पाठिका की चूचियों के दूध से लंड स्नान
(MILF Sex Kahani)
MILF सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी एक प्रशंसक पाठिका ने मुझे अपने घर बुलाया. उसकी चूचियां दूध से भरी थी. उसने मुझे अपनी चूचियों का दूध पिलाकर चूत चुदवायी.
दोस्तो, मेरा नाम प्रेम मिश्रा है.
आपने मेरी पिछली सेक्स कहानी
विधवा टीचर के तन की प्यास
को बहुत सराहा था.
उस सेक्स कहानी के बाद मेरे पास अनगिनत मेल आए और सभी से मुझे बहुत प्यार मिला, जिसका मैं बहुत आभारी हूँ.
मेरा आप सभी से निवेदन है कि मुझसे मेरी महिला मित्रों के संपर्क सूत्र की मांग ना करें.
एक बात और … मैं आप सबको ये भी बताने वाला हूँ कि मैं कहानी के अन्दर पात्रों के नाम और जगह को बदल देता हूँ, जिससे गोपनीयता बनी रहे.
मैं नाम भर बदलता हूँ, बाकी बताई गई सभी घटनाएं वास्तविक होती हैं.
मेरी बहुत सारी लड़कियों से बातचीत होती रहती है. अभी कुछ दिन पहले की एक घटना हुई, उसी की MILF सेक्स कहानी मैं आज आपसे साझा करने वाला हूँ.
एक दिन मेरे पास एक मेल आया, जिसमें एक लड़की ने मुझसे मेरा व्हाट्सएप नम्बर मांगा.
मेरे पास लड़कियों की कोई कमी नहीं रहती इसलिए मैं अनजान लड़कियों से पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही संपर्क करता हूँ.
पहले मैंने उससे उसका परिचय देने को कहा.
उसने बताया कि उसका नाम नव्या है और वह 28 वर्षीय एक महिला है, नोयडा में रहती है. वह मुझसे दोस्ती करना चाहती है.
ये सब जानने के बाद मैंने उससे मेल पर ही उसकी फोटो भेजने को कहा और वह मान भी गई.
उसने मुझे जो फ़ोटो भेजा उसमें वह काफी सुंदर लग रही थी.
फिर मैंने अपना व्हाट्सएप नम्बर उसे दे दिया.
कुछ दिनों तक हम लोगों में नार्मल बात होती रही.
एक रात को बात करते करते कब हमारी बात सेक्स चैट में बदल गई, मुझे पता भी नहीं चला.
उसके बाद एक दिन उसने मेरे पूछने पर बताया कि उसकी शादी को लगभग तीन साल हो चुके हैं लेकिन अब तक वह अपनी शादी वह खुशी नहीं पा सकी है जिसके लिए सभी लड़कियां ख्वाब देखती हैं.
हालांकि उसके पति जिनका नाम अनुराग है, उनमें कोई कमी नहीं है.
लेकिन उनकी नौकरी ऐसी है जिसकी वजह से उसे कभी संतुष्टि का अहसास नहीं हुआ.
उसके अनुसार उसके पति आर्मी में हैं और साल में एक या दो बार ही घर आ पाते हैं.
उसने मुझे आगे बताया कि इसीलिए वह अन्तर्वासना की या फ्री सेक्स की कहानियां पढ़कर और अपनी चूत में उंगली करके काम चल रही है.
एक दिन उसने मेरी कहानी पढ़ी तो उसे लगा कि मैं उसकी मदद कर सकता हूँ, तो उसने मुझे मेल भेजी थी.
मैंने उससे पूछा- क्या तुम अभी मां नहीं बनी हूँ और तुम्हारी मुख्य समस्या क्या है.
मैं जानना चाहता था कि क्या वो अपने पति से सिर्फ कम चुदाई की वजह से दुखी है या उसका पति उसकी कोख भर पाने में असमर्थ है.
इस सवाल पर उसने मुझे बताया कि उसके पति में कोई कमी नहीं है … उससे उसे एक बेटी भी पैदा हो गई है जो अभी दुधमुँही है.
उसके मुँह से जैसे ही मैंने सुना कि वो अभी दुधारू माल है … मेरा लंड टनटन करने लगा. मुझे काफी दिनों से एक ऐसी चूत की तलाश थी, जिसके दूध चूसने का मौका मुझे मिल सके.
नव्या ने आगे बताया- मेरी समस्या ये है कि मेरी बेटी मेरा दूध पूरा नहीं पी पाती है, जिस वजह से उसके स्तन हमेशा दूध से भरे रहते हैं.
उसकी यह बात मेरे लिए एक ख़ुशी की बात थी.
