पति और खान के साथ दुबई में रंगरलियाँ-3
(Pati Aur Khan Ke Sath Dubai Me Rangreliyan- Part 3)
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मैंने गहरे लाल रंग की लिपस्टिक और भीनी खुश्बू वाला इत्र लगाया, फिर आईने में देखा। मैं एक शाही नग्न रानी की तरह लग रही थी, एक कामुक गदराई रति की देवी, एक मस्त चुदासी, प्यासी पोर्न-स्टार सी।
मैंने देखा, खान बाथरूम के दरवाजे पर खड़ा था पूरी तरह से नग्न! गठीले शरीर के साथ लगभग 6 फीट, उसका बड़ा लण्ड एक बडे अफ़्रीकी केले की तरह लटक रहा था…
मैं सम्मोहित थी और वहीं उसे चूसना चाहती थी।
वह मुस्कुराया और करीब आया और कहा- इंशा अल्लाह! तुम अद्भुत, बहुत सेक्सी लग रही है… रण्डियों की रानी…पोर्न-स्टारों की मल्लिका।
मैंने कहा- थैंक यू खान! इन क़ीमती गहनों के लिए!
उसने कहा- तुम्हें अपनी रण्डी बनाने के लिए कुछ भी करूँगा सोना बेगम!
उसने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया, मेरी योनि में एक अजीब जंगली अनुभूति होने लगी।
उसने मुझे चुम लिया लिया।
मेरी चूचियाँ उसके बाल वाले सीने से रगड़ खा रही थीं। मेरी बड़ी गांड वाले बदन को उसने आसानी से सँभाले हुए बिस्तर के क़रीब ले आया।
फिर शाही बिस्तर पर फेंक कर खुद भी उस पर कूद गया…! वह बेसब्री से मेरे नग्न शरीर का स्वाद लेना चाहता था।
प्रेम आकर सोफे पे बैठ गया और डिजिटल कैमरे से हमारी नग्न तस्वीरें लेने लगा।
खान मेरे ऊपर आ गया, उसका भारी शरीर मुझे कुचल रहा था। सोने का हार मेरी सांवली बड़ी चूचियों से हटाते हुए उसने दोनों चूचियाँ चूमीं और बारी-बारी से दोनों तने हुए बड़े, गोल और भूरे चूचक को चूसने लगा।
मैंने उसके सर को अपनी चूचियों की तरफ दबाया, उसके सर के बाल मेरी नाक में गुदगुदी कर रहे थे।
उसका बड़ा लण्ड सांप की तरह मेरे फ़ूले हुए पकोड़े जैसी चूत को रगड़ने लगा। फिर उसका लण्ड मेरी कमरबंद के नीचे से मेरी बड़ी और गहरी नाभि में घुसने की कोशिश करने लगा।
मैंने उसकी छाती पर मेरी नाक की नथनी को रगड़ा और दांतों से उसके सीने को काटा, फिर उसके विशाल लण्ड को छुआ और पहली बार हाथों में पकड़ा।
फिर मैंने उसके साथ खेलना शुरू कर दिया, सहलाते हुए उसके बड़े लण्ड के गेंदों के साथ भी खेली मैं।
उसका लण्ड और भी विशाल हो गया था।
मैंने फुसफुसा कर कहा- तुम्हारा लण्ड तो बुर्ज़ से भी बड़ा महसूस हो रहा है।
उसने कहा- तुम्हारी भी चूचियाँ ताजमहल के गुंबद जैसी हैं और बड़े चूतड़ जैसे दो तरबूज!
मैं खिलखिला कर हँस दी।
उसने कहा- हँसती हो तो माधुरी जैसी लगती हो तुम कुतिया! जी करता है कि लण्ड मुंह में डाल दूँ!
डिजिटल कैमरे के साथ सोफे पर नग्न बैठा हुआ प्रेम मेरी और खान की सेक्सी तस्वीरें लेते जा रहा था।
‘खान! तुम्हारा लण्ड… वास्तव में एक घोड़े की तरह है…’ मैं उसके कान में फिर फुसफुसाई।
‘इसका स्वाद चाहिए?’ खान ने पूछा।
मैंने निचले होठों को काटते हुए हाँ कहा।
अब वह अपने बिस्तर पर घुटनों के बल बैठ गया और गर्व से अपने विशाल लण्ड को पकड़ कर हिलाने लगा।
मैंने नग्न प्रेम के छोटे लण्ड को देखा और खान के साथ तुलना की। खान का लण्ड लगभग तीन गुना बड़ा और मोटा था। किसी लोहे के हथोड़े जैसा!
