लॉकडाउन में तलाकशुदा भाभी की प्यासी चुत चोदने मिली

(Car Sex On Road)

मैंने कार सेक्स ऑन रोड का मजा लिया 2020 के लॉकडाउन में. मेरी टैक्सी कारें चलती हैं. एक लेडी ने मेरी कार बुक की. मैं खुद गाड़ी ले गया. रास्ते में क्या हुआ?

दोस्तो, मैं अखिल राजस्थान का रहने वाला हूँ.
मेरी पिछली कहानी थी: बस में मिली प्यासी चूत वाली भाभी

यह सेक्स कहानी कोरोना के पहले लॉकडाउन में नाईट कर्फ्यू के समय की है जब मैंने कार सेक्स ऑन रोड का मजा लिया.

मेरे पास दो गाड़ियां हैं जो टूरिस्ट को घुमाने के काम में चलती हैं.

जब हर तरफ कोरोना का प्रभाव था, तब मेरे पास एक महिला का फ़ोन आया- हैलो.
मैं- हैलो … हां जी कहिए?

उधर से आवाज आई कि क्या आप टूरिस्ट कैब चलवाते हैं?
मैंने कहा- हां.

वो बोली- दरअसल मैं जयपुर में फंस गई हूँ. क्या आप मुझे मेरे घर हनुमानगढ़ पहुंचा सकते हैं, आप जितना पैसा लोगे, मैं दे दूंगी.
मैंने पूछा- कब जाना है?

वो बोली- आज ही … या कल या आप जब भी बताएं?

मैंने भी आज के लिए हां कर दी. उससे पैसे आदि की सारी बातचीत हुई.
फिर किधर से लेना है और कितने बजे लेना है … ये सब बातचीत हुई.

मैंने उससे कहा कि लॉकडाउन के कारण दिन में काफी चैकिंग होती है, रात का सफ़र हो सकेगा.
उसने हामी भरते हुए कहा- हां ठीक है, रात में निकलेंगे, तो सुबह तक पहुंच जाएंगे.
मैंने ओके कहा और फोन काट दिया.

मैं जाने की तैयारी करने लगा. मैंने अपनी नई वाली इनोवा को चैक किया और उसके इंजन का तेल पानी सब ओके देख लिया.

तय समय पर मैंने गाड़ी को उसके रूम पास जा कर लगा दी. रात को 11 बजे हमें जाना था. रात को 11 बजे वो आकर गाड़ी में बैठ गई.
उस समय मैं गाड़ी के अन्दर बैठा कान में हैडफोन लगाए गाना सुन रहा था.

वो आई और गाड़ी में बैठ गई, उसके पास सामान के नाम पर सिर्फ एक सूटकेस था.
उसने बैठ कर कहा- चलो.

मैंने गाड़ी आगे बढ़ा दी.
शुरू में तो मैंने उसे ठीक से नहीं देखा था, पर बाद में कुछ दूर चलने के बाद मैंने देखा कि वो शादीशुदा लग रही थी.
उसकी उम्र 29 साल थी. मैंने उसे ध्यान से देखा तो बहुत ही खूबसूरत थी.

कुछ दूर जाकर हाईवे पर एक पेट्रोल पम्प चालू दिखा, तो मैंने उससे कहा- मैडम फ्यूल भरवाना है.
वो तुरंत बोली- पम्प पर देख लो डिजिटल मोड से पेमेंट हो सकता हो, तो मैं ऑनलाइन कर दूंगी.
मैंने कहा- ठीक है मैं बात करता हूँ. यदि डिजिटल पेमेंट की सुविधा नहीं हुई … तो आप कैश दे देना.

उसने ओके कहा और मैंने पम्प पर सर्विस देने वाले आदमी को इशारे से पास बुलाया. उसने डिजिटल पेमेंट की हामी भर दी, तो महिला ने उसकी मशीन से कार्ड स्वैप कर दिया.

उस समय मैंने ध्यान से देखा तो भाभी एकदम लौंडिया सी माल लग रही थी.
एक बार को तो मेरा ईमान डगमगा गया लेकिन ये सब सम्भव नहीं था.

फ्यूल लेने के बाद मैंने गाड़ी आगे बढ़ा दी.

कुछ समय बाद वो मुझसे बोली- हम लोग कितने बजे से तक पहुंच जाएंगे?
मैंने कहा- सुबह पांच बजे तक पहुंच जाएंगे.

वो मुझसे और भी बातें करने लगी. तो मैंने भी उससे पूछा कि आप लॉकडाउन में कैसे फंस गईं … मेरा मतलब क्या आप इधर जॉब करती हैं?
उसने हां कहा और इसी तरह से हम दोनों बात करने लगे.