ये सब सुनकर मैंने भी उसे बोल दिया- ठीक है. सब कुछ ठीक हो जाएगा. तुम मुझे बताना कि मुझे कब आना होगा.
कुछ दिन बाद उसने कॉल करके मुझे बताया कि वो कुछ दिन अकेली रहेगी. आप मेरे घर आ सकते हैं.
उसने कानपुर से नोयडा का मेरा रिज़र्वेशन भी करवा दिया था.
सब कुछ ठीक चल रहा था.
मैं भी अपना एक छोटा सा बैग लेकर वहां के लिए निकल पड़ा.
सफर कुछ लंबा था. तब भी मैं वहां पहुंच गया.
नव्या मुझे लेने आई थी.
वो उस समय सलवार कमीज में थी और अच्छी लग रही थी.
उसने कुछ खास मेकअप भी नहीं किया था.
उसकी लंबाई कुछ 5 फुट 2 इंच के आसपास होगी. फिगर 34-30-36 का रहा होगा.
मैं उसके साथ में ही उसके घर पहुंचा.
उसके घर पर कोई नहीं था, बस उसकी बेटी थी, जो सो रही थी.
मैं सफर की वजह से थक गया था.
उसने मुझसे कहा- आप नहा लें.
मैं नहाने चला गया.
उसका घर एक मिडल क्लास परिवार के घर से अच्छा ही था.
खैर … मैं नहा कर आया और तब तक उसने खाना लगा दिया था.
हम दोनों ने खाना खाया.
तब तक रात के 9 बज चुके थे.
उसने बताया कि उसके सास और ससुर एक रिश्तेदार की शादी में गए हैं. वो लोग तीन दिन तक नहीं आने वाले हैं.
मैं खुश था.
फिर हम दोनों उसके बेडरूम में आ गए. वहां वो बाथरूम में चली गई.
जब तक मैंने भी कपड़े बदल लिए.
वो जब बाथरूम से आई तो ब्लैक नाइटी में थी.
मैंने पहली बार इतने ध्यान से उसे देखा था और वो बड़ी ही कामुक लग रही थी.
मुझसे रुका नहीं गया और मैं उस पर मानो टूट ही पड़ा.
वो ‘अरे अरे …’ कहती रह गई और मैंने उसके होंठों को अपने होंठों में कैद कर लिया.
कुछ ही समय में वो भी मेरा साथ देने लगी. आखिर वो भी महीनों की प्यासी थी.
मैंने उसे बेड पर गिरा दिया और उसके गले पर किस करने लगा.
मैं जानता था कि नाजुक अंगों के अलावा भी गला, कान की लौ और पीठ ये ऐसे अंग होते हैं, जिन्हें छूने या किस करने से ही लड़कियां बहुत उत्तेजित हो जाती हैं.
वही हुआ.
दो से तीन मिनट में ही वह कसमसाने लगी और उसके मुँह से मादक आहें निकलने लगीं.
मैंने भी देर नहीं की.
मैं उसके दाएं पैर की उंगलियों को चूमने चाटने लगा और ऊपर की तरफ बढ़ने लगा.
उसके बाजू के ऊपर के हिस्से को चूमने के बाद जैसे ही मैंने उसकी बगल (आर्म पिट) को किस किया तो वह चिहुंक उठी.
उसकी बगल एकदम क्लीन थी और मक्खन की तरह मुलायम थी.
मुझे चाटने में भी बहुत मजा आ रहा था.
मैं किसी भी तरह की जल्दी में नहीं था और उसे पूरा मजा देना चाहता था.
फिर मैंने उसके दूसरे हाथ कि बगल को भी उसी तरह पूरा चाट कर गीला कर दिया.
अब मैंने फिर से नीचे आकर उसके पैर को किस करना शुरू कर दिया और उसकी नर्म जांघों से होते हुए उसकी चूत पर भी एक किस कर दिया.
इस समय तक वह बहुत गीली हो गई थी.
फिर मैं उसकी नाइटी को ऊपर उठाते हुए उसके पेट, नाभि चाटते हुए उसके दूधों की तरफ बढ़ने लगा.
उसने नाइटी के अन्दर कुछ भी नहीं पहना था.
कुछ देर तक तो मैं उसके दूधों को नाइटी के ऊपर से दबाता रहा, फिर उसके निप्पल कठोर होना शुरू हो गए तो मैंने उसकी नाइटी को ऊपर कर दिया.
मैं दंग रह गया.
इतने गोरे और तने हुए दूध मैंने आज तक नहीं देखे थे.