मैं अब लण्ड का स्वाद चाहती थी, मैं अपने हाथों और घुटनों पर कुतिया की तरह बिस्तर पर खड़ी होकर हो गई, मेरी बड़ी चूचियाँ बड़े बेलफ़ल की तरह लटक रही थीं।
मैंने प्यासी नज़रों से उसके मोटे और तने हुए विशाल लण्ड को देखा।
अति-उत्तेजना के कारण उसके लण्ड से रस की बूंदें टपक रही थीं।
उसने लण्ड मेरी नाक पर छुआया, फिर मेरे मुँह पर!
मैं उसे जीभ से चाट कर आनन्द लेने लगी। फिर मैं उसे पकड़ कर मुंह में डालने की कोशिश करने लगी पर वह लण्ड मेरे लिए बहुत बड़ा था, पूरी तरह से मुंह में लेने में असमर्थ थी मैं!
उसने कहा- ले खा ले मेरा लण्ड मेरी कुतिया।
इधर प्रेम मेरी बड़ी गाण्ड को सहलाने लगा।
फिर वो जीभ से मेरी गांड की छेद और चूत के होंठ चाटने लगा। मेरे चूत की नथनी की वह जब चाटता तो काफी गुदगुदी होती और मुझमें वासना और भी बढ़ जाती।
मैं गाण्ड हिला -हिला कर मज़े लेने लगी।
मैं खान के लण्ड में लटक गई। उसके लण्ड और अंडकोषों को जीभ से देर तक चाटा। काफी मजा आ रहा था। कुछ देर तक खान के लण्ड चूसने और प्रेम द्वारा गांड चटवाने के बाद मैं चुदने को बेकरार होने लगी।
मैं बिस्तर पर लेट गई और अपने भारी जांघों को फैला दिया। प्रेम करीब आया और मेरे चूत की क्लोज फोटो ली।
खान ने चूत का निरीक्षण किया और उसे छुआ… उसकी ऊँगलियाँ मेरी चूत में थीं, उसने कहा- तुम काफी जँच रही हो इन गहनों में! तुम्हारे नाक की नथनी से भी सेक्सी तुम्हारी चूत की नथनी है। यह चूत एक बडे पिज़्ज़ा या सैंडविच की तरह है… मस्त गदराई हुई…! ठीक से कभी चुदाई नहीं हुई इसकी! सच में एक कली जैसी ही तुम्हारी कसी हुई लण्ड की प्यासी चूत! आज इसे चोदकर एक कमल का फूल बना दूंगा सोना बेगम!
उसने थोड़ी कठोरता से मेरी चूत को थप्पड़ मारा… फिर मुझे उलट कर मेरे बड़े कूल्हों पर थप्पड़ मारा और कहा- एक विशाल और मस्त गांड है तेरी कुतिया! इस गांड को भी ज़रूर चोदूंगा।
मैंने कहा- नहीं… मैंने कभी गाण्ड नहीं मरवाई।
उसने कहा- अभी नहीं बेगम! जब तुम खुद गांड में लण्ड लेने कहोगी तभी चोदूंगा। तुम्हें तो मैं दुनिया की सबसे कामुक महिला समझता हूँ। बिना गांड मरवाये तुम असली चुदक्कड़ रांड नहीं बन सकती।
मैं मुस्कुरा कर बोली- लालची कहीं के! पहले मेरी चूत तो चोद!
वह अब चोदने को तैयार था। मैंने उसके पहलवान लण्ड का बड़ा आकार देख चूत को प्रेम से चटवाकर गीला करने की सोची जिससे चूत में लण्ड आसानी से जाये।
प्रेम मेरी प्यासी योनि के दृश्य को देख बहुत गर्म था… वह सिर्फ अनुमति के लिए इंतज़ार कर रहा था… तत्काल मेरी बड़ी जांघों के बीच आ गया।
खान मेरे होंठ के रस चूसने लगा और बड़े स्तन सहलाने लगा, पहली बार, दो पुरुषों द्वारा मुझे सेवा मिल रही थी।
खान फुसफुसाया- आह… रसदार अनार की तरह बड़ी और कसी चूचियाँ है तेरी रण्डी!
खान ने कहा- जब तक प्रेम तेरी चूत चाट कर गीली करता है मैं तेरे सेक्सी माधुरी दीक्षित जैसे मुख को लण्ड से चोदूँगा।
कहानी जारी रहेगी।
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