सहेली के अब्बू ने मेरी सील तोड़ अपनी बेगम बनाया
(Innocent Girl First Sex Experience)
इनोसेंट गर्ल फर्स्ट सेक्स कहानी में मेरी सहेली मुझे अपनी भाई की शादी में अपने घर ले गयी. रात को मैं उसकी अम्मी के पास सोई. मेरी नींद खुली तो उसके अब्बू अम्मी को चोद रहे थे.
दोस्तो, आप सभी के लन्ड पर रिया के गुलाबी होठों की चुम्मी!
मेरी पिछली कहानी थी: पठान अंकल ने मेरी सील तोड़ कर चूत फाड़ी
यह कहानी सुनें.
मेरे कॉलेज में मेरी सच्ची सहेली सलमा है.
सलमा और मैं आपस में हर बात शेयर करती.
उसने मुझे यह भी बताया कि उनके यहां पर चार शादी करने का रिवाज है.
सलमा ने अपने अब्बू और अम्मी की चुदाई के बहुत किस्से मुझे बताए.
हम दोनों सहेली आपस में खट्टे मीठे मजे लेते रहती थी.
मैं आपको अपना बॉडी फिगर बता दूं.
मेरे बूब्स 34D, कमर 30, चूतड़ 38″ के, मेरे लंबे घने बाल मेरी गांड तक आते थे.
जब मैं बिना ब्रा के चलती तो मेरे सुडौल टाइट बूब्स डनलप की तरह उछाल लेते हैं.
मेरे गुलाबी होंठ, गोरा रंग मुझे देखकर छोटे, जवान, बूढ़े सभी मुझे चोदने के लिए तैयार रहते.
जब मैं बाहर निकलती कॉलेज के लिए तो हर कोई मुझे अपनी निगाहों से चोदते!
अब आपके लिए फिर से हाजिर है एक नई सच्ची कहानी!
सलमा के भाई जान की शादी है और सलमा मुझे अपने साथ लेकर जाना चाहती थी.
इसलिए उसने मेरी मम्मी से इजाजत ली.
मैं 15 दिन के लिए सलमा के साथ उसके घर के लिए इनोसेंट गर्ल फर्स्ट सेक्स कहानी बनाने निकल पड़ी.
तकरीबन छह 7 घंटे के सफर के बाद मैं सलमा के घर पहुंची तो सबने हमारा बहुत अच्छे से स्वागत किया.
सलमा के परिवार में जितने भी मर्द उसके अब्बू जान, चाचा जान, दादू जवान और उसके भाई जान मुझे हवस भरी निगाहों से देख रहे थे क्योंकि मेरा रंग गोरा और मेरा बॉडी फिगर बहुत ही सेक्सी है.
सलमा अपने अब्बू जान के गले लग कर मिली तो मुझे भी मजबूरन उसके अब्बू जान के गले लगना पड़ा.
और उसके अब्बू जान ने मुझे अपने गले लगा कर जोर से मुझे अपनी बाहों में दबा दिया जिससे मेरे टाइट चट्टान जैसी चूचियां उनके सीने में दब गई और मेरी हल्की सी सिसकारी निकल गई- आहह!
फिर इसी तरह सलमा के चाचू जान और दादू जान और इसके भाई जान भी मेरे गले लग कर इसी तरह से मिले.
सलमा की अम्मी जान भी मुझसे गले मिलकर मुझे बहुत प्यार किया और मेरे चेहरे को चूम लिया.
सलमा ने एक कमरे में हमारा सामान रखवा दिया.
सफर के दौरान थकावट होने के कारण उस कमरे में हम लेट कर आराम करने लगे.
फिर हमारे लिए खाना आ गया तो खाना खा कर कुछ देर हमने सो कर अपनी थकान उतारी.
रात को सलमा की अम्मी जान के बेडरूम में मैं सलमा उसकी अम्मी जान एक डबल बेड पर सोने की तैयारी करने लगी.
