समुद्र तट पर मिली लड़की को चोदा
(Hot Girl Beach Sex Kahani)
हॉट गर्ल बीच सेक्स कहानी में मैं गोवा घूमने गया तो अकेला समुद्र तट पर घूम रहा था. सागर की रेत पर एक लड़की घूम रही थी, वह मुझे अच्छी लगी.
दोस्तो, मेरा नाम युवराज है. मैं घुमक्कड़ किस्म का लड़का हूँ और अक्सर घूमता रहता हूं.
यह हॉट गर्ल बीच सेक्स कहानी 2022 की है.
मैं घूमने के लिए गोवा गया था.
वहां मेरे दोस्त का होटल है.
मैं संभोग कला में बेहद निपुण हूं और अब तक मैंने अनेकों लड़कियों को चोदने का सुख लिया है.
गोवा में भी मेरा नसीब साथ दे गया.
उस दिन शाम को मैं बीच पर टहल रहा था.
वहीं एक जोड़ा टहल रहा था.
मैं थोड़ा आगे बढ़ा तो वह लड़की फोन पर बात करती हुई आगे चली गई और लड़का पीछे रह गया.
यह मैंने देखा तो अपने कदमों की रफ्तार बढ़ाई और तेजी से चलते हुए मैं उस लड़की के पास पहुंच गया.
मैंने उससे झूठ बोलते हुए कहा- क्या मैं आपका फोन यूज कर सकता हूँ. बीच पर मेरी गर्लफ्रेंड कहीं खो गई है और मेरा फोन काम नहीं कर रहा है.
वह कुछ नहीं बोली और उसने मेरी तरफ अपना मोबाईल बढ़ा दिया.
जैसे ही मैंने लिया तो तुरंत अपने नंबर को डायल कर दिया.
उस वजह से मेरे ही फोन पर एक रिंग गई और कट गई.
यह मैंने पहले ही अपने फोन में सैटिंग कर रखी थी कि एक रिंग के बाद घंटी खुद ब खुद कट जाएगी.
साथ ही मैंने अपना फोन साइलेंट पर कर रखा था तो घंटी भी नहीं सुनाई दी.
एक और बार ट्राय करके मैंने उसे सॉरी बोलकर फोन वापस दे दिया.
उसके बाद वह आगे जाने लगी तो मैंने उसको रोक कर कहा- आपने किसी को कुछ समय में कोई इस जगह से गुजरते हुए देखा है क्या?
उसने न में जवाब दिया.
मैंने पूछा- क्या आप अपने बॉयफ्रेंड के साथ बाहर आई हैं?
उसने कहा- नहीं, मैं अपने एक फ्रेंड के साथ आई हूँ.
उसी वक्त उसने पीछे देखा तो उसे ध्यान आया कि उसका साथी तो काफी पीछे छूट गया है.
वह बोली- लो आपकी गर्लफ्रेंड मिली नहीं और मेरा साथी और खो गया!
उसकी इस बात से मुझे हंसी आ गई.
वह भी हंसने लगी.
मैंने कहा- आपके फ्रेंड को तो हम दोनों मिल कर अभी ढूंढ लेंगे.
हम दोनों इसी तरह बातें करने लगे और वह अपने फ्रेंड के पास आने का इंतजार करने लगी.
मैंने उससे पूछा- आप बीच पर कितना टाइम और हो?
उसने कहा- बस मैं तो जाने ही वाली हूँ.
मैंने कहा- आपने कोई अच्छी जगह देखी है, यदि नहीं … तो वह मैं आपको दिखा सकता हूँ. वह सच में बहुत ही खूबसूरत जगह है और एकदम पास में ही है. पहले मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ उधर जाने वाला था, पर वह अब पता नहीं कहां रह गई है.
उसने कहा- यदि उस जगह से हम लोग एक घंटे में घूम कर वापस आ सकते हैं, तो चलो चलते हैं.
मैंने हां में जवाब दिया और हम दोनों चलने लगे.
थोड़ा आगे चलते ही उसने मुझसे मेरा नाम जानना चाहा.
तो मैंने उसकी तरफ अपना हाथ आगे करते हुए उसे अपना नाम बताया- हैलो मैं युवराज!
उसने भी अपना हाथ मेरे हाथ में दे दिया और अपना नाम मुस्कान बताया.
