शादीशुदा गर्म माल के साथ अफेयर

(Hot Housewife Sex Kahani)

हॉट हाउसवाइफ सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरे बैंक में एक लेडी कार लोन के लिए आई. मुझे वह बहुत सेक्सी लगी. उसका फोन नम्बर मेरे पास आ गया था तो मैंने उसे गुड मोर्निंग का मेसेज कर दिया.

दोस्तो, मेरा नाम राहुल अग्रवाल है.

मेरी हाइट 5’9″ के करीब है और लंड का साइज़ भी मोटा है जिसे मैंने अभी पकड़ा हुआ है.
मैं शादीशुदा हूं और मैं एक बैंक में नौकरी करता हूं.

यह कहानी मेरे एक शादीशुदा हाउसवाइफ के साथ हुए एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की है.

पूरी कहानी बताने से पहले यह कहना चाहूंगा कि इस कहानी में सब कुछ वास्तविक है, कुछ भी कल्पना नहीं है.
उन दिनों वक्त मेरी पोस्टिंग ऋषिकेश में थी.

आज भी जब मैं मेरे साथ रिश्ते में रही उस शादीशुदा औरत के बारे में सोचता हूं तो लंड में हरकत होनी शुरू हो जाती है और अकेले में लंड सहलाना शुरू कर देता हूं.
यह हॉट हाउसवाइफ सेक्स कहानी लिखते हुए भी मेरा लंड खड़ा है और बीच-बीच में कीबोर्ड से हाथ हटाकर मैं अपना लंड सहला रहा हूं.

वह औरत बहुत ही सुंदर और गोरी थी.
एकदम मस्त फिगर वाली माल … जिसे देखकर हर कोई उसके शरीर को पाना चाहेगा.

बाल लम्बे, आंखें गहरी काली, और स्तन भी भरे हुए … और गांड तो सबसे मस्त!
जब चलती थी तो उसकी गांड बहुत मटकती थी.

तो हुआ यूं कि एक दिन मैं चुपचाप अपनी सीट पर काम कर रहा था.

तभी मेरे बगल में एक बहुत सुंदर दिखने वाली महिला आई और किसी काम को लेकर वहां खड़ी हुई.

मैंने उसकी तरफ देखा.
लेकिन वह थोड़ी दूर कुर्सी पर बैठ गई.

थोड़ी देर बाद वह मेरे पास आई और मुझसे लोन के लिए पूछा.

उसका नाम रचना था.

रचना- सर, मुझे लोन के बारे में पूछना था.

पहले तो मैं उसको ओर थोड़ी देर तक देखता रहा क्योंकि वह बहुत सुंदर थी एकदम गोरी और गदराए फिगर वाली.

मैं- जी बताइए, आपको किस चीज के लिए लोन चाहिए?
रचना- सर, मुझे कार लोन चाहिए था.

मैं- अच्छा, आप क्या करती हैं, मतलब जॉब वगैरह?
रचना- नहीं, मैं हाउसवाइफ हूं.

मैं- ठीक है, और आपके पति क्या करते हैं:
रचना- वे तो बाहर रहते हैं और नौकरी भी बाहर ही करते हैं.

मैं- बाहर मतलब शहर से बाहर?
रचना- नहीं, वे दुबई में रहते हैं. पर मेरा अकाउंट इसी बैंक में है.

मैं- ओह अच्छा … अपना अकाउंट नंबर बताइए.

उसे अपना अकाउंट नंबर याद नहीं था तो उसने अपना मोबाइल नंबर बताया.
फिर मैंने विवरण जांचा तो उसके खाते का विवरण आया.

मैं- आपके पति आपके खाते में रुपये ट्रांसफर करते हैं. लेकिन इस आधार पर लोन नहीं मिलता है.
रचना- अच्छा, क्या पति के नाम से भी नहीं हो पाएगा?

मैं- उनका यहां होना जरूरी है, तभी हो पाएगा.

रचना मुस्कुराती हुई- अच्छा … धन्यवाद सर!

फिर वह पीछे मुड़के जाने लगी और मेरी नज़र ऊपर से नीचे तक उसको देखने लगी.
वह जितनी आगे से हॉट थी उतनी ही पीछे से भी थी.

वह चलती हुई अपनी गांड मटका रही थी.
धीरे-धीरे वह बाहर चली गई.
मैं बस उसकी मटकती हुई गांड ही देख रहा था जब तक कि वह बाहर नहीं निकल गई.