तब पता चला कि उसकी शादी को 6 साल हो गए हैं, किन्तु शराबी पति के कारण उसका तलाक हो गया था.
जिसके बाद उसने सरकारी नौकरी की तलाश की और उसके लिए उसको पढ़ना पढ़ा. नौकरी के लिए कोचिंग लेने के वास्ते वो जयपुर आ गई थी. कोचिंग के साथ साथ वो एक ऑफिस में कुछ पार्टटाइम जॉब भी करने लगी थी.

मस्त हवा चल रही थी, मुझे भी खाली सड़क पर गाड़ी चलाने में बड़ा मजा आ रहा था.

रात को करीब एक बजे उसने कहा कि मुझे पेशाब लग रही है, आप जरा गाड़ी रोको.
मैंने गाड़ी सड़क के किनारे रोक दी.

जब वो जाने लगी तो बोली- आप साथ आ जाओ, मुझे डर लगता है.

एक बार को तो मैं चौंक गया, फिर डर की अहमियत को समझते हुए मैंने हां में सर हिला दिया.

मैं जब नीचे उतरा तब मैंने उसको अच्छे से देखा.
उसका फिगर 32-28-34 का था. उसने उस समय लाल टी-शर्ट पहनी थी और नीचे निक्कर पहन रखा था.
इस ड्रेस में वो मस्त लाल परी लग रही थी.

उसने सुसु की और मैं पास ही खड़ा होकर उसकी सुसु की सुर्र सुर्र की आवाज सुनता रहा.
बाद में वो वापिस आ गई. इस बार वो आगे मेरे पास वाली सीट पर बैठ गई.

मैंने उसकी तरफ देखा तो वो बोली- अकेले बैठी बोर हो रही थी, आपसे बात करूंगी तो बोरियत नहीं होगी.
मैंने हां में सर हिलाया.

उसने मेरे बाजू में बैठ कर अपनी पूरी कहानी बताना शुरू की कि कैसे उसका उसके पति से तलाक हुआ.

फिर मैं बोला- इस उम्र में आप बिना पति के कैसे रह सकती हो … और उसने आपको छोड़ा, साला पागल था. अगर आप मेरी पत्नी होतीं, तो कभी ऐसी गलती नहीं करता.
वो बोली- क्यों?

मैंने कहा- आप हो ही इतनी खूबसूरत कि कोई कैसे छोड़ सकता है!
वो कुछ नशीले अंदाज में बोली- आपको क्या अच्छा लगा मेरे में?
मैंने उसकी तरफ देखते हुए कहा कि आप तो हद से ज्यादा खूबसूरत हो.
फिर वो चुप हो गई.

कुछ समय बाद मैंने अपना हाथ गियर से हटा कर उसके हाथ पर रख दिया, जिसको उसने नहीं हटाया.
फिर मैंने अपना हाथ उसकी जांघ पर रख दिया और मसलना शुरू कर दिया.

अब मेरा हाथ उसकी निक्कर के ऊपर से ही चूत पर जाने लगा तो उसने अपने पैरों को थोड़ा फैला दिया.
अब मैं उसकी चूत को मसलने लगा.

फिर वो थोड़ा मेरे पास आई और बोली- मैं बहुत प्यासी हूँ … तुम मेरी प्यास बुझा दो.

मैंने गाड़ी को साइड में लगा दिया और हम पीछे की सीट पर आ गए.

अब मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और चूसने लगा. अपना हाथ उसके मम्मों पर रख कर उनको मसलने लगा.
फिर मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा जिससे वो बेहद गर्म हो गई.

मैंने उसकी टी-शर्ट को उतार दिया … अन्दर उसने कुछ नहीं पहना था. मेरे सामने उसके मस्त बूब खुले हुए थे.
उसके एक बूब को मुँह में लेकर मैंने चूसना शुरू कर दिया … साथ ही उसके निप्पल को भी काटने लगा.
वो भी अब आहें भरने लगी थी.

मैंने उसकी आंखों में वासना से देखा, तो उसकी आंखें भी चुदास के नशे से भरी हुई थीं.
उसने आंख से इशारा किया कि चूसो न.

मैंने उसके हाथ को उठा कर उसके दूध पर रख दिया. वो समझ गई और उसने मेरे सर को पकड़ कर अपने दूध पर रखा और अपने हाथ से मुझे किसी बच्चे के जैसे दूध पिलाने लगी.

मुझे उसका दूध पीने में बड़ा मजा आ रहा था और वो मेरे बालों को में हाथ फिराते हुए मुझे अपने थन से लगाए हुए सिसिया रही थी.

कुछ देर बाद यही सब उसने अपने दूसरे दूध के साथ भी किया.
उसी दरमियान मैंने अपना हाथ उसकी निक्कर में डाल दिया और उसकी चूत को मसलने लगा.
वो चुत से पानी छोड़ रही थी.

मेरा हाथ लगते ही उसने टांगें फैला दीं और मुझे दूध पिलाते हुए अपनी चुत को जोर से रगड़वाने की कोशिश करने लगी.

