अध्यक्ष ने मुझे जीजू के सामने चोदा
(Xxx Haryana Sex Kahani)
Xxx हरियाणा सेक्स कहानी में मैं कबड्डी की खिलाड़ी हूँ. मुझे अपनी टीम से सस्पेंड कर दिया तो मैं अपनी संस्था के अध्यक्ष से कैसे चुदी और मैंने टीम में अपनी जगह बचाई.
यह कहानी सुनें.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.
मेरा नाम स्वीटी चौधरी है और मैं हरियाणा से हूँ.
मैं कबड्डी की नेशनल प्लेयर हूँ.
यह कहानी एक बाहुबली नेता द्वारा मेरी चुदाई की है.
Xxx हरियाणा सेक्स कहानी शुरू करने से पहले थोड़ी बैक स्टोरी जान लो.
यह बात उस टाइम की है जब आईपील की तरह हमारा लड़कियों का भारत कबड्डी लीग (बी.के.एल.) आयोजित हुआ था.
बी के एल की फ्रेंचाइजी ने जब टीम सलेक्शन किया तब उसमें मुझे जाट लैंड जुलिएट्स में जगह मिल गई.
लेकिन आप तो जानते हैं कि भारत में क्रिकेट में जितना पैसा है, उतना कबड्डी में नहीं … और उसमें भी गर्ल्स कबड्डी का हाल तो आपको पता ही है.
जबकि डाइट, फिजियो, सप्लीमेंट्स वगैरह करके खर्चा खूब लगता है.
इसलिए मैं थोड़े और पैसा कमाने के लिए एक एडवर्टाइजिंग फर्म के जरिए बी के एल में एक स्पोंसर कंपनी की जर्सी पहन कर उतरी.
यह बात जब हमारी टीम के मालिक को पता चली तो उन्होंने बी के एल की गवर्निंग बॉडी में इसकी शिकायत कर दी.
क्योंकि हमें फ्रेंचाइजी की जर्सी ही पहननी थी.
बीकेएल की डीसीप्लिनरी कमिटी ने मुझे सस्पेंड कर दिया.
मैं रोने लगी क्योंकि मेरे सारे सपने टूटने वाले थे.
तब मेरे जीजू, जो खुद कबड्डी प्लेयर हैं, ने मुझे सलाह दी कि मैं बीकेएल के प्रेजिडेंट से व्यक्तिगत रूप से मिलूं.
बी के एल के प्रेजिडेंट एक बाहुबली नेता कुलदीप यादव थे.
मैं उन्हें मिलने लखनऊ के एक फाइव स्टार होटल में गई जहाँ उनका रूम परमानेंट बुक रहता था.
मैंने उन्हें जा कर अपनी तकलीफ बताई और सॉरी भी बोला और कहा कि आगे से गलती नहीं होगी.
वे बोले- एक्शन वापस ले सकता हूँ … लेकिन उसके बदले में मुझे क्या मिलेगा?
ऐसा कहते हुए मेरे क्लीवेज की और घूरते हुए अपने होंठों पर भेड़िये की तरह जीभ फेरने लगे.
मैं थोड़ा असहज होने लगी लेकिन जीजू मेरी पीठ और हथेली सहलाने लगे.
थोड़ा कम्फर्टेबल होने पर मैंने कहा- आप जो भी कहोगे, मैं करने को तैयार हूँ.
तब प्रेजिडेंट सर बोले- टी-शर्ट उतारो और आकर मेरी गोद में बैठो.
मेरे पास कोई चारा नहीं था, करियर का सवाल था.
वरना इस दूधिये की क्या औकात कि मुझ चौधराइन को ऐसा बोल दे.
मैं मज़बूरी में उनकी गोद में जा कर बैठ गई.
जीजू ने मेरा टी-शर्ट ले लिया.
स्पोर्ट्स ब्रा में मेरे 34C साइज़ के सुडौल चूचे एकदम तने हुए थे.
कुलदीप मेरे चूचे दबाने लगा.
उसके मर्दाना कठोर हाथ लगते ही मैं गर्म होने लगी.
मैंने नेशनल लेवल तक पहुँचने के लिए बहुत से कोच से चुदवाया है लेकिन किसी के हाथ इतने कठोर नहीं थे, ना ही ऐसी ग्रिप देखी थी मैंने!
उसके हाथ ऐसे लगता था मेटल के बने हों और दबाव ऐसा कि जैसे मेरे बोबों से दूध निकाल रहे हों.
पाँच मिनट में ही उसने मेरे बोबे एकदम लाल कर दिए और फिर मेरी ब्रा उतार कर मेरे चूचों को बारी बारी से चूसने लगा.
उसके बाद उसने मेरे जीजू को बुला कर मुझे नंगी करवा दिया और खुद भी नंगा हो गया.
उसका लंड बहुत ही काला था, जबकि अब तक मैं सिर्फ गोरे लंड से चुदी थी.
लेकिन यह अब तक मेरे देखे सभी लंड से बड़ा था, अभी यह लटका हुआ ही 6 इंच था, खड़ा होने पर पता नहीं कितना बड़ा होगा.
