चूत की गहराई में वीर्यदान

(Choot Ki Gaharayi Me Viryadaan)

बात कुछ समय पहले की है मैंने अपनी प्यारी साईट अन्तर्वासना पर एक स्टोरी पोस्ट की थी
भरपूर प्यार दुलार के साथ कुँवारी सील तोड़ी
तो काफी पाठकों के मेल मुझे आये और काफी लड़कों व लड़कियों ने स्टोरी की तारीफ की.

तो एक लड़की का मेल भी आया जिसने अपना नाम ममता (काल्पनिक) बताया और बताया कि वह दिल्ली की रहने वाली है. उसने मुझसे मेरा व्हाट्सऐप नंबर देने के लिए अनुरोध किया तो मैंने उसे अपना मोबाइल नम्बर दे दिया.
उस लड़की ने मुझे तुरंत मैसेज किया- हाय… मैं ममता हूँ!
उसने बताया कि उसकी उम्र 24 साल है. इस तरह थोड़ी देर हमारी बात चलती रही.

तो उसकी बातें सुन कर मुझे लगा कि वो थोड़ी परेशान है तो मैंने उसे लिखा कि आप उदास लग रही हो?
ममता- नहीं, मैं ठीक हूँ।
मैं- लगता है कि आप मुझे अपना नहीं समझती हो, इतना घुलने मिलने के बाद भी आप मुझसे बातें छुपाती हैं?
ममता- नहीं, ऐसी बात नहीं है।
मैं- फिर कैसी बात है?
ममता- मुझे आपकी हेल्प चाहिए!

मैं- बताओ फिर में आपके किस तरह काम आ सकता हूँ?
ममता- लेकिन मुझे डर लगता है। मैं इस बारे में आपसे केवल मिल कर बात करूंगी. लेकिन मुझे मिलने से भी डर लगता है क्योंकि मैं शादीशुदा हूँ और इस तरह से कभी किसी से मिली नहीं हूँ. मैंने उससे कहा- कोई बात नहीं ममता, हम पब्लिक प्लेस में मिलेगें और तुम दिल्ली की हो कर डर रही हो? दिल्ली वाले तो दिल वाले होते हैं.

हमने किसी पार्क में 10 बजे मिलने का प्लान बनाया।

फिर मैंने ममता से पूछा कि मैं आपको पहचानूँगा कैसे?
तो उसने कहा कि वो ब्लू कलर का सूट पहन कर आयेगी.
तो मैंने भी कहा कि मैं भी ब्लू कलर की शर्ट और जीन्स पहन कर आऊंगा।

अब मैं ममता से मिलने के लिए बहुत उतावला हो रहा था और मैं ठीक 10 बजे पार्क के गेट पर पहुँच गया और ममता को कॉल की तो उसने कहा कि गेट पर ही रुकना, मैं 10 मिनट में आ रही हूँ।
तो अब मेरी निगाहें हर रंग को छोड़ कर सिर्फ़ नीले रंग को ढूँढ रही थी।

फिर एक सिल्वर रंग की गाड़ी आकर पार्किंग में रुकी और ब्लू क्लर सूट पहने एक बहुत ही खूबसूरत लड़की हाथ में मोबाइल लिए उतरी। मुझे कुछ कुछ अंदाजा हो गया था कि यही ममता है.
तभी उसने अपने मोबाइल से कॉल की तो मेरा फोन बज उठा. मैंने उसे हेलो किया और पूछा कि क्या आप अभी अभी सिल्वर रंग की गाड़ी से उतरी हो?
उसने हां में जवाब दिया तो मैंने अपना हाथ उठा कर उसकी ओर हिलाया, उसने मुझे देख लिया, मैं उसकी ओर बढ़ा और वो मेरी ओर बढ़ने लगी.
जब हम आमने सामने हुए तो हमने हाथ मिलाया और फिर हम पार्क में चले गए.

अंदर हम दोनों झाड़ियों के नीचे बैठ गए, मैं उसके बगल में बैठ गया और उसके हुस्न की तारीफ की।
उसने कहा- आप भी बहुत स्मार्ट हो!
मैंने उसे थैंक्स कहा।
तो उसने एक प्यारी सी स्माइल दे दी और मैं भी मुस्कुरा दिया।
इस तरह हमारी बातें चालू हो गयी।

फिर मैंने कहा- अब बताओ ममता जी, आपको मेरी क्या हेल्प चाहिए?
तो उसने बताना चालू किया- घर में मेरा हर रोज झगड़ा होता है, कल मेरी सास ने मुझे बहुत बुरा भला कहा और मुझ पर हाथ भी उठाया। मेरे पति को प्रोब्लम है जिसकी वजह से मैं माँ नहीं बन पा रही और मेरे परिवार वाले समझते हैं कि कमी मेरे अंदर है. इसी वजह से रोज झगड़ा होता है. प्लीज मेरी हेल्प करो और मेरी गोद भर दो!
ये कहते कहते उसकी आँखें भर आई और वो रोने लगी.

