होटल में चुदकर बुझाई चूत की प्यास- 2

(Garam Chut Xxx Maja)

गरम चूत Xxx मजा लेने के लिए होटल में बॉयफ्रेंड के साथ गयी पर बॉयफ्रेंड छोड़ कर भाग गया तो चूत को एक नये लंड की जरूरत पड़ गयी. तो उसने क्या किया?

यह कहानी सुनें.

मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग
बॉयफ्रेंड ने पूरा मजा नहीं दिया होटल में
में आपने पढ़ा कि मेरी बॉयफ्रेंड रोहण मुझे खूब चोदता है पर वह मुझे चुदाई का मजा नहीं दे पाता. हर बार वह मुझे अधूरी छोड़ देता है.
इस बार भी वह मुझे होटल में ले गया पर खुदे मजा लेकर सो गया.
गरम चूत Xxx मजा लेने से रह गयी और अपनी चूत में उंगली करने लगी.
मैं उंगली से चूत का पानी निकाल कर सो गई.

अगली सुबह मेरी आंख खुली तो 8.30 बज गए थे।

मैंने देखा तो रोहण बेड पर नहीं था।
तो मैंने सोचा कि शावर लेने गया होगा।
फिर कोई आवाज नहीं सुनी तो मैं देखने गई।

वह वहां भी नहीं था।
मैंने उसको कॉल किया तो उसने कॉल नहीं उठाया।
तो मैंने सोचा बाहर चला गया होगा।

मैं नहाने चली गई।

जब मैं वापस आई और दोबारा से कॉल किया।
उसने तब भी नहीं उठाया।

अब आगे गरम चूत Xxx मजा कहानी:

मैंने होटल के रिसेप्शन पर फोन करके पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी को जाते नहीं देखा।
रिसेप्शनिस्ट कुछ देर पहले ही आया था।

फिर मैंने मैनेजर के लिए पूछा।

उसने मैनेजर से मेरी बात करवाई तो पता चला रोहण सुबह 6 बजे ही निकल गया था, यह बताकर कि उसे घर से किसी जरूरी काम के लिए कॉल आई है।

सुनकर मुझे रोहण पर बहुत गुस्सा आया, ऐसे कैसे वह मुझे अकेली को छोड़कर जा सकता था?

फोन रख कर मैं बेड पर बैठ गई।
मैंने सिर्फ टावल ही बांधा हुआ था।

मैं फोन में सेक्स वीडियोज देखने लगी जिन्हें देखते-देखते मैं चुदासी होने लगी।
मैं टॉवल में हाथ डाल अपनी चूत को मसलने लगी और मेरे मुंह से सिसकारियां बाहर आने लगीं- उउम्मम्म … ईस्स … आह्ह!

मैं 5–7 मिनट तक चूत रगड़ती रही लेकिन मुझे मजा नहीं आया।

फिर मेरे दिमाग में एक आइडिया आया।
मैंने रिसेप्शन कॉल करके मैनेजर से बात करवाने को कहा।

वह फोन पर आया।
मैंने कहा- सुनिए, बाथरूम में मेरा पैर फिसल गया है। मेरी कमर में तेज दर्द हो रहा है। आप प्लीज जल्दी आ जाओ।
वह बोला- ठीक है मैम, मैं किसी को भेजता हूं।

मैं बोली- नहीं, तुम ही आओ।
वह बोला- ठीक है मैम, मैं आता हूं।
मैं जल्दी से मेन डोर खोलकर आ गई।

मैंने टॉवल को ऐसे लपेटा हुआ था जिससे कि मेरे आधे चूचे बाहर नजर आ रहे थे।
फिर दो मिनट बाद रूम की बेल बजी।

मैंने कहा- आईईई … आह्ह आ जाओ अंदर, दर्द से मरी जा रही हूं।

मैंने पैर खोल लिए थे और पीठ टिका कर बैठ गई थी।
वह अंदर आया और बोला- मैम क्या हुआ, डॉक्टर को बुलाऊं?
मैंने कहा- नहीं, आप बस मुझे मेरे पर्स में से दवाई दे दो लगाने के लिए!

मेरी पीठ में दर्द रहता है तो मैं पर्स में दवाई की ट्यूब रखती हूँ.

