लखनवी चूत की चुदाई का मजा
(Lucknow Sex Kahani)
लखनऊ सेक्स कहानी में एक युवती ने मुझे मेल भेज कर दोस्ती की और सीधे चुदाई की बात पर आ गयी. उसने मुझे अपनी फोटो भेजी तो मैं उसे चोदने को तैयार हो गया.
फ्रेंड्स, मेरा नाम युवराज है.
यह सेक्स कहानी पूर्णतः सत्य पर आधारित है.
बस कहानी में गोपनीयता के चलते नामों को बदल दिया गया है.
यह लखनऊ सेक्स कहानी शुरू होती है एक मेल से. इसी साल मार्च में महीने में मुझे एक मेल आता है, जो कि मेरी सेक्स कहानी को पढ़ कर एक युवती ने मुझे लिखा था.
मैंने इस मेल का रिप्लाई ‘थैंक्यू’ में कर दिया.
मेरे थैंक्यू का उधर से तुरंत रिप्लाई आया कि मैं आपसे मिलना चाहती हूं.
एक बार में ही मैंने उसे जवाब दे दिया- ओके, आपका नाम क्या है?
जब मैंने नाम पूछा तो उसने अपना नाम खुशी बताया.
उसका नाम मुझे बहुत पसंद आया. वह लखनऊ की रहने वाली थी.
मैं बहुत खुश हुआ क्योंकि लखनऊ मेरे स्थान से पास ही पड़ता है.
उसने मुझसे नंबर मांगा.
मैंने उसे अपनी हैंगआउट की आईडी दी और उस पर बात करने को कहा.
अब हमारी बात होनी चालू हो गई.
बातों में ही मालूम चला कि उसके दूध 34 इंच के थे और पूरी फिगर एकदम मखमली … मतलब बहुत ही कोमल थी. ऐसी कोमल कि छूते ही लंड खड़ा हो जाए.
उसके दूध चूसने पर उसकी 34 इंच की पहाड़ियां, हाथों में इतनी टाइट आती थीं कि उनसे हाथ हटाने का मन ही नहीं करता था.
यह अनुभव उसे चोद लेने के बाद का लिख रहा हूँ.
उसकी चूत चुद चुकी होने के बाद भी इतनी कसी हुई थी मानो बिल्कुल सील बंद हो.
इतनी करारी चूत … और ऊपर से उसका पूरा बदन सफेद मक्खन सा दमक रहा था.
उसने बताया था कि उसका बॉयफ्रेंड फौज में है जिसके कारण वह जल्दी नहीं आ पाता.
परंतु उन दोनों का सेक्स बहुत अच्छा है.
उन दोनों ने बहुत बार सेक्स किया है.
वह उसका दूसरा बॉयफ्रेंड है.
इसके बाद उसने एक बात बहुत खास बताई.
जिसमें उसने बताया कि उसकी सबसे ज्यादा पक्की एक सहेली है, उसका नाम नैना है. वह उसको बहुत ज्यादा प्यार करती है.
मैं यह बात सुनकर चौंक गया कि यह तो मामला लेस्बियन सेक्स वाला लग रहा है.
उसने आगे बताया कि बचपन से ही उसके साथ रही सहेली नैना से उसका बहुत लगाव रहा था. इसी वजह से 6 साल बाद उन दोनों में एक दूसरे के लिए प्यार की भावना आ गई थी और अब वे दोनों एक दूसरे को बहुत प्यार करती हैं, हालांकि उन दोनों के बीच कभी सेक्स संबंध नहीं बन सका.
लेकिन वह नैना को एक हसबैंड की तरह चाहती है.
फिर जब उसने उन दोनों का फोटो भेजा, तो मैं देखता ही रह गया.
वे दोनों बहुत सुंदर थीं.
अब मामला कुछ यूं था कि नैना की कुछ ही समय पहले शादी होने के कारण वह थोड़ी उदास हो गई थी.
जिसके कारण उसने सेक्स कहानियां पढ़ना शुरू कर दिया था और वह उसी माध्यम से मुझसे मिली.
अब वह मेरे लंड के बारे में पूछने लगी.
मैंने उसे बताया कि यह एक नॉर्मल लंड है, इसकी लंबाई 7 इंच है और 3 मोटाई इंच की है.
