बॉलीवुड हिरोईन के साथ मेरी सेक्स फैंटेसी- 2
(Famous Celebrity Sex Rumors)
फेमस सेलेब्रिटी सेक्स रयूमर स्टोरी में मैंने कल्पना की फिल्मी लाइन के एक प्रसिद्ध आदमी की अभिनेत्री बीवी के साथ सेक्स की. उसने खुद मुझे उनकी बीवी को चोदने को कहा।
नमस्कार दोस्तो, मैं आरव फिर से हाजिर हूं अपनी कल्पना वाली सेक्स कहानी के साथ।
कहानी के पहले भाग
बॉलीवुड हिरोईन का कुकोल्ड पति
में मैंने आपको बताया था कि कैसे ई सीरीज़ के मालिक भूपत सर ने मुझे उनकी बीवी भव्या की चुदाई के लिए मनाया।
मैं भव्या मैम के घर गया और फिर सर के सामने हमने किस किया।
अब हम रूम में आ गए और काफी देर तक एक दूसरे के होंठ चूसते रहे।
मैंने भव्या मैम की ब्रा उतारना चाहा तो वो खुद ही नंगी होने के लिए तैयार हो गईं।
अब आगे फेमस सेलेब्रिटी सेक्स रयूमर:
मैं भव्या मैम की ब्रा का हुक खोलने लगा।
मैम- कभी किसी की ब्रा उतारी है पहले?
मैं- मैं तो औरत के करीब ही पहली बार आया हूं मैम, ब्रा उतारने की बात ही दूर है।
भव्या मैम- मतलब मेरे साथ ही पहली बार बैटिंग कर रहे हो!
मैं- हां।
भव्या मैम (स्माइल करते हुए)- कोई नहीं, मैदान बहुत अच्छा है … आराम से खेलना।
मैं (मजाक में)- आप आराम से बोल रही हो और बाहर बैठे कप्तान (भूपत सर) धुआंधार बैटिंग करने के लिए बोल रहे हैं।
भव्या मैम- खेलना तुझे है, उनको नहीं। वैसे भी मैदान में पिच मेरी घिसेगी, उनकी नहीं।
मैं- कप्तान की बात टाल नहीं सकता न!
भव्या मैम- मैदान की मालिक मैं हूं। वैसे वो तो बैटिंग कम कर पाते हैं, आज तुम्हारे पास बैटिंग करने का मौका है।
इतने में मैंने ब्रा का हुक खोल दिया।
भव्या मैम ने खुद ही ब्रा निकलवा दी।
उनके नंगे बूब्स देखकर मैं तो पागल हो गया।
भव्या खोसला कुमार के गुलाबी-रसीले होंठ और उनके नीचे एकदम गोरी-गोरी, नंगी, तनी हुई चूचियां देखकर मेरे मुंह में इतना पानी आ रहा था जैसे अब मुंह से बाहर ही गिरने लगेगा।
मैं- आपको निराश नहीं करुँगा मैम!
भव्या मैम (स्माइल करते हुए)- शाबाश!
मैं- आपकी परमिशन हो तो?
भव्या मैम- प्यार से खेलना।
मैंने प्यार से भव्या मैम के कातिलाना बूब्स पर हाथ रखा और उनको सहलाने लगा।
मैम मदहोश होने लगी।
वो कसमसाते हुए बेड पर लेट गई।
नंगी चूचियों के साथ भव्या को ऐसे देखकर मैं तो और भी ज्यादा उत्तेजित हो गया।
मेरा लंड फटने वाला था।
मैं अब और ज्यादा बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था।
मैम को भी मेरी हालत दिखी और मेरे पूरे कपड़े उतारने का इशारा उन्होंने कर दिया।
मैं मैम के सामने नंगा होने लगा।
जैसे ही मैंने अंडरवियर उतारा मेरा लंड देखते ही मैम के मुंह से निकल गया- ओ माय गॉड!
