लंड की भूखी चुत को चोदकर शांत किया

(Lund Ki Bhukhi Chut Ko Chodkar Shant Kiya)

हैलो … अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. आज मैं गुड़गांव से तरुण कुमार, एक बार फिर से अपनी सेक्स कहानी आप सभी के सामने पेश कर रहा हूँ.
मेरी पिछली सेक्स कहानी
मैच्योर औरत के साथ पहली चूत चुदाई
आप लोगों को बहुत पसंद आयी और आप लोगों के मुझे बहुत सारे ईमेल आए. कुछ तो मुझसे मेरी फ्रेंड को चोदने के लिए मुझसे उसकी जानकारी मांगने लगे.
लेकिन दोस्तो … मैं आपको ये फिर से बता रहा हूँ कि मैं ऐसा कुछ नहीं कर सकता. इसलिए मेरा आपसे निवेदन है कि आप बस मेरी सेक्स स्टोरी पढ़ें और मज़े लें.

ये कहानी आज से करीब 3 साल पहले की है, जो कि मेरे और मेरी एक शादीशुदा महिला मित्र के बीच की है.

वो दिखने में बहुत मोटी है, रंग एकदम साफ है. उसके चुचे बहुत ही बड़े हैं, जिनको मैं अपने दोनों हाथों से पकड़ने का प्रयास करूं, तो दो हाथ में उसका सिर्फ एक चूचा आना भी बहुत मुश्किल है. उसकी गांड भी बहुत बड़ी है. वो चेहरे से देखने में ही सेक्स की भूखी रंडी सी लगती है. वो मुझे वी-चैट पर मिली थी. हमारी बातें शुरू हो गईं और जल्दी ही हम दोनों अच्छे दोस्त भी बन गए.

मैं उसका असली नाम यहां पर शेयर नहीं करना चाहता, इसलिए उसका काल्पनिक नाम जॉली रख रहा हूँ.

बातों ही बातों में जॉली ने बताया कि वो एक प्राइवेट जॉब करती है और उसके पति भी प्राइवेट जॉब करते हैं. उसके पति का ऑफिस दुबई में है, इसलिए वो दुबई में ही रहते हैं. उसके पति एक साल में एक बार ही आते हैं. कभी कभी तो एक साल से भी ज़्यादा टाइम में आ पाते हैं. उसके दो बच्चे हैं और दोनों बच्चे यहीं भारत में जॉली के पास ही रहते हैं. दोनों स्कूल जाते हैं.

धीरे धीरे हमारी बातचीत बढ़ने लगी. अब हम दोनों मजाक करते हुए सेक्स पर भी बता करने लगे थे. चुदाई के बारे में चर्चा होने लगी.

एक बार ऐसे ही चैट में जॉली ने बताया- मुझको वाइल्ड और हार्ड सेक्स पसंद है. मेरे हज़्बेंड कभी कभी आते हैं, तो मेरी सेक्स की प्यास कभी पूरी ही नहीं हो पाती. इसलिए मैं बस बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देती हूँ. जब भी मेरा मन होता है … तो पॉर्न मूवी देख लेती हूँ और अपनी फिंगर से अपना पानी निकाल कर काम चला लेती हूँ.

मैंने भी लिखा- मैं तो चुत का आशिक हूँ, जिस किसी की चुत में मेरा लंड जाता है, तो वो बस मेरे लंड की फैन बन जाती है.

ये बात कही मैंने तो उसने मेरे लंड की फोटो मांगी.
मैंने भी बेहिचक उसको मेरे लंड की फोटो दिखा दी.

उसको मेरा लंड बहुत पसंद आया क्योंकि मेरा लंड मोटा और काफ़ी लम्बा है. हर कोई लौंडिया या भाभी मेरे लंड को देख पर पागल हो सकती है.

वो मेरे लंड की तारीफ़ करने लगी और मुझसे इसकी परफोर्मेंस के बारे में पूछने लगी.
मैंने कहा- लिखने से क्या समझ आएगा. अन्दर लेकर देखो, तो सही समझ आएगा.
वो चुप हो गई.

मैंने कहा- क्या हुआ … मेरी बात से बुरा लगा क्या?
वो बोली- नहीं … मैं ये पूछ रही थी कि तुम्हारा ये हथियार अन्दर समय कितना लेता है.
मैंने कहा- बस ये समझ लो कि कम से कम दो बार चुत को झड़ा देने के बाद ही पानी छोड़ता है.

इस पर वो मुस्कुरा दी.

मैंने उससे मिलने के लिए बोला तो उसने हां लिख कर बोला- मैं टाइम निकाल कर प्लान बनाती हूँ.

