मालिया और साशा की चुदाई

राज वीर

यूँ तो गमों में भी हंस लेता हूँ मैं
फिर आज क्यों बेवजह रोने लगा हूँ मैं
बरसों से हथेलियाँ खाली रही मेरी,
फिर आज क्यों लगा सब खोने लगा हूँ मैं !
तो कैसे हैं मेरे अज़ीज़ अन्तर्वासना ले पाठक पाठिकाएँ !

जैसा कि आपने मेरी पिछली कहानी ‘मजबूरी में‘ में पढ़ा, कंचन के ऑफिस के मालिक यानि मेरे दोस्त ने मुझसे वादा था किया कि वो अंग्रेजन लड़कियाँ बुलवायेगा, हफ्ते बाद ही उसने दो अंग्रेजन लड़कियाँ बुलवाई, दोनों गोरी ही थी, एक के काले बाल थे, दूसरी के लाल बाल थे, दोनों 5 फुट 4 इंच की होंगी, 34-28-34 होगा दोनों का बदन आकार !

एक का नाम मालिया था और दूसरी का नाम साशा था, दोनों आई, मैंने साशा को पसंद किया, मतलब जिसके लाल बाल थे उसको ! मेरा दोस्त ने अपने एक घर की चाबी दे दी कहा- अगर मन करे तो वहाँ चले जाना तुम दोनों ! एक माली है, उससे बोल देना कुछ मंगवाना होगा तो, और ऐश करना।

फिर वो मालिया को लेकर अपने फार्म हाउस चला गया। हम भी चले गए पहले हम होटल में गए अच्छा सा खाना आर्डर किया, फिर खाकर मैंने उससे पूछा- वेयर यू वांट टू गो विद मी, होटल और हाउस? (तुम मेरे साथ कहाँ जाना चाहोगी, होटल में या घर में?)

उसने कहा- लेट्स गो एनी वेयर यू वांट ! (जहाँ तुम जाना चाहो, वहाँ चलते हैं।)

रास्ते में मैंने उससे पूछा- यू नो हिंदी? (क्या तुम हिंदी जानती हो)

उसने कहा- या सम बत नो मच ! (हाँ जानती हूँ लेकिन ज्यादा नहीं)

फिर मैं साशा को लेकर अपने दोस्त के घर पहुँच गया, वहाँ पर माली था, मैंने उसे दारू की बोतल लाने को कहा पर उसने कहा- साहब बोतल अंदर भी रखी है काफी सारी, आप देख लीजिये।

हम कमरे के अंदर चले गए। थोड़ी देर बाद माली एक बोतल, दो गिलास और कुछ सामान लेकर आया और मेज पर रख कर चला गया।

साशा ने केप्री और टॉप पहन रखा था, उसने दोनों गिलास में पेग बनाये, उसने पानी या सोडा नहीं डाला और कहा- टेक फर्स्ट ग्लास विदआउट वाटर ! (पहला पेग बिना पानी के पियो)

थोड़ा कड़वा लगा पर मजा आ गया, दारू भी लाइट ही थी।

उसके बाद मैंने उसकी जांघों पर हाथ रख दिया और सोफे पर ही उसके ऊपर लेट गया फिर उसके होंठों पर होंठ रख दिए। उसने भी मेरा साथ देते हुए मुझे अपने ऊपर लिटा लिया और मेरे बालों में हाथ फेरते हुए मेरे चुम्बनों का जवाब देने लगी। फिर मैं किसिंग करते करते अपने हाथ उसकी चूचियों पर ले गया और दबाने लगा।

फिर साशा ने मेरी टी-शर्ट उतार दी और अब वो मेरे ऊपर आ गई और मेरी छाती पर चूमने लगी, फिर छाती से हुए पेट पर और फिर नीचे आकर मेरी पैंट भी खोल दी और कच्छे के ऊपर से लंड सहलाने लगी, फिर लंड को बाहर निकाल लिया और अंडरवियर को मेरे से अलग कर दिया।

लंड पूरा खड़ा हो चुका था, उसने लंड को हाथ में लिया खाल को नीचे किया और गोलियों से होते हुए टोपे तक चाटने लगी, ऐसे ही पूरा लंड चाटने लगी। फिर टोपे के चारों तरफ़ जीभ फेरने लगी, इस तरह पहली बार कोई लड़की मेरा लंड चूस रही थी। फिर वो मेरा पूरा लंड मुँह में ले गई और अंदर तक डाल के चूसने लगी, कभी टट्टे चूसती तो कभी लंड को !

