ऋतू की चूत चुदाने की इच्छा
(Ritu Ki Chut Chudane ki Iccha)
हेल्लो मेरा नाम राहुल है और उम्र 24 साल है। मैं करनाल (हरियाणा) मैं रहता हूँ। मैं हमेशा अन्तर्वासना पर कथाएँ पढ़ता हूँ और मज़े करता हूँ।
आज मैं आपको मेरी सच्ची कहानी सुनाता हूँ।
वैसे मैं देखने में कोई खास नहीं हूँ, कद भी कम है पर मैं बातों से हमेशा ही सबको अपना बना लेता हूँ।
यह बात तबकी है जब मैं कंप्यूटर सीखता था, वहां पर एक लड़की आती थी 25-26 साल की, उसका नाम ऋतू था, उसकी शादी हो चुकी थी। उसका फिगर कमाल का था, बड़े बड़े बूब्स और उसकी गांड तो बहुत ही सेक्सी लगती थी, थी भी वो काफी अमीर घर से, धीरे धीरे मैंने उस से बातें करना शुरू कर दिया।
उसने मुझे बताया कि वो यहाँ सिर्फ़ अपना समय काटने आती है, घर में उसका मन नहीं लगता। उसके पति हमेशा काम में व्यस्त रहते थे जयादातर वो शहर से बाहर ही रहते थे।
एक दिन उसने कहा कि चलो कहीं काफ़ी पीते हैं तो मैंने कहा कि आज तो मैं आपके हाथ की काफ़ी पीना चाहता हूँ।
तो उसने कहा ठीक है फ़िर मेरे घर ही चलते हैं मेरे पति भी बाहर गए हैं। फ़िर हम दोनों उसकी कार में उस के घर चले गए, उनके नौकर ने दरवाजा खोला, हम दोनों अन्दर चले गए तो उसने अपने नौकर को जाने के लिए कह दिया फ़िर अपने नौकर के जाते ही उसने अपने घर का दरवाज़ा बंद कर दिया।
उसके बाद वो कहने लगी कि तुमने काफ़ी पीनी थी, मैं बना के लाती हूँ। फ़िर थोड़ी ही देर में वो 2 काफ़ी बना के ले आई। हम दोनों काफ़ी पीने लगे और इधर उधर की बातें करने लगे।
मैंने उससे ऐसे ही पूछ लिया कि आपके पति आपको भी समय देते हैं या फ़िर सिर्फ़ बिज़नस को ही?
तो वो उदास हो गई और कहने लगी कि उनके पास समय होता ही नहीं उसके लिए ! वो तो सिर्फ़ और सिर्फ़ बिज़नस को ही समय देते हैं !
फ़िर अचानक मेरे मुंह से निकल गया कि फ़िर तो आप दोनों…! इतना कहते ही मैं रुक गया।
तो वो कहने लगी- आप दोनों क्या? बोलो !
मैंने कहा कुछ नहीं !
वो बोली कि तुम यही कहना चाहते हो ना कि हम सेक्स करते हैं या नहीं !
मैंने कहा हाँ मैं यही पूछना चाहता था।
तो वो कहने लगी कि महीने में 1 या 2 बार सिर्फ़ ! कहने लगी पर मेरी इतनी इच्छा होती है कि बस पूछो मत !
यह कह कर वो चुप हो गई।
फ़िर वो बोली कि तुम्हे एक बात कहूँ तो तुम बुरा तो नहीं मानोगे?
ना ! मैंने कहा- नहीं बोलो !
वो कहने लगी कि अगर तुम मेरी इच्छा को पूरा कर दो मैं तुम्हें तुम जितना चाहोगे उतना पैसा दूंगी।
मैंने कहा कि यह तुम क्या कह रही हो? तो वो मेरे साथ आ कर बैठ गई उसने मेरा हाथ पकड़ लिया, कहने लगी- प्लीज़ राहुल मैं प्यार चाहती हूँ प्लीज़ ! उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे अपने बेडरूम में ले गई वहां जाते ही हम दोनों ने किस करनी शुरू कर दी। फ़िर मैंने उसका कमीज़ निकाल दिया।
उसके बूब्स चाँदी की तरह चमक रहे थे, उसने श्वेत ब्रा डाली हुई थी, फ़िर मैंने वो भी निकाल दी और उसे बेड पर लेटा दिया और उसके एक एक अंग को चूमने लगा- उसकी आंखों को, होठों पर, उसके कानों पर, गले पर।
ऋतू के मुंह से सिसकी निकल रही थी सी इ इ ई इ ई ईई अह ह हह हह !
उसके बाद मैंने उसकी सलवार उतार दी और उसकी टांगों पर हाथ फेरने लगा। फ़िर मैंने उसकी टांगों पर ऊपर से नीचे तक किस किया और उसकी पैंटी पर हाथ फेरने लगा। ऋतू के मुंह से आवाजें आ रही थी अह ह ह ! उसकी पैंटी बिल्कुल गीली हो चुकी थी।
फ़िर मैंने उसकी पैंटी भी उतार दी और उसकी चूत को किस करने लगा। वो एक दम मछली कि तरह छटपटा रही थी।
फ़िर मैंने भी अपनी पैंट उतार दी और मैंने उसको अपने ऊपर 69 पोसिशन में ले लिया फ़िर वो मेरा लंड लोलीपोप की तरह चूसने लगी।
फ़िर उसने कहा कि राहुल अब रहा नहीं जाता ! प्लीज़ डाल दो !
तो मैंने उसको सीधा लेटाया और अपना लंड उसकी चूत के मुंह पर रख कर धक्का मारा, उसकी चूत काफी टाइट थी। उसको दर्द भी हो रहा था पर फ़िर मैंने एक जोर का धक्का मारा और मेरा लंड पूरा उसकी चूत में चला गया।
उसके बाद वो भी चूतड उछाल उछाल के मेरा साथ दे रही थी। 5 मिनट के बाद वो झड़ गई फ़िर मैंने भी अपनी गति तेज कर दी और 10-15 झटके मारने के बाद मैं भी झड़ गया।
उसके बाद हम बहुत देर तक एक दूसरे के ऊपर लेटे रहे।
उसके बाद मैंने उसकी गांड भी कोल्ड क्रीम लगा के मारी।
शाम के 7 बज चुके थे मैंने उसको कहा कि मै चलता हूँ, तो उसने मुझे 2000 रूपये दिए और कहा कि अगर तुम मेरी सहेलियों की भी इच्छा पूरी कर दो तो तुम्हें और भी पैसे मिल सकते हैं, बस अंधे को क्या चाहिए 2 आँखें ! बस तब से मैं ऐसे ही इच्छा पूरी करने में लगा हूँ।
ऋतू की सहेलियों की इच्छा मैंने कैसे पूरी की यह मैं आपको तब बताऊंगा जब आप मुझे अपने विचार भेजेंगे !
[email protected]
0516
What did you think of this story??
Comments