ऑफिसर लेडी की चूत की आग

(Officer Lady Ki Chut Ki Aag)

कैसी हो मेरी प्यासी और प्यारी नमकीन चुतवालियों.. मैं योगू फिर से हाजिर हूँ अपनी न्यू सेक्स स्टोरी लेकर, मैं योगू अभी बेलगाम में पढ़ाई कर रहा हूँ. मेरी उम्र 23 साल की है.. दिखने में बहुत सेक्सी हैंडसम हूँ, अच्छे घर से हूँ.
मेरी पिछली कहानी थी
पड़ोसन आंटी का अंगप्रदर्शन और धमाकेदार चुदाई
यह सेक्सी स्टोरी मेरी और एक हाई प्रोफाइल भाभी की चुत की आग की है.

मैं किसी काम से कमिश्नर के ऑफिस गया था, वहां मैं बाहर बैठकर इंतज़ार कर रहा था. उतने में मैंने किसी बड़े ऑफिसर आने की खबर सुनी और वहां पे ही खड़ा होकर देखने लगा. तभी 4-5 कर्मचारी बड़ी तेजी से चलते हुए आगे आ रहे थे, मैं देखकर वहीं खड़ा रहा. तभी मैंने देखा कि एक बहुत सेक्सी मस्त भरे हुए बदन वाली मस्त औरत उनके साथ आ रही थी. मैं समझ गया कि ये वही बड़ी ऑफिसर है.

मैं उनकी ओर देखता ही रह गया. क्या मस्त गोरा बदन.. वो एकदम सेक्सी चिकनी भरी हुई औरत थी. उसने मेरे करीब से निकलते वक्त मुझको देखा और देखकर ऐसे अंजान बनते हुए, जैसे देखा ही न हो.. ऐसा जताते हुए आगे बढ़ गई.

मैं वहां खड़ा रहा और उनसे मिलने का इन्तजार करने लगा. थोड़ी देर बाद मेरा नंबर आ गया. मैं अन्दर जाने लगा, दरवाज़ा खोलते हुए मैंने बड़े आदर से पूछा- क्या मैं अन्दर आ सकता हूँ?
तो उन्होंने नज़र से इशारा किया कि हां आ जाओ और बैठो.

मैं अब उनको अपने सारे डॉक्यूमेंट्स दिखा रहा था. वो बड़ी ध्यान से मेरे सारे डॉक्यूमेंट्स देख रही थीं. पता नहीं क्यों मुझे ऐसे लगा कि मैडम जी कुछ ज्यादा ही गौर से पेपर्स देख रही थीं. ये होना नहीं चाहिए था, क्योंकि अब तक का मेरा एक्सपीरियेन्स कुछ और ही रहा था. मुझे मालूम था कि ज्यादातर बड़े बड़े ऑफिसर लोग सिर्फ़ साइन करते चले जाते हैं.. इतनी गंभीरता से इसलिए नहीं देखते हैं क्योंकि उनके नीचे वाले क्लर्क, बाबू लोग सब चैक करके ही साइन के लिए अन्दर भेजते हैं.

मैं उनकी इस बात से थोड़ा अचंभित था मगर क्या बोलता. वो तो बड़ी ऑफिसर थीं, तो बस मैं उनको देखता रहा.

आप तो जानते ही हो मैं एक अच्छे घराने से हूँ और दिखने में भी काफी हॉट सेक्सी और हैंडसम हूँ. तो हो सकता है कि मैडम को कुछ लग रहा हो. अभी मैं यही सोच रहा था कि उतने में उन्होंने मुझसे पूछा- हम्म.. क्या प्राब्लम है?
मैंने बताया तो कहने लगीं- अगर इसे ऐसे कर रहे हो तो मत करो बल्कि मैं जैसा कहती हूँ, वैसा करो. तभी तुम्हारा ये काम आसानी से हो जाएगा.