कुछ देर बाद मैंने फिर से उसकी आंखों में देखा तो वो चुत चूसने के लिए बोली- अब उसका रस चूसो न!

उसकी इस तरह की कामोत्तेजना देख कर मैंने उसकी निक्कर को खोल दिया और पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को चूसने लगा.
उसकी पैंटी गीली हो गई.

तब मैंने उसकी पैंटी को खोला, तो देखा की एकदम चिकनी पाव की तरह फूली हुई चूत थी.
वो अपनी चुत को उठाते हुए मुझे बार बार चुत चाटने का इशारा कर रही थी.

मैं उसकी चिकनी चूत को किस करने लगा तथा चूत को काटने लगा.
इससे उसने मेरा सर पकड़ लिया और चूत पर दबाने लगी.

कुछ समय उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया, जिसे मैंने पूरा पी लिया.
वो एकदम से निढाल हो गई.

मैंने जेब से एक सिगरेट निकाली और धुंआ उड़ाने लगा.
तभी उसका हाथ मेरी तरफ बढ़ा तो मैंने उसकी उंगलियों में सिगरेट फंसा दी.
उसने दो तीन कश मारे और सिगरेट बाहर फेंक दी.

अब वो मेरी तरफ बढ़ी. उसने मेरे कपड़े खोल दिए और मेरे 7 इंच के लंड को पकड़ कर मसलने लगी.
उसने लंड को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी.

कुछ टाइम बाद मैंने अपने लंड का पानी उसके मुँह में ही छोड़ दिया जिसे उसने पूरा पी लिया और लंड को अपनी जीभ से चाट कर साफ़ कर दिया.

फिर वो मेरे सीने से लग कर लेट गई और अपनी गर्म सांसें मेरी छाती पर छोड़ने लगी.

हम दोनों ने थोड़ा आराम किया. वो मेरा लंड फिर से हिलाने लगी, जिससे लंड चूत में जाने को तैयार हो गया.

मैंने उसको वहीं सीट पर धक्का देकर लिटा दिया और लंड को चूत पर सैट कर दिया.
वो बोली- आराम से करना … मुझे चुदे बहुत टाइम हो गया है.

मैंने उसकी चूत में लंड डालना शुरू किया, मगर चूत टाइट थी तो वो सिसकारियां भरने लगी और आराम से करने को कहने लगी.
धीरे धीरे करके मैंने आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया और रुक कर उसके मम्मों को चूसने लगा.

कुछ देर बाद वो अपनी गांड को हिलाने लगी.
तब मैंने अपना लंड एक बार में पूरा अन्दर डाल दिया जिससे वो जोर से आहें भरने लगी.

जब थोड़े समय बाद वो नार्मल हुई, तब मैंने लंड अन्दर बाहर करने लगा.
अब उसे भी मजा आने लगा; वो भी अब मेरा साथ देने लगी.

थोड़े समय बाद मैं सीट पर बैठ गया और उसे मेरी तरफ अपनी गांड करके अपनी गोद में बैठा लिया.
उसने लंड को चुत में लगाया और धच से बैठ गई.
उसकी आह निकली और मेरा लंड चूत में घुस गया.

कुछ ही देर में वो अपनी चूत को मेरे लंड पर पटकने लगी.
वो बेहद गर्मा उठी थी और चुदाई का भरपूर मजा ले रही थी.
मैं भी उसके दूध दबा दबा कर चुत चुदाई का मजा ले रहा था.

अब उसने अपना सर पीछे मेरे कंधे पर रख दिया और अकड़ने लगी. उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया.
मैंने उसे घोड़ी बना लिया और फिर से चूत में लंड डालके चोदने लगा.

कोई 15 मिनट की चुदाई के बाद मेरा और उसका पानी आने को हुआ तो मैंने पूछा- कहां निकालूं?
जिस पर वो बोली- अन्दर ही डाल दो … मेरी चूत की प्यास बुझा दो.

मैंने स्पीड बढ़ा दी और दो मिनट बाद हम दोनों ने अपना पानी एक साथ छोड़ दिया.
मैं लंड झाड़ कर उसके ऊपर ही लेट गया.

फिर 5 मिनट बाद वो बोली- अब चलें … वरना बहुत देर हो जाएगी.

कार सेक्स ऑन रोड से निपटने के बाद हम दोनों ने अपने कपड़े पहने और वहां से रवाना हो गए.
रास्ते में भी हमने बहुत मस्ती की.

सुबह 06:30 को उसको घर छोड़ दिया. उतरते समय उसने पैसे दिए और अपना नंबर भी.

जाते समय एक लिप किस देकर वो फिर मिलने का वादा कर के चली गई.

कार सेक्स ऑन रोड कहानी कैसी लगी … अपनी प्रतिक्रिया जरूर भेजें.
आपका अपना अखिल
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