बाइक टैक्सी वाले से भाभी ने चुत चुदवाई- 1

(Wet Girl Hot X Kahani)

वेट गर्ल हॉट X कहानी में मैं बाइक टैक्सी चलता था. एक दिन एक भाभी को ले गया तो वह मेरी स्थायी ग्राहक बन गयी. धीरे धीरे हमारी दोस्ती हो गयी. एक दिन हम बारिश में भीग गए.

दोस्तो, मेरा नाम निक्स है. मैं 28 साल का हूं और दिल्ली एनसीआर से हूँ.
मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूं.

मेरी हाइट 5 फुट 10 इंच है और लंड का साइज़ भी बढ़िया है. यह 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, जो किसी भी चूत को पागल बना दे.
जिम जाता हूँ, तो बॉडी ठीक-ठाक है, रंग जरा हल्का सा सांवला है.

यह वेट गर्ल हॉट X कहानी मेरी और एक भाभी की है.
वह भाभी मुझे रास्ते में मिली थी और हम दोनों के बीच सेक्स हुआ, तो उसी को लेकर यह सच्ची घटना आपको सुना रहा हूँ.

उन दिनों मुझे पैसों की बहुत दिक्कत थी, जॉब करने के बाद भी मुझे कुछ बचता ही नहीं था.
ऐसे में मैंने सोचा कि मेरे पास एक मस्त स्पोर्ट बाइक है तो क्यों ना मैं इसको बाइक टैक्सी में चलाऊं तो कुछ अतिरिक्त आमदनी होने लगेगी.

बस मैं बाइक चलाने लगा और इस काम में ठीक-ठाक पैसे भी बनने लगे थे.

अब मेरा यह रोज का नियम हो गया था.
जॉब के बाद मैं रोज़ 5-6 घंटे तक बाइक टैक्सी चलाने लगा था.

ऐसे ही एक दिन करीब रात के 11 बजे होंगे मैं इतंजार कर रहा था कि कोई राइड मिले.
अगले 5 मिनट बाद एक राइड बुकिंग आई.

मैं बुकिंग के पिकअप पॉइंट पर पहुँचा, तो देखा कि एक सामान्य सा दिखने वाला आदमी था.
उसके बाजू में एक औरत खड़ी थी, जिसको मैं देखता ही रह गया.

क्या मस्त फिगर थी यार … लगभग 34-30-36 की रही होगी.
सही नाप भी यही निकला, जब मैंने उसे बाद में बिस्तर में नंगी देखा.

उस भाभी को देख कर मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे ऊपर वाले ने इसे फुर्सत से बनाया हो.
वह काली ड्रेस में तो कहर ही बरपा रही थी.

उसके एकदम उठे हुए दोनों चूचे किसी रसीले आमों की तरह लग रहे थे और उसकी गांड भी निकली हुई थी.

मैं बिना कुछ बोले भाभी को ऊपर से नीचे की तरफ बस देखे जा रहा था.

तभी उस भाभी ने मेरा ध्यान अपनी तरफ किया और बोली- कहां खो गए मिस्टर?
तब अचानक से मेरे मुँह से निकल गया कि आपकी ख़ूबसूरती में!

मेरी इस बात पर भाभी ने मुझे घूरा.

मैंने उससे पूछा- बाइक बुकिंग आपने ही की है?
भाभी ने मुझे घूरते हुए कहा- हद करते हो, यहां कोई और दिख रहा है हम लोगों के सिवाए?

मैं सिटपिटा सा गया और कुछ नहीं बोला.

तभी भाभी पुनः बोली- मुझे अर्जेंट काम से एयरपोर्ट जाना है और मेरी कार खराब हो गयी है. चलोगे तो बताओ?

मैंने कहा- बिल्कुल चलूँगा … आप बैठिए बाइक पर!
तो भाभी जल्दी से दोनों तरफ पैर करके बैठ गई.

उसको मुझे जहां छोड़ना था, वह लोकेशन वहां से डेढ़ घंटे दूर थी.
भाभी के साथ जो आदमी था, वह उसका ड्राइवर था.

भाभी ने उसको बोला- गाड़ी लेकर घर चले जाना. मैं इसी बाइक से वापस भी आ जाऊंगी.
हम लोग वहां से निकल गए.