हम दोनों आगे बढ़ने लगे तो कुछ सुनसान सा इलाका आने लगा और जंगल जैसा आने लगा.
उसने पूछा- इस जगह तो बस जंगल दिख रहा है!
मैंने कहा- हां, जिस जगह हम लोग जा रहे हैं … वह छोटे से पहाड़ के पीछे है. उधर आसानी से कोई नहीं पहुंच पाता है.
उसने कहा- ओके … तो हम लोग उधर जाकर क्या करेंगे?
मैंने मन में तो कहा कि उधर मैं तुझे नंगी करके चोदूंगा.
मैं सामने से बोला- बस सनसेट देखने जा रहे हैं.
वह बोली- वैसे मैंने सनसेट देखा है.
मैंने पूछा- क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है?
वह बोली- हां, लेकिन मुझे उसके साथ में घूमना पसंद नहीं है, तो वह साथ आया भी नहीं है.
मैंने पूछा- तो तुम लोग एंजॉय कैसे करते हो?
वह बोली- कमरे में.
मैंने बोला- खुले आसमान में बीच पर करने का मजा कुछ और है. काश मेरी गर्लफ्रेंड साथ होती.
उसने बिंदास बोल दिया कि मैं हूं न आपके साथ में … घूमने के लिए!
उसकी बात करने का तरीका देख कर मैं समझ गया कि यह पटरी पर आ सकती है.
अब हम लोग बातें करते हुए उस जगह पर पहुंच गए.
वहां सनसेट से पहले शाम का नजारा बहुत अच्छा दिख रहा था.
वह खुश हो गई.
मैंने उससे पूछा- कैसा प्लेस लगा?
वह चहकने लगी और बोली- सच में यार, बहुत अच्छा स्थान है.
फिर वह पानी की तरफ आगे को बढ़ी.
मैं भी उसके पीछे पीछे आ गया.
वह रुकी, तो मैं बिल्कुल उससे सट कर खड़ा हो गया और नीचे से मेरा लंड खड़ा होने लगा.
मैंने उसके पीछे से कंधों पर हाथ रखा और हल्के से सहलाने लगा.
उसको अच्छा लगा, तो उसने कुछ नहीं कहा.
अब मैं उसके कान की तरफ पीछे से अपने होंठों को ले जाने लगा तो वह तुरंत पीछे घूम गई.
अचानक से उसकी बांहें मेरी बांहों में आ गईं.
मैंने उसे कसके गले से लगा लिया.
वह मेरे होंठों की तरफ प्यासी निगाहों से देखने लगी.
तो मैंने उसके होंठों को अपने होंठों में दबा लिया और उसकी जीभ को चूसने लगा.
अब वह एकदम से मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी जैसे कि ये सब वह अपने सपने में कर रही हो.
मैंने पूछा- क्या हुआ?
वह बोली- सॉरी यार, मैं बहक गई थी.
मैंने कहा- इसे बहकना नहीं बल्कि प्यार कहते हैं. जो इस पल तुम्हें चाहिए और मुझे चाहिए. समय को बेकार मत होने दो. तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ भी इस जगह इन्जॉय कर सकती थीं. इस मौके को मत जाने दो. किसी को कुछ पता नहीं चलेगा … न ही कोई इस जगह आएगा.
मैंने इतनी बात कहते हुए उसको फिर से बांहों में भर लिया.
इस बार जैसे ही मैंने बांहों में भरा, मेरा एक हाथ उसके दूध पर चला गया.
मैंने कसके उसके एक दूध को मसल दिया और उसको होंठों को अपने होंठों में वापस भर लिया.
अब उसकी मादक आवाजें निकलने लगीं.
वह मेरा नाम भी भूल गई थी या पता नहीं उसके मन में क्या था!
किस करती हुई उसने फिर से मेरा नाम पूछा.
मैंने कहा- मैंने तुम्हें अपना नाम युवराज बताया था न बेबी!
उसने कहा- हां युवराज … काश तुम मुझे सुबह से ही इस जगह ले आते … उम्मम्म!
मैंने कहा- मैं अभी तुम्हारी बांहों में हूं उम्मम … तुम इसे सुबह ही समझ सकती हो.
