बस में मिली भाभी का अकेलापन
(Bus Me Mili Bhabhi Ka Akelapan)
दोस्तो, मैं अर्पित, दिखने में स्मार्ट 5’10” हाइट और बॉडी फिट, सहारनपुर का रहने वाला हूँ लेकिन फिलहाल देहरादून में रहता हूँ और एक मार्केटिंग की कंपनी में काम करता हूँ तो घूमना फिरना लगा ही रहता है।
यहाँ मैं आपको एक अपनी ज़िंदगी की कहानी बताने जा रहा हूँ।
एक बार में दिल्ली से वापस देहरादून आ रहा था, शाम का समय था और एसी बस थी, हल्की सी ठंड भी थी तो मैं बीच में दो वाली सीट पर बैठा था और मेरे पास वाली सीट खाली थी।
मेरठ से एक औरत जिसकी उम्र 28 के आस पास होगी, चढ़ी, बस में कई सीट खाली थी तो वहाँ से दो तीन कपल और चढ़े, वो सब एक साथ सीट लेकर बैठ गए, बस एसी थी, उसमें ज़्यादातर कपल ही थे जो इकट्ठे बैठे थे। अब वो औरत मेरे पास वाली सीट पर मेरे से पूछ कर बैठ गई।
बस चल पड़ी थी, अब थोड़ा अंधेरा भी हो गया था, हम ऐसे ही बात करने लगे तो पता चला कि वो भी देहरादून जा रही है और वहीं रहती है, उसका पति वहीं किसी कंपनी में काम करता है, उसका एक बेटा भी है 5 साल का, स्कूल जाता है।
उस महिला की चूची 34 के आस पास थी, रंग गोरा दूध की तरह !
तो उससे थोड़ी बातचीत हुई तो पता चला कि उसका पति सुबह जल्दी जाता है और रात को ओवर टाइम करके देर से आता है।
तो मुझे अपना पत्ता जमता दिखा, मैंने थोड़ी उसको सहानुभूति दिखाई और उसको उसके पति को अच्छी जॉब का लालच भी दिखाया तो वो पटाए में आ गई।
मैंने उसके मोबाइल नंबर ओर उसके घर का पता ले लिया, उसके बाद हम देहरादून आ गये।
एक दिन मैंने उसके घर जाने की सोची, मैंने उसको फोन किया, मैंने उसको कहा कि आपके लिए एक काम है, मैं आपके घर आ जाऊँ? तो उसने हाँ बोल दिया।
सुबह का टाइम था, उसके बेटा भी स्कूल चला गया था, मैं उसके घर पहुँच गया, उसका बेटा भी स्कूल चला गया था, उसने लोवर टी शर्ट डाल रखी थी, शायद अभी काम से फ्री हुई होगी।
उसने मुझे बैठने के लिए कहा और अपने आप पानी लेने चली गई, उसके बाद पानी देकर उसने बोला- मैं अभी आती हूँ चेंज करके, आप बैठें।
तो मैंने कहा- रहने दो, अच्छी लग रही हो!
तो वो हल्का सा मुस्करा दी।उसके बाद वो कोल्ड ड्रिंक लेकर आई तो मैंने उससे कहा- तुम इस टाइम खाली और अकेली रहती हो तो क्या करती हो?
उसने कहा- कुछ खास नहीं, बस टीवी या सीडी देख लेती हूँ।
उसके बाद वो बर्तन रखने चली गई तो मैंने वहाँ पड़े रिमोट को उठाया और सीडी प्ले की तो क्या देखता हूँ- सीडी पर ब्लू फिल्म लगी पड़ी है और चुदाई का सीन चल रहा है, लड़की चिल्ला रही है ‘आआहा अहहा ओर ज़ोर ज़ोर से… फक मी हार्ड !
