हेल्थ क्लब की आन्टी ने घर बुलाया

पृथ्वी 2004-09-27 Comments

मैं एक क्लब रिसॉर्ट में रिसेप्शन पर काम करता हूं। मेरी उम्र २९ साल है। हमारे यहाँ रूम भी है और हेल्थ क्लब भी है। हमारे यहाँ बहुत सी लड़कियां कसरत करने आती हैं और मैं उनको रोज देखता हूं। किसी के बोब्श बड़े हैं तो किसी की गांड देख के मेरा लण्ड खड़ा हो जाता है। मैं सोचता रहता हूं कि किस दिन ऐसी प्यारी आंटी चोदने को मिलेगी लेकिन वो दिन आ गया।

एक दिन एक आंटी मेरे पास आई और कहा कि आप का फोन नम्बर हमें दो, हमें काम है और फ़िर पूछा कि आप कब फ्री होगे? हमने हमारा ओफ़िस टाइम बताया। फ़िर वो चली गई। मैं उनके बारे में सोचने लगा कि ऐसा क्या काम होगा। दो दिन बीत गए, वो सुबह एरोबिक में भी नही आ रही थी और थोड़े दिनों के बाद अचानक उनका फोन आया कि मैं कामिनी बोल रही हूं। मैं आप के वहां रोज सुबह आती थी, मैंने आप से आप का फ़ोन नम्बर लिया था।

हां ! हमने कहा- हां ! बताओ मैडम क्या काम था?

तो उन्होंने कहा कि आप हमारे घर अभी आ सकते हो,

तो हम ने उनका पता मांगा तो वो हमारे यहाँ से करीब ही था तो हमने कहा कि हम १० मिनट में आते है

और मैं उनके घर पे पहुंचा और डोर बेल बजाई तो वो आंटी दरवाजा खोलने आई और हमे अंदर बुलाया।

उन्हें देखते ही मेरा लण्ड खड़ा हो गया, उनकी सुंदरता की क्या तारीफ करू, ऐसा नही था कि मैंने पहले चुदाई नही की थी। मैं पहले से ही शादीशुदा हूं, लेकिन मुझे चुदाई का बड़ा शौक है। मैं सबको वोही नजर से ही देखता हूं। आंटी की उचाई ५.५’ थी और ३६.२०.३८ की फिगेर थी और उनका गोरापन देख के उसको छूने से भी डर लगे, ऐसी हसीन थी। उन्होंने हमें उन के बैठक रूम में बिठाया था और वो हमारे लिए पानी ले के आई, तो हम ने पानी पीने के बाद जब उन्हें पूछा कि क्या काम है तो उन्होंने थोड़ा सा मुस्कुराते हुए कहा बहुत जल्दी में हो?

हमने कहा- नही !

लेकिन वो मेरी बात काटते हुए बोली- डर लगता है? जब मैं सुबह आती थी तब देखते हुए डर नही लगता था? आज जब तुम्हारे सामने बैठी हूं तो क्या डर रहे हो?

मैंने उनसे पूछा कि आप के पति?

वो बोली वो देहली गए है काम से और वो मेरे पास आके बोली चलो हम दूसरे कमरे में जाते हैं मैं खड़ा हो के उनके पीछे चलने लगा हम उनके कमरे में गए तो उन्होंने पलट के उनकी बाहों में भर लिया और मैंने उन्हें पकड़ लिया।

थोडी देर ऐसे ही हम एक दूसरे को सहलाते रहे। फ़िर मैंने उसकी साड़ी निकाल दी। उसके सफेद बदन पे रेड ब्लाउज और भी खूबसूरत लगता था। मैं उसे निकालता रहा कि उसने मेरा शर्ट और पैन्ट दोनों उतार दिए। हम दोनों नंगे हो गए थे। वो मुझे पूरा नंगा देख के बोलने लगी- मेरे राजा, तुम्हें जबसे देखा है तब से सोचती थी कि तुम्हें एक दिन चोदूंगी।

हमने भी कहा- ये तो हम भी सोचते थे, आज मौका मिला है। ये बोल के हमने उनको उठा के बेड पर डाल दिया। फ़िर उसके बालों में हाथ डाल के उसको किस की। वो भी इतनी उतेजित हो गई कि उसने मेरे मुंह में अपनी जीभ डाल के चूसने लगी और मैं उसके बूब्स दबाने लगा और उसकी निपल थोडी ब्राउन सी थी, मैं उसको मसलने लगा वो चीख पड़ी- धीमे से !

हमने कहा अब जो भी होगा ऐसे ही होगा जान ! वो मेरे लण्ड को पकड़ के मसलने लगी, बोली- कितना बड़ा है !

मैंने कहा- अभी देख लो कि कहां तक जाता है।

वो बोली- पहले मैं इसे चूस लूं। हम ६९ के पोज़ में हो गए। मैंने भी उसकी चूत चू्सना शुरू किया तो वो उछल पड़ी।

फ़िर मैंने उसे नीचे उतारा और उस पे मैं सवार हो गया और मेरा लण्ड उसकी चू्त में जाने को बेहाल हो उठा था। मैंने अपना लण्ड उसकी चूत में डाला तो वो चिल्ला के बोली निकाल लो। फ़िर मैं पूरा अन्दर ही रहने देकर उसको सहलाने लगा और उसके बूब्स को चू्सने लगा। थोडी देर में उसने नीचे से धक्का देना शुरू किया और फ़िर मैंने धीरे धीरे हिलना भी स्टार्ट कर दिया फ़िर तो वो उछल उछल के जैसे वो मुझे चोद रही हो ऐसे चोदने लगी फ़िर मैंने उसे कहा कि कुतिया की तरह हो जाओ।

फ़िर तो बाकी ही क्या रहा। चोद दे ठोक दे ठोक ! वो चिल्लाती रही और मैं चोदता रहा। ३० मिनट के बाद मेरा पानी उसकी भोस को भरने लगा। वो तो पूरे टाइम में ५ बार हो चुकी थी और बुरी तरह थक गई थी फिर मेरे लण्ड को मुंह में लेते बोली ऐसा आज तक लण्ड नहीं देखा।

वो आज भी जभी उसका मन करता है मुझे बुलाती है और उसकी ५ सहेली से भी मिलवाया है। हम टाइम होने पे मिलकर अलग मजा लेते हैं मैं उनका लेता हूं और वो मेरा!

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