तो मुझसे देखा नहीं गया और उसे चुप कराया और उसका सिर अपने कंधे पर रख लिया, उसे हौसला दिया।
तो वो कहने लगी- आप कभी मेरा एड्रेस इत्यादि नहीं मांगोगे और मेरे बोलने के बाद कभी मुझसे मिलने की कोशिश नहीं करोगे. प्लीज़ वादा करो?
मैंने उससे कहा- ठीक है।

फिर हम एक होटल में चले गये और एक रूम बुक कर लिया, मैं ममता को रूम में ले गया।
अब वो थोड़ी घबराई हुई सी थी तो मैंने पूछा- क्या हुआ? घबरा क्यों रही हो?
तो उसने कहा कि मुझे डर लग रहा है।
फिर मैंने उसे गले लगा लिया और उसकी पीठ को सहलाने लगा और थोड़ी देर तक उसकी पीठ सहलाने के बाद उसकी गर्दन पर किस करने लगा।

अब वो शर्मा सी गयी और अपना मुँह दूसरी तरफ कर लिया और साईड में हो गयी।
फिर मैंने उसके पीछे से आकर कमर में हाथ डाल कर पकड़ लिया और फिर से उसकी गर्दन पर किस करने लगा, इस बार वो अपने एक हाथ को पीछे लाकर मेरे सिर को सहलाने लगी और अब
मेरा लंड खड़ा होने लगा था। अब मैं उसकी गांड को अपने लंड से महसूस कर सकता था।

मैंने उसे अपनी तरफ किया और उसके होंठों पर अपने होंठ लगा लिए और उसे किस करने लगा। अब वो भी हल्का हल्का मेरा साथ दे रही थी और अब हम बड़े आराम से एक दूसरे को किस कर रहे थे। मैंने उसे बेड पर बैठा दिया और उसे हर जगह किस करने लगा, गर्दन पर, कान के पीछे, गालों पर, होंठों पर और अब वो मेरे सर पर हाथ फेर रही थी।

फिर मैंने अपना एक हाथ उसके पेट पर रख दिया और धीरे धीरे सहलाने लगा। अब मैं धीरे धीरे ऊपर की ओर बढ़ने लगा और उसके सीधे बूब्स तक पहुँच गया और उसे आहिस्ता आहिस्ता दबाने लगा।
अब वो अपनी आँखें बंद कर के ज़ोर ज़ोर से सांसें लेने लगी थी और अब में उसे हर जगह किस भी कर रहा था। फिर मैंने उसका शर्ट निकाल दिया, उसने अन्दर लाल रंग की ब्रा पहन रखी थी और उस ब्रा में 34 साईज के गोरे गारे बूब्स बहुत मस्त लग रहे थे।
उसका जिस्म बिल्कुल प्रियंका चोपड़ा जैसा था.

फिर मैंने उसको पीठ के बल लेटा दिया और उसकी नाभि को चाटने लगा और धीरे धीरे ऊपर बढ़ा और उसके बूब्स तक पहुँच गया। फिर मैं उसकी ब्रा को ऊपर करके उसके बूब्स को चूसने लगा जिससे वो और तेज़ी से सांसें लेने लगी थी। फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत पर रख दिया और सहलाने लगा जिससे वो मस्त मस्त आवाजें निकालने लगी।

अब मेरा लंड भी पूरी तरह से टाईट हो चुका था और अब मैंने उसके बूब्स चूसते हुए उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया, फिर उसके चूतड़ों को थोड़ा ऊपर उठा कर उसकी सलवार उतार दी,
यार वो पेंटी में क्या मस्त लग रही थी!
अब मैं तो उसे बस देखता ही रह गया… वो भी मेरी आँखों में प्यार भरी नजरों से देखने लगी, फिर उसने कहा- कहाँ गुम हो गये?
तो मैंने कहा- आपकी खूबसूरती की जन्नत में!

फिर मैं भी पूरा नंगा हो गया और उसकी बगल में जाकर लेट गया और उसको किस करने लगा, अपना एक हाथ उसकी पेंटी में डाल कर चूत को सहलाने लगा, जो अब पानी छोड़ छोड़ कर पूरी तरह से गीली हो चुकी थी।

फिर ममता ने कहा- अब कुछ कर भी लो यार… मैं माँ बनने के लिए तड़प रही हूँ।
मैं उठ कर उसकी चूत की तरफ गया, उसकी पेंटी को एक झटके में उतार दिया, उसकी चूत को निहारने लगा, अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी और आगे पीछे करने लगा।