रात का टाइम था और थोड़ी थोड़ी ठंडी हवा भी चल रही थी.
मुझे बेहद मज़ा आ रहा क्योंकि पीछे हॉट माल बैठा था और आगे से ठंडी हवा लग रही थी.

सच में आज बाइक चलाने में मस्त मजा आ रहा था.

थोड़ी देर बाद भाभी ने बात करना शुरू की.
उन्होंने मेरे बारे में पूछा.
मैंने सब बता दिया कि मैं बाइक चलाने के अलावा भी क्या करता हूँ.

जब हम दोनों भाभी की ड्राप लोकेशन पर पहुँच गए तो भाभी ने कहा- तुम यहीं रुको, मैं अपना काम खत्म करके बस दस मिनट में आती हूँ. फिर तुम वापस से मुझे मेरे घर छोड़ देना.
मैंने हां बोल दिया और वह स्माइल करके अपने काम के लिए चली गयी.

मैं भी रुक गया क्योंकि एयरपोर्ट से नॉएडा की सवारी मिलना मुश्किल था और वह भी रात के 12:30 बजे.

दस मिनट की जगह भाभी 20 मिनट बाद आई और आते ही कहने लगी- सॉरी, तुमको वेट करना पड़ा.
मैंने कहा- कोई बात नहीं.

अब उसको कौन बताएगा कि मैं तो पैसे के लालच में रुका था वरना एयरपोर्ट से खाली आना पड़ता.

एयरपोर्ट से वापस आते टाइम भाभी थोड़ा मेरे पास चिपक कर बैठी थी.
उसके ऐसे बैठने से मैं थोड़ा सा आगे को हो गया ताकि भाभी को ये ना लगे कि मैं जानबूझ कर मज़े ले रहा हूँ.

मेरे आगे खिसकते ही भाभी और आगे हो गयी.

दो तीन बार ऐसे ही हुआ तो मुझे समझ आ गया कि अब ये सब जानबूझ कर हो रहा है.
मैं बाइक चलाने लगा.

रास्ते में भाभी ने बात शुरू की- तुम यही बाइक चलाते हो या कुछ और भी करते हो क्योंकि तुम्हारी बाइक देख कर लग नहीं रहा है कि तुम बाइक टैक्सी चलाते हो?

मैंने बोला- हां, मैंने आपको बताया तो था कि मैं बाइक सिर्फ पार्ट टाइम चलाता हूँ. बाकी पूरा दिन तो जॉब करता हूँ. ये तो बस अपना एक्स्ट्रा खर्चा कमाने के लिए करता हूँ.

इस पर भाभी बोली- फिर तो बहुत अच्छा करते हो तुम!

उसके बाद भाभी ने पूछा- जब इतना काम करते हो, तो गर्लफ्रेंड को टाइम कैसे देते हो?

मैं हंस दिया और बोला- कौन सी गर्लफ्रेंड … मैं तो सिंगल हूँ और मेरा रिलेशनशिप खत्म हुए 5 साल हो गए हैं. तब से अकेला ही हूँ और अब ये बाइक ही मेरी गर्लफ्रेंड है.
भाभी बोली- तुम झूठ बोल रहे हो, इतने टाइम तक कोई कैसे सिंगल हो सकता है?
मैंने बोला- जब धोखा मिलता है तो कुछ भी हो सकता है.

भाभी ने बोला- अच्छा ये बात है, कोई नहीं … तुमको बहुत अच्छी लड़की मिलेगी.

तब तक भाभी का घर आ गया.
वह बाइक से उतर कर बोली- तुम बाइक बहुत अच्छी चलाते हो और तुम्हारी बाइक भी बहुत अच्छी है.

मैंने थैंक्स बोला और पैसे लेकर जाने लगा.
तभी भाभी ने पीछे से आवाज लगाई और मुझे रोका.

मैं उसकी तरफ देखने लगा.

फिर उसने कहा- तुम्हारा नेचर बहुत अच्छा लगा मुझे, क्या तुम मुझे रोज ऑफिस से लाना ले जाना करोगे क्योंकि ट्रैफिक की वजह से कार से आने में काफी टाइम लग जाता है. इसमें तुम्हारे पैसे भी बन जाएंगे.
मैंने सोचा- ओके ठीक है.
मैंने हां बोल दिया.