मैंने हामी भर दी तो वो मुझे अच्छे से समझाने लगीं कि क्या क्या करना है और कैसे डॉक्यूमेंट्स वग़ैरह चाहिए.
तो मैं समझ कर बोला- थैंक्स मेम.. आपने मेरी बहुत हेल्प की.. वरना ये सब करने का कोई फायदा ही नहीं होता.. और मेरा टाइम व पैसे दोनों खर्च होते.

अब उन्होंने ड्रावर अपना कार्ड निकाला और उसके पीछे अपना पर्सनल नम्बर लिख कर मुझे दे दिया.
वे बोलीं- कोई भी प्राब्लम आए तो मेरे इस नम्बर पर कॉल करना.
मैंने हामी में सर हिलाया तो उन्होंने मुझसे मेरा नम्बर भी ले लिया.

मैं वहां से उनको थैंक्स बोलकर निकल पड़ा. लेकिन मैं थोड़ा असमंजस में था क्योंकि वो तो बड़ी ऑफिसर थीं और उन्होंने मेरी इतनी हेल्प की. मैं खुश भी था.. मेरा वक्त और पैसा भी उन्होंने बचाया था.

सो मैंने अब वैसे ही किया जैसा उन्होंने मुझे बताया था. सभी पेपर आदि कंप्लीट किए और अब मेरे डॉक्यूमेंट्स अच्छे से तैयार हो गए थे. फिर मैंने सोचा मैडम को फोन करके थैंक्स बोलना चाहिए. इसलिए मैंने उन्हें कॉल किया मगर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.

मैंने उन्हें थैंक्स का मैसेज सेंड कर दिया और अपने काम में लग गया.

उसी दिन रात को मैं सब काम निपटा कर सोने जा रहा था और बेड पर लेटा था. मैंने मोबाइल देखा तो उनका मैसेज आया था. मैं उनका मैसेज देख कर खुश हुआ.

उन्होंने मुझसे लिख कर बोला था कि मीटिंग में थी, इसलिए कॉल नहीं रिसीव किया.

मैंने वापस मैसेज किया कि कोई बात नहीं मैडम.. आप इतनी बड़ी ऑफिसर हो, आप काफ़ी बिजी रहती हो, ये मुझे पता है. फोन इसलिए किया था कि मैंने आपने जैसा बताया था मैंने वैसे ही किया है और मेरा काम हो जाएगा.
तो उसने पूछा- चाहो तो मैं तुम्हारी और भी हेल्प कर सकती हूँ.
मैं खुश हुआ और बोला- जी मैडम में आपके साथ हूँ, आप जो बोलेंगी, मैं कर दूँगा.. अगर आपको भी कभी मेरी हेल्प की ज़रूरत पड़े.. तो आप कभी भी मुझे बुला लेना.
वो बोलीं- पहले तो मुझे मैडम मत कहो.. मैंने तुम्हें फ्रेंड मानकर हेल्प की है.

मैं उनकी बात सुनकर बड़ा खुश था क्योंकि इतनी बड़ी ऑफिसर मुझे फ्रेंड बना रही थी.

फिर उन्होंने पूछा- सैटरडे सनडे को क्या कुछ काम है?
मैं बोला- नहीं.. अभी तो मैं फ्री हूँ, अगर कोई काम है.. तो बता दो, मैं कर दूँगा.
वो बोलीं- मुझको दो दिन के लिए किसी काम के सिलसिले में बाहर जाना है, अगर तुम फ्री हो तो मेरे साथ चलो.
मैंने झट से हां कर दी और इसके बाद हम दोनों यहां वहां की बातें करने लग गए.
मैंने पूछा- कहां जाना है?
तो उन्होंने बोला- बस मुझे अपनी एक फ्रेंड से कुछ खास काम से मिलने जाना गोवा है.

मैं खुश हो गया और उनसे ज्यादा कुछ पूछे बिना इधर उधर की बातें करने लगा. वो एक मस्त भरे हुए बदन वाली गदरायी गांड वाली, बड़े बड़े टाइट बूब्स वाली सेक्सी औरत थीं. उनका फिगर 36-32-38 का था. सच कहूँ तो एकदम सोनाक्षी सिन्हा जैसी लगती थीं.