भव्या मैम- उस ड्रॉअर में प्रोटेक्शन होगा, ले लो।
ड्रॉअर खोला तो उसमें चार पैकेट कॉन्डम के रखे हुए थे।
मैंने एक उठाया और उसमें से कॉन्डम निकाल कर खोलने लगा।
मैं पहली बार आज कॉन्डम इस्तेमाल करने जा रहा था, और वो भी अपने बॉस की बीवी की चुदाई के लिए।
जब तक मैंने कॉन्डम लंड पर चढ़ाया मैम अपने सारे कपड़े उतार कर नंगी हो चुकी थी।
नंगी मैम को देखकर मेरा लंड भी यहां-वहां डोलने लगा।
नग्न अवस्था में मैम कयामत लग रही थी।
मैं धीरे से उनके पास गया।
मैम की तिरछी नजर मेरे लंड पर टिकी हुई थी।
वो बोलीं- अब किसका इंतजार है? शुरू करो।
मेरे पास जाते ही मैम ने अपनी गोरी टांगें खोल दीं।
जैसे ही मैम ने पैर फैलाये उनकी चूत मेरे सामने थी।
एकदम मखमली चूत, गुलाबी रंग की, और ज्यादा खुली नहीं थी।
मैंने उनके पैर फैलाए, मुझे थोड़ी झिझक हो रही थी।
मैम ने भी मुझे थोड़ी अजीब नजर से देखा।
मैं अपने बॉस की बीवी को चोदने जा रहा था, और मैम एक गैर लड़के से अपनी चूत मरवाने जा रही थीं।
मैंने भव्या मैम को किस करना शुरू किया।
फिर मैंने उनकी गर्दन को चूमना शुरू कर दिया, फिर बदन को चूमने लगा।
मैम उत्तेजित होने लगी।
सर ने मुझे कहा था कि चुदाई शुरू करने से पहले मैम की चूत चाटना।
तो मैंने वैसा ही किया।
मैं उनके बदन पर किस करता हुआ जांघों के पास पहुंचा।
चूत चाटना मेरे लिए एक अजीब काम था लेकिन यह मुझे करना ही था।
मैंने गहरी सांस लेकर चूत पर जीभ लगा दी।
जैसे ही मैंने भव्या की चूत पर जीभ से छुआ, वो सिहरकर मुझसे लिपट गई।
भव्या मैम- क्या कर रहे हो!
मैं- वो … सर ने चाटने के लिए बोला था!
भव्या मैम- वॉट?
मैं- सर ने बोला था तो मुझे लगा आपको पंसद होगा।
भव्या मैम- उसने खुद कभी ऐसा नहीं किया है। वैसे भी, मैंने कभी नहीं बोला है उन्हें कि मुझे यह पंसद है। तो तुम्हें ऐसा करने की जरूरत नहीं है।
मैं- अब आपको मजा देना मेरा काम है, तो कुछ भी करूँगा।
भव्या मैम- ठीक है फिर, बस काट मत लेना!
फिर मैं वापस पोजीशन बनाकर भव्या मैम की चूत को चाटने लगा।
मैं जोर से उनकी चूत को चूसना शुरू किया तो वो छटपटाने लगीं।
मैम ने बेडशीट को मुट्ठी में भींचकर खींचना शुरू कर दिया।
वो मदहोश होने लगी और बात उनके बर्दाश्त के बाहर जाने लगी।
भव्या मैम- आरव बस कर … मुझसे रहा नहीं जा रहा।
मैं रुक गया; मैं मैम की तरफ देखने लगा।
उन्होंने टांगें फैलाकर मुझे उनके ऊपर आने का इशारा किया।
मैं उनके ऊपर जाकर किस करने लगा।
वो भी जोर से मुझे किस करने लगीं।
भव्या मैम की चूत में अब पूरी चुदास भर चुकी थी जो वो होंठों से निकालने की कोशिश कर रही थीं।
कुछ देर में मैं हांफने लगा … मैम ने बहुत जोर से होंठों को चूसा।
मैं- मैम अंदर डाल दूं?
