गन्ने का खेत में सील तोड़ी
प्रेषक : सेक्सी जाट
हेलो जी, आप सब के क्या हाल हैं ! सभी सेक्सी फुद्दी वालियों और खड़े लंड वालों को मेरा सलाम। सबसे पहले मैं अपने बारे में बताता हूँ कि मैं पंजाब से हूँ, मैं दिखने में स्मार्ट हूँ और मैं सेक्स का बहुत दीवाना हूँ, इसलिए मुझे भी लगा कि मुझे अपनी कहानी आप लोगों से शेयर करनी चाहिए, सो अब सीधी बात पर आते हैं।
बात पिछले साल की है, जब हमारे खेतों में गन्ने की बिजाई चल रही थी और मैं अपने ट्यूबबैल पर गया तो देखा कि जो मज़दूर काम करने के लिए आए थे, उनमें दो लोकल लड़कियाँ भी थीं, पास गवाण्ड की होंगी ! वैसे तो दोनों ही बहुत सुंदर थीं, पर शायद घर की हालत की वजह से उन्हें काम भी करना पड़ता था।
उन्हें देखते ही मेरा तो मन करने लगा कि उन्हें अभी पकड़ कर चोद डालूँ, पर वहाँ और लोगों के मौज़ूद होने के कारण मैंने कुछ नहीं किया और मैं अपने काम में लग गया। लेकिन शायद उन दोनों में से एक ने मुझे उनकी तरफ देखते हुए देख लिया था, तो वो भी दूसरों से आँख छुपा कर मुझे देखती और शरमा कर आँखें नीचे कर लेती।
शायद उसके अंदर भी उतनी ही आग लगी थी। उसे देखने पर लगता था कि उसकी उमर सिर्फ़ 18 या 19 साल ही होगी और उसने कभी चुदाई का मज़ा नहीं लिया होगा। तो आप समझ ही सकते है कि क्या हालत हो रही होगी उस बेचारी की। वो जब भी काम करते-करते मेरे पास आती, तो मुस्कुरा देती। अब उसके मुस्कुराने से जो मुझे हरी बत्ती मिल गई थी, तो मैंने भी उसे आँखों से कमाद (गन्ने का खेत) में आने का इशारा किया।
आपको बता दूँ कि गन्ने की फसल बहुत ऊँची होती है, करीब 8 से 10 फीट ऊँची। उसके अंदर जाने पर बाहर से कुछ नहीं दिखता है।
मेरे इशारे को देख कर वो शरमा सी गई और एक पल क लिए उसकी आँखें नीचे झुक गईं। उसने फिर से आँखें ऊपर कीं, तो मैंने भी दोबारा आँख मार दी और कमाद में आने का इशारा किया। तो उसने इधर-उधर देखा और आँखों से आने का वादा किया।
एक पल के लिए तो मुझे भी यकीन नहीं हुआ कि इतनी सेक्सी लड़की जैसी लौंडिया सिर्फ़ सपनों में ही देख कर मुठ्ठ मारा करता था, आज वैसी ही लड़की मेरे साथ होगी। खैर मैंने किसी तरह अपने आप को संभाला और घूमता-घूमता गन्ने के खेत में चला गया। और एक साफ सी जगह की तलाश की और उसका इंतज़ार करने लगा। करीब आधे घंटे बाद वो जंगल में पानी का बहाना बना कर कमाद की तरफ आई, तो मैंने उसे देख लिया।
वो जब कमाद के अंदर घुसी और थोड़ा अंदर आ गई, तब मैं भी उसकी तरफ बढ़ने लगा। उसके नजदीक आकर उसे पीछे से पकड़ लिया। वो चौंक सी गई, लेकिन मुझे देखकर वो मुस्कुराई और पीछे पलटी और मेरी गाल पर चूम लिया। तो मैंने उसे अपने सीने से लगाया और कस कर पकड़ लिया।
आ… अहह… क्या नज़ारा था यारों !
शायद उसने ब्रा नहीं पहनी थी और पंजाबी सूट की फिटिंग में तो हर लड़की वैसे ही हेरोईन लगती है। मैं भी उसके माथे और गालों पर चूमने लगा तो उसकी आँखें बंद होने लगीं। मैं उसकी गर्दन पर चूमने लगा और पीछे से उसकी पीठ और चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा।
क्या गोल-मटोल चूतड़ थे उसके यार ! एकदम टाइट !