शुक्रवार की रात को उन्होंने मुझे फोन करके अपने बंगले पर बुलाया और मुझसे काफी देर तक बात की. उस समय उनके बंगले में सिर्फ वो और मैं ही था. उन्होंने एक बड़ी ही झीनी सी बेबीडॉल पहन रखी थी.. जो उनके चूतड़ों तक ही आ रही थी. उनके साथ मेरी जो बात हुई उससे सब कुछ खुलासा हो गया था कि मैम मुझसे अपनी चूत की आग बुझ्वाना चाहती हैं यानि चुदवाना चाहती हैं और उसी के लिए वे मुझे अपने साथ गोवा ले जाना चाहती थीं. उस दिन हम दोनों में चुदाई को लेकर बात, ढके छिपे रूप में साफ़ हो गई थी.

अब शनिवार को मैं उनके बताए एड्रेस पर आ गया तो उन्होंने अपनी कार निकाली. उनको देखा तो तबियत हरी हो गई.. मेम एकदम पटाखा माल लग रही थीं.
मैं बोला- ड्राइवर कहां है?
तो वो बोलीं- अन्दर बैठो.
मैं बैठ गया और वो भी बैठकर बोलीं- ये मेरा व्यक्तिगत काम है.. इसलिए हम दोनों ही जाएँगे.
मैं खुश हुआ.. क्या मस्त औरत थी यार.. मैं मन में सोचने लगा आज तो मेरे लंड का ऐश है.
हम गोवा की ओर निकल पड़े.

मैं बातें करते करते उनको रोमाँटिक मूड में लाने में लगा था. उन्होंने भी कुछ दूर चलने के बाद कार को एक जगह साइड में ले ली और मुझे अपनी ओर खींचकर गले से लगा लिया. मैंने भी उनको कस कर गले लगाते हुए उनकी पीठ को सहलाने लगा. मैंने उनकी आंखों में देखकर उनके गुलाबी होंठ पर अपने होंठ रख कर किस करना चालू कर दिया ‘मुउहह आहह उहह उन्हह आहह…’

मैं अब उनके बड़े बड़े मम्मों को ज़ोर से दबाने लगा. वो मेरे मुँह में अपनी रसभरी जीभ डालकर चूसने लगी थीं.
आहह.. मैं अब उनकी नाक से अपनी नाक घिसने लगा, हमारा यह पहला किस 20 मिनट तक चला. बाद में हम किस को तोड़ते हुए एक दूसरे की आंखों में डालकर हंसने लगे क्योंकि हम दोनों ने लास्ट नाइट को ही छत पे सब प्लानिंग कर रखी थी.

उसने बोला- मुझको एक अच्छे और भरोसेमंद सेक्स पार्ट्नर और बेस्टफ्रेंड की ज़रूरत थी और इसीलिए मैंने तुम्हारे सारे डॉक्यूमेंट अच्छे से चैक किए थे और तुम्हारा फैमिली बॅकग्राउंड भी चैक किया था.

अब हम वहां से गाड़ी स्टार्ट करके सीधा गोवा के एक रिज़ॉर्ट में पहुँच गए. वो एक आलीशान रिज़ॉर्ट था, बहुत मस्त और सभी तरह से वो एक आलीशान महल की तरह लग रहा था. वहां सभी चीज़ बहुत मंहगी थीं.
जल्द ही हम दोनों रूम में पहुंच गए.

मैडम आगे बढ़ गई थीं और पीछे मैं रूम का डोर बंद कर ही रहा था, तभी उन्होंने मुझे पीछे से ज़ोर से हग कर लिया. वे मेरे गले पर अपने नाज़ुक होंठों से चूसते हुए ज़ोरदार किस करने लगीं. उनके बड़े बड़े चूचे मेरी पीठ पर दबाव बना रहे थे. मुझे एक नशा सा छा गया था.

