मेरी गर्म बीवी ने डॉक्टर से चूत चुदवायी

(My Wife Porn Story With A Doctor)

पलाश गौतम 2024-07-05 Comments

वाइफ पोर्न स्टोरी में मैं मेरी बीवी की पूरी चुदाई नहीं कर पाता था. एक दिन तबीयत खराब होने पर मैं उसको डॉक्टर के पास ले गया. वह अकेली अंदर गयी तो वहां उसने क्या किया?

नमस्कार दोस्तो!
मेरा नाम राहुल है।
मेरी अभी–अभी ही शादी हुई है।

मेरी बीवी का नाम शालिनी है।
दिखने में वह बहुत खूबसूरत और मस्त माल है।

शादी के तुरंत बाद मैं काम के कारण थोड़ा व्यस्त हो गया और शालिनी पर ध्यान नहीं दे पाया।
इस बीच अपनी गर्मी शांत करने के लिए उसने डॉक्टर से अपनी चूत चुदवा ली।

तो चलिए अब वाइफ पोर्न स्टोरी पर आते हैं।

शालिनी को काफी दिनों से अजीब सी बेचैनी हो रही थी और बताने के लिए उसके पास कोई था नहीं।
मैं भी काम के सिलसिले के कारण ध्यान नहीं दे पा रहा था।

एक दिन मैं जब घर आया तो शालिनी फट पड़ी– राहुल, तुम्हें मेरी थोड़ी भी फिक्र नहीं है! सिर्फ तुम कह सकते हो कि डॉक्टर के पास जाना है, तुम्हें थोड़ा भी अहसास होता है कि कभी डॉक्टर के पास ले कर चलूँ!

आगे वह बोली– खैर, मैं दो दिन पहले ऑफिस गयी थी, वहाँ मेरी तबीयत बहुत खराब हो गई। इतनी कि मुझे डॉक्टर के पास जाना पड़ा। आज फ़िर से बुलाया है, तुम्हें चलना है साथ में तो चलो. नहीं तो मैं अकेली चली जाऊंगी।
मैं यह सुन कर चुप रह गया और मेरी चुप्पी में मेरी गलती का अहसास शामिल था।

तब मैं तुरंत तैयार हुआ और बोला– माफी तो मांग नहीं सकता, तुम्हें लगेगा कि मैं नाटक कर रहा हूँ। तो पहले डॉक्टर के पास चलते हैं फ़िर कहीं घूमने जाएंगे और बाहर कुछ खाएंगे।

उसने कुछ जवाब नहीं दिया और तैयार होने लगी।

कुछ देर बाद हम लोग डॉक्टर के क्लिनिक में थे।

डॉक्टर वर्मा यही कोई 35-37 साल के व्यक्ति थे, गठीला शरीर और दिखने में काफी सुंदर तो नहीं लेकिन अपने काम के प्रति काफी गंभीर थे।
उनका क्लिनिक आसपास के इलाके में काफी प्रचलित था।

थोड़ी देर के इंतज़ार के बाद शालिनी का नंबर आया।
शालिनी ने मुझे बाहर रुकने कहा और खुद अंदर चली गयी।

डॉक्टर ने आते ही शालिनी को पहचान लिया और कहा- अब आपकी तबीयत कैसी है?
शालिनी ने कहा– पहले से दर्द कम है. लेकिन बेचैनी और अजीब दर्द जैसा होता है।

डॉ. ने उसे केबिन में बेड पर लेटने के लिए कहा।

शालिनी पहले भी चेकअप के लिए आ चुकी थी इसलिए उसे पता था कि क्या करना है।
वह अंदर जाकर लेट गयी और पेट पर से कमीज़ ऊपर उठा ली।

डॉक्टर ने सेनेटाइजर से पहले अपने हाथ साफ़ किए और केबिन में दाखिल हो गया।

उसने पहले पेट के दाहिने तरफ दबाया और पूछा– कहां दर्द हो रहा है, यहां?
शालिनी ने कहा– हाँ, थोड़ा दर्द है!

डॉक्टर ने मुआयना जारी रखा।
फ़िर उसने नाभि के पास हल्का दबाया।
वहां भी दर्द था तो शालिनी ने कहा– थोड़ा और नीचे भी दर्द है!