भव्या मैम- हम्म …
मैंने फिर से पोजीशन ली और चूत पर लंड को सेट कर दिया।
फिर मैंने आराम से धक्का लगाया लेकिन मेरा लंड फिसल गया।
मैम बार-बार मेरे लंड की तरफ देख रही थी।
मैंने फिर से लंड सेट करके धक्का लगाया।
हल्का सा लंड घुसते ही मैम की आह्ह … निकल गई।
मैंने फिर धीमे से लंड को घुसाना शुरू किया।
कुछ ही पल बाद मैम मदहोश सी होने लगी।
जैसे-जैसे लंड मैम की चूत की गहराई में जाने लगा मेरा जोश बढ़ने लगा।
मैंने एक धक्का जोर से लगाया और आधे से ज्यादा लंड मैम की चूत में ठोक दिया।
मैम चिल्ला उठी- आआ आआह।
अब मैंने भव्या खोसला कुमार की चुदाई शुरू कर दी।
हर झटके के साथ मैम का जिस्म मचल सा जाता था।
उनके चेहरे का रंग बदलने लगा था। उनके मुंह से लगातार सिसकारें निकल रही थीं- ऊह्ह आह्ह … ओह्ह … ऊह्ह।
मैंने अपनी स्पीड और ज्यादा बढ़ा दी।
अब मैम के मुंह से भी आह्ह … आईई … आह्ह … करके कामुक सिसकारियां और तेजी के साथ निकलने लगीं।
मैं ताबड़तोड़ मैम की चूत की ठुकाई करने लगा।
मगर मैं इतनी गर्म और रसीली चूत के सामने ज्यादा देर टिक नहीं सका।
पांच मिनट में ही मेरा माल छूटने को हो गया।
मैं मैम की चूत में खाली हो गया।
थक कर मैं उनके ऊपर लेट गया।
हम दोनों की गर्म सासें एक दूसरे के बदनों को छू रही थीं।
फिर थोड़ा होश आने के बाद मैं उनके ऊपर से उठा और कॉन्डम लंड से उतार कर डस्टबिन में फेंक दिया।
भूपत सर ने अपनी बीवी को संतुष्ट करने के लिए खास मुझे बुलाया था।
मैंने सोचा भी कि जमकर ठोकूंगा लेकिन मैं पांच मिनट ही टिक सका।
शायद मैं मैम की उम्मीद पर खरा नहीं उतर सका- सॉरी मैम।
भव्या मैम- क्यों?
मैं- वो … जल्दी मेरा पानी निकल गया तो आपको पूरी खुशी नहीं दे पाया।
भव्या मैम- तुम्हारा पहली बार था लेकिन परफॉर्मेंस बहुत अच्छा था। आज तो तुम जान ही निकाल देते अगर छूट नहीं जाता तो!
मैं- आपकी जान निकाल कर मुझे भूपत सर के हाथों मरना थोड़े ही है।
भव्या मैम मुस्कराने लगी।
मैं- मुझे शायद बाहर जाना चाहिए, भूपत सर इंतजार कर रहे होंगे।
भव्या मैम- वो तो दूसरे कमरे में सो गए होंगे, तुम आज की रात इधर सो सकते हो।
मैम ने सामने से सोने के लिए बोला था तो में भी मना नहीं कर सकता था।
भव्या मैम का सेक्सी फिगर देखकर मेरा दिल मचल रहा था।
10 मिनट तक मैं लेटा रहा लेकिन नजर मैम के बदन से हट नहीं रही थी।
मेरा फिर से मूड बनने लगा।
मैम आंखें बंद किए सो रही थीं।
ऐसा लग रहा था जैसे वो कुछ सोच रही हों।
मैं उनको प्यार करना चाह रहा था लेकिन डर था कहीं मना न कर दे।
जो मौका मुझे दिया गया उसको मैं कुछ खास पूरा नहीं कर पाया था।
सोचते हुए कई मिनट निकल गए।
मेरा बदन अकड़ने लगा था।
मैंने सोचा कि अब तो मैम के पास जाना ही पड़ेगा।
मैं (धीमे से उनके कान में)- मैम …
भव्या मैम (आंखे खोलते हुए)- हां, बोलो?