उसके बाद भाभी ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और मुझसे बोली- मेरा नाम भूमि है.
जब मैंने भूमि से हाथ मिलाया तो ऐसा लगा, जैसे कोई सॉफ्ट सी चीज़ मेरे हाथ में है.

मैं कुछ देर तक हाथ को थामे ही रहा.

तभी एकदम से अपना हाथ खींचती हुई भाभी बोली- ओ हैलो … फिर से कहां खो गए?
तो मैंने कहा- मेरा नाम निक्स है. आप बहुत खूबसूरत और हॉट हो.

उसने हंस कर थैंक्स बोल कर अपना नंबर दे दिया और मुझसे मेरा नंबर लेकर बोली- कल से नॉएडा से तुम लेकर आओगे मुझे! भूल मत जाना, टाइम से आ जाना … कल शाम को पिकअप करने भी आ जाना.
मैंने भी एक प्यारी सी स्माइल पास की और ‘ठीक है’ बोल कर वहां से निकल गया.

एक हफ्ते तक ऐसे ही चलता रहा.
मैं भूमि भाभी को पिकअप करके ड्राप करता रहा.

इतने समय में ही भाभी मेरे साथ बिल्कुल चिपक कर बैठने लगी थी.

जब वह मेरी पीठ से अपने मम्मे दबाती तो मेरे मन में लड्डू फूटते और लंड अकड़ कर खड़ा हो जाता.
रोज़ लाने ले जाने में भाभी मुझसे अच्छे से खुल गयी थी.

एक दिन मैं भूमि भाभी को पिकअप करने पहुंचा तो देखा भाभी पहले से ही वहां खड़ी थी.
वह मुझे देख कर स्माइल करने लगी और आकर बाइक पर बैठ गयी.

आज भाभी के रंग कुछ बदले बदले से लग रहे थे; पहली बार उसने मुझे दोनों हाथों से कस कर पकड़ा था.
मेरी गांड फट रही थी कि आज ये हो क्या रहा है, कहीं रायता न फैल जाए.

मुझमें यह कहने की हिम्मत भी नहीं हो रही थी कि उसको बोल दूँ कि ठीक से बैठ जाओ.
मैं उससे बात ही नहीं कर पा रहा था.

जब भाभी को ड्राप करके जाने लगा तो उसने मुझे रोका और अचानक से हग करके मेरे गाल पर किस करके थैंक्यू बोली और हंस कर अन्दर चली गयी.

मैं रात भर सो नहीं सका.
उसकी चुम्मी को सोचते सोचते और भाभी का नाम लेकर मैंने तीन बार मुट्ठ मारी.

इसके अलावा मैं कर भी क्या सकता था.
मेरी गांड फट रही थी कि कुछ पहल कैसे करूँ.

अगले दिन मैं भाभी को लेने पहुंचा तो उसको देखता ही रह गया.

वह वनपीस ड्रेस में क्या कयामत लग रही थी.
उसकी वह ड्रेस भी घुटनों से थोड़ा सा ही ऊपर थी.

मन तो कर रहा था कि इसे यहीं पटक कर चोद डालूँ!
लेकिन मैंने अपने आपको संभाला और बाइक लेकर अपनी मंजिल की ओर चल दिया.

भाभी के घर पहुंचने तक रास्ते में बारिश शुरू हो गयी.

बारिश से बचने के लिए हम दोनों एक पेड़ के नीचे रुक गए.
लेकिन कोई खास फायदा नहीं हुआ.
हम दोनों पूरी तरह से भीग गए.

मैंने जब भाभी की तरफ देखा तो क्या कयामत लग रही थी.
भीगी हुई ड्रेस पूरी तरह से उसके बदन से चिपकी हुई थी, उसका पूरा फिगर अलग ही दिख रहा था.
कपड़े चिपकने से उसकी ब्रा पैंटी भी दिख रही थी.

मेरा मन तो किया कि इसको यहीं पटक कर चोद दूँ लेकिन मेरी गुडब्वॉय वाली इमेज आगे आ गयी.
फिर जब बारिश जरा कम हुई तो हम निकल आये.