यह कहते हुए मैंने उसकी टी-शर्ट उतारी और उसकी ब्रा को भी तुरंत ही एक झटके में खोल कर उतार दिया.
वह भी कामुक हो गई थी और मेरे लंड को टटोलने लगी थी.
मैंने जल्द ही उसको रेत पर लिटा दिया और उसके मम्मों से खेलने लगा.
जैसे ही मैंने अपनी जीभ उसके निप्पल पर लगाई, वह तेज़ स्वर से चीख उठी- आह … क्या कर रहे हो जान!
मैंने एक हाथ से उसके एक दूध को दबाया और दूसरे को चूसने लगा.
अब उसके दूध के निप्पल को मैं अपने दांतों के बीच में लाकर कस कस कर चूसते हुए काटने लगा.
मेरे दांतों के निशान उसके दूध पर बन गए थे.
उसके गोरे चूचों को मैंने गुलाबी कर दिया था.
अब मेरी जीभ उसके पेट को चाटती हुई उसकी नाभि पर आ गई.
उसी वक्त मैंने उसकी जींस को उतार दिया.
उसकी जींस उतरने के साथ ही मैंने भी अपनी टी-शर्ट उतार दी.
मैं उसकी पैंटी को सूंघने लगा. वह गांड उठाने लगी.
मैंने उसकी पैंटी फाड़ दी और उसकी टांगें फैला दीं.
उम्म्म्म … उसकी चूत चूसते हुए मैंने अपनी पूरी जीभ उसकी चूत के अन्दर डाल दी.
उसकी भीगी हुई चूत का रस मेरी जीभ में जाने लगा.
इतने में मैं उठ कर खड़ा हो गया.
मैंने उसे भी अपनी कमर तक उठाया और उससे कहा कि अपनी आंखें बंद करो, तुम्हारे लिए एक सरप्राइज़ है.
जैसे ही उसने अपनी आंखें बंद कीं, मैंने अपना 7 इंच का मोटा लंड बाहर निकाल कर उसके होंठों पर रख दिया.
उसकी आंखों में अजीब सी खुशी थी.
वह लंड के टोपे पर किस करती हुई पूरा लंड अपने मुँह के अन्दर तक ले गई.
उसकी जीभ से सप्पप्प सुडुप्पप की आवाज आने लगी.
मैं उसके बाल पकड़ कर उसके मुँह को चोदने लगा.
अब मैंने उसे वापस नीचे रेत पर लिटा दिया.
मेरा चिकना लंड उसकी वासना को भड़का रहा था.
मैंने भी देर नहीं की और उसकी चूत पर अपना लंड सैट कर दिया.
वह अभी कुछ सोच पाती कि मैंने सट से लंड अन्दर पेल दिया.
चिकना लंड था तो उसकी गीली चुत में सरकता चला गया.
एकदम से मोटा लंड घुसने से वह बहुत तेज़ स्वर से चिल्ला उठी- उईई मांआआ मर गई … आह फाड़ दी.
वह छटपटा कर मुझे धकेलने की कोशिश करती हुई चीखी.
मैं तुरंत उसके मम्मों को चूसने लगा और साथ ही उसे बहुत तेज़ तेज़ चोदने लगा.
वह लगातार आआह हह अह्ह अह्ह करके चीख रही थी.
उसकी चीखों से मेरे लंड में और ज्यादा जोश भरता जा रहा था.
मैं और तेज स्पीड में चोदने लगा.
‘अम्म्म अम्म्म्म … कम ऑन फास्ट बेबी यू आर फकिंग सो गुड.’
अब वह भी अपनी गांड उठाती हुई चुदाई का मजा लेने लगी थी.
मैं उसकी गर्म चूत और रसीले दूध का मजा ले रहा था.
उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था.
उसने कहा- आह युवराज … बस तुम मुझे ऐसे ही चोदते रहो … बड़ा मस्त लग रहा है और पूरा अन्दर तक जा रहा है … आह चोदो जान!
मैंने बिना लंड निकाले उसे उठा कर अपने लंड पर बिठा लिया.
वह मेरी कमर में पैर अकड़ा कर मेरे लंड पर बैठी रही.
मैं उसे अपने लंड पर झुलाने लगा- उह्ह युवराज अम्म!