मैं भी अपनी गर्दन पीछे करके उनके गोरे गोरे मस्त चिकने गालों पर किस करने लगा.
‘आहह ऊँहह शई ससईई…’

फिर मैंने सीधा होकर उनकी आंखों में देखा, वो मुझे नशीली आंखों से देखते हुए अपनी तन्हाई और जिस्म की भूख को दिखाते हुए मचल रही थीं. हमने एक दूसरे को ज़ोर से हग किया. इस बार हम दोनों ने एक दूसरे को इतना ज़ोर से बांहों में भर लिया था जैसे हम दोनों बहुत साल बाद एक दूसरे को मिले हों.. और जन्मों के प्यासे हों.

अब मैंने उनकी मस्त नाज़ुक कमर पर हाथ घुमाते हुआ उनके गाल पर किस करना चालू किया. उन्होंने अपनी आंखें बंद कर लीं. मैं उनकी पीठ पर हाथ से उनकी नर्म त्वचा को मसलते हुए उनके माथे पर किस कर रहा था. कभी आँखों पर चुम्मी कर देता.

फिर मैंने उनकी सुतवां नाक को अपने होंठों में दबा लिया और चूसने लगा, हल्के से काटने लगा. वो भी मुझे कस कर अपनी ओर खींच कर मेरे होंठों को किस करना चाहती थीं.

मैंने मेरे हाथ नीचे लाते उनकी भरी हुई मादक मस्त गदरायी गांड पर रोक दिए. उनकी मस्त गांड को सहलाते हुए दबाना शुरू किया तो वो कामुक सिसकारियां छोड़ने लगी थीं- अओउउहह मुउउउहह ऑश उन्हह बेबीयी!

मैंने उनके नाज़ुक होंठ को अपने होंठ में लेकर चूसता तो कभी जीभ बाहर निकालकर हल्के से उनके होंठ को चाट लेता. वो मेरी इस हरकत से सिहर जातीं और मेरी जीभ चूसने को तड़पने लगतीं.

तब मैं झट से अपनी जीभ उससे छुड़ा लेता, इससे वो और आउट ऑफ कंट्रोल हो जातीं.

अब उन्होंने ज़ोर से मेरे गालों में हाथ गड़ाए और मेरा मुँह खोला. फिर सीधे अपना मुँह मेरे मुँह में डाल कर चूसने लगीं. इस वक्त हम एक दूसरे की आंखों में देखने लगे. मैं उनकी ये हरकत देखकर हंसने लगा. वो अब मेरे मुँह में मुँह डाल कर मुझे भंभोड़ रही थीं. मैंने भी अपनी जीभ को उनके मुँह में डालकर उनकी लार को चूसने लगा. हम दोनों की जीभें एक दूसरे से लड़ रही थीं. मैं उनके मुँह का रस पान करने लगा.

क्या मस्त टेस्ट था.. मैं तो पूरा चूस चूस कर रस पान किए जा रहा था. वो भी बड़ी उत्तेजना से भर कर अच्छे से मेरे मुँह में जीभ घुसेड़ कर मुझे चूस रही थीं.

कुछ देर की चुसाई के बाद मैंने उनको बेड पर लिटाया और हम दोनों एक दूसरे को बांहों में कस कर बेड पर किस कर रहे थे. कभी मैं उनके ऊपर आ जाता, तो कभी वो मेरे ऊपर चढ़ जातीं. हम दोनों के जिस्म एक दूसरे से घिस रहे थे. लेकिन कोई किस तोड़ने का नाम नहीं ले रहा था.

आख़िर मैंने उनको लेटकर उनके चिकने पेट पर किस करते हुए बड़े बड़े मम्मों को दबाना चालू कर दिया था. उनकी गहरी नाभि का तो जवाब ही नहीं था. मैं अपनी जीभ उनकी नाभि में घुसेड़ कर लपलपा रहा था. वो मदमस्त हो गई थीं. मैं अपने एक हाथ से उनकी साड़ी ऊपर करते हुए उनकी भरी हुई गदरायी गोरी पिंक पिंक जाँघों को सहलाए जा रहा था. वो अपने हाथ से मेरे बालों को खींच कर अपने पेट में दबा रही थीं.