यह नजारा देखकर मेरा लंड थोड़ा टाइट हो गया था.
मैंने सोचा क्या मस्त हॉट हाउसवाइफ है.

फिर मैं अपने काम में व्यस्त हो गया.
मैंने नोटिस किया कि एक 10 रुपये का नोट मेरे बगल में गिरा हुआ है जिसे मैंने उठाकर दराज में रख दिया.

मैं घर जाकर भी रात में उसके बारे में सोच रहा था.
मैंने सोचा कि क्यों न उस महिला को एक मैसेज किया जाए.

फिर मैंने सुबह एक गुड मॉर्निंग वाला मैसेज उसको फॉरवर्ड किया.
उसने वो मैसेज पढ़कर रिप्लाई किया- बैंक वाले!?

मैं- हां, आप मिलीं थीं मुझसे!
रचना- जी, लोन को लेकर!

मैं- जी हां … लेकिन आपका शायद 10 रुपये का नोट गिर गया था.
रचना- मेरा? ऐसा तो मुझे कुछ याद नहीं. मेरा नहीं होगा.

मैं- ठीक है. आपके जाने के बाद ही वह 10 रुपये का नोट मुझे वहां गिरा दिखा था. ठीक है, मैं उसकी आइसक्रीम खा लूंगा.
रचना- ही ही ही … ओके खा लीजिएगा सर.

मैं- ठीक है. आप ऋषिकेश में ही रहती हैं?
रचना- जी सर. अच्छा, मुझे एक बात आपसे पूछनी थी, वो जो सरकारी बीमा की योजनाएं हैं उसका कैसे होता है?

मैं- हां, वो तो आपका हो सकता है.

फिर मैंने सारी योजनाएं उसको बताईं.

हमारी बात करीब 30 मिनट तक चली.
उसके बाद मैंने रात को फिर उसको मैसेज किया और इधर-उधर की बात की.

तब तक हमारी काफ़ी बातें हो चुकी थीं.
लेकिन सिर्फ मैसेज में ही.

उस रात उसकी एक मिस्ड कॉल भी आई थी ठीक 12 बजे!
लेकिन तब मैं सो गया था.

अगली सुबह मैंने उससे पूछा- आपने कल कॉल क्यों किया था?
रचना- वो मुझे बात करनी थी.

मैं- क्या बात करनी थी, अभी कर लीजिए.
रचना- हां, वो मेरा एटीएम कार्ड भी बनाना है, तो उसका पूछना था.
मैं- अच्छा जी, सब बता देंगे.

हमने पहली बार फोन पर बात की और काम के अलावा और भी इधर-उधर की बातें हुईं.
उस रात उसने बातें करते-करते मुझसे पूछ लिया कि आप शादीशुदा हैं.
मैंने कहा- हां.

तब उसने पूछा- आप शादीशुदा हैं, फिर भी आप इतना फ्री कैसे हैं कि मुझसे बात कर पा रहे हैं?
मैं- आप भी तो बातें कर ही रहे हो ना?
रचना- अच्छा … मैं फ्री हूं क्योंकि मेरे पति यहां नहीं हैं.

मैं- मैं इस समय दूसरे रूम में हूं और पत्नी, दूसरे रूम में सो गई है. मैं थोड़ा लेट सोता हूं.

रचना- अच्छा जी, मतलब क्या आप इस वक्त और महिलाओं से बातें करते रहते हैं?

मैं- नहीं… मैं किसी से बात नहीं करता, मैं वीडियो देखने में समय बिताता हूं.
रचना- अच्छा जी, किस तरह के वीडियो?

मैं- मुझे अफेयर्स पसंद हैं जिनके पति का किसी दूसरे की पत्नी के साथ अफेयर होता है.
रचना- ओह अच्छा, वैसे आप सावधान इंडिया या क्राइम पेट्रोल वगैरह देखते हो?

मैं- हां, वो भी मुझे पसंद है और आपको?
रचना- हां मुझे भी.

मैं- उसमें किस तरह के एपिसोड पसंद हैं?
रचना थोड़ा शरमाते और मुस्कुराते हुए- अफेयर वाले!

मैं- ओह अच्छा, आपको भी अफेयर्स पसंद हैं?
रचना- हां, बहुत इंटरेस्ट आता है उनमें.

मैं- आपका कभी किसी के साथ अफेयर हुआ है क्या?

रचना- नहीं, पर शादी से पहले मेरा एक बॉयफ्रेंड था बस!
मैं- ठीक है. वैसे मुझे आप बहुत खूबसूरत लगीं. उस दिन और तबसे आप ही के बारे में सोच रहा हूं.