वह खुश हो गई और उसने मेरा लंड पकड़ कर चूसने की इच्छा जताई.
फिर हमने लखनऊ सेक्स के लिए मिलने का प्लान बनाया.
इसमें पहले तो उसने 23 तारीख बताई पर दूसरे दिन ही उसने 12 तारीख कर दी.
उसके बारे में सोच कर मेरा हाल भी नाजुक था.
मैं बस चाहता था कि उसकी चूत को अपने लंड से पूरा भर दूं.
मैंने उससे भी यह बात कही थी, वह यह सुन कर बहुत खुश हुई थी.
इसी तरह हमारी बातें चलती रहीं.
मैंने उसे अपनी चोदने की टाइमिंग बताई कि मैं 40 से 45 मिनट एक राउंड में लगाता हूँ.
तो वह बहुत खुश हुई.
उसने कहा- उसका बॉयफ्रेंड भी इतनी ही देर तक सेक्स करता है.
हम दोनों के मन एक दूसरे से मिलने के लिए बेचैन थे.
अब उसने अपना फोन नम्बर मुझे दे दिया, मैंने उससे कॉल पर बात की और उसको अपने बारे में बताने लगा.
इस कारण से वह मुझसे मिलने के लिए और ज्यादा उत्सुक हो गई.
मुझसे बात करते करते कई बार उसने अपनी चूत को मसला और मुझे बताया भी कि वह चूत को मसल रही है.
उसने मुझे अपने बूब्स और चूत के फोटो भी भेजे.
उसी दिन उसने अपनी चूत साफ की थी तो बड़ी चमचम कर रही थी.
मैंने भी अपने लंड की फोटो उसे भेज कर खुश कर दिया.
उसके दूध बहुत गुलाबी थे और चूत नॉर्मल ब्राउन थी.
मैंने चूत चूसने की इच्छा जताते हुए बताया कि मुझे चूत चूसना बहुत पसंद है.
वह भी अपनी चूत चुसवाने के लिए तड़फ रही थी.
अब वह दिन आने ही वाला था, जब हम दोनों मिलने वाले थे.
हमारे मिलन में बस एक दिन बचा था तो मैंने उससे कहा कि हम दोनों एक रात साथ में गुजारेंगे.
उसने झट से हां कर दी और वह लखनऊ से सुबह निकल कर मेरे स्थान रामपुर में दोपहर में ही आ गई.
मैं उसे अपनी बाइक से लेने के लिए पहुंच गया था.
जब मैंने उसे देखा, तो मेरा वहीं उसे गले लगाने का मन किया.
उसके दूध उसकी टी-शर्ट में नहीं आ पा रहे थे, उसकी टाइट टी-शर्ट में से उसके दोनों उभार साफ दिख रहे थे.
जैसे ही मैंने उसको अपनी बाइक पर बिठाया, उसके दूध मेरी पीठ से चिपक गए और उसी चुभन से मेरे सीने में जोश की आग भड़क गई.
रास्ते में हमने पहले ही खाना और बीयर पैक करा ली थी.
उसे सिगरेट पीना भी पसंद थी, तो मैंने उसके लिए एक सिगरेट का पैकेट ले लिया था.
मैंने होटल में रूम की बुकिंग पहले ही की हुई थी.
जैसे ही हम होटल के कमरे में पहुंचे, मैंने उसके गाल पर किस की और उसे फ्रेश होने भेज दिया ताकि बाद में कोई हमारे बीच कोई व्यवधान न आए.
उसके बाद हम दोनों ने बियर पी और एक एक सिगरेट के साथ अपनी बातों को रंगीनी देना शुरू की.
बियर के बाद जल्दी से खाना खाया और अब चुदाई के लिए तैयार हो गए.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था. जबकि दूसरे शहर से आने की वजह से वह थक गई थी.
मैंने कहा कि मैं तुम्हारी सारी थकान उतार दूंगा!
यह कह कर मैंने उसको बेड पर लिटा दिया और उसके मखमली गालों को चूमने और चाटने लगा.
उसके होंठों को चूसने लगा और चाटते हुए उसकी टी-शर्ट को उतारने लगा.
वह मेरा पूरा साथ दे रही थी. वह भी मेरे जितना ही उत्तेजित थी.