इस वक्त उनकी सांसें बहुत फूल गयी थीं. वो अपने पाँव मेरे बदन पर रगड़ने लगतीं, तो कभी बेड पर घिसने लगती थीं.
‘आहह उहह उन्हह आउओह यू आर माय डार्लिंगग आहह.. क्या जादू कर दिया बेबी आज तो तू फोरप्ले करके ही मुझे पूरा सॅटिस्फाइ कर देगा.’
ये कहते हुए मैडम बड़बड़ाने लगीं.

मैंने अब उनकी पूरी साड़ी निकाल दी और ब्लाउज भी निकाल कर उनको अधनंगा कर दिया. फिर जल्दी से मैंने अपनी ड्रेस भी निकाल दी. अब वो बेड पर लेटी हुई मेरी और प्यासी नज़रों से देख रही थीं.

मैं अब उनकी चिकनी मस्त जाँघों को सहलाते हुए चाटने लगा, किस करने लगा. साथ ही मैडम के चिकने पेट पर हाथ घुमाते हुए उंगली से नाभि को कुरेदने लगा.
आअहह उन्हह क्या मस्त टेस्ट था उनका.. वाहह मैं तो पागलों की तरह पेट चाट रहा था.

मैंने उनके बड़े बड़े टंच माल जैसे टाइट मम्मों को ब्रा से आज़ाद कर दिया और उनको दबा दबा कर मसलने लगा. उनकी तनी हुई गुलाबी ब्राउन टाइट चौंचों को उंगलियों के बीच में लेकर मींजने लगा.

इसी के साथ अपना मुँह उनकी नेट वाली पेंटी पर घिसते हुए मेरी गर्म सांसें उनकी चुत पर छोड़ने लगा. आहह..
वो मेरा सर पकड़ कर मेरे बालों को नोंचते हुए अपनी जाँघों को मेरे गालों पर दबाते और घिसते हुए मेरा सर अपनी चुत पर दबोचने लगीं. फिर अपना सर बेड पर इधर उधर रगड़ते हुए पटकने लगीं.

‘आअहह ऑश ब्सस्स बेबी आहह.. औहह योगूउ क्या मस्त है रे तू.. मेरा बेबी.. आह मजा आ गया.’
ऐसे ही मैडम कुछ बड़बड़ाते हुए कराहते हुए सिसकती आवाज निकालने लगीं.
‘आअहह आ ऑश उन्हह यस यस डार्लिंग.’

अब मैंने उनकी पेंटी निकाल कर उनकी चुत देखी और देखते ही रह गया. उनकी चुत एकदम साफ़ थी. इस वक्त चुदास से फूली हुई और भी मस्त लग रही थी. उनकी साँसों की रफ़्तार के साथ चूचियां यूं उठ बैठ रही थीं मानो सुलग रही हों.

मैंने उनकी चुत पर हल्के से अपनी गर्म जीभ फिराई और चुत को पूरा मुँह खोलकर अपने मुँह से कवर कर लिया. इस पर वो जैसे पागल हो गई और इतनी उन्होंने ज़ोर से मुझे जाँघों में जकड़कर अपनी चुत पर हाथों से दबा दिया, जिससे मुझे सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी. मैं उनकी गदरायी गांड को थपथपाते हुए दबाने लगा.

मैं उनकी चुत को चाटते हुए उनकी ओर देखने लगा. वो पूरे जोश में मानो जन्नत में थीं.. और खूब एंजाय ले रही थीं. उन्होंने मेरी ओर देखते हुए बोला- अब रहा नहीं जाता योगू.. आ जाओ मुझमें समा जा.

उनके ये कहते ही मैं उनकी चुत से ऊपर को जाते हुए, पेट को चूमते, गांड को दबाते हुए अब मम्मों को चूसने लगा
‘आओर ज़ोर से …’ बोलते हुए उन्होंने मेरी अंडरवियर निकाली और मेरा लंड हाथ में देखते ही बोलीं- यार, तेरा लंड तो मेरी चुत फाड़ देगा.. बड़ा भी है.. और मोटा साइज़ है.
मैंने कहा- हां ये पूरे 7 इंच का है बेबी.. आज से ये तुम्हारा है.. जब चाहे बस ले लिया करो जानेमन..

