मेरे दोस्त ने मुझसे अपनी बीवी को चुदवाया

(Cuckold Man Hot Wife)

पंकज राँची 2025-01-25 Comments

ककोल्ड मैन हॉट वाइफ कहानी में मैं ट्रेनिंग के लिए पटना गया तो वहां अपने दोस्त के घर रुका. पहली ही रात उसकी बीवी ने मुझे अपना नंगा बदन दिखाया और मैंने उसे चोद दिया.

मेरा नाम पंकज है, मैं 30 साल का हूँ. मैं राँची का रहने वाला हूँ.
यह ककोल्ड मैन हॉट वाइफ कहानी आज से 6 साल पहले की है. उस टाइम मेरी शादी नहीं हुई थी.

तब मेरी राँची में ही नई नई जॉब लगी थी लेकिन जॉब से पहले मेरी ट्रेनिंग पटना में होनी थी.

मैं पटना जाने के लिए तैयार होने लगा था.
उधर रुकने के लिए कंपनी के तरफ से ही एक कमरा मिलना था.

तय तारीख को मैं वहां ट्रेनिंग के लिए पहुंच गया था.
उसी कंपनी में मेरा एक दोस्त कमाल भी काम करता था.

वहां उससे मेरी मुलाकात हुई तो वह ज़िद करने लगा व अपने साथ घर में रहने की कहने लगा.

उसके इसरार पर मैं तैयार हो गया और उसकी ड्यूटी ऑफ होने पर उसके साथ चला गया.

उसके घर में मेरा दोस्त कमाल और उसकी बीवी शमा ही थे.
जब मैं उसके घर पहुंचा और कमाल ने बेल बजाई, तो उसकी बीवी ने दरवाजा खोला.

मैं उसे देखता रह गया.
वह वन पीस नाइटी में थी और क्या मस्त फिगर था उसका … एकदम पर्फेक्ट.

फिर कमाल ने मुझे हिलाते हुए कहा- यहीं खड़ा रहना है या अन्दर भी चलोगे?

उसके कहने से मैं होश में आया और अन्दर आ गया.
हम दोनों सोफे में बैठ गए.

शमा भाभी पानी ले आई तो मैंने पानी पिया और बातों का दौर शुरू हुआ.

हम दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई.

फिर खाने का वक़्त हो गया तो उसकी बीवी ने आवाज देकर खाना खाने के लिए बुलाया.

मेरा दोस्त वाशरूम चला गया.
थोड़ी देर में वह कपड़े बदल कर आ गया.

उसके बाद हम तीनों ने खाना खाया.
कमाल ने कहा- आज से ये रूम तुम्हारा है, तुम यहीं रहोगे.

वह एक बढ़िया कमरा था. सब कुछ अच्छे से सजाया हुआ था.
मैं बोला- ओके.

फिर हम दोनों बातें करते हुए टीवी देखने लगे.
भाभी किचन में अपना काम करने लगी.

अभी तक मेरे और भाभी के बीच कुछ भी बात नहीं हुई थी.

थोड़ी देर बाद भाभी अपने कमरे में जाने लगी तब उन्होंने मुझसे पूछा- पंकज, आपको कुछ चाहिए तो बेहिचक बोल देना.
मैं बोला- हां, ओके भाभी!

वह अपने कमरे में चली गई.
मैं भी कमाल को बोल कर अपने कमरे में आराम करने आ गया.

थोड़ी देर बाद मैं वापस आया और मैंने कमाल से कहा- यार मैं लुंगी लाना भूल गया. एक एक्स्ट्रा हो तो प्लीज दे दो.
मैं अभी अपना सामान कमाल के घर नहीं लाया था.

कमाल ने कहा- शमा से माँग लो.
मैं जब उसके कमरे में गया, तो मैंने देखता ही रह गया.

भाभी सिर्फ़ पैंटी में थी और ब्रा पहन रही थी.

जब भाभी ने मुझे देखा और कहा- कुछ चाहिए?

मैं बोला- हां लुंगी मिलेगी क्या?
वह बोली- हां मिलेगी, पर पहले इधर आकर मेरा हुक लगा दो.

मैं उसके नज़दीक गया और काँपते हाथों से उसकी ब्रा का हुक लगा दिया.

फिर शमा ने सिर्फ ब्रा पैंटी पहने हुए ही मुझे लुंगी दे दी.
मैं लुंगी लेते ही अपने रूम में भागा.

थोड़ी देर तक तो मुझे कुछ समझ में ही नहीं आया कि यह सब क्या था.
मैंने कपड़े चेंज किए.

उसके बाद मैं बिस्तर पर लेट गया और सोचने लगा कि क्या माल है यार … यह तो आज ही चुदने को ही मचल रही है!

शमा भाभी को सोचते ही मेरा लंड खड़ा हो गया.

इतने में कमाल ने मुझे आवाज़ दी- पंकज चाय पी लो!
मैं बोला- हां आता हूँ.