उसके दूध ब्रा के साथ तने हुए बड़े ही कामुक लग रहे थे; एकदम तनी हुई नोकें बहुत ही सुंदर लग रही थीं.
जब मैंने उसकी ब्रा का हुक खोला तो उसकी चूचियों ने मानो मेरे दिल में तलवार घोम्प दी हो.
मैं लगभग झटपता हुआ उसके दोनों मम्मों को मसलने लगा और एक को होंठों से चाटने लगा.
उसके दूध गुलाबी और निप्पल पूरे डार्क चॉकलेट थे.
मुझसे रहा नहीं गया और उसके एक दूध को अपने मुँह में पूरा भरने लगा.
उसके दूध का आधा हिस्सा मेरे मुँह में निप्पल के साथ आ गया था और मैं दबा कर उसके दूध को चूसने लगा.
इस कारण से उसकी कामुक आवाजें निलने लगीं- अम्म उम्म … मर गई आह … चूस लो राजा … आह.
उसने मेरे बालों को और कसके पकड़ा और अपने दूध को और ताकत से मेरे मुँह में डालने का प्रयास करने लगी.
मैं भी उसको अपनी बांहों में और कसके जकड़ कर उसके दूध को पीने लगा.
चूचे को चाटते चूसते हुए ही मैं उसकी नाभि की तरफ आया और नाभि से सरक कर चूत की तरफ जाने लगा.
उसको मेरे होंठों से अपना दूध चुसवाना काफी अच्छा लग रहा था, तो वह सिर्फ दूध चुसवाने का मजा ले रही थी.
पर मैंने उसकी चूत को सहलाया तो वह नीचे से भी नंगी होने को राजी हो गई.
उसकी रजा के साथ ही मैंने उसकी जींस और पैंटी निकाल दी.
मैं उसकी जांघ को चाटने लगा और उसकी चूत को हाथ से मसलने लगा.
अपनी एक उंगली को उसकी चूत पर दबा कर मसला तो उसकी चूत रसीली होने लगी और पानी से हल्की गीली हो गई.
मैंने तुरंत पोज सैट किया और अपनी जीभ को उसकी चूत की घाटी में धकेल दिया.
उम्म … मेरी जीभ पूरी उसकी चूत में घुसती चली गई. उसकी मखमली चूत सच में बाहर से सॉफ्ट और अन्दर से ऐसी टाइट थी, जैसे यह चुदी ही न हो.
उसकी चूत को लगातार चूसते हुए मैं मजा ले रहा था और वह मेरे बाल पकड़ कर ‘उम्म उम्म आह …’ कर रही थी.
कुछ ही देर में अब उसकी सीत्कार बहुत तेज हो गई थी.
वह अपनी गांड को मेरे मुँह पर दबाती हुई बोलने लगी- आह ऐसे ही चूसो मेरी जान … बहुत इंतजार किया है मैंने … चूसते रहो!
तभी वह झड़ गई और उसकी चूत का झाग मेरे मुँह में आने लगा.
मैंने उसकी मलाई को पूरा चाट लिया और पी गया.
अब उसने मेरी जींस और नेकर को उतार कर फेंक दिया.
मेरा लंड उसके इंतजार में एकदम तैयार था.
उसने लंड को पकड़ा और ऐसे खुश हो गई, मानो उसे खिलौना मिल गया हो!
वह बोली- यार तुम्हारा लंड तो बहुत ज्यादा गर्म है.
मैंने अपने लंड को उसके मम्मों के बीच में रखा और कहा- गर्म लंड से अपना दूध उबाल लो डार्लिंग.
उसने हंस कर अपनी दोनों आंखें बंद की और मम्मों के बीच में लौड़े को मसलती हुई अपने होंठों में लेने की कोशिश करने लगी.
मैंने भी तत्काल लंड मुँह में डालने के लिए आगे बढ़ा दिया.
उसने तुरंत ही अपना मुँह खोल कर पूरा लंड अपने मुँह में समा लिया और बहुत प्यार से चूसने लगी.
उसके चूसने से मेरा लंड और भी ज्यादा कड़क हो गया.
उसके मुँह से चुसाई के करण सप्प सैप्पप की आवाज आने लगी.
मेरा लंड उसकी लार से चिकना होता जा रहा था.
लंड का उभार उसके गालों में देख कर मुझे और ज्यादा खुशी मिल रही थी.