मगर रास्ते में फिर से तेज़ बारिश शुरू हो गयी.
इस बार तेज बारिश का फायदा भाभी ने उठाया और उसने मुझे अपने दोनों हाथों से कस कर ऐसे पकड़ लिया, जैसे वह मेरी गर्लफ्रेंड हो.

बीच बीच में वह हल्के हाथ से मेरे लंड को टच भी कर रही थी.

मैंने भी बाइक रोकी नहीं और सीधे भाभी के घर ही जाकर रुका.
जब मैंने बाइक रोकी तो भाभी उतरी ही नहीं.

मैंने उससे बोला- उतर जाओ, घर आ गया है आपका … या रात भर बाइक पर ही बैठ कर भीगने का इरादा है?
तब वेट गर्ल हॉट X बोली- इतनी जल्दी घर आ गया … अभी तो मज़ा आना शुरू हुआ था!

मैंने अनजान बनते हुए बोला- क्या?
तो भाभी हंस कर बोली- कुछ नहीं.

जब भाभी को छोड़ कर मैं चलने लगा तो भाभी बोली- निक्स, तुम बहुत भीग गए हो, घर में चलो … चाय या कॉफ़ी पीकर जाना वरना बीमार हो जाओगे.

मैंने मना किया लेकिन भाभी नहीं मानी और जबरदस्ती घर के अन्दर ले जाने लगी.

तब मैंने मन ही मन सोचा कि आज तो शायद ये पक्का चुदने के मूड में है.

यह सोच कर अब मैं भी उसके पीछे उसकी उठी हुई गांड को देखते हुए चलने लगा.

घर में अन्दर आने के बाद भाभी बोली- तुम बैठो, मैं चेंज करके आती हूँ.

भाभी चेंज करके आयी.
वह एक मस्त सेक्सी सी नाईटी पहन कर आई थी जिसमें से उसके आधे चूचे बाहर निकलने को तैयार थे और नीचे से वह नाइटी सिर्फ जांघों तक ही आ रही थी.

मैं उसको बिना पलक झपकाये देखता रहा.

अचानक से मेरे सिर पर हल्के हाथ से एक चपत लगा कर भाभी बोली- तुम पता नहीं कहां खो जाते हो?
मैं बोला- अगर इतनी हॉट और सेक्सी लेडी सामने हो, तो खो जाना तो लाजिमी है भाभी जी!

भाभी ने मेरी बात को सुनकर हंसी बिखेरी और वह हंसती हुई ही बोली- फिर शुरू हो गए तुम … अरे यार मैं इतनी भी हॉट नहीं हूँ. तुमको पता नहीं कहां से हॉट लगती हूँ!
मैंने कहा- आप हमारी नज़र से देखिए, तब तो पता चलेगा आपको!

भाभी ने मेरी बात को काटते हुए कहा- तुम मेरे पति के कपड़े पहने लो, वरना ठंड लग जाएगी. उनके कपड़े उधर अल्मारी से निकाल लो. तब तक मैं कॉफी बना लेती हूँ.

यह कह कर भाभी ने अल्मारी की तरफ इशारा किया और मैं चेंज करने चला गया.

मैं चेंज करके आया और सोफे पर बैठ कर अपना मोबाइल चला रहा था.
तब तक भाभी भी कॉफ़ी लेकर आ गयी.

जब वह कॉफ़ी देने के लिए झुकी तो मैं उसकी चूचियों को देखने लगा.
उसकी दोनों चूचियां समझो उसकी नाइटी में से टपकने को हो रही थीं.

यह सीन देखते ही मेरा लंड तन कर खड़ा हो गया और मेरे लोवर में तंबू बन गया जिसको भाभी ने देखा और स्माइल करने लगी.

दोस्तो, इसके आगे भाभी की चुदाई होनी है, वह किस तरह से हुई … और भाभी ने अपने काम का बाण मेरे ऊपर किस तरह से छोड़ा, वह सब अगले भाग में लिखूँगा.

आपको वेट गर्ल हॉट X कहानी कैसी लग रही है, प्लीज बताएं.
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वेट गर्ल हॉट X कहानी का अगला भाग: बाइक टैक्सी वाले से भाभी ने चुत चुदवाई- 2

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