: ससुराल में चुदाई की कामुक दास्ताँ- 8

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