आधी रात को अचानक डबल बेड का गद्दा, जोकि स्प्रिंग वाला था, उसके हिलने से मेरी आंख खुल गई.
मैंने धीरे से अपनी आंखें खोल कर देखा पूरा कमरा रोशनी से नहाया हुआ था और सलमा की अम्मी और अब्बू पूरे नंगे होकर चुदाई कर रहे थे.
पूरे कमरे में फच फच फट फट की आवाजें और सलमा की अम्मी की सिसकारियां निकल रही थी- आहह सीईई … उहह म्मम्म सीईई ईई … ऊईई ईम्मम्म म्म, नहह हम्मम्म … म्म ऊई उई … आहह सीईई उहह म्मम्म सीईई!
मैं नींद का बहाना करके धीरे से थोड़ी आंखें खोल कर वह नजारा देख रही थी.
मैंने देखा कि वह दोनों एकदम नंगे थे और सलमा के अब्बू उसकी अम्मी के ऊपर सांड जैसा चढ़कर जोर जोर से धक्के लगा रहे थे.
सलमा की अम्मी के मोटे मोटे गोरे-गोरे चूतड़ उठे गए थे और उसके अब्बू का बहुत ही लंबा मोटा लन्ड उसकी अम्मी की चूत में तेजी से अंदर बाहर हो रहा था जिस वजह से डबल बेड का गद्दा हिलने के कारण मेरी नींद खुल गई
और यह नजारा मैं चोरी चोरी देख रही थी.
लेकिन उस समय वहां पर सलमा नहीं थी.
सलमा के अब्बू उसकी अम्मी की चुदाई करते हुए मुझे देख रहे थे.
उसके अम्मी और अब्बू चुदाई करते-करते बीच-बीच में मेरी बातें कर रहे थे उसके अब्बू उसकी अम्मी को चोदते हुए बोल रहे थे- सलमा की सहेली रिया बहुत सेक्सी है. इसकी चुत की चोदने को मिल जाए तो जन्नत का मजा आ जाए!
उसके अब्बू मेरे बॉडी फिगर और मेरे अंगों की तारीफ कर रहे थे जिसको सुनकर मुझे अंदर ही अंदर रोमांच मेरे शरीर में भर रहा था.
तभी अचानक सलमा के अब्बू ने धक्के मारते मारते एक हाथ मेरे बूब्स पर रख कर हल्के से दबा दिया.
लेकिन मैं नींद का बहाना करके लेटी रही.
वे एक हाथ से बारी-बारी मेरे दोनों बूब्स को सहलाने लगे.
जिस कारण मेरी सांस धीरे-धीरे तेजी से बढ़ने लगी और सांस बढ़ने के साथ मेरे सुडौल स्तन ऊपर नीचे होने लगे.
फिर उन्होंने मेरे बूब्स को सहलाने के बाद मेरी चुत पर हाथ रखा.
लेकिन मैं नींद में होने का बहाना करके लेटी रही.
तभी सलमा की अम्मी की जोर जोर से सिसकारियां निकलने लगी.
शायद उनकी चुत ने पानी छोड़ दिया होगा और वह झड़ गई होगी.
लेकिन उसके अब्बू जोर-जोर से चुदाई कर रहे थे.
उनकी आवाजों से मैं पूरी तरह से गर्म हो गई थी.
सलमा के अब्बू अपने हाथ से मेरी चुत को सहलाने लगे और कभी मेरे बूब्स को दबाकर मेरे चेहरे की तरफ देखते.
शायद उनको शक हो गया था कि मैं नींद का बहाना कर रही हूं लेकिन मैं जाग रही हूं.
क्योंकि बेड जिस तरह से हिल रहा था, उस तरह से उनका शक भी सही था और वह चुदाई के काफी शातिर खिलाड़ी भी थे.