यह सुनकर मेरा पूरा ध्यान मूवी पर चला गया।
इतने में पीछे से वो आ गई, वैसे उसका नाम श्वेता था और मूवी को देखने लगी तो मेरे को अहसास हुआ तो मैंने उसकी तरफ देखा तो वो सकपका गई, मैंने टीवी बंद कर दिया और उससे कहा- अच्छा ये देखती हो?और उसको अपने पास बैठने के लिए कहा और पूछा- लगता है मिस्टर रात को आकर ज़्यादा थक जाते हैं।
तो वो मायूस सी हो गई।
मैंने उसके कंधे पर हाथ रखा तो वो मैंने सीने से लग गई। मैंने उसके माथे पर चुम्बन कर लिया तो उसके हल्का सा विरोध किया तो मैंने उसके होंठों को अपने होंठ से दबा लिया और चूसने लगा और उसकी चूची को एक हाथ से सहलाने लगा तो वो भी साथ देने लगी और मेरे गाल को चूमने लगी।
मैंने उसकी टीशर्ट निकाल दी, उसने काली ब्रा पहनी थी, मैंने उसके ऊपर से ही उसका निप्पल चूसना शुरु कर दिया, वो गर्म होने लगी ओर मेरे लंड पर हाथ मारने लगी तो मैंने उसको उठाया और बेड पर लिटाया, उसकी ब्रा निकाल कर के फेंक दी और उसकी चूचियों को दबाकर कर रगड़ने लगा।
वो कंट्रोल से बाहर हो गई, फिर उसके लोवर को निकाल करके अपने कपड़े भी उतार दिए और उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहला दिया तो वो पागल हो गई।
फिर मैंने उसकी पैंटी को निकाल दिया और उसकी चूत की फांक पर अपना मुँह लगा दिया और उसको चूसना शुरू कर दिया।
वो पागल हो गई और मेरा सिर दबा दिया और झड़ गई।
फिर उसने मेरा लंड अपने मुँह में लिया, उसको चूसना शुरू किया और उसका सारा माल निगल लिया, उसको साफ करके दोबारा से उसके साथ खेलना शुरू कर दिया।
मैंने भी उसके चूचे को छेड़ना ओर उसकी चूत में उंगली शुरू कर दी जिससे थोड़ी देर बाद लंड महाराज सलामी देने लगे तो मैंने उसको सीधा लेटाया और उसकी चूत पर लंड घुमाने लगा।
वो लंड को पुश करने लगी लेकिन मैं उसको तड़फा रहा था, उसकी भूख बढ़ा रहा था।
वो थोड़ी देर के बाद रिक्वेस्ट करने लगी- प्लीज अर्पित, डाल दो… मत तड़फाओ अब!
तो मैंने अपना सुपारा उसकी चूत में डाल दिया, वो सिहर सी गई, काफ़ी दिनों से नहीं लिया होगा ना…
तो मैंने उसको फिर बाहर निकाल लिया, वो पागल गई और मेरे को धक्का देकर मेरे ऊपर आ गई, अपनी चूत मेरे लंड पर रखकर उस पर बैठ गई और पूरा 5 इंच लंबा मोटा लंड अपनी चूत में ले लिया।
उसने अपने दांत भींच लिए, उसको दर्द हो रहा था लेकिन वो सहन कर गई।
उसके बाद वो ऊपर नीचे होकर मज़े लेने लगी तो मैंने उसको नीचे लेटा कर एक टाँग कंधे पर रख कर घचा घच उसको पेलना शुरू कर दिया तो जैसे वो मूवी में देखती थी, उसने शोर मचाना शुरू कर दिया- ज़ोर से अर्पित… और ज़ोर से… फाड़ डालो मेरी चूत को आज… फक मी हार्ड!
उसके बाद मैं रुक गया और उसको घोड़ी बना कर उसकी चूत में पीछे से लंड पेल दिया और उसकी चूत में सारा माल डाल दिया।
फ़िर उसको 2 साल तक मैंने हर तरह से चोदा। अब वो जयपुर चली गई है, जब वहाँ जाना होता है तो उसकी चुदाई हो जाती है।
दोस्तो, यह मेरी सच्ची कहानी है, कमेंट्स लिखें और मुझे मेल ज़रूर करें।
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