अब तक उसके बाल बिखर गए थे जिसके कारण वह और भी सुंदर लगने लगी थी.
उसने कहा- अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है जान, मैं अब इसे अपनी चूत में लेना चाहती हूँ!
मैं अपने लंड को उसके मम्मों से मसलते हुए नीचे की तरफ जाने लगा.
जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रखा और फाँकों के ऊपर रगड़ने लगा, उसकी तेज सीत्कार निकलने लगी ‘अम्म आह जान सच में कितना तड़फी हूँ मैं इसके लिए!’
वह लंड के लिए तड़प बता रही थी.
उसकी कामुक आंखों में साफ दिख रहा था कि बस उसे लंड दिखाई दे रहा था.
उसने अपने हाथ को नीचे करके लंड को पकड़ लिया और अपनी चूत के छेद में लगाने लगी.
जैसे ही मुझे अहसास हुआ कि उसकी चूत के होंठों के बीच में मेरा लंड का सुपारा आ गया है, मैंने तुरंत ही धक्का मार दिया.
उसकी चिकनी चूत में मेरा लंड आधा जा फंसा और मानो जो तृप्ति उसे चाहिए थी, वह उसे मिल गई थी.
वह एक तेज आवाज में ‘अम्म मर गई मम्मी रे … आह’ करती हुई लंड लील गई.
अगले ही पल उसके चेहरे पर वह खुशी दिखाई दी जो वह मुझसे उम्मीद कर रही थी.
मैंने लंड ठाँसते हुए कहा- खुशी को आज खुशी मिल गई … अब और ज्यादा खुशी ले ले रानी.
यह कहते हुए मैंने तेजी से धक्का लगा दिया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में जाकर ऐसे धंस गया मानो उसके पेट में जाकर लगा हो.
‘अम्म उम्म्मम अहह अअहह’ की आवाजों से कमरा गूंजने लगा था.
मैंने झट से टीवी ऑन करके आवाज को फुल कर दिया था.
उसमें रोमांटिक गानों के बजने से हम दोनों चुदाई के खेल को ताल मिला कर खेलने लगे थे.
मैं लगातार उसकी चूत को चोद रहा था और वह भी नीचे से अपनी गांड उठा कर लंड से मुकाबला कर रही थी.
उसकी चूत पर मेरा प्रहार इतनी तेजी से हो था कि टप ठाप की आवाजें आने लगी थीं.
वह मुदित भाव से बोली- आह ऐसे ही चोदते रहो … बस रुकना मत … आह पेलो आह चिथड़े उड़ा दो मेरी चूत के!
मेरा भी एक पल को भी रुकने का मन नहीं था.
उसकी चूत में लंड डाले रहते ही मैंने पोजीशन बदल दी.
मैंने एक पैर उठाया और मेरे दोनों पैर उसकी टांगों के बीच में आ गए.
अब मैं एक साइड लेटे हुए और तेज रफ्तार से चोदने लगा जिसके कारण उसको अपनी चूत में मेरे लंड का सुपारा अटक कर जाता हुआ लगने लगा था.
इससे उसे मजा आने लगा.
मैं उसके मम्मों को दबाते हुए कस कस के मसल रहा था.
वह बोली- मैं ये लंड अब सारी जिदंगी लेना चाहती हूं!
मैंने बोला- ये लंड अब तुम जब चाहे ले सकती हो जान!
मैं उसे चोदते हुए उसके दूध और कसके पीने लगा.
एक दूध के निप्पल को अपने होंठों से खींचने लगा.
उसकी ‘उम्म उम्म अहा अहह’ से मेरा लंड और फूल कर चूत में कसता जा रहा था.
अभी बस 15 मिनट हुए थे कि उसका पहली बार पानी निकल गया और उसने अपनी पैरों को मेरी कमर पर कस लिया.
मैं और तेज तेज चोदने लगा.
उसकी चूत में पानी आ जाने से मेरा लंड उसके गर्म पानी से भीग रहा था.
चूत भी कुछ ज्यादा गर्म हो गई थी.
मेरा लंड अब और आराम से चूत में जाने लगा था.
बार बार तेज प्रहार पड़ने से उसकी चूत फिर से तैयार हो गई.
मैंने चुदाई के आसन को बदलते हुए दूसरा आयाम दिया और उसको अपनी घोड़ी बना दिया.