डॉक्टर हाथ नीचे की ओर ले गया।
शालिनी ने कहा– हाँ वहां पर भी है।

हाथ नीचे ले जाते हुए डॉक्टर वर्मा को अहसास हुआ कि शालिनी का बदन काफी गर्म हो गया है, शायद उनका हाथ गलती से शालिनी की योनि के पास छू गया था।
डॉक्टर खुद पर काफी संयम रखने की कोशिश कर रहा था।

शालिनी है भी इतनी खूबसूरत कि बड़े–बड़े योगी का दिल डोल जाए।
फ़िर यह तो महज एक डॉक्टर है।

ख़ैर, डॉक्टर वर्मा इस पेशे में 10-12 सालों से हैं तो उन्होंने खुद को संभाल लिया।
लेकिन शालिनी को यह छुअन एक हल्की सी आस दे गई।

काफी समय से वह मेरे साथ नहीं थी, ना ही संभोग हुआ था।

एक नवविवाहिता लड़की को अपने पति से काफी अपेक्षाएं होती है जिसमें मैं किसी भी हद तक खड़ा नहीं उतर पा रहा था।

डॉक्टर वर्मा ने अपना हाथ बाहर निकाल लिया था।

लेकिन कहीं ना कहीं उसके मन में भी यही बात चल रही थी कि कुछ और आगे बात बढ़ जाए।

उनकी पत्नी पिछले 4 साल से बिस्तर पर है और उनका सेक्स जीवन तो एक तरह से खत्म ही हो चुका है।

वैसे तो आए दिन महिला मरीजों से उनका सामना होता है लेकिन उन्हें शालिनी में कुछ खास बात दिखाई दी।

डॉक्टर ने कहा– बताएं क्या महसूस हो रहा है?
शालिनी वैसे तो थोड़ी झिझक रही थी लेकिन उसे भी डॉक्टर के हाथ की छुअन की प्यास कहीं न कहीं थी।

तो उसने हिम्मत करके कहा– हाँ सर … थोड़ा दर्द बढ़ा जैसा महसूस हो रहा है।
डॉक्टर ने कहा– ठीक है मैं चेक करता हूँ। आप थोड़ा सलवार को और नीचे कर लीजिए।

फ़िर डॉक्टर ने अपनी नज़र दीवार की ओर कर ली और हाथ को नाभि के सबसे निचले हिस्से की ओर ले जाकर टटोलने लगा।
शालिनी एकटक डॉक्टर की ओर देखती रही मानो चाह रही हो कि डॉक्टर सब कुछ उसकी आँखों में देख कर करे।

उसने डॉक्टर वर्मा का हाथ पकड़ा और उसे दिशा देते हुए योनि के थोड़ा ऊपर के हिस्से पर रख कर बोली– यहाँ सबसे ज्यादा दर्द है।

डॉक्टर ने नज़र शालिनी के तरफ की तो देखा कि सलवार पूरी की पूरी नीचे जा चुकी थी और उनका हाथ शालिनी की गोरी योनि के थोड़ा ऊपर के हिस्से पर रखा हुआ था।
वे समझ गए कि दर्द कुछ और है।

उन्होंने शालिनी को कहा– मुझे समझ नहीं आ रहा है कि क्या करना है, आप थोड़ी देर के लिए सलवार ऊपर कर लीजिए!
शालिनी को अपनी उम्मीद पर पानी फिरता हुआ दिखाई दे रहा था।

फ़िर वह बोली– नहीं डॉक्टर साहब, आप ठीक से चेक कीजिए!
डॉक्टर वर्मा समझ गए वह पूरी तरह से गर्म हो चुकी है।

फ़िर उन्होंने कहा– ठीक है मैं देखता हूँ बस आपको कोई आपत्ति ना हो!
शालिनी ने कहा– कोई आपत्ति नहीं है!

डॉक्टर वर्मा ने अपनी जगह बदल ली, उन्हें भी यह तसल्ली थी कि अब वह शालिनी की मर्जी के खिलाफ कुछ नहीं कर रहे है।
उन्होंने उस जगह पर हल्के से दबाया।

शालिनी की हल्की सिसकारी निकल गयी और बोली– थोड़ा और नीचे जाइए!
डॉक्टर ने कहा– अब तो यहां गर्माहट बहुत हो रही है, दर्द भी है क्या‽

शालिनी ने हाँ में सर हिलाया।
डॉक्टर ने भी काफी समय से किसी जवान लड़की के शरीर से इस तरह से खेलने का सोचा नहीं था।
यह सब होने से उनका लिंग उफान मार के पैंट की दीवारों से विद्रोह करने लगा था।

शालिनी की नज़र डॉक्टर की पैंट की ओर गई जिसपर उभरकर उनका लिंग अलग ही दिखाई पड़ रहा था।

डॉक्टर ने शालिनी की योनि के सबसे ऊपरी भाग पर उंगली से हल्की खारिश की।

शालिनी को जैसे करंट लग गया हो।
वह चिहुंक उठी और बोली– हाँ, वहीँ पर कुछ लग रहा है!
और उसने एक ज़ोर की सिसकारी ली।