फिर थोड़ी देर बाद ही सलमा की अम्मी ने उसके अब्बू को जोर से अपनी टांगों और बाहों में जकड़ लिया और उसके अब्बू और जोर जोर से धक्के लगाकर चोदने लगे.
शायद उनका भी अब निकलने वाला था.
और कुछ ही देर बाद उसकी अम्मी अब्बू दोनों एक साथ झड़ गए.
उसकी अम्मी उसके अब्बू को बोल रही थी- मेरे सरताज इतना ढेर सारा गरम-गरम माल मेरी चुत में निकाल दिया.
सलमा के अब्बू- बेगम, आप तो आज भी अप्सरा की तरह हो. आज भी आपकी चुदाई करने का वही मजा आता है जो पहले था. बस अब तो सलमा की सहेली की भी चुदाई कर दूं!
अम्मी- मेरे सरताज, आप भी तो आज उसी तरह चुदाई करते हो मेरी जिस तरह पहले से करते आ रहे हो. आज भी आप इतनी जोरदार चुदाई करते हो. ऐसी चुदाई के लिए हर औरत तड़पती है.
अब्बू- बेगम, आप आज भी अप्सरा की तरह हो और सलमा की यह सहेली भी आप ही की तरह गजब की अप्सरा है. अब तो जितनी जल्दी हो सके इसकी भी चुदाई कर दूं तो जन्नत का मजा आ जाए.
अम्मी- मेरे सरताज, सलमा की सहेली को चोदने में जल्दबाजी मत करना. इसको प्यार से तैयार करना!
उन दोनों की बातें अपनी खूबसूरती के बारे में सुनकर मैं अंदर ही अंदर फूली नहीं समा रही थी.
जिस तरह उसके अब्बू उसकी अम्मी को चोद रहे थे और उनका लंबा मोटा लन्ड उनके अम्मी की चुत में तेजी से अंदर बाहर हो रहा था, उनको देखकर मेरा दिल कर रहा था कि सलमा की अम्मी को हटाकर मैं खुद उसके अब्बू के नीचे नंगी लेट जाऊं.
फिर उसके अब्बू उसकी अम्मी के ऊपर से उतर कर मेरे साथ बीच में लेट गए.
एक तरफ मैं, एक तरफ सलमा की अम्मी और हमारे बीच में उसके अब्बू!
और वे दोनों मेरे बारे में सेक्सी बातें कर रहे थे जिनको सुनकर मेरी चुत भी पानी छोड़कर गीली हो गई थी.
तभी उसके अब्बू ने मेरी तरफ करवट लेकर एक हाथ मेरे ऊपर रखकर मेरे गुलाबी होठों पर एक चुंबन जड़ दिया.
मैंने नींद में होने का बहाना कर कर दूसरी तरफ करवट ले ली जिस कारण मेरी कमर और मेरी गांड सलमा की अब्बू की तरफ हो गए.
उसके अब्बू अपना एक हाथ मेरे ऊपर रखकर अब मुझे अपनी बाहों में लेकर मेरे साथ सेट कर लेट गए.
इस कारण उनके लन्ड का उभार मुझे अपनी गांड पर महसूस हो रहा था.
वे मेरी नाईटी में अन्दर हाथ डाल कर मेरे बूब्स को मसल कर दबाने लगे, निप्पल को मसलते हुए दबाने लगे.
अब्बू का लन्ड मेरी गान्ड में घुसकर मूसल जैसा हो रहा था.
तभी अब्बू ने मेरी नाईटी ऊपर को खिसकाते हुए मेरी पेंटी नीचे को खींच कर उतार दिया और अपना लन्ड मेरी गान्ड चुत से सटा दिया.
उनका लन्ड हिचकोले लेकर मेरी गान्ड चुत पर ठोकर मारकर मारकर मेरी हालत खराब कर रहा था.
तभी अब्बू ने अपने हाथ से अपनी तरफ खींचा और तुरंत मेरे बूब्स को मुंह में लेकर चूसने लगे. एक चूची मुंह में, दूसरी को सहलाने लगे.