फिर मैं अपने लंड को अड्जस्ट करके हॉल में आ गया.
उधर शमा ने मुस्कुरा कर मुझे देखा और हम दोनों के सामने चाय की ट्रे रख दी.

मैंने चाय पी और अपने रूम में आ गया.

चाय के दौरान ही कमाल ने मुझसे कहा- यार, मुझे जरूरी काम से बाहर जाना है, अब तुम इधर आ गए हो तो मुझे शमा की कोई चिंता नहीं है.
मैंने कहा- हां ओके, तुम बेफिक्र होकर जाओ.

कमाल बाहर चला गया था और अब घर में मैं और शमा भाभी ही रह गए थे.

जब मैं रूम में आया, तब मैंने देखा तो परेशान हो गया.
अब तो मेरा लंड और बुरी तरह से खड़ा हो गया था.

मैं बाथरूम में गया और लंड को वाशबेसिन में लटका कर उसे पर नल चला कर पानी डालने लगा.

लंड पर ठंडे पानी का कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा था.
वह अपनी कड़क अवस्था में ही फनफनाता रहा था.

आधा घंटा तक परेशान रहने के बाद मैं कमाल के रूम की तरफ चला गया.

वहां पहुंच कर मैंने दरवाजे को धकेला, तो वह खुल गया.
अन्दर पर्दा लगा था.

मैंने पर्दे को हल्का सा हटाया और नज़ारा देखा तो मैं और पागल हो गया.
भाभी बिल्कुल नंगी मेरा ही इंतजार कर रही थी.

थोड़ी देर तक जब मैं अन्दर नहीं गया, तो भाभी ने आवाज दे दी- पंकज, अन्दर आ जाओ!

मैं अन्दर चला गया और अन्दर जाते ही मैंने पूछा- क्या मिलाया था मेरी चाय में?
भाभी ने नशीले अंदाज में कहा- वायग्रा की गोली!

‘ये आपने बहुत ग़लत किया!’
इसके आगे मैं कुछ बोल नहीं पाया.
क्योंकि उसी दरमियान मेरे होंठों को भाभी ने अपने होंठों के कब्जे में कब्ज़े में ले लिया था और वह मेरे होंठों को बेतहाशा चूसने लगी थी.

मैं कमाल का सोच रहा था कि साला अपनी बीवी को नंगी करके शहर से बाहर किधर चला गया.
इसकी बीवी मुझे चूम रही है, तो क्या इसमें कमाल की रजामंदी है.

यह विचार मेरे मन में आते ही मेरा सारा डर काफूर हो गया और अब मैं भी शमा भाभी का साथ देने लगा.

दस मिनट तक मेरे होंठों को चूसने के बाद भाभी मेरे बालों से भरी छाती को चूसने व चूमने लगी और धीरे धीरे नीचे मेरे लंड तक जाने लगी.

मेरी लुंगी कब खुल गई थी, मुझे पता ही नहीं चला.

अचानक से उसने मुझे धक्का दे दिया और मैं बेड पर गिर गया.
अब उसने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ा और हिलाने लगी.

क्या बताऊं यारो, उस टाइम मेरी क्या हालत हो गई थी.
अब उसने अपने होंठों से मेरे लंड को दबाया और चूसने लगी.

मैं आह आह करने लगा.
मैंने उसे अपनी ओर खींचना चाहा, पर वह मेरे लंड को छोड़ने को तैयार ही नहीं थी.

अब मैं बैठ गया और उसके बूब्स को दबाने लगा.
दस मिनट तक लंड चूसने के बाद शमा भाभी मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे सीने को अपनी जीभ से चाटने लगी.

मैं कुछ पल बाद एकदम से पलट कर उसके ऊपर आ गया और उसके होंठों को चूसने लगा, साथ ही बूब्स को दबाने लगा.
उसके बाद मैं धीरे धीरे नीचे गले को चाटने लगा, गले के बाद बूब्स को चूसने लगा और दांतों से काटने लगा.

ककोल्ड मैन हॉट वाइफ आइह औह करने लगी.
कभी मैं इस दूध को चूसता, तो कभी दूसरे दूध को.

फिर मैं पेट को चाटने लगा और धीरे धीरे नीचे को बढ़ता गया.

भाभी की नाभि में जीभ की नोक को डाल कर मैं उसे मजा देने लगा, जीभ से अपनी लार को नाभि में टपका कर वापस चूसने लगा.

इससे वह कामोत्तेजित हो उठी और उसके मुँह से सिसकारियां निकलने लगीं.

जब मेरे होंठ उसकी चुत तक पहुंचे तो वह अकड़ गई और भलभला कर झड़ गई.
झड़ते समय वह आह ऊँह करने लगी थी.

मैं उसकी चुत से निकला सारा पानी पी गया, फिर उठा और अपने लंड को उसकी चुत पर घिसने लगा.