उसने पर्स में से क्रीम निकाल कर दे दी।

मैं दवाई लगाने लगी लेकिन ऐसे नाटक कर रही थी जैसे मेरा हाथ वहां तक नहीं पहुंच रहा हो।

मैंने उसकी ओर देखकर कहा- आप लगा दोगे क्या?
वह बोला- हां मैम, मैं लगा देता हूं।

वह अंकल की उम्र का आदमी मुझे दवाई लगाने लगा।
मैंने कहा- ऊपर तक दर्द है।
धीरे धीरे उसका हाथ ऊपर तक आने लगा।

वह मेरी जांघों तक आ रहा था।
मैंने कहा- आह्ह, लगता है कमर में भी झटका आ गया है।
आप कमर में भी लगा दो थोड़ी।

फिर मैं उल्टी लेट गई और तौलिया खोल दिया। उसने तौलिया में हाथ डाला और कमर पर दवाई लगाने लगा।
उसके हाथ बड़े सख्त थे जिससे मुझे बहुत मजा आ रहा था।

मैंने कहा- थोड़ा और नीचे तक लगाओ।
वह नीचे आता गया और उसके हाथ मेरे नंगे चूतड़ों तक आने लगे।
मैं बोली- हां, यहीं पर ज्यादा दर्द है, यहीं पर लगाते रहो।

वह मेरे चूतड़ों पर दवाई लगाने लगा।
धीरे-धीरे वह मेरे चूतड़ों को दबा रहा था और मुझे बहुत मजा आ रहा था।

फिर मैंने कहा- अब आगे की तरफ भी लगा दो।
मैं सीधी होकर लेटी और वह मेरी जांघों पर दवाई रगड़ने लगा।

तब मैं उसकी तरफ ही देख रही थी।
वह भी बार बार मेरी आंखों में देख रहा था।

मेरे मुंह से हल्की आहें निकल रही थी और उसका हाथ मेरी चूत के करीब पहुंचकर लौट जाता था।

तभी मैंने टांगें फैला दीं।
इससे उसकी भी हिम्मत बढ़ गई।

वह मेरी चूत के आसपास हाथ फिराने लगा।
मेरी चूत गीली होने लगी।

कुछ पल बाद मुझसे रुका न गया और मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर रखवा दिया।

मैंने उसे अपने ऊपर खींच लिया और उसके होंठों को चूसने लगी।

उसने भी मेरा तौलिया झट से हटाया और मेरी चूचियों को मसलने लगा।
वह मेरी चूत के दाने को रगड़ने लगा।

हम दोनों पूरे जोश में एक दूसरे को चूम रहे थे।
मैं उसकी शर्ट के बटन खोलने लगी।

वह मेरी चूचियों को पीने लगा।
बीच में वह मुंह हटाकर बोला- आह … तुम कितनी सेक्सी हो यार, काश मेरी वाइफ होतीं।

मैंने कहा- क्यों, तुम्हारी बीवी नहीं है क्या?
वह बोला- है, लेकिन अब उम्र हो गई उसकी, मजा नहीं आता उसके साथ!

मैंने कहा- कितने साल की है?
वह बोला- 43 साल की है।

मैं- और तुम कितने के हो?
उसने कहा- मैं 49 का हो गया हूं।

मैं- तो बूढ़े तो तुम भी हो चुके हो।
वह बोला- हां, लेकिन बस उम्र से, जोश से नहीं।

वह फिर से मेरी चूचियों को पीने लगा और मैं उसका मुंह चूचियों में दबाते हुए आह् … इस्स … आह्ह … उम्म करने लगी।
फिर वह मेरी बॉडी को चाटते हुए नीचे की ओर जाने लगा और मेरी नाभि पर जीभ फिराने लगा।

फिर वह नीचे मेरी जांघों को चाटने लगा।
मैंने अपनी टांगें चौड़ी कर दीं और उसने मेरी चूत पर जीभ रख दी।

मेरी तो आंखें ऊपर चढ़ गईं चूत पर जीभ लगते ही।

मैं गांड उठा उठाकर चूत को उसके होंठों पर दबाने लगी- आह्ह … येस बेबी … चाटो आह्ह … ऐसे ही चाटते रहो।
वह भी मस्ती में चाटते हुए बोला- आह्ह कितनी मस्त चूत है … क्या खुशबू है चूत की!