उसके निप्पल एकदम सुर्ख लाल थे जो तने हुए थे. उसके दूधों पर हरी नीली नसें दिख रही थी.
जब मैंने उसके दूध दबाने शुरू किए तो उसके निप्पल पर दूध की बूंदें आ गईं.
मैंने झट से उसके निप्पल को अपने मुँह में ले लिया.
मुझे उसके दूध की धार का स्वाद आने लगा.
वो भी अपने हाथ से अपने मम्मे दबा दबा कर मुझे दूध पिलाने लगी.
दो तीन मिनट ही हुए होंगे कि उसकी बेटी की आवाज सुनाई दी.
वो मुझसे अलग होकर भाग कर गई और अपनी बेटी को लेकर आ गई.
उसी हालत में वो अपनी बेटी को दूध पिलाने लगी.
वो मुझसे बोली- बच्ची को सुलाने के बाद करते हैं.
मैंने कहा कि मैं भी साथ साथ दूध पी लूं क्या?
वो भी मान गई.
अब एक निप्पल को मैंने अपने मुँह में ले लिया. दूसरे को उसकी बच्ची चूस रही थी.
बच्ची तो कुछ ही मिनट में सो गई. लेकिन हमारा काम तो अभी शुरू होना था.
वो तो मेरे मुँह से दूध चूसने से ही उत्तेजित हो गई थी.
मैं एक निप्पल को चूस रहा था और दूसरे को उंगली और अंगूठे की मदद से मसल रहा था.
वो ‘ऊऊ उफफ …’ की आवाज निकाल रही थी और उसके निप्पल से दूध की धार निकल कर मेरे कंठ को तर कर रही थी.
उसके दूध का स्वाद तो कुछ खास नहीं था लेकिन सेक्स के टाइम ये सब अच्छा लगता है.
मैंने कहा- अभी दूध और आएगा क्या?
वो बोली- हां अभी और आएगा. क्या तुम और पियोगे?
मैंने कहा- नहीं, अब तुम मेरे लंड को अपने दूध से स्नान कराओ.
वो खुश हो गई.
उसने अपने एक दूध के निप्पल को हाथ से पकड़ा और मेरे लंड के ऊपर धार मारने लगी.
मुझे अपने लंड पर पहली बार किसी चूची के दूध की धार बड़ी सुखद लग रही थी.
वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुरा रही थी.
फिर उसने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और दूध चाट कर साफ़ कर दिया.
वो फिर से मेरे लंड को अपने दूध से नहलाने लगी.
अब मैंने उसकी योनि को चाटना शुरू किया, तो वो आआ आह ऊऊ उफफ की आवाजें निकालने लगी.
वो मुझे इस तरह से पकड़ कर अपने ऊपर खींचने लगी, जैसे वो मुझे अपने में समा लेना चाहती हो.
मैंने भी देर नहीं की और उसके ऊपर आकर अपने लंड को उसके मुँह पर लगा दिया.
वो भी समझ गई और उसने लॉलीपॉप की तरह लंड चूसना शुरू कर दिया.
जब मेरा लंड पूरा 7 इंच का हो गया तो मैंने लंड उसके मुँह से निकाला और नीचे उसकी चूत के छेद पर निशाना लगा दिया.
एक हल्का सा धक्का लगा कर मैंने अपने लंड को दो इंच चूत के अन्दर डाल दिया.
वो एकदम से चीख पड़ी.
उसकी चूत बहुत कसी हुई थी क्योंकि बेटी ऑपरेशन से हुई थी और बहुत महीनों से उसके पति ने भी उसे नहीं चोदा था.
मैंने उसे चूमना शुरू किया तो वो नार्मल हो गई. मैंने भी लंड अन्दर डालना शुरू कर दिया.
कुछ देर में ही लंड पूरा सैट हो गया.
तब मैंने लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
कुछ देर में मैंने भी धक्कों की स्पीड बढ़ा दी.
वो भी आआह ऊऊ उफ की आवाजें निकालने लगी.
कुछ समय बाद उसकी चूत रस से भर गई और छप छप की आवाज आने लगीं.
उसकी चूत फिर से टाइट हो गई और वो झड़ने लगी.
उसके साथ ही मैं भी झड़ गया.
उस रात मैंने उसे तीन बार चोदा. उसके घर में मैं तीन दिन तक रूका, फिर मैं वापस कानपुर आ गया.
आज भी उसके मैसेज आते हैं और वो मुझे बुलाती है.
मैं भी मन बना चुका हूँ कि उसे चोदने मैं एक बार ओर जाऊंगा.
आपको यह MILF सेक्स कहानी कैसी लगी, जरूर बताएं.
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