वह कहने लगी- आह अब डाल भी दो!
मैं बोला- रंडी साली, क्या डालूं?

वह इठला कर बोली- अपना लंड पेलो न बाबू!
मैंने चुत में लंड के सुपारे से जरा सी जगह बनाई और जैसे ही दबाव देते हुए मैं लंड को अन्दर डालने लगा.

वह सिहरती हुई बोली- आह धीरे डालना पंकज … तुम्हारा मेरे पति से डबल है!
मैं बोला- यह तो पहले सोचना चाहिए था.

वह बोली- हां, जब कमाल ने बताया था तब मैंने इस बात को हल्के में लिया था.
अब बात साफ हो गई थी कि कमाल की सहमति से ही शमा मेरे साथ सेक्स कर रही है.

मैंने कहा- क्या कमाल से मजा नहीं आता है?
वह कठोर अंदाज में बोली- मैं कमाल से मुहब्बत करती हूँ और तुमको सिर्फ बाप बनाने के लिए अपने ऊपर चढ़ाया है!

मैं उसकी आवाज से सिहर गया.
फिर मैंने सोचा कि अभी तो इसकी चुत का मजा लो, बाद में बात करूंगा.

यह सोचते ही मैंने एक ज़ोर का धक्का लगा दिया.
मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.
वह ज़ोर से चिल्लाई.

मैंने उसी वक्त फिर से एक और ज़ोर का धक्का दे दिया.
इस बार पूरा लंड चुत की जड़ तक अन्दर चला गया.

वह चिल्लाने लगी और रोने लगी.
मैं उसका एक दूध चूसने लगा.

वह धीरे धीरे शांत होने लगी और कमर उठाने लगी.
मैं समझ गया कि अब उसका दर्द कम हो गया है.
तब मैं धीरे धीरे धक्का लगाने लगा और वह भी मजा लेने लगी.

‘आह आह पंकज … पेल दो … आह मजा आ गया … आह!’

मैं भी उसके दूध चूसते मींजते हुए उसे धकापेल चोदने लगा.

थोड़ी देर बाद वह कहने लगी- आह … और ज़ोर से करो आह … मैं आने वाली हूँ!
अब मैं ताबड़तोड़ धक्के लगाने लगा.

वह तड़फती हुई बिस्तर की चादर को अपनी मुट्ठियों में भींचती हुई अपनी चरम स्थिति पर पहुँचने की कोशिश करने लगी ‘आह आह एयाया.’
मैं बोला- ले रंडी … साली और ले!

थोड़ी देर बाद वह झड़ गई.
अब मैंने उसे घोड़ी बना लिया और पीछे से लंड पेल कर उसे मस्त चोदा.

इस दरमियान वह शायद फिर से एक और बार झड़ गई थी जिसका मुझे पता ही नहीं चला था.

अब मैं भी झड़ने के करीब आ गया था तो ज़ोर ज़ोर से शमा भाभी की चुत को चोदने लगा और आह आह करते हुए झड़ गया.
झड़ कर मैं उसके ऊपर ही गिर गया.

थोड़ी देर बाद हम दोनों अलग हुए और उठ कर बाथरूम आ गए.

वहां हम दोनों ने पेशाब की और नहाने लगे. मैंने उसके पूरे शरीर में साबुन लगाया और वह मेरे पूरे शरीर में अपना हाथ फेर रही थी.
मैंने उससे कहा- शमा, क्या तुम मेरे साथ अपनी मुहब्बत को थोड़ा बाँट नहीं सकती हो?

वह मुझे देखने लगी और बोली- आह पंकज, मैं तुम्हारे जज़्बात की कद्र करती हूँ और यह मेरा वादा है कि जब भी तुम मेरे साथ सेक्स करना चाहोगे, तो तुम्हें मेरा साथ पूरी मुहब्बत वाला ही मिलेगा.
मैंने कहा- चलो, मेरे लिए इतना काफी है.

अब वह मेरे लंड को सहलाने लगी थी.
उसके मादक स्पर्श से मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने फिर से उसे वहीं घोड़ी बना कर चोदना चालू कर दिया.

जब मैं चुदाई से फारिग हुआ तो कमरे में आ गया.
मैंने टाइम देखा तो रात के दो बज गए थे.

मैं लुंगी उठा कर अपने कमरे में आने लगा तो शमा भाभी ने मुझे उसके साथ ही सोने का हुकुम सुना दिया.

मैं हंस दिया और शमा भाभी के साथ नंगा ही सो गया.
दोस्तो, मैं अपने दोस्त के घर में एक महीने तक रहा और ना जाने कितनी बार शमा भाभी को चोदा, सेक्स एंड लव का मजा लिया.

अब जब भी मैं पटना जाता हूँ, तो उसे जरूर चोदता हूँ.

ये मेरी पहली सेक्स कहानी है.
इस ककोल्ड मैन हॉट वाइफ कहानी पर आपके जवाब का इंतजार रहेगा.
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