अब मेरी हालत खस्ता होकर मेरे मुंह से मीठी-मीठी सिसकारियां निकलने लगी- सीईई ईई ऊईईईम्म म्मम्म नहह हम्म म्मम्म … म्म ऊई उई मां उई आहह सीई ईई!
वे मेरे गुलाबी होंठों को अपने मुंह में लेकर चूसने लगे.
फिर उन्होंने मेरे कान का नीचे वाला हिस्सा मुंह में लेकर चूसते हुए मेरे कान में कहा- मुझे पता है कि तुम जाग रही हो.
अब मैं भी उनके आगोश में चली गई और सहयोग करने लगी, उनके कान में बोली- अम्मी के सामने शर्म आती है!
अब्बू- चिन्ता मत कर मेरी जान, सब पता है इनको! आज तुझे चोद कर अपनी बेगम बनाऊंगा.
मैं- आपका बहुत बड़ा है ले नहीं पाऊंगी.
अब्बू- मेरी जान सब कुछ ठीक हो जाएगा. शुरू में थोड़ा सा दर्द सहन कर लेना, बाद तुम्हें जन्नत का मजा आयेगा.
फिर अब्बू ने मेरी नाईटी उतार दी.
अब मैं पूरी तरह से नंगी हो गई.
अब्बू मेरे ऊपर चढ़ गये.
मैं नीचे!
अब्बू मेरे होठों को चूसने लगे, मेरी चूचियों को मसलने लगे.
उनका लन्ड मेरी जांघों में फंसा हुआ था.
मेरी सिसकारियां सुनकर अम्मी भी जाग गई और मुझे प्यार से तैयार करने लगी.
मेरी एक चूची अम्मी चूस रही थी.
“आहह जोररर से सश्स सश्स … म्मम्म सीईई ई … ऊई ईईम्म म्मम्म नहह, हम्म म्मम्म, म्म ऊई उई मां उई आहह सीईईई!”
फिर अब्बू मेरी दोनों टांगों को चौड़ा फैला कर अपना लंबा मोटा लन्ड मेरी जांघों में चुत में रगड़ने लगे और उन्होंने अम्मी को इशारा किया.
तो अम्मी मेरे गुलाबी होंठों को चूसने लगी और मेरे मुंह को अपने मुंह में भर लिया.
तभी अब्बू ने जोर से धक्का लगा दिया और अपना लन्ड मेरी चुत में डाल दिया.
मेरी जोर से चीख निकल गई- ऊईईई मम्मी मर गई … आहह सीई ईई उहह म्मम्म सीईई ईई ऊई ईईम्म म्मम्म नहह हम्म म्मम्म म्म ऊई उई मां … उई मां उई आहह सीईईई मर गई!
मेरी सिसकारियां चीख अम्मी के मुंह में भर गई.
इनोसेंट गर्ल फर्स्ट सेक्स में मेरी चुत से खून निकलने लगा.
लेकिन अब्बू ने 4,5 तगड़े धक्के लगा कर लन्ड जड़ तक मेरी चुत में बच्चेदानी तक फंसा दिया.
मैं बुरी तरह से तड़प रही थी लेकिन अम्मी ने मुझे सम्भाल रखा था.
कुछ देर बाद अब्बू ने चोदना शुरू किया.
उनका लन्ड मेरी बच्चेदानी तक चुत की सील तोड़ कर मेरी हालत गंभीर तरीके से खराब कर रहा था.
अम्मी जान मेरे बूब्स को मुंह में लेकर चूसते हुए मुझे सम्भाल रहीं थीं.
मेरी सिसकारियां निकल रहीं थीं- आहह सीईई उहहह म्मम्म सीई ई … ईई ऊई ईईम्म म्मम् मम्मी ईई ऊई म्मम्म म्म अम्मी, ईई हम्म म्मम्म म्म ऊई!
