चाची के साथ लेस्बियन सेक्स

(Chachi Ke Sath Lesbian Sex)

दोस्तो, मेरा नाम रेशमा है, मैं आपको मेरी पहली सेक्स स्टोरी बता रही हूँ. मैं आपको चुदाई की उस रात के बारे में बताने जा रही हूँ. मेरी उम्र अभी 19 साल की है, मेरे घर में मेरे मम्मी-पापा और मेरा भाई रहता है. हम चारों में काफ़ी प्यार है. मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ.

बात उस समय की है, जब हमारे घर पर मेरे चाचा और चाची आए हुए थे. चाचा मेरे पापा से 10 साल छोटे हैं तो वो अभी काफ़ी यंग दिखते हैं और उनकी वाइफ भी काफ़ी सुंदर और यंग हैं. चाची की उम्र 30 साल की है.

चाचाजी चाची को कुछ दिनों के लिए हमारे यहाँ रहने के लिए छोड़ने आए थे. चाचा को किसी काम से बाहर जाना था. उनका काम 2-3 महीनों का टूर था.. इसलिए उन्होंने चाची को हमारे पास ही रुकने के लिए कहा.

मैं और चाची एक ही कमरे में रहती थी और काफ़ी फ्रेंड्ली बातें करती थी. मेरी भी कॉलेज की छुट्टियाँ चल रही थीं, तो मैं पूरे दिन घर पर चाची के साथ ही रहती थी.

एक दिन बातों-बातों में चाची ने मुझसे मेरे बॉयफ्रेंड के बारे में पूछा, पहले तो में शर्मा गई लेकिन चाची के पूछने पर मैंने उन्हें अपने एक दोस्त के बारे में बता दिया.

फिर चाची ने मुझसे और इंटरेस्ट लेते हुए पूछा- तुमने अपने बॉयफ्रेंड के साथ क्या-क्या किया?

पहले मैं बताने में शर्मा रही थी लेकिन मैंने फिर खुल कर बात करने का फ़ैसला लिया. अब मैं चाची से खुल कर बात करने लगी. मैंने कहा- वो मेरा फ्रेंड है और कुछ भी नहीं.
चाची ने पूछा- कभी किस किया है?
तो मैंने मना कर दिया.

लेकिन चाची की ऐसी बातें सुन कर मुझे अजीब सी फीलिंग होने लगी, मैंने चाची से कहा- मुझे किस करना नहीं आता.. कभी किया ही नहीं.. एक बार ट्राई किया था, पर कर नहीं पाई थी.
चाची ने कहा- तुम टेंशन मत लो, मैं तुझे सब सिखा दूँगी.
मैं मुस्करा दी.
चाची ने मुझसे पूछा- मुझे किस करेगी?
मैं तो चौंक ही गई.. मैंने कहा- मैं एक लड़की हूँ तो आपको कैसे किस कर सकती हूँ?
चाची ने कहा- होंठ तेरे पास हैं और मेरे पास भी हैं, तो क्या हुआ.. चल मजा लेती हैं.

इतना कह कर चाची ने एकदम से मेरे होंठों को चूमना शुरू कर दिया. मुझे अजीब सा फील हुआ पर अच्छा लगने लगा. मैं भी उनका पूरा साथ देने लगी. मुझे काफ़ी मज़ा आने लगा, हम 20 मिनट लगे रहे. चाची तो मुझे लड़का जैसे चूमती रहीं. मुझे अजीब सा नशा होने लगा.

फिर चाची ने मुझे रोक दिया लेकिन मैं चाची के होंठों को अभी और चूमना चाहती थी, मैंने चाची से कहा- मुझे आपको और चूमना है!
तो चाची ने कहा- बाद में..
‘क्यों?’
चाची ने कहा- आज मेरा चौथा दिन है.. मैं कल तुझे सब मज़े दूँगी.

इतना कह कर चाची मम्मी के पास किचन में चली गईं.. लेकिन मुझे अजीब सी फीलिंग हो रही थी और मज़ा भी आ रहा था.

मैं किचन में चाची के पास गई. किचन में मम्मी और चाची साथ में थे, मैं मौका देख कर चाची के बदन से चिपकने लगी.. उन्हें चूमने लगी. यह सब देख कर चाची समझ गईं कि मैं पूरी गर्म हो चुकी हूँ.

चाची मुझे रूम में लेकर आ गईं. चाची ने कहा- जो तू करना चाहती है.. वो मैं भी करना चाहती हूँ, लेकिन आज मैं नहीं कर सकती, मेरे पीरियड चल रहे हैं.
मैं जरा मायूस सी हो गई.
फिर चाची ने कहा- चल मैं तेरा काम करती हूँ.. तुझे शांत करती हूँ. बस तू चुपचाप बिस्तर पर लेट जा.

मैं बिस्तर में लेट गई.
चाची ने रूम लॉक किया और मेरे पास आकर मुझे चूमने लगीं. मुझे चूमते-चूमते उन्होंने मेरे पूरे कपड़े उतार दिए. अब वो मुझे पूरे बदन पर किस करने लगीं. मैंने भी उनके कपड़े उतारने की कोशिश की, पर उन्होंने मना कर दिया.

अब वो मेरी चुत को चाटने लगीं. यह देख कर मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. मुझे भी उनकी चुत चाटनी थी.
मैंने चाची से कहा- मुझे भी आपकी चुत चाटनी है.
चाची ने कहा- कल अपन मिलकर बहुत मज़ा करेंगे.. बस आज जो मैं करती हूँ.. मुझे करने दे.

फिर चाची ज़ोरों से मेरी चूत चाटने लगीं. मेरी साँसें तेज हो गईं.. मुझे काफ़ी मज़ा आ रहा था.

चाची ने अपनी उंगली मेरी चुत में डाल दी और जोर-जोर से सर हिलाने लगीं. बीस मिनट तक मैं मज़े लेती रही, फिर मैं झड़ गई.

मुझे काफ़ी मज़ा आया अब मुझे अगले दिन का इंतजार था कि मैं भी चाची की चूत चाटूं. पूरे दिन में मुझे जब भी मौका मिला, मैं चाची के होंठों पर चूमने लग जाती रही.

ऐसे ही शाम को जब मैं किचन में उन्हें चूमने लगी, तो पापा ने मुझे देख लिया. आगे क्या हुआ ये जानने के लिए मेरी अगली सेक्स स्टोरी को जरूर पढ़ें.

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