पहले दोस्ती फिर चूत चुदाई
(Pahle Dosti Fir Chut Chudai)
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.. मेरा नाम प्रिन्स है.. मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं 24 साल का हट्टा-कट्टा गोरे रंग का जवान लड़का हूँ।
मेरे लंड का साइज़ 6 इंच का है.. वैसे तो मैंने कई बार सेक्स किया है.. पर इतना मज़ा कभी नहीं आया.. इसलिए यह अनोखी और सच्ची कहानी आपको बता रहा हूँ, यह मेरी पहली कहानी है।
शुरूआत कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन से हुई.. जब मैं गुड़गाँव किसी काम से जा रहा था। मैंने देखा कि एक लड़की बैठकर रो रही है.. और सब उसको आते-जाते देख रहे हैं।
मेरा उसके पास जाना मुझे भी एक बार अजीब सा लगा.. लेकिन मैं उसकी सुन्दरता को देखकर खुद को रोक नहीं पा रहा था.. वो साँवले रंग की बहुत ही सुन्दर लड़की थी, उसके मम्मों का उभार और क्लीवेज टॉप के ऊपर से ही साफ़ दिख रही थी, उसका फिगर इतना जबरदस्त था कि किसी भी लड़के का लंड गीला हो जाए, उसके मम्मों का नाप कम से कम 34 इन्च तो होगा ही..
मैं उसके पास गया तो उसने मुझे अनदेखा कर दिया.. लेकिन मैंने भी दोबारा हिम्मत करके बात की और उसने अपनी प्राब्लम बताने से मना कर दिया।
मेरे बहुत कहने पर वो चुप तो हो गई लेकिन वो अब भी सबके सामने अपने दिल की बात नहीं बोल पा रही थी।
फिर वो मेट्रो में चढ़ी और हम साथ-साथ सफ़र तय करने लगे।
मैं उसके पास खड़ा हुआ तो उसको अच्छा लगा।
मैंने भी उसके गले में हाथ डाल कर उसको अपनापन दिखाया और प्राब्लम पूछी..
उसके घर में कुछ आर्थिक दिक्कतें थीं और वो अपनी कॉलेज की फीस नहीं दे पा रही थी। उसका मन आत्महत्या करने का हो रहा था।
मैंने उसे दिलासा देते हुए उसको एक जॉब की सलाह दी। उस वक़्त वो मान गई और मैंने उसका ध्यान बंटा दिया। फिर मैंने अपना सेल नंबर उसके साथ शेयर किया कि अगर कभी भविष्य में किसी मदद की ज़रूरत पड़े तो याद कर ले..
मेरे इस अंदाज़ से वो बेहद खुश हुई और बाद में हमारी फोन पर बातें होने लगीं। इस तरह हम दोनों एक-दूसरे के करीब आने लगे।
फिर एक दिन वो वक़्त आया.. जिस पल का मुझे बेसब्री से इन्तजार था। उसका जन्मदिन था और मैंने उसको तोहफा देने का वायदा किया..
मेरी अच्छी किस्मत थी कि उस दिन मेरे घर में कोई नहीं था, मैंने जन्मदिन मनाने के लिए प्लान के तहत उसको सुबह 11 बजे घर बुलाया.. वो मेरे घर आई।
मेरी आँखें उसको देखते ही खुली रह गईं.. उसने ब्लू कलर की जो फिटिंग वाली टॉप पहनी थी.. उसमें वो एकदम सेक्स बम्ब लग रही थी।
उसको देखते ही मेरा तो उसके चूचे दबाने का मन करने लगा। बहुत मुश्किल से खुद को संभाला और उसका स्वागत अपनी बाँहों में लेकर किया। मेरा लंड जबरदस्त टाइट हो गया था और उसकी नाभि पर रगड़ खा रहा था।
उसको भी मेरे लौड़े की सख्ती का पता चल गया.. और साथ ही मेरी नियत को भी वो भांप गई थी।
वो मुस्कुराई।
मैंने उसके गाल पर किस किया और ‘हैप्पी बर्थडे जानू’ बोला.. तो उसने भी मुझे थैंक्स बोलते हुए मेरे गाल पर किस किया।
बस मुझे इशारा मिल चुका था.. मैंने उसकी कमर में हाथ फेरना चालू किया.. तो वो गरम हो गई।
ऐसा लग रहा था.. जैसे वो सिर्फ़ चुदने ही आई हो..