ऐसे ही करते करते दस मिनट में उसने लंड चूस के सारा माल अंदर ही गटक लिया।

फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया, उसने सफ़ेद रंग की ब्रा पहन रखी थी, मैं ऊपर से ही उसके चूचे दबाने लगा। फिर मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी और उसकी नंगी चूचियाँ मेरी आँखों के सामने थी, एक निप्पल को मैं मुँह में लेकर चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा, कभी निप्पल चूसता तो कभी चूची मुँह में भर लेता, तो क्भी दबाने लगता तो कभी निप्पल को चुटकी से खींचता और मसलता।

वो भी पूरी मदहोश होने लगी। बोलने लगी- ओह्ह आआअहह आआआआअ फ़क आआअ फ़ास्ट सक इट कम ओन फ़ास्ट !

फिर मैं नीचे बढ़ा और उसके बदन को सहलाते चूमते हुए, उसकी केप्री भी उतार दी, उसने सफ़ेद रंग की ही पैंटी पहन रखी थी, मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को चूमा, फिर उसकी पैंटी भी निकाल दी और उसकी चूत में जीभ डाल दी। मैं जीभ से उसकी चूत चोद रहा था, साशा मेरा सर पकड़ के अपनी चूत पर दबाये जा रही थी।

फिर 15 मिनट में उसने भी अपना सारा पानी छोड़ दिया, हम अभी लेट कर आराम ही कर रहे थे कि माली अंदर आ गया, वो पायजामे के ऊपर से ही लंड को सहला रहा था, कहने लगा- साहब, मेरी बीवी काफी समय पहले ही गुजर गई, इसलिए मन तो बहुत करता है पर डरता हूँ कि किसी को पता चल गया तो ! मालिक आते हैं तो दरवाजा बंद करके करते हैं, आज दरवाजा खुला था तो मैं अपने आप को देखने से रोक नहीं पाया।

वो बेचारा माली 50-55 की उम्र का बूढ़ा लग रहा था जैसे कोई भूखा आदमी खाने को मांग रहा हो।

साशा ने मेरे से पूछा- वट ही वांट्स? (इसे क्या चाहिए?)

मैंने कहा- ही वांट्स टू फ़क यू ! (वो तुम्हें चोदना चाहता है।?

साशा ने कहा- बट आई वांट एक्स्ट्रा चार्ज फॉर इट ! (मैं इसके लिए और पैसे लूँगी।)

मैंने उसे अन्ग्रेजी में कहा- अच्छा ठीक है ! मैं और पैसे दे दूँगा।

वो माली साशा के पास आया, साशा ने उसके पायजामे का नाड़ा खोल दिया और उसका लंड बाहर आ गया, साशा उसे हाथ में लेकर सहलाने लगी।

माली ने कहा- साहब, मैडम से बोलिए न कि थोड़ा चूस भी दे !

मैंने कहा साशा से कहा- ही वांट्स तो पुट हिज कॉक इन योर माउथ ! (वो अपना लंड तुम्हारे मुँह में देना चाहता है।)

साशा ने कहा- इट्स स्मेल वैरी बेड ! (ये बहुत बुरा बदबू मार रहा है)

मैंने कहा माली से कि वो बाथरूम से अपने को अच्छे से साफ़ करके आ जाये उसके बाद वो तुम्हारा लंड चूसेगी, माली बाथरूम में गया और एक मिनट बाद नंगा बाहर आया, वो शायद नहा कर आया था, आते ही उसने साशा के बाल पकड़े और अपना लंड उसके मुँह में दे दिया।

साशा ने भी उसका लंड ले लिया और चूसने लगी करीब दस मिनट हुए और माली का लंड खड़ा हो गया था, सामान्य सा लंड था उसका।

मैंने उसको कहा- तुम इसकी चूची चूसो, तब तक मैं इसके आगे लंड डालता हूँ।

मैंने साशा को लेटा दिया और उसकी चूत के छेद पर लंड रख कर धक्का दिया और एक ही बार में आधे से ज्यादा लंड उसकी चूत में चला गया।

माली साइड में आकर उसकी चूची दबा रहा था, मैंने भी देर न करते हुए एक और धक्का दिया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में था।

मैंने भी एक चूची मुँह में ले ली और चूसने लगा, माली भी उसकी चूची चूस रहा था।

दस मिनट तक उसको आराम से चोदने के बाद मैंने कहा माली से- अब इसके सर के पास आकर इसके मुँह में लंड डाल दे !