चुत से लन्ड की फच फच, फट फट फच फच आवाजें आ रही थी.
अम्मी- बस बढ़िया हो गया. बस एक बार दर्द होता है, उसके बाद तुझे जन्नत ही जन्नत का नजारा देखने को मिलेगा.
मैं- अम्मी, बहुत दर्द हो रहा है जान निकली जा रही है.
अब्बू के लन्ड से मेरी चुत की दीवारें चरमरा रही थी. अब्बू धक्के मार कर मेरी चुत को तहस-नहस कर रहे थे.
फिर कुछ देर बाद मेरी चुत ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया.
अब धीरे-धीरे मुझे फुल मस्ती वाला आनंद आता जा रहा था.
मैंने अपनी बाहों का हार बनाकर अब्बू के गले में डाल दिया.
अब्बू सांड की तरह मेरे ऊपर चढ़कर चोद रहे थे, मैं अब्बू के नीचे बच्ची की तरह बुरी तरह दबी हुई थी.
वे मेरी चुदाई करते हुए बार-बार मुझे बेगम कहकर बुला रहे थे- बेगम रिया, तुम्हारा अंग अंग बहुत रसीले है तुम्हारी चुत में लन्ड फंस कर जा रहा है तुम्हारी बहुत टाइट है.
मैं- अब्बू, अब तो मैं तुम्हारी हो गई. आपने मेरी सील तोड़ कर मुझे औरत होने का एहसास करा दिया.
अब्बू- बेगम रिया, मुझे अब्बू मत कहो. मुझे शोहर सरताज कहकर बुलाओ.
मैं- मेरे सरताज, अब रिया आपकी बेगम हो गई.
अब्बू अब मुझे जोर-जोर से चोद रहे थे, अपना लंबा मोटा लन्ड लौड़ा पूरा निकाल निकाल कर गहराई में धक्के लगा रहे थे जिससे पूरा डबल बेड हिल रहा था.
वे मेरी चूची मुंह में लेकर चूसने लगे.
“आहह जोर से … सश्स सश्सस म्मम्म, सीईई ऊईईई म्मम्मम्म न हम्म म्मम्म, म्म ऊई उई मां चोद दिया मुझे!”
तभी मेरा शरीर अकड़ने लगा और मैं झड़ गई.
लेकिन अब भी वह मुझे ताबड़तोड़ करके चोद रहे थे.
कुछ देर बाद में फिर से झड़ गई लेकिन अब्बू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे.
अब्बू के नीचे में बुरी तरह से दबी हुई थी जिससे मेरे सुडौल, टाइट बूब्स अब्बू के सीने के नीचे दबे हुए थे.
जब मैं तीसरी बार झड़ने लगी तो अब्ब भी मेरे साथ ही झड़ने लगे और अपने लन्ड से ढेर सारा गर्म मनी मेरी चुत और बच्चेदानी में भर दिया.
मैंने अब्बू को अपनी बाहों में जोर से भींच लिया.
कुछ देर अब्बू अपना लन्ड मेरी चुत में ही फंसाए मेरे ऊपर लेटे रहे.
जब अब्बू ने अपना लन्ड खींचकर चुत से निकाला तो मेरी चुत से फड़कने की आवाज के साथ वीर्य और खून मेरी चुत से बाहर बहने लगा.
मेरी चुत का मुंह बुरी तरह खुल चुका था.
मेरी सहेली के अब्बू ने अपने मोटे लंबे लन्ड से मेरी चुत का मुंह खोल दिया.
अब मैं अम्मी और अब्बू के बीच में लेटी हुई थी.
कुछ देर बाद अब्बू मुझे अपनी गोद में लेकर बाथरूम ले गये और और वापस आकर बेड पर लिटा कर फिर मेरे ऊपर चढ़ गए.
जल्दी ही हम फिर से चुदाई के लिए तैयार हो गए.