मैंने उसको गोद में उठाया और बेडरूम ले गया.. मुझसे रुका नहीं जा रहा था.. तो जाते ही उसके टॉप के अन्दर हाथ डाल दिया और उसके दूध दबाने लगा।
इतने में ही उसके चूचे मस्त टाइट हो गए।
उसका फिगर देखते-देखते ही मेरे लंड से पानी सा निकलना चालू हो गया… जो चुदाई की फीलिंग्स आने पर निकलता है।
मैंने आव देखा ना ताव और उसका टॉप निकाल दिया और बस उसके आमों को चूसने लगा।
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वो मेरे लंड को छूने की कोशिश करने लगी.. तो मैंने अपना लोवर उतार दिया.. ताकि वो मेरे लंड के साथ खेल सके.. वो मेरी मुठ मारने लगी और मैं उसके रसीले मम्मों को चूसता रहा।
फिर उसने मेरी शर्ट उतारी और मेरे ऊपर आकर मेरी छाती पर किस करने लगी। चूमा-चाटी करते-करते वो नीचे को पहुँची और उसने मेरे अंडरवियर को उतार दिया।
वो एक बार तो मेरे लंड को देखकर शरमाई.. लेकिन उसके दिल में लड्डू फूट रहे थे।
मैंने भी मौका ना गंवाते हुए झट से उसको नंगी कर दिया और उसके प्यारे होंठों में होंठ डाल कर चूसने लगा.. ऊपर से नीचे हर जगह हाथ फेरा.. खूब चूचे दबाए.. वो मेरे लंड को मसलती रही।
अब मैंने उसको नीचे लिटाया और उसके बड़े-बड़े मम्मों के बीच में अपना लंड रख दिया। हम दोनों के चेहरे पर जो खुशी झलक रही थी.. वो देखने लायक थी। उसने अपने मम्मों को भींचा और मैंने उसके मम्मों में लौड़े को हिलाना शुरू किया।
कुछ देर तक ऐसा करने के बाद उसने मेरा लंड अपने मुँह में डाला और चूसना शुरू कर दिया। लगभग 5 मिनट तक उसने मेरे लंड को बहुत अच्छे तरीके से चूसा।
उसके बाद मैं भी उसकी इच्छाओं का ख्याल रखते हुए उसकी चूत पर किस करने लगा।
उसकी चूत पर हल्के-हल्के रेशमी से बाल आए हुए थे.. दिखने में लग रहा था कि बस उसने अपनी लाइफ में 3-4 बार ही सेक्स किया होगा।
मैंने अपनी जीभ से उसकी चूत को छुआ तो उसको बहुत अच्छा लग रहा था.. लेकिन उसने मुझे रोक लिया।
मैं उसके ऊपर अपने हाथों के बल खड़ा हुआ था.. मेरा लंड उसकी चूत से टकरा रहा था।
दोनों अपनी हवस मिटाने को बेताब थे, हम दोनों की साँसें गरम थीं। उसने मेरे लंड को पकड़ा और अपनी चूत से स्पर्श करवाया, मैंने हल्का सा अन्दर डालने की कोशिश की.. तो महसूस हुआ कि उसकी चूत बहुत टाइट है।
उसने अपनी टांगें मेरी कमर पर बाँध लीं और मैंने दोनों हाथ उसके बड़े मम्मों पर रख लिए। मैं बहुत धीरे-धीरे लौड़े को चूत के अन्दर डालता रहा और उसके चूचे दबाता रहा।
उसने अपने नाखूनों को मेरी कमर में गाड़ना शुरू किया.. तो मैं समझ गया उसको बहुत दर्द हो रहा है।
फिर कुछ देर तक मैंने लौड़े को चूत के अन्दर ही रखा.. और उसके चूचे चूसने लगा।
मुझे उसके अन्दर बहुत गरम लग रहा था और लंड बाहर निकालने का मन ही नहीं कर रहा था। ऐसी टाइट चूत मुझे लाइफ में तीसरी बार मिली थी। मुझे भी अच्छा एक्सपीरियेन्स था.. तो मैंने उसको संभाल लिया। दोनों के अन्दर सेक्स की इतनी ज़्यादा भूख और गर्मी थी कि वातानुकूलित कमरा होने के बावजूद हमारे पसीने निकल रहे थे।
मैंने फिर प्यार से अपने लंड को धीरे-धीरे करके बाहर निकाला और हल्की-हल्की स्पीड में चुदाई शुरू की। दर्द के कारण उसकी आँखें बंद थीं और टांगें मेरी कमर को कस कर पकड़ी हुई थीं। दस मिनट तक हमने ‘स्लो-स्पीड’ में सेक्स का मजा उठाया।
अब मुझे महसूस हुआ कि उसको कुछ आराम देना चाहिए.. मैं उसके ऊपर लेट गया और लण्ड को चूत में ही रखते हुए उससे प्यारी प्यारी बातें करने लगा।
वो अपने जन्मदिन पर मेरे इस गिफ्ट से बहुत खुश थी.. ये उसका लाइफ का सबसे रोमाँटिक दिन हुआ होगा।
फिर मैं उसकी बगल में लेट गया और उसको मैंने अपने लंड को पकड़ने के लिए कहा।
उसने मेरे लंड के साथ खेलना शुरू किया और मीठी बातें करने लगी।
मैंने सोचा अब थोड़ा उससे भी सेक्स करवा लूँ। मैंने उसको अपने ऊपर बुलाया और अपने लंड पर बिठा दिया और उससे लंड को अन्दर लेने के लिए बोला।
उसके मम्मे मेरे मुँह पर लटक रहे थे, और बाल बिखरे हुए थे.. वो उस वक़्त बहुत सेक्सी लग रही थी।
बहुत मजा आ रहा था.. मैं अपनी खुशी भी जाहिर नहीं कर सकता।
मैंने उसकी कमर में हाथ फेरा और अपना लंड उसकी चूत में डालने के लिए उसकी मदद करने लगा। वो हल्के से अपनी चूत में डाल कर उस पर बैठ गई… और हम होंठों से चुम्बन करने लगे।
मेरे लंड को अन्दर लेकर वो हल्के से झटके लेने लगी.. करीब 15 मिनट हमने उस पोजीशन में सेक्स किया होगा।
अब मन तेज़ी से ‘हाइ-स्पीड’ में सेक्स करने का हो रहा था.. तो मैंने उसको नीचे लिटाया और चला दी अपनी गाड़ी..