रचना- ओह अच्छा वैसे धन्यवाद. लेकिन आपका जब मैसेज आया था तबसे मैं भी आपके बारे में ही सोच रही हूं और आपसे बात करने का मन हो रहा है.

मैं- रचना मुझे लगता है कि मुझे तुमसे प्यार हो गया है. आई लव यू.
रचना- अच्छा? और आपकी पत्नी का क्या?

मैं- रचना, आई लव यू. मेरी पत्नी की नहीं, अभी बस अपनी और मेरी बात करो. पत्नी से मेरी बनती नहीं है.
रचना- अच्छा! बनती तो मेरी भी नहीं है मेरे पति से.

मैं- आप बहुत हॉट हैं. उस दिन तो मैं आपको देखता ही रह गया. बहुत सुंदर हैं आप!
रचना- जी धन्यवाद, मेरे पति तो मेरी हमेशा बुराई ही करते रहते हैं.

मैं- आपने ‘आई लव यू’ का कुछ जवाब नहीं दिया?

रचना- मैं भी आपको पसंद करती हूं. मैं आपसे मिलना चाहती हूं.
मैं- मैं भी मिलना चाहता हूं तुमसे जानेमन. बताओ कब मिलोगी?

रचना- हम कल मिलते हैं. आप बैंक से जल्दी निकल सकते हैं?

मैं- हां, तुम मुझे 1 घंटा पहले बता देना.
रचना- ठीक है.
मैं- ठीक है डार्लिंग.

अगले दिन मैंने उससे मिलने की तैयारी की.
हमारा एक अस्पताल के बाहर मिलने का फैसला हुआ.

मैं वहां पहुंच चुका था.
इतने में वह भी मुझे दूर खड़ी दिखाई दी.

मैं अपनी कार उसके पास ले गया और वह अंदर बैठ गई.
हम एक दूसरे से काफी शरमा रहे थे.

फिर धीरे-धीरे बातें शुरू हुई.
मैंने पूछा- आप आ गईं मिलने. मुझे लगा था कि शायद आप नहीं आओगी.
रचना- मुझे वैसे टाइम नहीं मिला लेकिन आज मैंने टाइम निकाल लिया.

मैंने उसका हाथ अपने हाथों में लिया और सहलाने लगा.
वह मुस्कुराने लगी.

फिर हम थोड़ा आगे ड्राइव करके गए.
मैंने एक जगह गाड़ी साइड में रोकी और फिर उसको स्माइल किया.
वह भी मेरी तरफ देख रही थी.

मैं धीरे से उसके चेहरे के आगे आ गया और उसको प्यार से एक किस किया.
वह शरमा गई.

फिर मैंने उसका चेहरा अपने हाथों में लिया और फिर उसके होठों पर किस करने लगा.

इसमें वह मेरा साथ भी दे रही थी और मेरे होठों को अपने होठों से चूम रही थी.
यह मेरा एक शादीशुदा औरत को किस करने का पहला अनुभव था.

हम एक दूसरे को किस किए जा रहे थे और एक दूसरे की तरफ खिंचे जा रहे थे.

काफी देर बाद हम अलग हुए.
ऐसा लग रहा था कि वह बहुत दिनों से ऐसे किस करने को मचल रही है इसलिए वह पीछे नहीं हटी और किस करने में मेरा साथ देती रही.

हम एक-दूसरे को वासना से देख रहे थे और हल्की स्माइल कर रहे थे.

मैंने कहा- रचना जानेमन, तुम बहुत हॉट हो, मेरा तो मन कर रहा है कि तुमको प्यार करता रहूं.

फिर हमने जोरदार लिप किस करना शुरू कर दिया … करीब 5 मिनट तक लगतार.

रचना- मम्म्म … यहां कोई देख लेगा!
मैं- यहां कार के अंदर कोई नहीं देखेगा मेरी जान … इधर आओ ना!
रचना- बस ज़्यादा नहीं डार्लिंग!

मैं- रचना मेरी जान … तुम बहुत मस्त हो डार्लिंग. तुम्हें प्यार करने में बहुत मजा आ रहा है जानेमन!

फिर मैं एक हाथ उसके स्तन पर ले गया और हल्के से दबाया.
उसने मेरा हाथ पकड़ा और नीचे कर दिया.

मैंने फिर से उसके स्तन को पकड़ा और दबाया.
इस बार उसने हाथ नहीं हटाया और मैं उसकी चूचियों को दबाता रहा.