फिर तीन दिन बाद हम दोनों मिले. मैं उसको लेकर एक रिज़ॉर्ट में आ गया. वहां हमने पहले बार में ड्रिंक की और स्नेक्स लिए. उसने सिर्फ़ एक ही बियर पी और मैंने 3 बियर पी लीं. चूंकि उसको शाम को घर जाना था, तो उसने ज़्यादा नहीं ली.

फिर मैं उसको रिज़ॉर्ट के एक रूम में लेकर गया. मैंने वहां उसको जोर से हग किया … मगर वो मोटी ज़्यादा थी, इसलिए मेरी बांहों में अच्छे से नहीं आ पा रही थी.

मैंने उसको होंठों पर किस किया और अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी. उसने भी मेरी जीभ को लॉलीपॉप की तरह अच्छे से चूसा. किस के साथ ही साथ मैंने अपने हाथों से उसके मम्मों और शरीर को सहलाना शुरू कर दिया.

मगर उसके कद्दू जैसे चुचे मेरे हाथों की पकड़ में आ ही नहीं रहे थे … साले बहुत ही बड़े थे.

कुछ देर में ही वो गर्म हो गयी और मेरे लंड को पैंट के ऊपर से ही ज़ोर ज़ोर से मसलने लगी.

फिर हमने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए. अब मैं सिर्फ़ अंडरवियर में था और वो पैंटी और ब्रा में थी. उसकी मोटी मोटी चूचियां और बड़ी सी गांड देख कर तो में पागल हो गया था. मेरा लंड बिल्कुल फटने को हो गया था.

मैंने उससे नीचे बैठ कर लंड चूसने का इशारा किया. वो मोटी थी, तो उससे घुटने के बल नहीं बैठा जा रहा था. उसने मुझे बेड पर सीधा लिटा दिया और मेरे लंड को मेरे अंडरवियर से बाहर निकाल कर उस पर टूट पड़ी. वो मेरे लंड को अपने मुँह में बिल्कुल अन्दर तक ले कर चूस रही थी.

मेरा लंड मोटा होने की वजह से उसके मुँह में बड़ा फंस कर अन्दर जा रहा था … मगर तब भी वो बड़े अच्छे से लंड चूस रही थी.

मैं लंड चुसवाते हुए उसके सर को सहला रहा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था क्योंकि आज तक किसी ने भी ऐसे पागलों की तरह मेरे लंड को नहीं चूसा था.

करीब 10 मिनट तक लंड चूसने के बाद मुझे लगा कि मैं झड़ने वाला हूँ, तो मैंने उसको बताया.

वो बोली- कोई बात नहीं, आने दो.

मैं बिंदास हो गया और थोड़ी ही देर में मेरा रस निकल गया. वो लंड के पानी को निगल गयी और उसने मेरे लंड को चाट चाट कर साफ कर दिया. वो फिर से लंड के साथ खेलने लगी. मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था, तो मैंने उसको 69 में होने को बोला.

वो सीधी लेट गयी और मैंने अपना मुँह उसकी चुत पर रख दिया. उसने अपने सिर के नीचे एक तकिया रख लिया और मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी. उसकी चूत तो पहले से ही बहुत सारा पानी छोड़ चुकी थी, तो मैंने चूत को चाट चाट कर साफ़ कर दिया और उसकी चूत में मेरी जीभ को अन्दर तक डाल कर चोदने लगा. वो इससे बिल्कुल पागल हो गयी थी. उसने मेरे लंड को छोड़ कर अपनी टांगों के बीच में मेरे सिर को जकड़ लिया और अपनी गांड उठा कर अपनी चूत चटवाने लगी. थोड़ी ही देर में उसकी चुत ने बहुत सारा पानी छोड़ दिया.

फिर उसने बोला- अब मुझसे रहा नहीं जा रहा … प्लीज़ तुम अपने लंड को अन्दर डाल दो.
मुझे भी लगा कि ये सही टाइम है. मैंने उसकी दोनों टांगों को चौड़ा किया और लंड अन्दर पेल दिया.

वो हद से ज़्यादा मोटी थी, इसलिए लंड पूरा अन्दर नहीं जा पा रहा था. मैंने उसको डॉगी बनने के लिए बोला. वो समझ गई और पलंग के नीचे उतरा कर कुतिया बन गई. मैंने पीछे से लंड को उसकी चुत में पेल दिया. इस बार मेरा लंड अच्छे से पूरा उसकी चुत में समा गया.

उसके मुँह से मादक सिसकारियां निकल रही थीं. मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी. वो भी अपनी गांड को पीछे हिला हिला कर चुदवा रही थी. मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर कुछ टाइम के बाद वो थक गयी, तो मैं सीधा लेट गया ओर उसको अपने लंड के ऊपर बैठा लिया. इस बार भी लंड पूरा उसकी चूत में जा रहा था. वो भी गांड उछाल उछाल कर चुद रही थी. मैं भी उसको नीचे से धक्के दे रहा था.