जैसे ही मैंने पहला तेज़ झटका मारा.. उसके मुँह से तेज़ आवाज़ निकली। फिर अगला झटका मैंने आराम से देते हुए एक झटका फिर तेज़ी से मारा.. तो उसको महसूस हो चुका था कि अब एक झटका आराम से और एक तेज़ी से मारूँगा।
वो संभल गई और मजा लेने लगी।
कुछ देर बाद जब उसका दर्द कम हुआ तो मैंने तेज़ रफ़्तार के साथ उसको चोदना चालू किया। हम दोनों की साँसें भी उतनी ही तेज़ी से चल रही थीं।
दस मिनट की उस तेज़ रफ़्तार की चुदाई के बाद हमने पोजीशन बदलने का प्लान किया। अब मैंने उसको घोड़ी बनाया और उसके चूतड़ों में से लौड़े को छेद में डाला। घोड़ी स्टाइल मेरा आज तक का सबसे पसंदीदा स्टाइल रहा है, इस स्टाइल से पूरा लंड अन्दर चला जाता है और बहुत आराम रहता है।
बस अब तो उसकी लंका लगने वाली थी.. जो हाल आज मैंने उसका किया.. वो हमेशा याद रखने वाली थी।
मैं प्यार से झटके मारता गया और वो आगे-पीछे होती रही।
उसकी टाइट चूत को चोदते-चोदते.. उसकी कमर पर हाथ फेरता और मम्मों को दबाता.. बालों को पकड़ता.. सच में मुझे तो फुल मजा आ रहा था।
करीब 20 मिनट इस स्टाइल से चोदने के बाद हम दोनों झड़ गए और हमने थोड़ा सा आराम किया और रसोई में चले गए.. कुछ फ्रूट्स खाए.. दूध पिया और एक-दूसरे को आलिंगन किया।
मेरे लिए उसके साथ वो प्यार का सुहाना पल कभी भूलने लायक नहीं है..
करीब 15 मिनट रसोई में मस्ती के बाद हम सेक्स करने के लिए फिर से तैयार हो चुके थे।
मैंने फिर से उसको घोड़ी बनाया और 30 मिनट तक लगातार चोदा।
उसकी चूत का जो बुरा हाल उस दिन हुआ.. तो वो थोड़ी घबरा गई। मैंने चुदाई रोक कर उसके साथ एक मूवी देखी और फिर उसको प्यार और गिफ्ट के साथ अलविदा कह दिया।
ऐसे हमारा अक्सर मिलना शुरू हो गया.. हम मिलते और खूब मजे लूटते।
फिर किसी वजह से एक दिन हमारे रिश्ते के बीच दरार आ गई.. कुछ पर्सनल रीज़न्स की वजह से.. वो मैं आप लोगों के साथ साझा नहीं कर पाऊँगा।
दोस्तो.. जब भी आप किसी के साथ शारीरिक रिश्ते बनाओ तो उसके साथ पूरी वचनबद्धता के साथ रहना और जितना हो सके अपने साथी को संतुष्ट करना।
अगर आपके पास कुछ मजेदार घटनाएँ हैं या आप अपनी पर्सनल बातें शेयर करना चाहते हैं.. तो आप अन्तर्वासना पर अपनी घटनाओं को साझा कर सकते हैं।
बाय.. लव यू… दोस्तो अपना ख्याल रखिएगा।
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