वह 10 मिनट तक लगातार मेरी चूत चाटता रहा।
फिर वह ऊपर आकर मेरे होंठों को चूसने लगा।

उसके बाद हम दोनों अलग हुए और बेड पर आ गए।

मैंने उसकी बॉडी को चूमना शुरू किया और नीचे की ओर जाने लगी।

चूमते हुए वह पागल होने लगा और बोला- आह्ह साधना बेबी … तेरे जैसी गर्म लड़की मैंने आज तक नहीं देखी।

मैंने उसकी पैंट खोल दी और फिर मुंह से खींच कर अंडरवियर भी उतार दिया।
मेरी आंखों के सामने उसका लम्बा-मोटा लंड फनफना गया।

मैं बोली- आप तो सही कह रहे थे अंकल, आप तो अभी भी जवान हो। क्या मस्त लंड है।

मैंने लंड पर मुंह टिका दिया और चूसने लगी।
मैं बीच बीच में लंड पर जीभ फिरा रही थी।

वह मेरे सिर को पकड़ कर धक्के देने लगा।

धीरे धीरे उसकी पकड़ बढ़ गई और वह मेरे मुंह में लंड को गले तक ठूंसने लगा।
मैं छटपटाने लगी। मैं उसको रोकने की कोशिश कर रही थी लेकिन वह नहीं रुक रहा था।

मेरी आंखों से पानी आने लगा और मुंह से थूक बहने लगा था।
पूरे रूम में गूं गूं … गूं ऊंऊं की आवाज गूंज उठी थी।

मेरी हालत खराब होने लगी, मेरे गले में दर्द होने लगा।

दस मिनट की लगातार मुंह चुदाई के बाद उसने मेरा सिर छोड़ा।
मैंने लन्ड मुंह से निकाला और हांफने लगी।

तब मैंने उसकी जांघ पर थप्पड़ मार कर कहा- इतनी बुरी तरह से कोई मुंह को चोदता है क्या?
वह बोला- सॉरी मेरी जान, इतना तो चलता है!

उसके लंड पर बहुत सारा थूक लग गया था।
मैंने लंड को पकड़ा और दोनों चूचियों के बीच में दबाकर ऊपर नीचे रगड़ने लगी।

वह लेटे हुए आहें भर रहा था- आह्ह बहुत मजा आ रहा है, करती रह ऐसे ही। मेरी बीवी ने ऐसा कभी कुछ नहीं किया।

मैं बोली- मैं आपकी साधना रंडी हूं, मैं दूंगी आपको मजा!
वह बोला- हां, बहन की लौड़ी … रंडी … कुतिया … आह्ह करती जा!

फिर उसने मुझे रोका और मुझे बेड पर पटक मेरी टांगों के बीच आ गया।
मैं अपनी दोनों टांगें फैला कर लेटी थी।

उसने मेरी चूत पर थूका और फिर अपना लंड चूत पर रगड़ने लगा।
मैं पागल होने लगी।
Xxx मजा से तड़पती हुई मैं बेडशीट को नोचने लगी।

मैं सिसकारी- आह्ह अंकल … अब नहीं रहा जा रहा। प्लीज अंदर डाल दो!

मेरे कहते ही वह मेरी तरफ झुका और मेरे दोनों तरफ अपने हाथ टिका कर मेरी आंखों में देख बोला- रेडी जान?
मैं- आह्ह … जल्दी … बेचैन हो रही हूं।

कहते ही उसने एक जोरदार शॉट मारा और मोटा लन्ड मेरी गरम Xxx चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया।
मैंने अपनी गांड जोर से ऊपर उठाई और मेरी आंखें भी साथ-साथ चढ़ गईं।

मैं चीखी- आआ आ आआह मर गईईई … अंकल … मेरी चूत फट गईईई … निकालो प्लीज। बहुत दर्द हो रहा है।
लेकिन वह मेरे ऊपर लेट गया।
फिर मेरे होंठों को चूमने लगा।

कुछ देर बाद मैं भी चुदाई में साथ देने लगी।
वह धीरे धीरे धक्के लगाने लगा।
मैं उसकी पीठ सहलाने लगी।

कुछ देर बाद मैं गांड उठा उठाकर चुद रही थी।
उसका मोटा लंड मेरी चूत में पूरा समा रहा था।

धीरे धीरे मुझे इतना मजा आने लगा कि मैं उसकी पीठ को नोचते हुए चुदने का मजा लेने लगी।

फिर उसकी स्पीड तेज होने लगी- येस्स … आह्ह साधना मेरी जान … कैसा लग रहा है?
मैं- आह्ह बेबी … चोदो आह्ह!

दस मिनट चोदने के बाद वह रुक गया।
वह मेरी बगल में आकर लेट गया।

मैं झट से उठी और उसकी दोनों टांगों के बीच जाकर लंड को Xxx चूत पर लगाकर बैठती चली गई।
बैठते हुए मैंने पूरा लंड चूत में ले लिया और चुदने लगी।

वह आराम से लेटा हुआ मेरी चूचियों को मसलने लगा।
मैं- आह्ह चोदो मेरे राजा … आह्ह्ह!