कुछ टाइम बाद उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और मेरे लंड को अपनी चूत के गर्म पानी से बिल्कुल गीला कर दिया. मुझे बहुत मस्त लग रहा था, मगर मेरा पानी अभी नहीं निकला था.

मैंने उसे बताया तो वो बोली- तो तुम और चोद लो ना!

मैंने उसको एक मेज के सहारे से घोड़ी बनाया और पीछे से लंड उसकी चूत में पेल दिया. वो अपनी गांड दबा कर मेरे लंड को चुत में रगड़ने लगी. इससे कुछ ही टाइम के बाद मैं भी झड़ गया.

मेरे झड़ने के बाद उसने मेरे गीले लंड को अपने मुँह में लिया और चाट चाट कर साफ कर दिया.

अब हम दोनों बहुत थक गए थे, तो हम ऐसे ही नंगे चिपक कर लेट गए. कुछ देर बाद हमारा फिर से चुदाई का मन बन गया. वो मेरे लंड से खेलने लगी और किसी रबर के खिलौने की तरह लंड को अपने मुँह में पूरा अन्दर तक लेकर चूसने लगी. इससे मेरा लंड झट से पूरा खड़ा हो गया. उसने लंड के साथ साथ मेरी गांड को भी चाटा. ये सब मेरे लिए बिल्कुल नया था … तो मुझे इस सबमें बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था. मैं जन्नत का मज़ा ले रहा था.

उसके बाद वो मेरे लंड के ऊपर बैठ गयी और लंड का पूरा अन्दर तक मज़ा लेने लगी. मैंने अपने दोनों हाथों से उसके बड़े बड़े मम्मों को पकड़ा हुआ था. मैं भी नीचे से अपनी गांड उठा उठा कर शॉट लगा रहा था. इससे वो बहुत जल्दी ही अपनी चरम पर पहुंच गयी और उसकी चुत से बहुत सारा पानी निकल गया. मेरा पूरा लंड गीला हो गया था … मगर तब तक मेरा माल नहीं निकला था, तो उसने मेरे लंड से उतर कर मेरे लंड को अपनी मुँह में ले लिया.

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, तो मैंने उससे उसकी गांड मारने के लिए बोला. पहले तो उसने मना किया, मगर फिर मान गयी.

वो बोली- गांड में मेरा फर्स्ट टाइम है … तो प्लीज़ आराम से करना.

मैंने उसको डॉगी पोज़ में खड़ा किया और उसके बैग से कोल्ड क्रीम निकाल कर थोड़ी क्रीम उसकी गांड के होल में भर दी. कुछ क्रीम को मैंने लंड पर लगा लिया. उसके बाद मैंने पहले उसकी गांड में उंगली डाल कर अन्दर बाहर किया. उससे उसकी गांड का छेद कुछ ढीला हो गया. फिर मैंने अपने लंड को उसकी गांड में डालना शुरू किया.

पहले तो उसको थोड़ा दर्द हुआ, मगर उसके बाद उसको भी मज़ा आने लगा. मैंने अब उसकी गांड में ज़ोर ज़ोर से शॉट लगाना शुरू कर दिए. पूरा रूम सेक्स की आवाजों से गूंज उठा. मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं कोई सपना देख रहा हूँ.

थोड़ी देर बाद मेरा भी निकलने वाला हुआ, तो मैंने अपनी स्पीड को और बढ़ा दिया. दो तीन झटकों के बाद मैंने अपना सारा पानी उसकी गांड में ही छोड़ दिया. उसके बाद हम बहुत थक गए थे, तो हम दोनों ने वॉशरूम में जा कर एक दूसरे को अच्छे से साफ किया. फिर वापस बिस्तर पर आकर चिपक कर लेट गए. कुछ पता ही नहीं चला कि कब आंख लग गयी. जब आधा घंटे बाद आंख खुली, तो उसके जाने का टाइम होने वाला था. फिर मैंने एक बार जल्दी से उसको कुतिया बना कर उसकी चुदाई की … और माल को उसकी चुत में ही भर दिया.

इसके बाद हम दोनों एक दूसरे की प्यास बुझाने का काम करने लगे थे. वो मुझे अपने घर ही बुला लेती थी. हम दोनों को जब भी मौका मिलता है, हम मिल लेते हैं और अच्छे से चुदाई का मज़ा ले लेते है.

मैंने उसको इतना ज्यादा चोदा है कि शायद ही पॉर्न मूवीज में ऐसा कुछ बचा होगा … जो हमने ना किया हो.

आपको मेरी ये सेक्स कहानी कैसी लगी आप मुझे मेल जरूर करें. मुझे आप सभी के रिप्लाई के इंतज़ार रहेगा.
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