और काजल बेतकल्लुफ़ हो गई-1
अन्तर्वासना के मेरे सभी दोस्तों को अरुण का नमस्ते ! आज महीनों बाद मैं एक बार फिर आपके सामने एक नई उत्तेजक और कामुक घटना लेकर उपस्थित हुआ हूँ।
और यह भी मेरे एक पाठक की मेहरबानी से मुमकिन हुई, लेकिन इस बार फर्क यह है कि सलोनी गुप्ता, शालिनी और शालिनी राठौड़ की तरह यह किसी महिला मित्र की वजह से नहीं बल्कि प्रतीक नाम के एक शादीशुदा मेरे एक पाठक की वजह से सम्भव हुई और इसमें वो और उसकी शर्मीली पत्नी काजल और मैं शामिल थे।
इस कामुक किस्से की शुरुआत मेरी पिछली कहानी ‘चूत से चुकाया क़र्ज़’ से शुरू हुई जो मैंने अन्तर्वासना की सबसे सेक्सी भाभी शालिनी राठौर के निजी अनुभव पर लिखी थी।
वो और मैं एक ही शहर के हैं तो इस बार मेरे पास स्थानीय लोगों के भी बहुत मेल और संदेश आये, उन्ही में से एक यह कार्तिक भी था, यह एक हार्डवेयर इंजिनियर जो सिक्युरिटी सिस्टम प्रोवाइड करने वाली कम्पनी में टेक्नीकल हेड है, इनका काम सी सी टीवी कैमरा लगाना और अन्य छुपे हुए कैमरे और जासूसी कैमरे लगाने का था।
सेक्स चैट के दौरान प्रतीक मेरे सेक्स अनुभव और मेरी बिंदास सेक्स कल्पनाओं का कायल हो गया, इसे मैंने अपनी शुरू के दिनों की और जबर्दस्त सेक्सी कहानियाँ ‘मेरी बेबाक बीवी, ‘बेकाबू बीवी’ और ‘प्रफुल्ला’ पढ़ने को कहा।
उन्हें पढ़ कर तो यह बन्दा पागल ही हो गया और फिर जब उसने मुझसे बातें की तो उसकी भी एक रोमांचक और उत्तेजक फेंटेसी मेरे सामने आई, जो मेरी भी है और अब नए ज़माने के बहुत से मर्दों और शादीशुदा जोड़ों की भी है, कि खुद की पत्नी को किसी दूसरे मर्द के साथ प्रेमालाप करते, नग्नावस्था में देखने की, यहाँ तक कि सम्भोगरत देखने की कामना रखना और उत्तेजित होना !
और अब हर बार जब भी वो मुझसे बात करता अपनी बीवी ‘काजल’ के बारे में करने लगता, उसके सौंदर्य, उसके जिस्म के नाज़ुक और कामुक अंगों के बारे में ! मुझ से पूछता कि उसे कैसे निर्वस्त्र करना चाहिए, कहाँ चूमना और चाटना चाहिए, दबाना चाहिए, और चूंकि यह सेक्स चैट ही होती है और मैं बहुत लोगों के साथ करता भी रहा हूँ, इसलिए उसे विस्तार से बताया करता और इससे वो बहुत उत्तेजित हो जाता था।
अब वो मुझसे यह तक कहने लगा कि तुम यानि में उसकी बीवी को कैसे उत्तेजित करूँगा, आलिंगन करूँगा, चूमूँगा चूसूँगा वगैरा वैगरा, और यह मामला कब गम्भीर हो गया हमें पता ही नहीं चला। और आखिर हम एक ही शहर से थे तो वो मिलने की जिद करने लगा, और मुझे भी उसने काजल के बारे में इतना कुछ सेक्सी सेक्सी बताया था कि काजल से मिलने उसे देखने के लिए मेरे मन में भी लड्डू फूटने लगे थे, और फिर मेरी बीवी में उसकी कोई रुचि नहीं थी इसलिए यह पत्नियों की अदला बदली वाला मामला भी नहीं था
इसलिए मैंने मिलने का निश्चय कर ही लिया।
उनकी शादी को दो साल हुए थे और अभी कोई बच्चा नहीं था और न वो गर्भवती थी, उसने मुझे पहले ही बता दिया था कि वो मुझे उससे ननिहाल पक्ष के दूर के एक रिश्तेदार की हैसियत से मिलवायेगा।
और फिर जो पहला रविवार आया, उस दिन मैं उसके घर पहुँचा, घण्टी बजाई, अंदर से एक पुरुष आवाज आई- काजल, जाओ तुम देखो कौन है !
अब मेरा दिल धड़कने लगा, क्यूँकि शायद काजल ही गेट खोलने आ रही थी, मैंने आपको संयत किया।
गेट खुलते ही मेरे सामने लेगिंग और कुरता पहने और खुले बालों में एक युवती खड़ी थी, उसे महिला कहना गलत होगा, यहाँ तक कि वो शादीशुदा भी नहीं लग रही थी, उसका चेहरा देखते ही मुझे वो एक टीवी सीरियल ‘उतरन’ में आने वाली अभिनेत्री ‘तपस्या’ जैसी लगी, हूबहू तो नहीं पर काफी कुछ उससे मिलती जुलती सी थी वो !
मैंने उसे हेल्लो बोला और कहा- तुम? काजल?
बोली- हाँ और आप??
मैं कुछ बोलता उसके पहले ही पीछे से कार्तिक आ गया- ये अरुण भैया ! काजल तुम्हें बताया था इनके बारे में, इनके और मेरे दादाजी आपस में भाई थे ! और ये इसी शहर में हैं लेकिन परिचय अभी हुआ !