उसने पैन्टी भी नहीं पहनी थी। मैं सलवार के ऊपर से ही उसके चूतड़ मसलने लगा। वो सिसकारियाँ भरने लगी, “अम्म… मंह…म… आह… आआहह”
मैंने एक हाथ से आगे से उसकी फुद्दी रगड़नी शुरू कर दी। क्या मस्त टाइट फुद्दी थी उसकी। मैं तो जैसे पागल ही हो गया था। मैं एक हाथ से उसकी फुद्दी रगड़ रहा था और दूसरे हाथ से उसके चूतड़। उसकी साँसें तेज़ हो रही थीं, वो ‘आहें’ भरने लगी तो मैंने उसके होंठों को चूसना शुरू किया।
क्या होंठ थे उसके यार ! एकदम गुलाबी, गुलाब की पत्तियों की तरह और शहद की तरह मीठे।
मैंने अपना एक हाथ उसकी सलवार में डाल दिया और उसकी फुद्दी प्यार से सहलाने लगा। एकदम टाइट फुद्दी थी उसकी यारों। जिस पर एक भी बाल नहीं था। वो कसमसाने लगी। उसकी फुद्दी इतनी गर्म हो चुकी थी कि लगता था कि हाथ ही जल जाएगा। मैं उसके होंठ चूस रहा था और वो भी मेरा साथ दे रही थी।
उसने दांतों से हल्के से मेरे होंठों पर काट लिया और मुस्कुराने लगी और अपना एक हाथ नीचे ले जाकर मेरी कैपरी थोड़ी सी नीचे कर दी। फिर उसने मेरे अंडरवियर में हाथ डालकर लंड सहलाना शुरू कर दिया। उसका हाथ लगते ही लंड फुफकारने लगा।
लड़की गर्म हो चुकी थी और तैयार थी, फिर भी मैंने उसे थोड़ा सा और तड़पाना चाहा। तो मैंने नीचे बैठ कर उसकी कमीज़ थोड़ी ऊपर की और उसके पेट पर चूमने लगा। फिर मैं दोनों हाथों से उसके चूतड़ प्यार से सहलाने लगा और सलवार के ऊपर से ही अपना मुँह उसकी फुद्दी पर रगड़ने लगा।
वह तो जैसे पागल सी हो रही थी और उसके मुँह से आवाजें निकलने लगीं- आह… अई… आअह… सस्स आह… आआ… आअहह स्स्स्स्स !
उसने अपनी टाँगें थोड़ी सी खोल दीं और अपनी फुद्दी को मेरे मुँह पर रगड़ने लगी। वो बहुत गर्म हो गई थी ‘अहह आआहह’ जैसी आवाजें निकालने लगी।
मैंने अपने मुँह से उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया और उसकी सलवार एक झटके में ही नीचे गिर गई। उसकी फुद्दी एकदम गीली हो चुकी थी, तो मैंने उसकी फुद्दी पर चूम लिया। उसने मेरा सिर पकड़ लिया और अपनी फुद्दी मेरे मुँह पर दबाने लगी। मैं उसकी फुद्दी धीरे-धीरे जीभ से चाटने लगा।
मेरी जीभ लगते ही उसके मुँह से ‘आआहह’ की आवाज़ निकली।
क्या स्वाद था उसकी फुद्दी का और मदहोश कर देने वाली खुश्बू !
मैंने अपनी एक उंगली उसके मुँह की ओर की, तो उसने झट से अपने मुँह में डाल ली और पागलों की तरह चूसने लगी। मैंने उसकी फुद्दी को हाथों से थोड़ा सा चौड़ा किया और उसके दाने को मसलने लगा।
उसके मुँह से सीत्कारें आने लगीं- आआहह म्म्म्म मम आअहह सस्स आहह मम यार मम ऐसा ही करते रहो म्महम आहह।”
मैंने मौका मिलते ही अपनी एक ऊँगली उसकी फुद्दी में घुसा दी, तो वो सिहर उठी और फिर से उसकी एक मीठी सी ‘आह’ निकल गई। उसने अपना शरीर अकड़ा लिया। मैंने उसकी फुद्दी पर दूसरे हाथ से रगड़ना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे उसकी फुद्दी में अपनी ऊँगली अंदर-बाहर करने लगा।
उसके मुँह से लगातार सिस्कारियां आने लगीं। उसने जल्दी से अपनी कमीज़ उतार दी और नीचे झुक कर मुझे धकेल कर लिटा दिया और मेरी कैपरी और अंडरवियर दोनों एक साथ ही पकड़ कर उतार दिए और मेरी टी-शर्ट थोड़ी सी ऊपर कर दी। वो मेरे लंड पर बैठ कर अपनी फुद्दी रगड़ने लगी और मेरी छाती पर अपने हाथ रख दिए।
मैं उसके चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा। उसने झुक कर मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया और अपनी फुद्दी को मेरे लंड पर उठा-उठा कर पटकने लगी। फिर वो उठी और घूम कर मेरे ऊपर 69 पोज़िशन में आ गई।
वो मेरा लंड अपने दोनों हाथों से पकड़कर सहलाने लगी और मेरे टोपे को जीभ से चाटने लगी। मैं भी उसकी फुद्दी को पागलों की तरह चूस रहा था। उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और गले तक उतार लिया और मुँह को ऊपर-नीचे करने लगी।