मैं- आपको एक किस कर सकता हूं?
मैम ने मेरी तरफ देखा और उनकी नजर मेरे खड़े लंड पर पड़ी।
भव्या मैम- फिर से खड़ा हो गया?
मैं- हम्म …
भव्या मैम- चाहते क्या हो?
मैं- वो … मैम … वो …
भव्या मैम- शर्मा क्यों रहे हो, साफ-साफ बोलो ना कि चोदना चाहते हो?
मैं- आपसे बोलने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था।
भव्या मैम- पहले जाकर कॉन्डम लगा लो, फिर कर लेना जो करना है।
मैं- सच में?
भव्या मैम- सेक्स के अलावा और कुछ भी चाहते हो क्या?
मैं- नहीं-नहीं।
भव्या मैम- तो ठीक है।
मैं तुरंत बेड से नीचे गया और फटाक से लंड पर कॉन्डम लगा दिया।
मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैम चुदाई के लिए तैयार होगी।
शायद मैम समझ गई होगी कि रात को मेरा मन फिर से विचलित होगा इसलिए उन्होंने मुझे अपने साथ सोने के लिए रोक लिया था।
अब मैंने भी सोच लिया था कि अबकी बार मैम की जबरदस्त चुदाई करनी है ताकि वो पूरी तरह से खुश हो जाए और चुद-चुदकर थक जाए।
फिर मैं और मैम एक दूसरे के होंठों को किस करने लगे।
अब मैम ने खुद को बिल्कुल मुझे जैसे सौंप दिया था।
मैं मैम के साथ जो चाहे कर सकता था।
हम कई मिनट तक लगातार किस करते रहे।
भव्या मैम- इतना अच्छा किस करना किसने सिखाया?
मैं- जिंदगी में पहली बार आज ही किया है।
भव्या मैम- तुम्हें देखकर लगता नहीं है कि आज पहली बार ये सब कर रहे हो।
मैं- फिल्में देखकर सब सीख लिया है मैम।
भव्या मैम- सेक्स करना भी?
मैं- ऐसा ही कुछ समझ लीजिए।
भव्या मैम- तुम बहुत स्पीड में करते हो, थोड़ा आराम से करना … वैसे भी तुम्हारा काफी बड़ा है तो दर्द भी होता है।
मैं- सर का भी बड़ा होगा न?
भव्या मैम- उनका इतना बड़ा होता तो तुम्हें ऊपर चढ़ने का मौका थोड़े ही मिलता!
इतने में मैंने भव्या मैम के पैर फैलाते हुए उनसे इशारे में ही चुदाई की परमिशन मांगी।
मैम- अब तुम बिना परमिशन भी कर सकते हो।
मैम लंड लेने के लिए तैयार थीं और मैं लंड देने के लिए।
चूत पर लंड लगाकर मैंने धक्का देते हुए अंदर लौड़ा घुसाकर मैम को चोदना शुरू किया तो उनके चेहरे के हाव-भाव बदलने लगे।
धीमे-धीमे झटकों के साथ मैंने पूरा लंड अंदर घुसा डाला और चोदता रहा।
कुछ ही देर में मैम के मुंह से कामुक आवाजें निकलने लगीं- आह्ह आरव … ओह्ह … ओह्ह … अम्म … आह्ह … आई लाइक इट … उम्म … आह।
भव्या मैम की इन कामुक आवाजों से मुझे और ज्यादा जोश चढ़ता जा रहा था।
उनकी सांसें मेरे चेहरे पर आकर लगतीं तो जोश दोगुना सा हो जाता।
फिर अचानक ख्याल आया कि मेरे पास भव्या मैम को चोदने का यह पहला और आखिरी मौका है।
इसलिए मैं भव्या मैम की गुलाबी खूबसूरत चूत को केवल आज की रात ही चोदकर मजा ले सकता था।