वह हर झटके में जबाव दे रही थी और धीरे धीरे करके उसने मेरा पूरा लंड अपनी चूत के अन्दर तक खा लिया.
मैं उसे और तेज झूला झुलाने लगा.
उसके दूध बहुत मस्त हिलने लगे थे,
मैं एक हाथ से उसके एक दूध को दबा दबाने लगा और मुँह आगे करके उसके दूसरे दूध को चूसने लगा.
शाम के समय उसके शरीर में रेत लग गई थी, तो उसका पसीने में भीगा जिस्म चांदी सा चमकने लगा था.
मैंने फिर आसन बदला और उसे पुनः सीधा लिटा दिया.
इस बार मैंने उसके सामने लंड लहराया और एक ही झटके में पूरा लंड अन्दर डाल कर उसे कस कसके चोदने लगा.
‘आह युवराज बस करो … प्लीज मैं तीन बार झड़ चुकी हूं.’ वह ऐसी बोलती हुई मेरी पीठ पर अपने नाखून गड़ा कर नोचने लगी.
उसकी चूत का गर्म पानी मेरे लंड पर लगने लगा तो मैं समझ गया कि बंदी झड़ गई है.
उसकी चुत के रस की गर्मी को मैं साफ महसूस कर पा रहा था.
उसकी गर्मी से मेरा लंड भी बहुत गर्म हो चुका था.
मैंने अपनी स्पीड तेज़ कर दी और उसे कुछ और तेज रफ्तार से चोदने लगा.
वह समझ गई और मेरे आंखों में आंखें मिला कर चुत में लवड़े के धक्के खा रही थी.
मैंने उससे कहा- मैं अपना माल चूत में ही डालूंगा.
यह कह कर मैंने यह सुनने की जरूरत भी महसूस नहीं की कि वह क्या चाहती है.
मैं अपनी जान लड़ाते हुए कस कसके उसे चोदने लगा.
फिर एक तेज़ का झटका मारते हुए मैंने उसके पेट के अन्दर तक अपना लंड ठांस दिया और उससे चिपक गया.
उसका भी आह्ह्ह के साथ पानी दुबारा से छूटने लगा.
मेरे लंड का पानी उसकी चूत में जाने लगा.
वह स्माइल करने लगी.
उसकी स्माइल को देखते हुए लगा कि वह हॉट गर्ल बीच सेक्स करके बहुत खुश थी.
मेरे लंड का सारा पानी जब तक पूरा उसकी चूत में नहीं गया, मैंने अपने लंड को कस करके उसकी चूत में गड़ाए रखा.
उसने भी उस समय मेरी कमर को कसके पकड़ लिया था जैसे वह चाहती हो कि मेरे लंड के पानी की एक एक बूंद उसकी चुत में समा जाए.
अब मैं उसी के ऊपर लेट गया और उसे किस करने लगा.
वह मुझसे बोली- कल फोन कर लेना … हम दोनों कल भी मस्ती करेंगे!
मैंने कहा- ओके!
वह हंस दी.
मैंने उसकी तरफ सवालिया नजरों से देखा.
वह मुस्कुराने लगी.
मैं समझ गया कि यह फोन नंबर का राज समझ गई थी तब भी मेरे साथ चुदी.
इसका मतलब यह था कि वह मेरे साथ शुरू से ही राजी थी. पर उसका वह साथी?
मैंने उससे पूछा तो वह बोली- वह मेरे साथ फ़्लर्ट करने की कोशिश कर रहा था. वह मेरा कोई नहीं था और मैं अकेली ही किसी लड़के के साथ सेक्स करने की सोच कर गोवा आई थी.
मैंने कहा- तो चलो एक साथ रात बिताते हैं.
वह राजी हो गई.
कुछ देर के बाद हम लोग उधर से उसके होटल के कमरे में वापस आ गए.
वह मेरी आंखों में देख कर मुस्कुरा रही थी.
दोस्तो, आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद.
प्लीज कमेन्ट करके बताइए कि यह हॉट गर्ल बीच सेक्स कहानी आपको कैसी लगी.
आप मुझे मेल करके भी बता सकते हैं.
[email protected]
लेखक की पिछली कहानी थी: नई पड़ोसन शादीशुदा भाभी को पटाकर चोदा
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