वह भी नीचे से धक्के दे देकर मेरा साथ दे रहा था- आआह ह्ह मेरी जान … क्या चूत है तेरी, साली चल आ … मेरे ऊपर लेट!

मैं जैसे ही उस मैनेजर के ऊपर लेटी उसने मुझे नीचे से पकड़ लिया और पूरी स्पीड में पेलने लगा।
पूरा रूम फट फट … फट फट की आवाजों से गूंजने लगा।

मैं- आह्ह चोदो मेरे राजा … आह्ह फाड़ दो।

मैनेजर मुझे कस कर 5-7 मिनट तक ऐसे ही चोदता रहा।
फिर उसने मुझे घोड़ी बनने को कहा।
मैं जल्दी से घोड़ी बन गई।

बूढ़ा मैनेजर मेरे पीछे आया और मेरी गांड के छेद को हाथों से फैला कर उस पर जीभ रख दी।
वह मेरी गांड के छेद को चाटने लगा।
मैं पागल सी होकर मचलने लगी।

तभी उस अंकल ने मेरी गांड के अंदर जीभ घुसेड़ दी।
मैं मचल उठी और बेडशीट को नोचने लगी, मैं गांड आगे पीछे धकेल उसके मुंह में चूतडों को दबाने लगी।

अंकल ने मेरी गांड अच्छे से चिकनी करके अपनी जीभ बाहर निकाली और बोले- बेबी, क्या मैं तेरी गांड मार सकता हूं?
मैं भी उसके काम से बहुत खुश थी।

तो मैं बोली- मैं अभी सिर्फ आपकी हूं, आपको जो चोदना है चोद सकते हो। डाल दो मेरी गांड में अपना लन्ड लेकिन प्यार से। मेरे बॉयफ्रेंड का आपके जितना बड़ा और मोटा नहीं है।

फिर उस बूढ़े मैनेजर ने क्रीम ली और मेरी गांड पर अच्छे से लगा दी।
उसने अपनी उंगली अंदर डाली और अंदर बाहर करने लगा।

मैं उंगली से चुदने का Xxx मजा लेने लगी।

मैंने बेड को कस कर पकड़ लिया।
मेरा पूरा बदन मचल रहा था।

इसके कुछ पल बाद ही एक ऐसा झटका लगा जिससे मैं हिल गई।
अंकल ने बिना पूछे जोर के झटके के साथ अपना लंड मेरी गांड में पेल दिया।

मेरी आंखें बाहर निकल गईं।
मैं छटपटा गई।
मेरी चीख निकली- आह्ह मर गईईई ऊईईई मम्मी … फट गई मेरी गांड … निकालो अंकल बाहर!

लेकिन मेरी गांड चुदाई शुरू हो चुकी थी और वह अब रुक नहीं रहा था।
कुछ देर में मेरा दर्द कम हुआ तो मैं उसका साथ देने लगी।

चोदते हुए वह बोला- मेरी रानी, आज से यह होटल तेरे लिए फ्री! तुझे कोई पैसा नहीं देना होगा। खाना-पीना सब फ्री रहेगा।

मैं भी चुदते हुए अंकल को थैंक्स कह रही थी- आह्ह और चोदिए अंकल … आह्ह मारो मेरी गांड, मजा आ रहा है।

अंकल ने 15 मिनट मेरी गांड जम कर चोदी।
फिर उसका पानी निकलने को हुआ तो मैंने उसे बेड पर लेटाया और लन्ड मुंह में लेकर जोर जोर से चूसने लगी।

अंकल की आहें निकलने लगीं। कुछ पल बाद तभी उसका पानी मेरे मुंह में निकलने लगा। मैं लन्ड तेज़ी के साथ चूसती हुई माल निगलती गई।

मैनेजर अब शांत हो गया।
मैंने उसका लंड चूसकर साफ कर दिया।

फिर हम दोनों बगल में लेटकर एक दूसरे को चूमने लगे।

उसके बाद उसने कपड़े पहने और निकल गया।
मैंने फिर शावर लिया और अपने घर के लिए निकल गई।

तो दोस्तो, यह थी मेरी कहानी।
आगे क्या हुआ वह भी मैं जल्द ही आप लोगों को बताऊंगी।
तब तक के लिए आपसे विदा लेती हूं।

आप मेरी गरम चूत Xxx मजा कहानी पर अपने कमेंट जरूर देना।
मुझे ईमेल पर मैसेज भी भेज सकते हैं।
मेरा ईमेल है- [email protected]

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