मेरे मन में ख्याल आया कि जितना चोदना है, जितना मजा लेना है आज ही ले ले … फिर शायद मौका ना मिले।
मैंने अब पूरी ताकत के साथ भव्या मैम की चूत में लंड पेलना शुरू कर दिया।
भव्या मैम- आाआ … आह आरव … धीमे … धीमे करो आह्ह … ओह आ आह।
कभी धीमे तो कभी जोश में आकर फुल स्पीड में मैं मैम को चोद रहा था जिस वजह से उनको काफी दर्द हो रहा था।
फिर भी भव्या मैम मुझे झेल रही थी क्योंकि उनको यह दर्द का अनुभव लेना था। ऐसे बिना रुके लगातार मैं दस मिनट तक मैम की चुदाई करता रहा।
एक बार फिर से मैं खाली होने की कगार पर आ पहुंचा और धक्के लगाते हुए भव्या मैम की चूत में मैंने सारा पानी निकाल दिया।
मैं वहीं पर मैम के पास गिर पड़ा।
भव्या मैम भी हांफ रही थी।
अब थकान से मेरा बदन टूट रहा था।
तीन-चार मिनट बाद मैम खुद को संभालते हुए खड़ी हुई और गांड मटकाती हुए बाथरूम की ओर जाने लगी।
उनकी गांड देखकर मेरा मन भी मचल उठा।
मेरा मन किया कि मैं बाथरूम में जाकर उनकी गांड मार लूं।
फिर दस मिनट बाद मैम शावर लेकर नाइट सूट में बाथरूम से बाहर निकली।
उन्होंने मुझे देखकर स्माइल की।
भव्या मैम- कपड़े पहन लो।
मैं- मन नहीं है मैम!
भव्या मैम आइने के सामने खड़ी होकर अपने बाल संवारने लगी।
तभी मुझे मैम पर प्यार आने लगा और मैं खड़ा होकर उनके पास गया और पीछे से उनको बांहों में भर लिया।
भव्या मैम- अच्छा स्टेमिना है तुम्हारा। आज पहली बार भूपत से ज्यादा चोदा है किसी ने, वरना तेरे सर का इंजन तो गर्म होते ही ठंडा हो जाता है।
मैं- मैं आपका पति नहीं हूं. वरना कभी कोई कमी नहीं रहने देता।
भव्या मैम- तब तो तुम पता नहीं मेरी क्या हालत करते।
मैं- तब तो फिर मैं रोज आपके ऊपर चढ़ता।
भव्या मैम- इतना भी प्यार नहीं चाहिए।
ऐसे ही बात करते हुए मैम मेरी तरफ घूम गई और किस करने लगी।
मैं भी उनका साथ देने लगा।
हम कई मिनट तक किस करते रहे।
फिर मैम ने मुझे प्यार से पैंट पहनने को कहा।
मैंने पैंट पहन ली।
फिर हम दोनों बेड पर लेट गए।
कमरे में हल्की लाइट जल रही थी।
हम दोनों सोने लगे।
करीब 6 बजे मेरी नींद खुल गई।
मैंने देखा तो मैम अधनंगी थी और एकदम से सीधी होकर सो रही थी। उनकी चूत साफ दिख रही थी क्योंकि नाइट सूट चूत के ऊपर से हट गया।
मुझमें पता नहीं कहां से हिम्मत आई कि मैं उनके ऊपर जा लेटा और किस करने लगा।
मैम की भी आंखें खुल गईं और वो मुझे देख स्माइल करने लगीं।
उन्होंने फिर टाइम देखा और फिर मुझे देखा।
मैं पूरा नंगा होकर उनके ऊपर लेटा था।
भव्या मैम- अभी भी तेरा मन नहीं भरा?
मैं- सुबह हो गई है और यह आखिरी मौका है, आपके कमरे से बाहर जाते ही ऐसा मौका दोबारा नहीं मिलेगा मैं जानता हूं।
भव्या मैम- बहुत शातिर हो, इतना जोश कहां से आता है?