क्या बताऊँ दोस्तों, मुझे तो लग रहा था कि मैं सातवें आसमान पर पहुँच गया होऊँ।
मैंने उसकी फुद्दी में ऊँगली डाल दी, तो उसकी हल्की सी चीख निकल गई। मैं ऊँगली फुद्दी में अंदर-बाहर करने लगा। करीब दस मिनट तक हम ऐसे ही एक दूसरे को चाटते रहे। एकदम से उसका सारा शरीर अकड़ने लगा। मुझे पता लग गया कि वो अब झड़ने वाली है, तो मैंने भी उंगली तेज़-तेज़ अंदर-बाहर करनी शुरू कर दी और वो भी मेरे लंड को तेज़-तेज़ चूसने लगी।
करीब 3 मिनट बाद हम दोनों एक-दूसरे के मुँह में झड़ गए। मैंने चाट-चाट कर उसकी फुद्दी का सारा रस पी लिया और वो भी मेरा सारा पानी पी गई।
फिर मैंने उसे अपने ऊपर से हटने के लिए कहा और मैं खुद उसके ऊपर आ गया और उसे चूमने लगा। वो भी मेरा साथ देने लगी। मैंने दोनों हाथों से उसके मम्मे मसलने शुरू कर दिए। वो नीचे से अपने चूतड़ उठा-उठा कर अपनी फुद्दी ऊपर-नीचे करने लगी। मैंने उसके दोनों मम्मों को बारी-बारी चूसा और फिर उसके ऊपर से पीछे हट गया। मैं उसकी टाँगों की तरफ बैठा और हाथों से उसकी टाँगें फैला दीं।
मैंने उसकी फुद्दी जीभ से चाटनी शुरू कर दी, तो वो सिसकारियाँ भरने लगी, “आअहह म्म्म्मँमम आहह” और अपनी फुद्दी को ऊपर-नीचे करने लगी। उसकी फुद्दी से पानी रिसने लगा और मेरा लंड भी तैयार हो गया था, तो मैंने देर ना करते हुए उसकी टाँगों को थोड़ा और फैलाया और उसकी टाँगों के बीच में बैठ गया और अपना लंड उसकी फुद्दी पर रगड़ने लगा। वो भी अपनी फुद्दी को मेरे लंड को लीलने के लिए उठाने लगी, तो मैंने लंड उसकी फुद्दी के छेद पर टिका कर धीरे से दबाया तो लंड फिसल कर ऊपर आ गया।
उसके मुँह से बस ‘आआहह’ जैसी आवाज़ आ रही थी।
मैंने दोबारा कोशिश की और थोड़ा ज़ोर लगाकर लंड को अंदर धकेला तो लंड फुद्दी को चीरता हुआ 2 इंच अंदर घुस गया। उसके मुँह से एक ज़ोरदार चीख निकली।
मैंने झट से अपना हाथ उसके मुँह पर रख दिया ताकि कोई सुन ना ले। मैंने उसका मुँह अपने हाथ से थोड़ा और दबाया और एक ज़ोरदार झटका मारा और लंड उसकी फुद्दी चीरता हुआ पूरा अंदर घुस गया। उसकी चीख बस दब कर ही रह गई, लेकिन उसकी आँखों में आँसू आ गए। शायद उसकी सील टूट गई थी।
उसकी इतनी टाइट फुद्दी की वजह से मेरे भी लंड में थोड़ा सा दर्द होने लगा, तो मैं कुछ देर वैसे ही पड़ा रहा और उसके होंठ और गाल चूमता रहा। थोड़ी देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी और नीचे से अपनी फुद्दी को धीरे-धीरे ऊपर उठाने लगी, तो मैं समझ गया कि उसका दर्द मज़े में बदल गया है।
तो मैं भी अपने लंड को धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा।
वो अब सिसकारियाँ भरने लगी थी। उसके मुँह से बस मादक सीत्कारें आ रही थीं- आहह आआहह ज़ोर से, और ज़ोर से आअहह, और तेज़ और तेज़ अहह म्म्म्मआममम।
तो मैंने अपने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी। मैं लंड को तेज़-तेज़ अंदर-बाहर करने लगा। वो भी ज़ोर-ज़ोर से अपने चूतड़ उठा-उठा कर फुद्दी ऊपर-नीचे कर रही थी और आअहह आआअहह कर रही थी।
करीब 20 मिनट बाद हम दोनों ही चरम सीमा पर पहुँच गए। उसका बदन अकड़ने लगा और वो एक झटके में ही झड़ गई। मैंने भी अपने धक्कों की गति और तेज़ कर दी और करीब 5 मिनट बाद ही मैं उसकी फुद्दी में ही झड़ गया। हम 15-20 मिनट ऐसे नंगे ही एक-दूसरे के ऊपर लेटे रहे। हम दोनों ही एक-दूसरे को चूम रहे थे।
उसने मुझे ‘आई लव यू !’ कहा और उसे इतना मज़ा देने के लिए थैंक्स कहा। उसका नाम किरण है और वो हमारे पास के गाँव से ही है, बारहवीं के इम्तिहान देकर चुकी है, उसने मेरा नंबर ले लिया और मौका मिलने पर दोबारा मज़ा लेने के लिए वादा किया।
अब हमको जब भी मौका मिलता है, हम एक-दूसरे को खूब मज़ा देते हैं।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी। मेल करके ज़रूर बताएँ। लव यू ऑल।
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