डॉक्टर ने शालिनी की योनि के दोनों होंठों को हल्का सा खोला।
अंदर से उसकी योनि पूरी भीगी हुई साफ दिखाई दे रही थी, साथ ही इतनी नर्म, गुलाबी योनि देख कर उनसे रहा नहीं गया।

उन्होंने शालिनी की योनि के दाने पर अपनी एक उंगली रख दी।
उसकी योनि से एक ज़ोर का फव्वारा फूट पड़ा जो सीधे डॉक्टर के होंठों के नीचे लगा।

डॉक्टर ने कहा– आपका दर्द कुछ और ही है मैम, इसका इलाज आसान नहीं है!

शालिनी ने कहा– आप तो डॉक्टर हैं, समझ सकते हैं! इलाज जो भी हो मुझे इस दर्द से छुटकारा चाहिए!

डॉक्टर ने कहा– सोच लीजिए, फ़िर मुझ पर किसी प्रकार का कोई आरोप ना लगाएंगी?

शालिनी ने डॉक्टर के हाथ को पकड़ कर अपनी योनि पर रखते हुए कहा– इसकी हालात देखिए, आपको लगता है कोई शिकायत होगी!

ऐसा सुनना था कि डॉक्टर ने अपने गर्म होंठों को शालिनी की योनि के दाने पर रख दिया।
शालिनी के शरीर में जैसे हज़ार वॉट का करंट दौड़ रहा हो।

वह अपनी योनि को कभी सिकोड़ने की कोशिश करती, कभी और आगे करके डॉक्टर के होंठों को और करीब लाने की कोशिश करती।
डॉक्टर भी उसके यौवन के इस रस को पूरा पी जाना चाहता था।

उसने शालिनी की जांघों को फैलाया और जगह बना के अपनी जीभ योनि के अंदर डालने लगा।
जीभ के अंदर जाते ही शालिनी की योनि थरथराने लगी, मानो उसे एक साथी मिल गया हो जो उसकी प्यास को बुझाने में साथ दे रहा हो या फ़िर इस आग को और ज्यादा भड़का रहा हो।

शालिनी चाह रही थी कि उसकी योनि में जो आग लगी है उसे किसी तरह शांत किया जाए।
डॉक्टर भी अब बेकाबू होने लगा था।

वह और ज़ोर–ज़ोर से योनि के हर भाग को चूसते हुए शालिनी को उत्तेजना के चरम तक ले जाने का प्रयास करने लगा।

इतने में शालिनी की योनि से एक गाढ़ा, सफेद तरल निकलने लगा जो यह संकेत था कि अब संभोग के अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ने का समय आ गया है।

डॉक्टर ने समय की गंभीरता को देखते हुए शालिनी की योनि को ठीक से खोला और अपनी पैंट की ज़िप खोलने लगा।
ज़िप खोलते ही उसका 7 इंच का मोटा लिंग फुफकारता हुआ बाहर आ गया।

शालिनी ने अपनी बन्द आँखों की झिर्री से उसके दर्शन किए और बोली– प्लीज़, अब इसका इलाज आप ही कर सकते हैं. मुझसे और सहन नहीं हो रहा है!

डॉक्टर ने अपने लिंग को हल्के से ले जा कर उसकी योनि के किनारे पर टिका दिया।

इससे पहले कि डॉक्टर कुछ करता, शालिनी ने अपनी कमर आगे करके उनके लिंग को एक झटके में आधा अंदर ले लिया।
लेकिन ऐसा करने से उसकी हालत बहुत खराब हो गयी।

डॉक्टर ने कहा– यह क्या किया तुमने?
शालिनी बोली– सहन नहीं हो रहा था!

लेकिन धक्के से अंदर जाने की वजह से शालिनी की योनि काफी फ़ैल गयी।

फ़िर भी डॉक्टर का मोटा लिंग पहले से और ज़्यादा मोटा हो गया और फंस गया, लंड अंदर बाहर करना मुश्किल हो रहा था।

तो फ़िर शालिनी ने अपनी योनि को गीला करने के लिए थोड़ा थूक लिंग के पीछे वाले भाग में लगाया जिससे योनि पर दबाव कम हुआ.
लेकिन डॉक्टर का लिंग उत्तेजना के कारण फैलता ही जा रहा था।

शालिनी ने कहा– अंदर–बाहर कीजिए और थोड़ा थूक लगाइए।

डॉक्टर ने वैसा ही किया और यह सब करते हुए उन्होंने उसकी कमीज को उसके स्तनों के ऊपर कर दिया साथ ही दोनों स्तनों को पकड़ के निप्पल को मसलने लगा।