उसने मुझे लंड चूसने को कहा जबकि झांट भी साफ नहीं कर रखी थी.
मैं बुरा सा मुँह बना कर उसका लंड चूसने लगी.
पसीने से भरी झांटों से अजीब सी गन्ध मेरे नथुनों में आ रही थी.
लेकिन थोड़ी देर बाद मुझे उस गन्ध से एक अलग सा नशा होने लगा.
मैं अत्यंत गर्म हो चुकी थी और उसका लंड मेरे मुंह में फूल कर करीब 8 इंच हो चुका था और रॉड जैसा कठोर हो चुका था.
इमामदस्ते का मूसल जैसा उनका लंड मेरे मुंह में टाइट हो चुका था.
उसने फिर मुझे बेड के किनारे पर घोड़ी बना कर खड़े-खड़े मेरी चूत में अपना लंड डालने के लिए धक्का मारा.
लेकिन मेरे थूक के कारण गीला उनका लंड फिसल कर मेरी गांड की तरफ चला गया और सुपारा मेरी गांड में घुस गया तो मैं चिल्लाई.
कुलदीप ने मेरे जीजू को बुला कर कहा कि लंड को पकड़ कर चूत में डालने में हेल्प कर.
जैसे हमारे हरियाणा में भैंस को भैंसे के पास ले जाते तब करते वैसे जीजू ने उनका लंड पकड़ मेरी चूत में डलवाया.
आज मैं हीट में आई झोटी जैसा फील कर रही थी.
कुलदीप ने अब धक्के लगाने शुरू कर दिए और वह स्पीड पकड़ने लगा.
उसका हर धक्का मेरे बच्चेदानी पर ठोकर मार रहा था और हर धक्के में मुझे असीम आनंद मिल रहा था.
मुझे अगर अहसास होता कि यह आदमी इतना बढ़िया चोदता है तो मैं इससे कब का चुदवा चुकी होती.
मुझे ऐसा लग रहा था मानो मैं मारवाड़ के महाराजा विजयसिंह से चुदवा रही उनकी जाटणी पासवान गुलाबराय हूँ.
वह मुझे चोदते हुए अपने दोनों हाथ आगे बढ़ा कर मेरे बोबे दबा रहां था मानो मुझे दूह रहा हो.
उसकी चुदाई का अंदाज़, स्टैमिना, स्पीड देख कर लगता नहीं था कि वह 65 साल का है.
बीच में चोदते हुए ही मेरे बाल पकड़ खींचने लगा और जैसे घुड़सवारी करते उस अंदाज़ में धक्के लगाने लगा.
आधा घंटा तक उसने मुझे जम कर पेला और फिर जब झड़ने वाला था तो मुझे सीधा लिटा कर चोदने लगा.
उसकी स्पीड अब बुलेट ट्रेन जैसी हो गई थी और वह सांड की तरह आवाज़ निकालने लगा और एक के बाद एक वीर्य की गाढ़ी धार मेरे अंदर छोड़ने लगा.
मुझे लगा मैं पिल्स ना ले रही होती तो आज तो प्रेग्नेंट ही हो जाती.
उसने इतना वीर्य मेरे अंदर छोड़ा था कि मेरी चूत लबालब भर गई.
उसके बाद उसने मेरे जीजू से पूछा- प्रोटीन शेक पियेगा?
तो जीजू ने सोचा कि क्योंकि वो कबड्डी प्लेयर हैं इसलिए पूछा है और शायद होटल के जिम से मंगवाएंगे.
इसलिए जीजू ने हाँ भर दी.
लेकिन तब कुलदीप जीजू को मेरी चूत से निकल रहा उसका वीर्य पीने को कहा.
जीजू मना करने लगे तो कुलदीप गुस्सा हो गया.
मज़बूरी में जीजू ने मेरी चूत से रिसते वीर्य को पीना शुरू कर दिया.
जब वीर्य निकलना बंद हुआ तो कुलदीप ने जीजू को मेरी चूत में अंदर तक जीभ घुमा कर वीर्य साफ़ करने को बोला.
उसके बाद मैं और जीजू वापस आए.
वापस आने के बाद मुझे जीजू ने बोला कि क्यों ना हम प्रेजिडेंट को Xxx हरियाणा सेक्स केस में फंसा दें.
हालाँकि मुझे उसने इतना मज़ा दिया था कि मेरा मन तो नहीं था लेकिन जीजू के बहकावे मैं मैंने शिकायत कर दी.
पुलिस ने मेरी मेडिकल जांच करवाई तो मेरी चूत में कुलदीप का वीर्य नहीं मिल पाया क्योंकि वो तो मेरे चूतिया जीजू ने चाट लिया था.
फालतू में मेरी बदनामी हुई और करियर भी बर्बाद!
काश मैं अपने प्यारे, तगड़े झोटे के साथ गद्दारी ना करती तो आज भी उसके नीचे झोटी की तरह चुद रही होती.
खैर क्या कर सकते हैं.
Xxx हरियाणा सेक्स कहानी पर आप अपने विचार मुझे बताएं.
[email protected]
What did you think of this story??
Comments