पीछे से अपने कड़क लंड को उसकी तप्त चूत में एक ही शॉट में जड़ तक उतार दिया.
अम्म्म्म की तेज आवाज करती हुई वह मेरा पूरा लंड खा गई और बहुत मजे से मेरा साथ देने लगी.
वह मेरे लौड़े के तीव्र झटकों का पूरा जवाब अपनी गांड को पीछे करके दे रही थी.
उसके कंठ से ‘अह्ह चोद साले आह अहह’ करती हुई वह जबरदस्त हिचकोले खा रही थी और उसी वजह से उसके दोनों दूध मस्ती से झूल रहे थे.
मैंने अपने हाथ आगे बढ़ाए और उसे चोदते हुए उसके दूध पकड़ कर मसलने लगा.
हम दोनों को चुदाई का मजा लेते हुए तीस मिनट हो चुके थे.
मैंने उसकी कमर में हाथ डाल कर उसको उठाया और मैं नीचे आ गया.
उसको मैंने अपने लंड पर बिठा लिया और वह भी पूरी मुस्तैदी से लौड़े पर अपनी चूत फंसा कर बैठ गई.
उसने लंड की सवारी करते हुए कहा- एक सिगरेट जलाओ जान!
मैंने झट से हाथ बढ़ा कर सिगरेट उसके होंठों में लगा दी और लाइटर से उसे लौ दिखा दी.
अब वह मेरे लौड़े की चुदाई करते हुए सिगरेट पी रही थी और धुआं मेरे मुँह पर छोड़ रही थी.
कुछ पफ लेने के बाद उसने सिगरेट मेरी तरफ बढ़ा दी. मैंने अपने होंठों में सिगरेट दबाई और अपने दोनों हाथों से उसके दोनों दूध दबोचने लगा.
वह आह आह करती हुई चूत लंड पर रगड़ती रही.
इसी तरह हम दोनों बारी बारी से सिगरेट पीते रहे.
उसकी चूत इतनी गर्म हो गई थी मानो भट्टी हो … और मेरा लंड इस भट्टी को लगातार और गर्म करते जा रहा था.
उसकी सुलगती भट्टी में मेरे लंड का सुपारा पूरा लाल हो चुका था.
जब जब मेरे लंड पर कूदती थी, उसकी अअहह और लंबी निकल जा रही थी.
मैंने थोड़ी देर और लंड को घुसे रहने दिया और सिगरेट के दो तीन कश हम दोनों ने लिए.
अब वापस मैं उसके ऊपर आ गया और उसे चोदने लगा.
उसने दुबारा से बोला- मैं ये लंड हमेशा लेना चाहती हूं, शादी के बाद भी हमेशा इसी लौड़े से चुदना चाहती हूं.
मैंने बोला- जब मन हो, बोल देना डार्लिंग … मैं तुम्हें चोदने को तैयार रहूंगा.
अब हमारी चुदाई को करीब 40 मिनट हो चुके थे. मेरा लंड अपने पूरे जोर पर आ चुका था.
मैंने चुदाई की स्पीड बहुत तेज कर दी.
धकापेल की आवाज कुछ इस तरह से निकल रही थी मानो उसके ऊपर से ट्रेन गुजर रही हो.
उसका पूरा शरीर हिल रहा था.
मैंने उसकी चूत को अपने लंड से पूरा रगड़ दिया था.
उसकी हालत अब बिगड़ रही थी.
वह अब तक तीन बार स्खलित हो चुकी थी.
मेरा भी बस होने वाला था.
मैंने तेज तेज शॉट लगाते हुए उसकी चूत के होंठों पर अपना माल छोड़ दिया.
वह अम्मम्म् आह करके मेरे लौड़े से निकलते गर्म पानी को महसूस करती रही.
थोड़ी देर तक मैं उसके ऊपर लेटा रहा.
उस टाइम चूत और लंड बहुत गर्म थे.
हम दोनों लेटे लेटे ही एक दूसरे को चूमते और चाटते रहे.
अभी रात बाकी थी.
कुछ देर आराम करने के बाद हमारा अगला चुदाई का दौर शुरू होने वाला था.
आगे की सेक्स कहानी बाद में लिखूँगा.
आपको यह लखनऊ सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके बताएं.
धन्यवाद.
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