उत्तेजना के चरम पर शालिनी की योनि का रस बार–बार डॉक्टर के लिंग के लिए रस की बौछार करते हुए उसे संभोग की क्रिया के लिए उत्साहित करने में पूरा साथ दे रहा था।

शालिनी की योनि से टपकते हुइ रस की महक अलग ही थी।

डॉक्टर को इतने साल की तपस्या के बाद एक सुंदर गदरायी हुई युवती के संसर्ग का आनंद अलग ही विहंगम अनुभूति के लिए दोनों को चरम पर ले जाने के लिए काफी था।

शालिनी ने दोनों पैरों से डॉक्टर की कमर को जकड़ रखा था।
डॉक्टर चाहता कि पूरा लिंग बाहर निकाल के अंदर करे लेकिन शालिनी उसे छोड़ ही नहीं रही थी।

डॉक्टर स्खलित होने की स्थिति में था लेकिन उनका मन नहीं भर रहा था।
उन्होंने कहा– अभी बाहर निकालने दो नहीं तो पूरा अंदर ही गिर जाएगा।

शालिनी ने उनके कान में कहा– पूरा अंदर ही डाल दो, मेरी योनि को अपने रस से सराबोर कर दो डॉक्टर साहब!

अब शालिनी की योनि की यौवन रस की मादक गन्ध और लिंग के अंदर–बाहर जाने से गूंजने वाली आवाज़ के साथ उसकी मंद–मंद सिसकारियों की मीठी आवाज़ डॉक्टर को वीर्य छोड़ने की सीमा तक पहुँचा चुकी थी।

डॉक्टर ने झटके तेज़ किए तो शालिनी भी अपनी कमर को उठा–उठा कर उसका भरपूर सहयोग करने लगी।

लिंग का अंदर–बाहर जाना इतना ज्यादा तेज था कि कई बार झटके से उसकी योनि के अंतिम भाग तक उनका लिंग जा लगता, जिससे शालिनी की सांस अटक जाती।

लेकिन इस काम क्रिया की जो तृप्ति दोनों को मिल रही थी उसके आगे यह चीज़ें घबराहट से कहीं ज़्यादा अति उत्तेजना के चरम और संभोग के लिए दोनों की इच्छा के आवेश का ही परिणाम था।

डॉक्टर ने कई साल बाद इतना अच्छा महसूस किया।

उसके सामने एक यौवन से भरी हुई सुंदर लड़की, जिसके भरे हुए स्तन उसके हाथों में थे और सुर्ख गुलाबी योनि उसके लिंग में फंसी, संभोग के लिए छटपटा रही थी और क्या चाहिए उसे!

शालिनी पूरी तरह से थक गई थी।

आखिरी झटके के साथ उसकी योनि से बहुत ज़ोर का फव्वारा निकला जो डॉक्टर के लिंग के हर तरफ से बाहर निकल के नीचे गिर रहा था।

डॉक्टर के लिंग से निकलने वाला गाढ़ा वीर्य भी शालिनी की गहराइयों में समाहित होने लगा जिसके गर्म–गर्म बहाव को वह अपनी योनि के अंतिम छोड़ पर पूरी तरह से महसूस कर पा रही थी।

उसने अपनी योनि को सिकोड़कर वीर्य की आखिरी बून्द तक को अपनी योनि में समाहित करने की पूरी कोशिश की।

फ़िर भी बाहर बहुत सारा वीर्य निकल ही गया।
थोड़ी देर के बाद दोनों निढाल हो गए।

डॉक्टर शालिनी के ऊपर ही गिर गया।

उनका लिंग शालिनी की योनि से बाहर निकला हुआ मगर बिल्कुल चिपका हुआ था।

फ़िर कपड़े पहनते हुए शालिनी ने डॉक्टर के लिंग को पकड़ के कहा– डॉक्टर साहब, मैं तो कल ही ठीक हो गयी थी. लेकिन कल जब आपने गलती से मेरी योनि को छुआ तब से मैं तड़प रही थी।
इतना कह कर वह जाने के लिए उठने लगी।

तब डॉक्टर ने कहा– मुझे याद ही नहीं ऐसा कुछ, लेकिन आज तुमने मुझे जिंदा होने का अहसास दिला दिया।

शालिनी ने आँख मारते हुए कहा– यह अहसास आगे भी जारी रख सकते हैं।

दोस्तो, मेरी यह वाइफ पोर्न स्टोरी आपको पसंद आई होगी.
मुझे मेल में बताइएगा!
आगे की कहानी बहुत जल्द लेकर आऊंगा।
[email protected]

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