अब्बू ने फिर दूसरी बार भी मुझे बहुत जबरदस्त तरीके से चोद कर मेरी हालत बिगाड़ दी.
उस रात अब्बू ने अम्मी के साथ मिलकर मुझे तीन बार जबरदस्त तरीके से चोदा.
सुबह में देर तक सोती रही.
फिर अम्मी और सलमा मेरे लिए नाश्ता लेकर आई.
तो सलमा, मेरी सहेली, मुझे अम्मी जान कहकर बुलाने लगी.
मुझे अच्छा भी लगा.
नाश्ता करने के बाद भी मैं फिर सो गई.
दोपहर को फिर मैं नहा कर तैयार होकर सबके बीच गई तो मैं लड़खड़ा कर टांगें चौड़ी कर कर चल रही थी.
सब मुझे देखकर मंद मंद मुस्कुरा रहे थे.
तीन रात अब्बू ने मुझे जमकर चोदा.
अब मैं भी उनकी बेगम बन कर उन्हें अपना सरकार कहकर बुला रही थी और मेरी सहेली सलमा भी मुझे अम्मी जान कहकर बुलाती.
तीन रातों के बाद चौथी रात मुझे अब्बू के साथ सलमा के चाचा जान ने भी चोदा.
सलमा के चचाजान का भी लन्ड काफी लंबा मोटा था.
इसी तरह फिर सलमा के दादाजान ने भी मेरी जमकर चुदाई की.
फिर सलमा के जिस भाई की शादी में हम आए थे, उस भाई ने भी मुझे कई बार जमकर चोदा.
इस तरह अब्बू ने, चाचा जान ने, दादा जान ने, भाई जान ने हर रात दिन मुझे जमकर चोदा.
अब्बू जान ने मुझे शॉपिंग कराई और मुझे चार शरारे दिलाए जो कि लहंगे की तरह होते हैं.
शरारे पहनकर मैं गजब की अप्सरा लगती थी.
शरारे में मेरे सभी अंग अंग उभरकर दिखते.
और फिर अब्बू जान, चाचा जान, दादू जान, और भाई जान ने चारों में मुझे 15 दिन चोद चोद कर मुझे एक रसभरी औरत बना दिया.
मैं भी अब चुदाई करा करा कर बहुत खुश थी.
इन सभी के लन्ड काफी लंबे मोटे थे, कई कई बार तो इन लोगों ने मेरी चुदाई करने के साथ-साथ मेरी सहेली सलमा और अम्मी और चाची जान को एक साथ जमकर चोदा.
मैं यहां पर इन लोगों के बीच काफी खुश थी.
दिल करता था कि मैं अब्बू से निकाह करके सलमा की अम्मी जान बन जाऊं.
लेकिन अपनी मम्मी की तरफ से इजाजत मिलती या नहीं … यह उन पर डिपेंड था.
अब मेरे बूब्स और मेरी गांड मेरे होठों पर पहले से कई गुना निखार आ गया था.
अब्बू मेरे आगे पीछे घूमते … मैं भी उनकी बेगम की तरह उनको रिस्पांस देने लगी थी.
15 दिन के बाद हम 1 सप्ताह और ज्यादा वहां पर रुकी और जमकर चुदाई का मजा लिया.
फिर मैं और सलमा वापस आ गए और मैं कॉलेज जाने लगी.
उन 15 दिन के दौरान मैंने सलमा को भी उसके अब्बू से चुदाई करवा दी थी.
सलमा, अब्बू और अम्मी जान भी यही चाहती थी कि मैं अब्बू से निकाह करके उनके परिवार में आ जाऊं.
आपको रिया की इनोसेंट गर्ल फर्स्ट सेक्स कहानी कैसी लगी?
मुझे मेल करके जरूर बताना.
एक बार फिर से आप सभी के लंड को मेरे गुलाबी होठों की ढेर सारी पुच्ची.
आप सभी के लन्ड की रानी रिया
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