उसके मुंह से हम्म्म उम्म की आवाज आई.
और उसने मुझे फिर से किस करना शुरू कर दिया.

मुझे उसकी चूचियों को दबाने और किस करने में बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर मैंने एक हाथ उसकी जांघों पर रखा और सहलाने लगा.

वह कुर्ती और लेगिंग पहन कर आई थी.
मैंने कुर्ती हटा कर लेगिंग पर हाथ फेरना चालू रखा और उसकी जांघों को अंदर तक सहलाया.
जितना अंदर तक हाथ फेरता, उसकी जांघें उतनी ही गर्म महसूस होती.

मेरा लंड एकदम टाइट होकर पैंट के अदंर खड़ा हो चुका था.
रचना को साफ़-साफ़ दिख रहा था मेरा लंड एकदम खड़ा है.
वह बार बार मेरे लंड की ओर देख रही थी और फिर नज़रें हटा के आंखें बंद कर ले रही थी.

शायद, कल्पना कर रही थी कि कैसे मेरा लंड खड़ा हो गया है इतना प्यार करने से!

रचना- आआहह … प्लीज़ यहां मुझे डर लग रहा है कि कोई हमें देख लेगा. तुम ऐसे मुझे टच कर रहे हो जगह जगह … आआह्ह्ह!
मैं- जानेमन, तुम हो ही ऐसी हॉट हाउसवाइफ … मैं रोक नहीं पा रहा हूं खुद को डार्लिंग … आह आई लव यू!

रचना- आह … मैं भी तुमसे प्यार करती हूं डार्लिंग, लेकिन अब मुझे घर जाना है. हम ये बाद में करेंगे प्लीज़!

मैं- रचना प्लीज, मैं तुम्हारे साथ और समय बिताना चाहता हूं, बताओ कब और कैसे?

रचना समझ गई थी कि मैं उसे चोदना चाहता हूं और वही पूछ रहा हूं कि कब और किस जगह वो मुझसे चुद सकती है.
शायद मेरा खड़ा लंड देखकर उसके दिल में भी हलचल पैदा हो गई थी और वह भी बेकरार हो रही थी.

रचना- मुझे भी तुमसे मिलना है. लेकिन यहां नहीं … कोई भी देख सकता है ऐसे तो … तुम कोई किराया का कमरा ले लो तो मैं वहां पर आ जाऊंगी.

मैं- ठीक है, मेरे एक रिश्तेदार का घर देहरादून में है, तुम वहां आ जाना.

रचना- ठीक है. लेकिन तुम मुझे लेने आना और छोड़ने भी.
मैं- हां, मेरी जान तुम उसकी चिंता मत करो.

रचना- ओके चलो, अब मुझे घर के पास छोड़ दो.

मैं रचना को उसके घर की तरफ ले गया और थोड़ी दूर पहले कार को साइड में लगाकर उसे फिर से किस करना शुरू कर दिया.
उसने भी पहले इधर-उधर देखा और मुझे किस करने लगी.

मेरा लंड फिर से खड़ा हो रहा था.
इस बार मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड को टच करा दिया.

उसने थोड़ी देर अपना हाथ मेरे लंड पर ही रखा और बोली- तुम्हारा अभी तक ऐसा ही है?
मैंने कहा- जब तक तुम मेरे बगल में रहोगी ये शांत नहीं होने वाला.

वह थोड़ा मुस्कुराई और फिर मुझसे चिपक कर किस करने लगी.

मैंने उस दिन रचना को इतना किस किया कि शायद ही मैंने कभी अपनी पत्नी को एक दिन में इतना किस किया हो.
रचना के होंठ अब भी चमक रहे थे और मैं उसका स्वाद आज तक नहीं भूल पाया हूं.

फिर हमने हाथ पकड़ा और उसके हाथों पर किस करके उसको बाय बोला.
इसके बाद वह कार से निकल गई और फिर से अपनी उसी स्टाइल में गांड मटकाती हुई अपने घर की तरफ जाने लगी.
उसकी गांड को मैं देखता रहा जब तक कि वो अपनी गली में नहीं मुड़ गई.

इसके बाद कैसे हम मिले और आगे क्या हुआ ये अगली कहानी में बताऊंगा.

जो भी लड़के, लड़कियां या शादीशुदा इस हॉट हाउसवाइफ सेक्स कहानी को पढ़ रहे हैं, कृपया रिप्लाई करें और मेरी ईमेल आईडी पर मेल करें.
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