मैं- आपको देखकर आ जाता है मैम!
इतने में मैम ने पेट पर बंधा नाइट सूट का रिबन खोल दिया और उसे हटाते हुए पूरी नंगी हो गई।
भव्या मैम- ले कर ले अपनी मन की मुराद पूरी।
मैंने तुरंत भव्या मैम के ऊपर पोजीशन बना ली।
तभी भव्या मैम ने मुझे रोक लिया।
भव्या मैम- पागल … पहले कॉन्डम तो लगा ले, ऐसे ही चढ़ेगा क्या!
मैं- ओह सॉरी।
मैं तुरंत कॉन्डम लगाकर वापस आकर मैम के पैर फेलाकर ऊपर चढ़ गया।
बिना पल की देरी के मैंने मैम की चूत पर लंड लगाया और धक्का देकर चोदना शुरू कर दिया।
अंदर ही अंदर मैं खुश हो रहा था कि मैम ने मुझे इतने मौके दिए।
एक ही रात में मैं तीसरी बार भव्या की चुदाई कर रहा था।
मुझे मैम को चोदते हुए अब भी उतना ही मजा आ रहा था।
लगभग पंद्रह मिनट तक मैंने मैम की प्यार भरी चुदाई की।
उनको चूत में दर्द भी हो रहा था लेकिन मैम ने पूरा साथ दिया।
फिर मैं उनकी चूत में कंडोम में खाली हो गया।
चुदाई होने के बाद मैम बाथरूम में नहाने चली गई।
फिर वो बाहर आईं और तैयार होकर रूम से बाहर चली गईं।
उनके जाने के बाद मैं बाथरूम में गया।
कुछ देर में रेडी होकर मैं भी बाहर आ गया।
भूपत सर लिविंग रूम में बैठे हुए न्यूजपेपर पढ़ रहे थे।
मैम उनके पास जूस का गिलास लेकर बैठी थीं।
भूपत सर- तो कैसी रही रात?
भव्या- अच्छी रही।
भूपत- फिर चेहरा क्यों उतरा हुआ है?
भव्या- तुम्हारे फेवरट आरव की वजह से।
भूपत- क्यों उसने तुम्हें खुश नहीं किया?
भव्या- उम्मीद से ज्यादा सेक्स किया उसने, गजब का जोश है। उसने तो मेरी चूत सुजा दी।
भूपत- एक रात में ही चूत सुजा दी तुम्हारी?
भव्या- तीन बार चुदाई की, ऊपर से उसका हथियार भी तगड़ा है!
बोलकर मैम ने जूस खत्म किया और अंदर चली गईं।
फिर मैं आया तो मेरा नाश्ता रेडी रखा था।
मैंने नाश्ता किया।
मेरे जाने का समय हुआ तो मैम किचन में जा चुकी थीं।
फिर मैं सर को नमस्त करके वहां से निकल गया।
भव्या मैम की चुदाई की रात को मैं कभी नहीं भूल सकता दोस्तो।
मैम को चोदने में जो मजा आया ऐसा मजा शायद स्वर्ग में भी न मिले।
भव्या मैम मेरी बीवी होती तो उनकी इतनी चुदाई करता कि उनको दूसरे कामों के लिए फुर्सत ही नहीं मिलती।
तो दोस्तो, आपको मेरी काल्पनिक दुनिया की यह कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताना।
आपकी प्रतिक्रिया अच्छी रही तो कहानी का दूसरा अध्याय भी लिखने की कोशिश करूंगा।
हो सकता है कि अगली बार भूपत सर की गैरमौजूदगी में मुझे भव्या मैम की चुदाई का मौका मिल जाए।
और क्या पता भव्या मैम की गांड चोदने का मौका भी मिल जाए!
फेमस सेलेब्रिटी सेक्स रयूमर स्टोरी पर आप अपने कमेंट्स में अपनी राय जरूर बताना। आप मुझे ईमेल भी कर सकते हैं।
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