मेरे ये कहते ही वो मेरा लंड सहलाने लगीं और मैं उनकी चूचियों को चूसे जा रहा था. उन्होंने मुझे बेड पर अपने नीचे लेटाया और मेरा लंड हाथ में लिए सहलाते हुए मेरे ऊपर आकर उल्टी बैठ गईं. इस पोजीशन में उनकी चुत मेरे मुँह के पास थी. उनका मुँह मेरे लंड के पास हो गया था. मैंने उनकी चूत में एक उंगली घुसाई तो वो थोड़ी उछल गईं.. और मेरी ओर देखते हुए नॉटी सी स्माइल करके मेरे लंड पर झुक गईं.

अब वो मेरे लंड को किस कर रही थीं, चूम रही थीं, चाट रही थीं.
आहह उन्नह.. उहह एयेए..
मैं जोश में आकर उनकी चुत में अपनी पूरी जीभ घुसाकर गदरायी गोरी गोरी गांड को थपथपाते और चमाट मारते हुए बज़ाने लगा. छट छट.. की आवाज और हम दोनों की सिसकारने की आवाजों से पूरा कमरा गूँज रहा था.

‘आहह उहह चत्ट चत्ट उन्हह उन्हह ऑश यस यस आहह..’ करते हुए वो मेरा लंड पूरा मुँह में लेने की कोशिश कर रही थीं. लंड को ऐसे चूसे जा रही थीं.. मानो अपने मुँह में अन्दर बाहर करके अपना मुँह चुदवा रही हों.

इस वजह से उनके चूचे मेरे पेट पर दबने से मुझे और एक अलग नशा आ रहा था.. मैं भी मैडम की चुत को ज़ोर से चूसने में लगा हुआ था.

इस वक्त हम दोनों अब जन्नत में थे. कुछ देर बाद वो उठीं और मुझे बांहों में लेकर किस करने लगीं. मैंने भी उनको किस करते हुए मेरे नीचे ले लिया. अब मेरा लंड उनकी जाँघों पर और फूली हुई चुत पर घिसने लगा था.

मैं अपने पाँव उनकी जाँघों पर और मेरे पैर का अंगूठे और उंगली में लेकर उनकी अंगूठे को पकड़कर घिसने लगा. उनके चूचे अपनी छाती पर मसल कर दबाने लगा.

उन्होंने नीचे से चुत उठा कर पेलने का इशारा किया तो मैंने देर ना करते अपना लंड फूली हुई चुत पर सैट करके पहले थोड़ा हल्के से अन्दर घुसाया और फिर एक ज़ोर के झटके के साथ अन्दर घुसा दिया.

एकदम से हमला हुआ था, वो ज़ोर से चिल्ला दीं. मगर मैंने झट से उनके होंठों को मेरे होंठों से लगाकर उनकी आवाज़ दबा दिया. एक पल को रुक कर मैंने लंड को चूत में सैट किया और अब मैं धक्कों पे धक्के देते हुए मैडम की चुत को फटाफट चोदने लगा.

मैंने पहले से ही उनको पूरा गर्म किया हुआ था ताकि उनको तकलीफ़ ना हो और उनकी चुत में से कामरस का ज्यादा से ज्यादा रिसाव हो. वो भी मेरे लंड का अच्छे से मज़ा ले सकें.

मैडम लंड लेने लगीं तो अब मैंने ज़ोरदार झटके लगाने चालू कर दिए. अब मैं धकापेल उनको चोदे जा रहा था. वो भी नीचे से गांड उछाल उछाल कर मेरा साथ दे रही थीं. मेरे झटकों का जवाब दे रही थीं.. अब मैं झटकों के साथ उनकी गांड पे जोरों से चमाट मारता जा रहा था.