उसने ऐसा ही किया और अपना लंड साशा के मुँह में डाल दिया। ऐसा सीन मैंने अब तक ब्लू फिल्मों में ही देखा था और यह मेरा पहला थ्रीसम यानि तीन लोग एक साथ था।

फिर मैं अपना लंड अन्दर बाहर कर के चोदने लगा और दोनों हाथों से उसकी दोनों चूचियाँ कस के दबा ली। अब तो वो भी छटपटाने लगी थी, मैं और तेज उसको चोदने लगा। पाँच मिनट में साशा झड़ गई, मैं अभी नहीं झड़ा था इसलिए मैंने अपना लंड निकाल लिया और साशा से कहा- आई वांट तो फक्क योर एस ! (मैं तुम्हारी गांड चोदना चाहता हूँ?

उसने कहा- ओके !

मैंने अपने लंड पर थोड़ी से क्रीम लगाई और साशा के गांड के छेद पर रखा और अंदर डाला। मेरा लंड साशा की गांड में सरकता चला गया, शायद बहुत बार करवा चुकी होगी, इसके बाद मैं उसकी गांड में लंड अंदर बाहर करता चला गया।

तभी माली ने कहा- साहब मुझे भी मौका दीजिये।

तभी मुझे भी एक चीज याद आई, मैंने माली को लेट जाने को कहा। माली लेट गया, साशा भी समझ गई कि उसे क्या करना है और वो माली का लंड अपनी चूत पर रख कर बैठ गई, साशा उछल उछल कर चुदने लगी, मैंने साशा से कहा- यू आर रेडी फॉर अनल आल्सो? (क्या तुम पीछे भी लेने के लिए तैयार हो?)

साशा के कहा- या, आई एम् ऑलवेज रेडी ! (हाँ मैं हमेशा तैयार ही रहती हूँ)

और मैंने देर न करते हुए अपना लंड साशा की गांड में फिर से डाल दिया। अब साशा बस बैठी हुई थी और माली नीचे से उसे गांड उठा उठा कर चोद रहा था और मैं पीछे से उसकी गांड मार रहा था।

ऐसा करते करते करीब दस मिनट हुए होंगे, माली उसकी चूत में ही झड़ गया और कुछ देर में मैं भी उसकी गांड में ही झड़ गया।

फिर हम शांत होकर लेट गए।

मैंने माली से जाने को कहा तो वो चुपचाप अपने कपड़े लेकर चला गया। फिर साशा ने एक एक पेग और बनाया और पीने के के बाद नहाने चली गई।

मैं भी कुछ देर बाद बाथरूम में गया, साशा बाथटब में बैठकर नहा रही थी, मैं भी वही चला गया, उसमें बैठ गया और उसके होंठों पर होंठ रख कर चूसने लगा।

पाँच मिनट उसके होंठ चूसने के बाद मेरा लंड फिर खड़ा गया। मैंने उसे कुतिया स्टाइल में आने को कहा, मैंने उसके चूत पर लंड रखा और अंदर सरका दिया, एकदम आराम से अंदर-बाहर जा रहा था, 5 मिनट चूत में लंड अंदर बाहर करने के बाद मैंने अपना लंड निकाल और उसकी गांड में सरका दिया और आगे उसकी चूचियाँ पकड़ ली और उसकी गांड अपने लंड से चोदने लगा।

वो बस आआहह ह्ह्ह्ह आआ आआअह्ह्ह्ह्ह करके मजे लिए जा रही थी और करीब दस मिनट उसकी गांड चोदने के बाद जब मुझे लगा कि मैं झड़ने वाला हूँ तो मैं उठा और अपना लंड उसकी गांड से निकाल कर उसके मुँह में दे दिया और उसका सिर पकड़ कर उसके मुँह को चोदने लगा और कुछ ही देर में मैंने अपना सारा माल उसके मुँह में ही डाल दिया।

फिर हम अच्छे से नहाये, मैंने कुछ रुपए साशा को दे दिए माली के नाम के !

उसके बाद साशा चली गई अपने ठिकाने की ओर मैं अपने घर !

मेरे दोस्त ने बाद में बताया कि उसने तो एक घंटे में ही मालिया को भेज दिया था।

तो दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी कहानी, यह मेरे जीवन की दूसरी घटना थी कि मैंने अपनी मर्जी से और इच्छा अनुसार वेश्या के साथ सम्भोग किया, इससे पहले मैंने एक नेपालन स्कूल की लड़की को चोदा था, वो गयारहवीं में पढ़ती थी,लेकिन वह घटना मैं आपको फ़िर कभी बताऊँगा, तब तक आप कहानियों का आनन्द उठाइए।

veerudada33@ yahoo.com
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