काजल बोली- हाँ, तुमने बताया था !
और कार्तिक ने क्या बताया होगा इसका मुझे खूब आइडिया था, क्यूँकि उसने मुझे एक जिंदादिल, आधुनिक और सेक्सी मूड वाले व्यक्ति के रूप में परिचित कराया होगा, और यह भी कि हम फेसबुक पर वयस्क और अश्लील सामग्री शेयर करते रहते हैं, और यह इस लिए भी जरूरी था कि जो वो मुझसे करवाना चाहता था उसके लिए ऐसी भूमिका बनाना जरूरी था।
काजल ने मुस्कराहट से अभिवादन किया और हाथ जोड़ के नमस्ते करने का उपक्रम किया, लेकिन मैंने उसे तुरंत उसे रोका और कहा- प्लीज़ प्लीज़ काजल ! ऐसा करके मुझे बड़ा मत बनाओ यार ! प्लीज़ शेक हैण्ड !
और यह कहते हुए मिलाने के लिए हाथ बढ़ा दिया, वो बुरी तरह से शरमा गई और अचकचा सी गई, लेकिन शायद मुझे बुरा न लगे इसलिए उसने भी हाथ बढ़ा दिया।
अब मेरा हाथ उसके हाथ में था, मैंने भी सभ्यता दिखाते हुए हाथ मिलाया और फिर कार्तिक से भी ! और कहा- तुम लोगों से मिल कर बहुत अच्छा लगा, तुम दोनों की जोड़ी कमाल की है !
और कार्तिक के हाथ को दबाते हुए और शरारत से उसे आँख मारते हुए मैंने कहा- तेरी तो लॉटरी लग गई साले ! बहुत खूबसूरत वाइफ मिली है तुझे !
काजल मुस्कुरा दी।
कार्तिक मेरी इस एंट्री से संतुष्ट नज़र आ रहा था, मैं जिस काम से आया था उसी हिसाब से अपने आप को दर्शा रहा था और घर का मुआयना करते हुए मैंने फिर एक बार काजल की तारीफ की- यार घर तो बहुत सलीके से जमाया हुआ है, लगता है तुझे नौकरी के साथ साथ होम सर्विस भी करनी पड़ती होगी !
यह सुनते ही काजल तुनक कर बोली- ‘ये’ और घर के काम? रहने दो, सब मुझे ही करना पड़ता है ! इन्हें तो इनके ऑफिस से ही फुर्सत नहीं है, और तो और घर आकर भी लेपटॉप ले के बैठ जाते हैं ऑफिस का काम करने !
मैंने फिर शरारत से कहा- काजल देख लिया करो, लेपटॉप पे यह काम कर रहा है या कोई पोर्न देख रहा है !
वो हंसते हुए बोली- हाँ, बिल्कुल ! मेरे आते ही लैपटॉप बंद जो कर लेते हैं।
मैंने कार्तिक के एक धौल जमाते हुए कहा- साले, इतनी सुंदर और सेक्सी बीवी मिली है, इसमें ध्यान लगाया कर, वो लैपटॉप वाली उसमें से बाहर निकल कर नहीं आएँगी और यह तो लाइव तेरे सामने है।
मैंने जानबूझ कर काजल के लिए सेक्सी शब्द बोला था और मैंने नोटिस किया कि उसे शर्म तो आई पर सुनने में अच्छा भी लगा। यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं।
कुल मिला कर मैंने पहले ही दिन उन दोनों के साथ ख़ास तौर से काजल के साथ एक दोस्ताना, बे-तकल्लुफ़ और कुछ हद तक सेक्सुअल बातों वाला माहौल बना लिया था।
लेकिन वो मुझे एक निश्छल, खुश मिजाज़, लेकिन बहुत ही ज्यादा शर्मीली और अपने में सिमटी सिमटी सी लड़की लगी। मैं चिंता में पड़ गया कि इसके साथ कैसे वो सब करूँगा और क्या इस सीधी-सादी और भोली लड़की के साथ यह सब करना उचित होगा, क्यूँकि मेरी बेबाक और सेक्सी बातों पर भी वो शरमा रही थी।
क्यूँकि कार्तिक जानबूझ कर मुझे उसके साथ अकेला छोड़ कर बाज़ार से नाश्ता लेने चला गया था, तब हमने खूब बातें की इस बारे में, लेकिन मुझे अब कुछ अच्छा नहीं लग रहा था।
और यह बात मैंने कार्तिक को भी बताई, काजल के वहाँ से जाने के बाद क्यूँकि नाश्ते के बाद काजल ब्यूटीपार्लर चली गई थी और तब हम दोनों अकेले थे।
मैंने उसे साफ़ कह दिया कि काजल के साथ ऐसा करना गलत होगा, वो मासूम है, वो खुद नहीं चाहती होगी यह सब करना ! और करवाना !
कार्तिक बोला- अरुण, तुम प्लीज़ मुझे गलत मत समझो, मैं भी काजल से बहुत प्यार करता हूँ और कुछ सोच समझ कर तुम्हें बुलाया है।
और फिर वो एकाएक उठा, मेन-गेट बंद किया और फिर अपना लैपटॉप लेकर आया और बोला- पहले तुम इसे देखो, फिर फैसला करना ! ओके !
और दोस्तों जब लेपटॉप में उसने काफी सारे वीडियो में से एक वीडियो प्ले किया, तो मेरी आँखें खुली कि खुली रह गई।
क्या था उस वीडियो में ! यह मैं आपको इस कहानी के अगले भाग में विस्तार से बताऊँगा !
और इस बारे में अपने मेल मुझे जरूर भेजिए।
कहानी जारी रहेगी।
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