मेरे धक्कों से और उनकी गांड उछलने से हमारे बदन की घर्षण से ठप ठप की आवाज़ और हमारी सीत्कारों की आवाज गूंज रही थी ‘आहह आहह श इस्स यस्स.. योगू.. आहह योगू.. आहह उन्हह…’

हमारी गर्म साँसों की आवाज़ से पूरा बेडरूम गूँज उठा था. अब मैंने उनको उनकी लेफ्ट हैंड साइड पे घुमाया और मैं उनके पीछे लेट कर उनको कस कर पीछे से अपनी बांहों में जकड़ कर उनके बालों के नीचे गले पर चूमने लगा, किस करने लगा.
‘आहह उन्हह..’

मैंने आगे हाथ करके उनको बड़े बड़े मम्मों को जोर से मसलने लगा और मेरा लंड उनकी गांड के बीच की दरार में डालकर घिसने लगा, दबाने लगा. साथ ही नीचे से उनकी जाँघों को अपने पैर से और जाँघों से सटाने लगा. मैं चाहता था कि जितना हो सके, उतना मेरा बदन उनके बदन पर सटा कर घिसता रहे. ताकि ऐसा करने से वो और मस्ती में आ जाएं. यही हुआ.. उन्हें इस रगड़ में मजा आया तो वो भी अपने हाथ को मेरी गांड पे लाकर गांड दबाते हुए अपनी ओर खींचने लगीं.

मेरे लंड को अपनी गांड से दबाने लगीं. वो भी ऐसा ही चाह रही थीं. उन्होंने सर पलटा कर मेरी आँखों में देखते हुए मेरे होंठों को अपने होंठों में ले लिया और चूसने लग गईं.

इसके बाद मैंने हल्के से उनके एक पैर की जाँघ को उठा कर लंड को छेद पर लगा दिया.

इस पोज़िशन में चुत दबने से और टाइट हो जाती है. मैंने लंड को चुत पर लगाकर ज़ोर से झटका मारा तो मेरा लंड चुत में अन्दर घुसाकर चुदाई चालू कर दी. इस बार हमारे बदन की आवाज़.. और मादक सिसकारियों की आवाज़ से गर्माहट छाने लगी.

हमारी धकापेल चुदाई शुरू हो गई. इसी पोज़ में मैं शॉट लगाते लगाते.. उनकी चूचियों भी ज़ोर से दबाए जा रहा था. इससे उनको पूरा मज़ा आ रहा था.

वो मेरे होंठ चूसते हुए ही चुदवा रही थीं और मादक आवाजें निकाल रही थीं- आहह आ मुउउः ऑश.
जोश में आकर वो अब मेरी गांड पर थप्पड़ मार रही थीं और चुदाई में मेरा साथ दे रही थीं.

अब हम दोनों ने एक दूसरे को कसकर चिपका लिया था, उनकी चुत ने मेरे लंड को ज़ोर से जकड़ना चालू किया. मेरा गरम लंड अब और टाइट हो गया था. उनकी चुत की गर्मी महसूस करके और चुत का दबाव देखकर मुझे लगा कि अब चुत बहुत अकड़ रही है.

उनकी चूत मेरे लंड को और बड़ा करने लगी थी. मैं ताबड़तोड़ झटके मारने लगा. अब मेरी गांड को दबाते हुए उन्होंने ज़ोर से अपनी ओर खींचा और छूट का खिंचाव बहुत बढ़ा दिया.

इससे हम दोनों ने एक साथ पानी छोड़ दिया. मैंने भी उनको ज़ोर से अपने ओर.. खींचा, अपनी बांहों में दबाया. फिर पूरे लंड को उनकी चुत की जड़ तक घुसाकर टाइटली हग करके चुत में ही पानी डाल दिया. कुछ पल तक माल की धारें छूटती रहीं.

इसके बाद उन्होंने मेरे होंठ चूस कर किस दिया. मुझे ऐसा लगा जैसे वे आंखों से बयान कर रही हों और कह रही हों कि उनको बहुत मज़ा आया.

चुदाई के बाद हम दोनों वैसे ही एक दूसरे को चिपकाकर सो गए. दोनों को कब नींद लगी, पता ही नहीं लगा.

चुत की आग भुजाने की कहानी आपको कैसी लगी, मुझे मेरे इमेल पर मेल करके बताएं!
[email protected]

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