वो और कसमसाने लगी, सिसकारियां भरने लगी. अब मेरे लंड का तो बुरा हाल हो रहा था तो अब मैंने ज्यादा टाईम बर्बाद ना करते हुए उसकी टाँगें खोली और कूल्हे के नीचे दो तकिये लगा दिए ताकि वीर्य अच्छी तरह से गहराई से अंदर जाये और उसे जल्दी प्रेग्नेंट करे.
अब मैं अपना लंड उसकी चूत पर टिका कर दबाने लगा, मेरा लंड थोड़ा सा अंदर चला गया, जिससे वो थोड़ा सा हिल गयी। फिर मैंने एक जोर से झटका मारा तो मेरा आधे से ज्यादा लंड उसकी चूत में चला गया और वो हल्की सी चीख पड़ी और कहा- उम्म्ह… अहह… हय… याह… धीरे करो यार… काफ़ी टाईम से नहीं किया है।

मैं धीरे धीरे अपना लंड अंदर बाहर करने लगा, अब मेरा पूरा लंड उसकी चिकनी चूत के अन्दर था और मैं अपने लंड को आगे पीछे करते हुए उसकी चुत चुदाई करने लगा।
अब पूरे कमरे में पच-पच की और ममता की सिसकारियों की आवाजें आने लगी थी। हम दोनों को चुदाई का पूरा मजा आ रहा था, वो भी नीचे से अपने चूतड़ उछाल उछाल कर मेरा साथ ड़े रही थी.

5-6 मिनट के बाद मेरा छूटने वाला था तो मैंने एक जोरदार झटका मारा और ममता की चूत की जड़ तक लंड घुसा दिया और अपना सारा वीर्य ममता की चूत की गहराई में उतार दिया.
मैं कुछ देर तक उसी स्थिति में उसके ऊपर पड़ा रहा और उसके होंठ चूसता रहा. एक हाथ से मैं उसके बूब्ज़ दबा रहा था और वो भी बहुत प्यार से मेरे सिर पर हाथ फिरा रही थी और मेरे लिप्स चूसने में मेरा साथ दे रही थी.

मैंने अपना लंड उसके अंदर से निकाल लिया और उसे वैसे ही लेटे रहने को कहा ताकि मेरा वीर्य उसकी चूत में टिका रहे और गर्भधारण की संभावना बढ़ जाए.

कुछ देर तक मैं उसके बदन से खेलता रहा, वो मेरे लंड से खेलती रही. दस पन्दरह मिनट की इस क्रिया के बाद पेनिस फिर से सुरंग मे जाने के लिए तैयार था और मैंने फिर उसकी चूत पर लंस घुसा दिया और अंदर बाहर करना शुरू कर दिया तो वो भी कामुक आवाजें आह आह निकालते हुए मस्ती से कमर उछाल उछाल कर मेरा साथ देते हुए अपनी चूत में लंड लेने लगी. मैं जन्नत का अहसास कर रहा था. थोड़ी देर में उसने अपने शरीर को टाइट कर लिया और योनि को भींच लिया, उसने अपना गर्म पानी छोड़ दिया, वो चरम सीमा पर पहुँच कर झड गयी थी.

लेकिन मैंने अपना कार्यभार जयों का त्यों संभाल रखा था औ र कुछ समय की धक्का पेली के बाद ममता ने जैसे ही दोबारा अपना पानी छोड़ा, मैंने भी अपना स्पर्म उसकी चूत की गहराई में छोड़ दिया. अब फिर कुछ देर मैं चूत में अंदर तक लंड घुसाए पड़ा रहा. फिर मैंने लंड बाहर निकाल कर उसकी टाँगें ऊपर उठा दी ताकि वीर्य अच्छी तरह अंदर चला जाये और ममता के जीवन में खुशियां लाये.

इसके बाद हमने बाथरूम में जाकर साफ़ सफाई की और अपने अपने कपडे पहन कर होटल छोड़ कर बाहर आ गए. वो बहुत खुश थी. उसने मुझे धन्यवाद दिया और कहा कि अगर प्रेगनेंसी हो गई तो बहुत अच्छा है, नहीं तो वो मुझे दोबारा बुलायेगी.

कुछ दिनों के बाद जब उसको पता चला कि वो प्रेग्नेंट है तो उसने मुझे कॉल करके थैंक्स कहा और कहने लगी कि तुम मेरी ज़िंदगी में भगवान के रूप में आये हो, मेरी ज़िंदगी में एक ही कमी थी जो आपने पूरी कर दी लेकिन में आपसे फिर कभी बात नहीं कर पाऊँगी… सॉरी बाय बाय.

और उसने उस दिन से अपना कॉन्टेक्ट नंबर भी चेंज कर लिया.
मुझे भी लगा कि मेरी ज़िंदगी किसी के काम आई।

जो भी ये कहानी पढ़े प्लीज़ अपने विचार मुझे मेल से ज़रूर जरूर करना!
मेरी मेल आईडी है
[email protected]
मुझे आप सब की मेल का बेसब्री से इंतजार रहेगा धन्यवाद…

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